Sanvad is a lab newspaper prepared by students of the School of Journalism, Mass Communication and New Media at the Central University of Himachal Pradesh.
1. सीयूएचऩी, मई 7, श्रद्धा शमाा
कें द्रीम विश्िविद्मारम हिभाचर प्रदेश के
नि ननमुक्त कु रऩनत डॉ. कु रदीऩ चॊद
अग्ननिोत्री ने प्राध्माऩकों औय औय
विद्मार्थिमों को सॊफोर्धत कयते िुए किा
कक नई तकनीक के साथ-साथ तक्षशशरा
औय नारॊदा की ज्ञान ऩयॊऩया का िािक
बी फनेगा कें द्रीम विश्िविद्मारम| कयीफ
एक िर्ि के अॊतयार फाद कें द्रीम
विश्िविद्मारम हिभाचर प्रदेश को
ननमशभत कु रऩनत की ननमुग्क्त िुई िै।
निाॊशिय (ऩॊजाफ) के यिने िारे डॉ.
कु रदीऩ चॊद अग्ननिोत्री ने २० अप्रैर,
२०१५ को हिभाचर प्रदेश कें द्रीम
विश्िविद्मारम के कु रऩनत के रुऩ भें
कामिबाय ग्रिण ककमा। ऩूिि कु रऩनत डॉ.
मोगेंद्र शसॊि िभाि, सबी सॊकामाध्मक्षों,
विबागाध्मक्षों, प्राध्माऩकों तथा कभिचारयमों
ने उनका स्िागत कय उन्िें फधाई दी।
बायत नतब्बब्बत सिमोग भॊच सहित
विशबन्न छात्र सॊगठनों के सदस्म बी इस
अिसय ऩय उऩग्स्थत यिे उन्िें फधाई दी।
तऺशशऱा और नाऱंदा की ऻान ऩरम्ऩरा का वाहक होगा कें द्रीय वववव
सॊिाद
प्रदेश स्तय तक शसभट कय न यि जामे,
इस शरए सफके साथ शभरकय विशेर् प्रमत्न
ककमे जाएॊगे| हिभारम ज्ञान-विज्ञान का कें द्र
यिा िै औय इसे कपय से ज्ञान-विज्ञान का
कें द्र फनाने के शरए बयसक प्रमत्न ककए
जाएगें|
ऩूिि भें डॉ अग्ननिोत्री फाफा फारक
नाथ भिाविद्मारम, चकभोि भें प्रचामि औय
हिभाचर प्रदेश विवि के क्षेत्रीम कें द्र
धभिशारा भें फतौय ननदेशक कामि कय चुके
िैं| कु रऩनत ऩद का कामिबाय ग्रिण कयने से
ऩूिि डॉ अग्ननिोत्री ऩॊजाफ स्कू र शशक्षा फोडि,
भोिारी भें उऩाध्मक्ष के ऩद ऩय कामियत
थे। डॉ. अग्ननिोत्री ने अऩनी प्रायॊशबक शशक्षा
गाॊि भें िी िाशसर की। तत्ऩश्चात उन्िोंने
एस.एन कॉरेज फॊगा, शशिाशरक कॉरेज
नॊगर, सुरतानऩुय रोधी कॉरेज, हिभाचर
के फीफीएन कॉरेज भें शशक्षण का कामि
ककमा। डॉ. अग्ननिोत्री हिभाचर भें डॉ.
