Identify the Research Question or Topic:
Clearly define what you want to study or investigate. Your research question should be specific and focused.
Review Existing Literature:
Conduct a literature review to understand what has already been studied in the field. This helps you identify gaps in knowledge and areas where your research can contribute.
Formulate Hypotheses or Objectives:
Based on your research question, develop hypotheses or specific research objectives. These are statements that you aim to test or achieve through your research.
Choose a Research Methodology:
Decide on the research methods you will use, such as surveys, experiments, interviews, observations, or data analysis. The choice of methodology depends on your research question.
Collect Data:
If your research involves collecting data, implement your chosen data collection methods. Ensure that your data collection is systematic and follows ethical guidelines.
Analyze Data:
Analyze the data you've collected to draw meaningful conclusions. This may involve statistical analysis, qualitative coding, or other data analysis techniques.
Interpret Results:
Interpret the results of your analysis in the context of your research question. Discuss what your findings mean and how they contribute to the field.
Draw Conclusions:
Based on your interpretation of the results, draw conclusions that address your research question and hypotheses.
Communicate Findings:
Share your research findings through a research paper, report, presentation, or other suitable formats. This allows others in the field to learn from your work.
Reflect and Revise:
Reflect on your research process and findings. Consider areas for improvement and potential future research directions.
Cite Sources:
Properly cite all sources and references used in your research to give credit to previous work and avoid plagiarism.
Ethical Considerations:
Ensure that your research complies with ethical guidelines, especially if it involves human subjects, sensitive data, or potential harm.
Research can be conducted in various fields, including science, social science, humanities, business, and technology. The specific steps and methodologies may vary depending on the discipline and research objectives.
Successful research often requires careful planning, attention to detail, critical thinking, and a commitment to the scientific method or research principles relevant to your field.
1. “घरेलू ह िंसा क
े समस्याओिं का कामकाजी व गृ णी क
े सिंदर्भ में
अध्ययन”
शोध प्रहिवेदरन
सत्र- 2020 - 2021
हनदरेहशका:-
डॉ रीिा शा
(स -आचायभ)
हव्ागाध्यक्ष - गृ हवज्ञान हव्ाग
बसिंि मह ला म ाहवद्यालय
राजघाट वाराणसी
प्रस्तुिकिाभ :-
प्रगहि हसिं
एम ए हििीय वर्भ
िृिीय सेमेस्टर
पिंजीकरण - 426330
बसिंि मह ला म ाहवद्यालय
बसिंि मह ला म ाहवद्यालय
राजघाट वाराणसी
2. हवर्य सूची:-
स. र. अध्याय
1 प्रस्तावना
2 उद्देश्य
3 साह त्य की समीक्षा
4 शोध एविं प्रहवहध
5 सुझाव
6 हनष्कर्भ
7 सिंदर्भ ग्रिंथ सूची
8 प्रश्नावली
3. हवर्य:-“घरेलू ह िंसा क
े समस्याओिं का कामकाजी व गृ णी क
े सिंदर्भ में अध्ययन”
प्रस्तावना:- घरेलू ह िंसा अर्ाात कोई भी ह िंसा जो हकसी मह ला या हकसी बच्चे क
े सार्
ोती ै हजनकी आयु 18 वर्ा से कम ो व घरेलू ह िंसा क
े दायरे में आती ै! घरेलू ह िंसा से
कामकाजी व गृ णी दोनोिं को ी स्वास्थ्य सुरक्षा और मानहसक रूप से जो तकलीफ ोती
ै व ै घरेलू ह िंसा !!गृ णी
घर की चारदीवारी क
े अिंदर जो लडाई झगडे ोते ैं व घरेलू ह िंसा ै घरेलू ह िंसा
ज्यादातर घर की मह लाएिं मािं बेहियािं और बच्चोिं क
े सार् व्यापक स्तर से ोती ै !!
य ह िंसा न क
े वल पुरुर्ोिं द्वारा ोती ै बल्कि मह ला क
े द्वारा भी ोती ै क ने का तात्पया
बस इतना ै हक कमजोर लोगोिं पर हकया गया प्र ार चा े व भूल कर या शारीिरक
नुकसान पहिंचाकर ो व स्त्री द्वारा ो या पुरुर् द्वारा, ो व घरेलू ह िंसा की श्रेणी में आता
ै !
