2. वाक्य
वाक्य :- वाक्य पदों का वह व्यविस्थित समूह है िजसमे पूण र्ण अर्थिर्ण
देने िक शक्तिक्ति है I व्याकरण के अर्नुसार वाक्य मे साथिर्णक शक्तब्द
होते हैं I वाक्यों मे शक्तब्दों का प्रयोग व्याकरिण क दृतिष से िकया
जाता है I प्रत्येक शक्तब्द का िनिश्चित क्रम होता है I
3. उपवाक्य
उपवाक्य
वाक्य से छोटी इकाई उपवाक्य है I वाक्य एक उपवाक्य का
हो सकता है और एक से अर्िधिक उपवाक्यों का भी I जहाँ एक
उपवाक्य स्वतंत्र रूप मे होता है,वह वास्तव मे सरल वाक्य ही
है I इस दृतिष से यिद हम इसी सरल वाक्य को दुसरे वाक्य से
जोड़ आकर एक ही बना दे तो सरल वाक्य एक उपवाक्य
कहलायेगा I
4. उदाहरण
'मेरा पुत्र रिव बीमार है I ' -एक सरल वाक्य है I
'मेरा पुत्र रिव बीमार है ,इसिलए वह आज स्कू ल नहीं जा
पाएगा I '
इस वाक्य मे दो उपवाक्य हैं-
१. मेरा पुत्र रिव बीमार है I
२. वह आज स्कू ल नहीं जा पाएगा I
5. उपवाक्य के प्रकार
उपवाक्य तीन प्रकार के होते हैं-
(क) संज्ञा उपवाक्य
(ख) िवशक्तेषण उपवाक्य
(ग) िक्रया-िवशक्तेषण उपवाक्य
इन उपवाक्यों का िववेचन 'िमश्र्वाक्य' के अर्ंतगर्णत िकया
जाएगा I
6. वाक्य के अर्ंग
िनम्नलिलिखत वाक्यों को पिढिये-
1. रमेशक्त पुस्तक पढिता है I
२ कृत ष्ण कु मार कहानी िलखता है I
7. उपयुर्णक्ति वाक्यों मे दो अर्ंग हैं I
पहला अर्ंग कतार्ण के बारे मे सूचना देता है; जैसे -रमेशक्त ,कृत ष्ण
कु मार I
दूसरा अर्ंग िक्रया के बारे मे सूचना देता है;जैसे -पढिता
है,कहानी िलखता है I
उपयुर्णक्ति वाक्यों मे पहला अर्ंग उद्देश्य बताता है और
दूसरा िवधिेय I
8. इस प्रकार वाक्य के दो अर्ंग होते है I
१. उद्देश्य २. िवधिेय
िजसके बारे मे बात कही जाए उसे उद्देश्य कहते हैं
और उद्देश्य के बारे मे जो कु छ कहा जाये उसे िवधिेय कहते हैं I
9. वाक्य छोटा हो या बड़ा उसके दो ही अर्ंग होते हैं I
जैसे -
उद्दे श् य िवधिेय
१. भागता हुआ चोर तुरत पकडा गया I
ं
२.प्रेमचंद की कहािनयाँ बड़ी रुचिच के साथि
पढ़ी जाती हैं I
10. ऊपर के वाक्य मे 'चोर', 'कहािनयाँ' उद्देश्य हैं I
शक्तेष पद "भागता हुआ' और 'प्रेमचंद की' उनके िवस्तार हैं I
िवधिेयों मे 'पकडा गया' , 'पढ़ी जाती है' मुख्य िवधिेय हैं! शक्तेष पद
'तुरत','बड़ी रुचिच से' उनके िवस्तार हैं I
ं
11. कई बार वाक्य प्रकट रूप मे िदखाई नहीं देता! आज्ञासूचक
वाक्य देिखये-
उद्दे श् य िवधिेय
(तुम) वहां मत जाओ I
(आप) खाना खाइए I
12. इसी प्रकार कई वाक्यों मे प्रकट रूप से िवधिेय भी नहीं िदखाई
देता I
कोई पूछता है ____________ िदल्ली कौन गया है I
उत्तर िमलता है ___________ 'मोहन'
उत्तर वाक्य मे पूरा वाक्य बनता है 'मोहन िदल्ली गया है I ' िकन्तु
यहाँ 'िदल्ली गया है' िवधिेय का लोप है I िवधिेय का यह अर्ंग
अर्प्रकट रूप मे वाक्य मे िनिहत है I
13. उद्देश्य और िवधिेय एक-२ पद के भी हो सकते हैं और एक से
अर्िधिक पदों के भी I
उदाहरण के िलए –
उद्दे श् य िवधिेय
१.सोहन जाता है!