बीभयाि अॊफेडकय चेमय के चेमयभेन औय
बायत नतब्बफत भॊच के याष्ट्रीम अध्मक्ष बी
यि चुकें िैं|
डॉ. अग्ननिोत्री ने प्राध्माऩकों
औय विद्मार्थिमों को सॊफोर्धत कयते
िुए किा कक विवि के शरए स्थाई
ऩरयसय का ननभािण कयिाना उनकी
प्राथशभकता िै औय सभन्िेर्ी ज्ञान के
विस्ताय के शरए विवि भें कु छ निीन
ऩाठमक्रभ बी प्रायम्ब ककए जाएॊगे|
उन्िोंने किा कक प्रधानभॊत्री नयेंद्र भोदी
के ग्स्कर इॊडडमा प्रोग्राभ को सम्फर
प्रदान कयने के शरए ठोस कदभ
उठामे जाएॊगे| विवि के शरए अऩनी
मोजनाओॊ के फाये भें फताते िुए
उन्िोंने किा, ‘’कें द्रीम विवि ग्जरा मा
िाई रयस्क ज़ोन भें िै हिभाचर
भैक्रोडगॊज भें फेतयतीफ बिन ननभािण
कामों को निीॊ योकते िै तो बविष्ट्म भें मि
बमािि तफािी का कायक िो सकता िै।
बूकॊ ऩ के नज़रयमे से हिभाचर को दो
ज़ोनो भें फाॊटा गमा िै। एक ज़ोन ४ िै तो
दूसया ज़ोन ५ िै। ज़ोन ५ को ‘’िेयी िाई
डैभेज रयस्क ज़ोन’’ किा जाता िै जफकक
ज़ोन ४ को ‘’िाई डैभेज रयस्क ज़ोन’’ किा
जाता िै। हिभाचर सहित सभूचा हिभारीम
क्षेत्र ज़ोन चाय औय ऩाॊच के तित िी आता
िै। बूकॊ ऩ की दृग्ष्ट्ट से हिभाचर के चॊफा,
कु ल्रू, काॊगड़ा, ऊना, िभीयऩुय, भॊडी औय
बफरासऩुय ग्जरे ज़ोन ऩाॊच भें आते िैं।
फाकी ग्जरे रािौर स्ऩीनत, ककन्नौय,
शशभरा, सोरन, औय शसयभौय को ज़ोन
चाय भें िै। परत् मिाॉ के रोगों ि
प्रशासन को अर्धक सचेत यिने की
आिश्मकता िै।
मैक्ऱोडगंज, धमाशाऱा भूकम्ऩ की दृष्टि से अत्यधधक संवेदनशीऱ है
ऩत्रकारयता, जनसॊचाय एिॊ निभीडडमा स्कू र, कें द्रीम विश्िविद्मारम हिभाचर प्रदेश, धभिशारा. ८ भई, २०१५
ऩृष्ट्ठ-सज्जा एिॊ सम्ऩादन
श्रद्धा शभाि एिॊ वप्रमॊका गुरेरयमा
शेर् ऩृष्ट्ठ 2 ऩय...
सीयूएचऩी, मई 7, विया यादव
‘’िय एक दोस्त जरूयी िोिता िै’’ जैसे
रुबािनें विज्ञाऩनों से ऩैसे कभानें
िारी टेशरकॉभ कॊ ऩननमाॊ आज मि
कि कय राई के साथ शभरकय नए
ननमभ फनाना चािती िैं कक उन्िें
ऩमािप्त फ़ामदा निीॊ िो यिा िै|
विशेर्ज्ञों के अनुसाय मे नए कानून
नेट न्मूराशरटी के विरुद्ध िोंगे|
सफसे ऩिरे तो मि जानना जरूयी िै
कक नेट न्मूराशरटी िै क्मा? औय क्मों
टेशरकॉभ कॊ ऩननमाॊ इसके विरुद्ध िैं
औय ऐसे ननमभ राना चािती िैं जो
इसे ख़त्भ कय सके |
साभार: गौरव मंडयाऱ
खतये भें नेट
सीयूएचऩी, मई 7, श्रद्धा शमाा
हिभाचर प्रदेश बूकॊ ऩ की दृग्ष्ट्ट से
शसग्स्भक ज़ोन 4 औय 5 भें आता िै।
नेऩार भें 7.9 की तीव्रता से आए बूकॊ ऩ
ने काॊगड़ा भें १९०५ भें आमे बीर्ण बूकॊ ऩ
की त्रासदी के बमानक भॊज़य को जान
चरी कपय से ज़ेिन भें उफाय हदमा िै।
काॊगड़ा भें आए 7.8 की तीव्रता के
बूकॊ ऩ से िज़ायों रोगों की जान चरी गई
थी। धभिशारा औय भैक्रोडगॊज भें सफसे
अर्धक नुकसान िुआ था। मि घटना
विश्ि की दस फड़ी प्राकृ नतक आऩदाओॊ भें
शाशभर की जाती िै। रेककन मिाॊ के
रोगों औय सयकायों ने कोई सीख निीॊ
री। मिाॊ बूकॊ ऩयोधी बिन न के फयाफय
िै। बूकॊ ऩ आने ऩय ऩूया धभिशारा शिय
भरफे भें तफदीर िोने की आशॊका िै।