4. उद्देश्य :-
सामान्य उद्देश्य:-
*बा र काम करने वाली मह लाओिं पर घरेलू ह िंसा क
े समस्याओिं का अध्ययन !!
*घर में कामकरने वाली मह लाओिं पर घरेलू ह िंसा की समस्याओिं का अध्ययन !!
हवहशष्ट उद्देश्य :-
*श रोिं व ग्रामीण कामकाजीमह लाओिं क
े कायाालय काया क्षमता परघरेलू ह िंसा क
े प्रभाव का अध्ययन !!
*कामकाजी बगडी मह लाओिं पर पिरवािरक घरेलू ह िंसा क
े समस्याओिं पर पडने वाले प्रभाव का अध्ययन !!
5. घरेलू ह िंसा:-
घरेलू ह िंसा का मिलब:-
घरेलू ह िंसा का मतलब ै मह ला क
े सार् हकसी भी तर की ह िंसा या प्रताडना अगर मह ला क
े सार्
मारपीि की गई ो या हफर मानहसक प्रताडना दी गई ो तो व डीवी एक्ट क
े त त ोगा!
सामान्य अर्ा में हजस हकसी भी बात से दू सरोिं को कष्ट ो व ह िंसा ै जीवो पर अहिकार जमाना,दास
बनाना हकसी प्रकार का पीडा देना ह िंसा ै!राष्टर ीय मह ला आयोग क
े मुताहबक, घरेलू ह िंसा की
हशकायतें लगभग दोगुनी ो गईिं ैं जबहक अभी हसफ
ा ऑनलाइन हशकायतें ी आ र ी ैं। घर बैठे
पुरुर् तनाव में अपनी भडास मह लाओिं पर हनकाल र े ैं इसहलए ऐसी हशकायतें अहिक आ र ी ै।
ह िंसा की परर्ार्ा:-
“ह िंदू िमा क
े अनुसार हप्रय वचन न ीिंबोलना गलत एविं कडवे शब्द का प्रयोग करना दू सरोिं को डराना
िमकाना य सब एक प्रकार का ह िंसा ै!”
6. लॉकडाउन क
े चलिे घरेलू ह िंसा क
े मामले बढे:-
राष्टर ीय मह ला आयोग क
े मुताहबक, घरेलू ह िंसा की हशकायतें लगभग दोगुनी ो गईिं ैं जबहक अभी हसफ
ा
ऑनलाइन हशकायतें ी आ र ी ैं। घर बैठे पुरुर् तनाव में अपनी भडास मह लाओिं पर हनकाल र े ैं
इसहलए ऐसी हशकायतें अहिक आ र ी ै।
*‘लॉकडाउन की वज से इस वक्त घरेलू ह िंसा की बहत-सी हशकायतें आ र ी ैं। मह लाएिं पुहलस तक
न ीिंपहिंच पा र ीिं ैं या हफर व पुहलस क
े पास न ीिंजाना चा ती क्ोिंहक उन्हें डर ै हक जब उनका पहत
पुहलस स्टेशन से एक-दो हदन बाद बा र आ जाएगा तब और िॉचार करेगा। इस समय व अपने पेरेंि्स क
े
घर भी न ीिंजा सकती ैं।’
*बीएफई ने दुहनया क
े देशोिं को आगा हकया र्ा हक सोशल आइसोलेशन क
े चलते लोगोिं में तनाव पैदा ो
र ा ै और इससे “मह लाओिं और बच्चोिं क
े ल्किलाफ घरेलू और यौन ह िंसा में बढोत्तरी ो र ी ै।”
*प ले आस्टरेहलया, हवक्टोिरया, श्रीलिंका और कई देशोिं में बडे पैमाने पर ऐसी घिनाएिं देिने को हमली
लेहकन अब भारत में भी इसका व्यापक असर देिने को हमल र ा ैं। राष्टर ीय मह ला आयोग क
े मुताहबक,
घरेलू ह िंसा की हशकायतें लगभग दोगुनी ो गई ैं जबहक अभी हसफ
ा ऑनलाइन हशकायतें ी आ र ी ैं।
7. *घरेलू ह िंसा अहभयान से जुडे लोगोिं का क ना ै हक लॉकडाउन क
े चलते मह लाएिं घरेलू ह िंसा झेलने
को मज़बूर ैं। इस दौरान हशकायतें क
े वल उन मह लाओिं द्वारा की जा र ी ैं, जो हशहक्षत ैं, जागरूक
ैं। वास्तव में ये मामले क ीिंज्यादा ैं क्ोिंहक ग़रीब तबक
े से आने वाली मह लाओिं क
े हलए अपने
जीवनसार्ी क
े ार्ोिं उत्पीडन की हशकायत कर पाना करीब करीब नामुमहकन ै। इस लॉकडाउन क
े
दौरान वे उन मदों क
े सार् र ने को मजबूर ैं, जो उनका लिंबे समय से उत्पीडन करते आए ैं।
*घरेलू ह िंसा की जड हपतृसत्तात्मक सोच में ै- हजसमें मह लाओिं को पुरुर्ोिं से कमतर समझा जाता ै।
मह लाओिं क
े सार् दुव्याव ार को माफ़ कर हदया जाता ै और मह लाओिं क
े सार् मार पीि को स ी
ठ राया जाता ै। मह लाएिं स्वीकार न ीिंकरना चा ती ैं हक वे घरेलू ह िंसा का हशकार ैं। अपने घर
में क्ा चल र ा ै, ये बताना न ीिंचा ती।
*गौरतलब ै हक मेशा से ी आपदाएिं और म ामारी मह लाओिं क
े सामने दो री चुनौती िडी कर
देती ैं। एक ओर उन्हें कहठन पिरल्कथर्हत का सामना करना ोता ै तो व ीिंदू सरी ओर िुद को शोर्ण
से बचाने क
े हलए भी सिंघर्ा करना पडता ै। मौजूदा समय में घर में क
ै द ोने क
े कारण मह लाओिं क
े
शारीिरक और मानहसक उत्पीडन क
े मामले भी बढ गए ैं। ऐसे में मह ला आयोग ने मह लाओिं से
अपील की हक अगर उनक
े सार् घरेलू ह िंसा ोती ै तो पुहलस से सिंपक
ा करने या राज्य मह ला
आयोगोिं तक पहिंचने की कोहशश करें।
साह त्य की समीक्षा म ादेवी वमाा ने नारी मुल्कक्त क
े हवर्य में हवचार व्यक्त हकया ै हक भारत की
अविारणा ै उल्टी मािं ठाक
ु र स्त्री समाज वाराणसी ह िंदी प्रचारक पुस्तकालय व 1949
8. साह त्य की समीक्षा
म ादेवी वमाा ने नारी मुल्कक्त क
े हवर्य में हवचार व्यक्त हकया ै हक भारत की अविारणा
ै Iओिीमाय ठाक
ु र स्त्री समाज, वाराणसी, ह िंदी प्रचारक पुस्तकालय व 1949;
लेिक मह लाओिं की हवहभन्न समस्याओिं को क
ें द्र में रिकर हनबिंिोिं क
े माध्यम से अपने हवचार व्यक्त
करता ै एविं हशकार करता ै हक मह लाओिं में नवीन हवचार का अभाव ै !
सीएम अग्रवाल ,डायमेंशन ऑफ इिंहडयन वूमेन हुड
इस पुस्तक में भारतीय मह लाओिं क
े सामाहजक राजनीहतक एविं आहर्ाक ल्कथर्हत क
े सभी
पहक्षयोिं से सिंबिंहित अनेक हवद्वानोिं क
े लेिोिं का समावेश ै!