भैक्रोडगॊज चौक से बागसुनाग औय
धभिकोट को जाने िारे फेिद सॊकये
यास्ते के दोनों ओय कापी ऊॉ ची-ऊॉ ची
इभायतें िैं। बूकॊ ऩ आने ऩय चौक की
इभायतें सड़क ऩय िी र्गयेंगी ग्जससे
मि दोनों क्षेत्र फचाि कामि से अछू ते
यि जाएगें। इसके अरािा नड्डी गाॉि
बी बूकॊ ऩ आने ऩय भुख्म सड़क से
कट जाएगा। हिभाचर प्रदेश भें बूकॊ ऩ
फड़ी तफािी भचा सकता िै| सयकाय
औय स्थानीम प्रशासन अगय बूकॊ ऩ
की दृग्ष्ट्ट से सॊिेदनशीर धभिशारा ि
डॉ. कु ऱदीऩ चंद अष्ननहोत्री
छामाॊकन: अशबर्ेक
2. सीयूएचऩी, 8 मई 2015, प्रियंका गुऱेररया
मॉ तो देश की ज्मादातय ऩहाडिमों भें कह ॊ न कह ॊ शशव का
कोई स्थान शभर जामेगा I शशव के ननवास के रूऩ भें
सववभान्म कै राश ऩववत के बी एक से अधधक प्रनतरूऩ
ऩौयाणिक कार से धाशभवक भान्मताओॊ भें स्थान फनाए हुए
हैंI नतब्फत भे भौजद कै राश भानसयोवय को सृष्टि का कें द्र
कहा जाता हैI भानसयोवय की मात्रा शाय रयक व प्राकृ नतक, हय
शरहाज से दुगवभ हैI उससे थोिा ह ऩहरे बायतीम सीभा भें
पऩथौयागढ ष्जरे भें आदद कै राश मा छोिा कै राश हैI इसी
तयह एक औय कै राश दहभाचर के चम्फा ष्जरे भें हैI मे
दोनों कै राश फड़े कै राश की ह तयह शशव के ननवास स्थान
हैंI धौराधाय, ऩाॊगी व जास्कय ऩववत श्ृॊखराओॊ से नघया मह
ऩववत भणिभहेश कै राश के नाभ से प्रशसद्ध हैI हजायों वषों
से श्द्धारु इस भनोयभ शशव तीथव की मात्रा कयते आ यहे
हैंI
महाॉ भणिभहेश नाभ से एक छोिा सा ऩपवत्र
सयोवय है जो सभुद्र तर से रगबग १३ हज़ाय ५०० पु ि की
ऊॊ चाई ऩय ष्स्थत हैI इस सयोवय के ऩयफ भें ष्स्थत ऩववत को
कै राश कहा जाता हैI इनके गगनचुम्फी दहभाच्छाददत शशखय
की ऊॉ चाई सभुद्र तर से रगबग १८ हज़ाय ६०० पु ि हैI
भणिभहेश कै राश ऺेत्र दहभाचर प्रदेश के चम्फा ष्जरे के
बयभौय शहय भें ष्स्थत हैI जानकाय के अनुसाय 550 ईस्वी
भें बयभौय शहय के समववॊशी याजाओॊ भरूवॊश के याजा
भरूवभाव द्वाया फनवामा गमा बयभौय ष्स्थत भॊददय आज बी
उस सभम की स्थाऩत्म करा को सॊजोमे अऩना
अष्स्तत्व फनाए हुए हैI इसका तत्कार न नाभ
ब्रहम्ऩुया था, जो काराॊतय भें बयभौय फनाI बयभौय के
एक ऩववत शशखय ऩय बयभािी देवी का भॊददय हैI ऐसा
उल्रेख शभरता है कक 550वीॊ सद भें बयभौय नयेश
भरूवभाव बी दशवन कयने भणिभहेश कै राश आते थेI
भौजदा ऩायॊऩरयक वापषवक भणिभहेश कै राश
मात्रा का सॊफॊध 920 सद से रगामा जाता हैI उस
सभम भरूवॊश के वॊशज याजा सादहर वभाव, शैर वभाव
बयभौय के याजा हुआ कयते थे, ष्जनकी कोई सॊतान
नह ॊ थीI एक फाय 84 मोगी इनकी याजधानी भें ऩधायेI
याजा की पवनम्रता औय आदय –सत्काय से प्रसन्न हुए
मोधगमों के वयदान के परस्वरूऩ याजा सादहर वभाव के
दस ऩुत्र औय चम्ऩावती नाभ की एक कन्मा सदहत
ग्मायह सॊतान हुईंI इस ऩय याजा ने प्रसन्न होकय इन
चौयासी मोधगमों के सम्भान स्वरूऩ बयभौय भें 84
भष्न्दयों के एक सभह का ननभावि कयामा I ष्जनभें से
भणिभहेश के नाभ से शशव भॊददय औय रऺिा देवी
नाभक एक देवी भॊददय पवशेष भहत्व यखते हैंI मह ऩया