आशारानी व्होरा ्ारिीय नारी अस्मििा और अहधकार नई हदरल्ली नेशनल पस्मिक ाउस 1986
9. शोध प्रारूप एविं प्रहवहध:-
प्रस्तुि शोध अध्ययन की पररकल्पनाए :-
(1)-मह लाओिं क
े प्रहत बन र ी ह िंसा ने वतामान में घरेलू ह िंसा एक अहभशाप क
े रूप में ज्वलिंत
समस्याएिं ैं लेहकन इन सब को हनवारण क
े हलए हशक्षा रोजगार मह ला सशल्कक्तकरण आहद चीजोिं पर
बल हदया जा र ा ै हजसका सार्ाक प्रभाव में हदिाई दे र ा ै
(2)-अपराि कतााओिं को समुहचत दिंड प्रदान की जाए ताहक अन्य लोग सबक ले सक
ें !
अध्ययन में प्रयुक्त अनुसिंधान हवहध :-
प्रस्तुत अध्ययन की प्रक
ृ हत को प्रस्ताहवत उद्देश्ोिं को देिते हए अध्ययन में सवेक्षण हवहि का प्रयोग
हकया गया ै !
अध्ययन में प्रयुक्त उपकरण :-
इस अध्ययन में स्वहनहमात उपकरण प्रश्नावली में साक्षात्कार का प्रयोग हकया गया ै !
10. जनसिंख्या:-
प्रस्तुत अध्ययन में हमजाापुर हजले क
े श री क्षेत्र क
े हनकि और ग्रामीण क्षेत्र हिआ (दराा ) को हलया गया ै
!
न्यायदरशभ:-
एक सािंल्किकी न्यायदशान सिंपूणा का एक छोिा सा रूप ै मैं ददा हलया गया ै !
प्रस्तुत शोि में न्याय दशान ेतु हमजाापुर हजले क
े श री व ग्रामीण क्षेत्रोिं की 25 मह लाओिं का चयन हकया
गया ै !
प्रदरप्तो क
े स्त्रोि:-
प्रस्तुत अध्ययन में प्रदत्त क
े स्त्रोतोिं क
े हमजाापुर हजले क
े घर में काम करने वाली मह लाएिं एविं बा र काम
करने वाली मह लाओिं को स्त्रोत क
े रूप में प्रयोग हकया गया ै!
11. शोध की पररसीमाएिं :-
अनुसिंिान क
े पिरणाम प्राप्त करने क
े हलए य आवश्क ो जाता ै हकशोर क्षेत्र को एक हनहित सीमा में
बािंिा जाए तर्ा अध्ययन की हवश्वसनीयता बनाए रिने क
े हलए भी पिरसीमन आवश्क ै !
य अध्ययन उत्तर प्रदेश क
े हमजाापुर हजले क
े हिआ (दराा ) क्षेत्र क
े गुणोिं एविं बा र काम करने वाली
मह लाओिं पर हकया गया ै !
सुझाव :-
घरेलू ह िंसा को रोकने क
े हलए मह लाओिं को हशहक्षत करना एक सुझाव ो सकता ै पर समस्या का य
पूरा समािान न ीिं ै मारा देश एक पुरुर् प्रिान देश ै इस सप्ता को भी ित्म करना पडेगा, जो सहदयोिं
से चली आ र ी ै समाज में क
ु छ ऐसी क
ु रीहतयािं व्याप्त ै जो घरेलू ह िंसा को बढाती ैं इन्हें दू र करने का
प्रयास करना चाह ए !
12. हनष्कर्भ:-
घरेलू ह िंसा से पीहडत मह लाओिं को िाहमाक परिंपराओिं में क
ु छ पिरवतान ो गया ै
शोि हवर्य क
े सिंदभा में अध्ययन करने क
े उपरािंत शोिकताा क
े द्वारा य हनष्कर्ा
प्राप्त हकया गया ै हक भारतीय समाज में र ने वाली मह लाओिं की आहर्ाक
सामाहजक शैक्षहणक तर्ा स्वास्थ्य की ल्कथर्हत में सुिार लाने ेतु स ायता प्रदान की
गई ै क्ोिंहक शासन द्वारा भारतीय समाज क
े हवकास एविं कल्याण समय-समय पर
हवहभन्न योजनाओिं का हियान्वयन लालच कारण इन योजनाओिं का समय पर न ीिं
हकया गया वतामान पिरल्कथर्हतयोिं को देिने से पता चलता ै हक इनकी हवकास की
आवश्कता ै मह लाएिं शोर्ण अपराि क
े प्रहत जागरूक ल्कथर्हत देनी ै हजसमें
सुिार व उनक
े हवकास की आवश्कता ै मह लाएिं शोर्ण ह िंसा अपराि क
े प्रहत
जागरूक ो र ी ै पदाा प्रर्ा में भी कमी आई ै दो री भूहमका क
े सार्-सार् बच्चोिं
और पिरवार क
े हवकास में पूणा स योग देती ैं !सामान्य जानकारी
13. सिंदर्भ ग्रिंथ सूची :-
हसिं डॉक्टर हनशान (2011) - अपराि बनाम मह लाएिं िुशी प्रकाशन हदल्ली
डॉक्टर ममता (2010) - घरेलू ह िंसा अहिकारोिं क
े प्रहत जागरूक प्रो. आथर्ा एविं आहूजा प्रकाशन हदल्ली
The Nation's Leading Grassroots Voice on Domestic Violencehttps://ncadv.org
WHO | World Health Organizationhttps://www.who.int
http://www.ignited.in
https://hindividyalay.com
https://shodhgangotri.inflibnet.ac.in
14. सामान्य जानकारी :-
(1)- श र या गािंव का नाम -
(2)- उत्तर दाता का नाम -
(3)- उम्र -
(1) 20 वर्ा से कम
(2) 20 से 50 वर्ा
(3)50 वर्ा से अहिक
(4)-हलिंग-
(i) पुरुर्
(ii)मह ला
(5)- िमा
(i)ह िंदू (ii)मुल्किम (iii)हसि (iv)ईसाई
15. (6)-व्यवसाय-
(1) ग्र णी (2)नौकरी (3)अन्य
(7)-माहसक आय -
(8)- ल्कथर्हत
(1)हववाह त (2)अहववाह त
(9)-बच्चोिं की सिंिा
(i)1 (ii)2 (iii) अहिक
(10)-पिरवार की ल्कथर्हत -
(!)एकािंकी (!!)सिंयुक्त
हवशेर् जानकारी:-
(11)आपक
े अनुसार घरेलू ह िंसा क
े मुि कारण कौन कौन से ैं -
(i)अहशहक्षत ोना (!!)हलिंग भेदभाव
16. (!!!) आत्महवश्वास की कमी का ोना
(iv)आत्महनभार न ोना
(v)कानूनी जागरूक ना ोना
(vi)सामान आहर्ाक ल्कथर्हत का हनम्न ोना
(12)-क्ा आपको मह ला ह िंसा क
े बारे में पता ै ?
(1) ािं (2) न ीिं
(13)-क्ा आपक
े सार् सार् भी हकसी तर का घरेलू ह िंसा ो र ा ै?
(1) ािं (2)न ीिं
(14)-यहद ािं तो क्ा आप इसक
े हवपरीत कोई कदम उठाते ैं ?
(1) ािं (2)न ीिं
(15)-क्ा घरेलू ह िंसा क
े बारे में लोगोिं को बता कर जागरूक करना चा ेंगे?
(1) ािं (2)न ीिं
17. (16)-घर क
े प्रत्येक सदस्य का आहर्ाक मनोवैज्ञाहनक समस्याओिं को समझते ैं ?
(i) ािं (ii)न ीिं (iii)पता न ीिं
(17)-आपक
े घर क
े अन्य सदस्य घरेलू ह िंसा क
े समस्याओिं की नकारात्मक अहभवृहत्त रिते ैं ?
(1) ािं ()2न ीिं
(18)-क्ा आप घरेलू ह िंसा को व्यल्कक्तगत मामला मानती ैं ?
(1) ािं (2)न ीिं
(19)-घर में ोने वाली ह िंसा को आप घरेलू ह िंसा मानती ैं या न ीिं?
(1) ािं (2)न ीिं
(20)-आपक
े सार् ोने वाले घरेलू ह िंसा में कौन-कौन शाहमल ै ?
(1)पहत
(2)सास-
(3)ससुर
(4)अन्य कोई