भॊददय सभह उस सभम की साॊस्कृ नतक एवॊ स्थाऩत्म
करा का फेहतय न नभना आज बी ऩेश कयते हैंI याजा
सादहर वभाव ने महाॉ चॊफा नाभक याज्म फसामा| रोग
महाॉ ठॊिे फपव के जर से स्नान कयते हैं औय कै राश
के दशवन कयके ईश्वय का आशीवावद एवॊ अनुकम्ऩा
प्राप्त कयते हैंI
खतये भें नेि
सीयूएचऩी, 8 मई 2015, अम्बिका शमाा
पोिोग्रापी आज की जरूयत फन गमी है। फढ़ती
जरूयतों के कायि पोिोग्रापी का दामया बी ऩहरे
से कापी फढ़ गमा है। मदद आऩकी रुधच
पोिोग्रापी औय कै भया उऩकयिों भें हैं तो आऩ
इस ऺेत्र भें कदभ फढ़ा सकते हैं। इस शौक को
उधचत आधाय देकय इस ऺेत्र भें सपरता प्राप्त
की जा सकती है। ककसी अच्छे ट्रेननॊग सेंिय से
सीख कय ह पोिोग्रापी को कै रयमय फनाना आऩके
शरए पामदेभॊद होगा। इस ऺेत्र भें दो तयह के
कोसव हैं – छोि अवधध के औय रॊफी अवधध के ।
अऩनी शैऺणिक मोग्मता एवॊ जरूयत के अनुसाय
आऩ डिग्री अथवा डिप्रोभा कोसव भें दाणखरा रे
सकते हैं। आऩ चाहें तो कॉरेज की ऩढ़ाई के साथ
ह पोिोग्रापी की ऩढ़ाई छोि अवधध के कोसव
द्वाया कय सकते हैं। एक अच्छा पॉिोग्रापय फनने
के शरए फेशसक जानकाय होना जरूय है जो कक
ककसी बी प्रनतष्टठत सॊस्थान से कोसव कयके र
जा सकती है। कोसव कयके आऩको पोिोग्रापी की
फाय ककमाॉ सभझने भें आसानी होगी। कोसव कयने
के फाद अवसयों की कोई कभी नह ॊ है। इस ऺेत्र
भें सपरता के शरए शसपव थोड़ी ऩढाई औय ढेय
साय भेहनत व रगन की जरूयत है।
पोिो खीॊचो नौकय ऩाओ!
.शेष ऩृटठ 1 आगे...
नेि न्मट्राशरि का भतरफ है कक चाहे आऩका
िेर कॉभ ऑऩयेिय कोई बी हो आऩ ककसी भनऩसॊद
वेफसाइि मा एऩ का इस्तेभार साभान्म गनत से
कय सकते हैi अगय नेि न्मट्राशरि हिा द जाती है
तो नेि सेवाओॊ को कु छ बागो भे फाॉि ददमा जाएगा|
जैसे कक सबी सोशर नेिवककिं ग वेफसाइिें एक
तयप; वाट्सएऩ औय हाईक जैसे एऩ एक तयप औय
येरवे ऩछताछ जैसी वेफसाइि एक तयप होंगीI
हय वेफसाइि के शरए आऩको पवशेष नेि ऩैक
खय दना होगा, जो ग्राहक की भुष्श्करे फढ़ा देगेI औय कह ॊ
अगय आऩकी िेर कॉभ ऑऩयेिय ने ककसी वेफसाइि से िीर
की है तो आऩकी भुष्श्करें औय बी फढ़ जाएॊगीI उदाहयि के
तौय ऩय अगय एमयिेर ने ष्लरऩकािव के साथ सभझौता
ककमा है तो, ष्लरऩकािव वेफसाइि खोरते सभम ज्मादा स्ऩीि
शभरेगी, रेककन अभेज़न खोरते सभम नह I इस वजह से न
चाहते हुए बी आऩको ष्लरऩकािव ऩय ह खय दय
कयनी ऩड़ेगीI नेि न्मट्राशरि खत्भ हो जाने से छोि
कॊ ऩननमों को नह फष्ल्क फड़ी कॊ ऩननमों को पामदा
होगाI रोगों के रुख को देखते हुए सयकाय, ट्राई एवॊ
नेि सेवा प्रदाता कॊ ऩननमाॊ इन नए ननमभों ऩय ऩुन्
पवचाय कयने की फात कय यह ॊ हैं. नेि न्मट्राशरि
खत्भ होने से एक ऐसा स्थान खत्भ हो जाएगा जहाॊ
सबी फयाफय है तथा सबी को आजाद हैI
मानसरोवर — एक कै ऱाश हिमाचऱ में भी
संवाद टीम: प्रियंका गुऱेररया, श्रद्धा शमाा,
प्रिया यादव, शशवानी राणा, अंबिका शमाा,
अऱका कटोच, आनन्द वधान शसंि, अतुऱ
ठाकु र|
छायांकन: अजय शसंि ठाकु र
साभार: मुकु ऱ मिंतभणिभहेश का पवहॊगभ दृश्म