२.मेरा छोटा भाई सोहन दोपहर को स्कू ल जाता है I
14. िवधिेय का िवस्तार
िवधिेय के िवस्तार के अर्ंतगर्णत िनम्नलिलिखत शक्तब्द आते हैं-->
१. िक्रया २. िक्रया का पूरक ३. कमर्ण ४. कमर्ण का िवस्तार ५.
अर्न्य िवस्तार
15. १. िक्रया : िक्रया के िबना वाक्य नहीं बनता !
जो पद वाक्य मे िकसी कायर्ण के करने या होने का बोधि कराये ,
उसे िक्रया कहते हैं I
जैसे :- सरला पाठ पढ़ती है I
२. िक्रया का पूर क : कु छ िक्रयाओं को अर्पने अर्थिर्ण को पूरा करने के
िलए पूरक की आवश्यकता पड़ती है I
ऐसे पद िक्रया के अर्थिर्ण को पूरा करते हैं,इन्हे िक्रया का पूरक कहा जाता है
I
जैसे :िदनेशक्त थिा I --क्या? 'बीमार' (बीमार िक्रया का पूरक है)
16. ३. कमर्ण : वाक्य के िजस पद पर िक्रया के व्यापार का
फल पड़ता है!,उसे कमर्ण कहते हैं I जैसे-
रिव पुस्तक पढिता है I (पुस्तक-कमर्ण)
४. कमर्ण का िवस्तार: यिद कमर्ण की िवशक्तेषता बताने
वाला पद या पदों का प्रयोग हो तो उसे कमर्ण का िवस्तार कहा जाता
है I जैसे - राम एक लम्बा पत्र िलखता है I
( इस वाक्य मे पत्र कमर्ण है और 'एक लम्बा' उस कमर्ण
का िवस्तार है I)
17. ५. अर्न्य िवस्तार : जो पद इनके अर्ंतगर्णत नहीं आते उन्हे अर्न्य
िवस्तार मे िलखा जाता है I
18. इन्हे समझने के िलए तािलका दे ख े!
वाक्य उद्दे श् य उद्दे श् य का िवधिेय िवधिेय का
िवस्तार िवस्तार
1.मेरा भाई मेरा भाई
राके शक्त राके शक्त
एक छोटा पत्र
िलखता है I
19. वाक्य उद्दे श् य उद्दे श् य का िवधिेय िवधिेय का
िवस्तार िवस्तार
2. वीर हनुमान हनुमान वीर जला दी! लंका
ने
लंका जला दी I
20. वाक्य उद्दे श् य उद्दे श् य का िवधिेय िवधिेय का
िवस्तार िवस्तार
३. तेजस्वी राधिवन तेजस्वी बन गया मंत्री
राघवन
मंत्री बन
गया I
21. अर्न्य उदाहरण
वाक्य उद्दे श् य
िवधिेय
a. चार गुंडों ने मुझे चार गुंडों ने मुझे बहुत पीटा
बहुत पीटा I
b. २. मेरी नौकरानी
घर नहीं थिी I मेरी नौकरानी घर नहीं थिी
३. प्रधिानाचायर्ण प्राथिर्णना
सभा मे गये I प्रधिानाचायर्ण प्राथिर्णना सभा मे गये
22. वाक्य के भेद
वाक्य के भेद िनम्नलिलिखत आधिारों पर िकये जाते हैं -
(क) अर्थिर्ण के आधिार पर
(ख) रचना के आधिार पर
23. (क) अर्थिर्ण के आधिार पर वाक्य के भेद -
१. िवधिान वाचक वाक्य
२. िनषेधिवाचक वाक्य
३.िवस्मयवाचक वाक्य
४. संदह्वाचक वाक्य
े
५. आज्ञावाचक वाक्य
६. संकेतवाचक वाक्य
७. इच्छावाचक वाक्य
८. प्रश्नवाचक वाक्य
24. १. िवधिानवाचक वाक्य :- िजन वाक्यों की िक्रया के सामान रूप
से होने और करने का बोधि होता है,उन्हे
िवधिानवाचक वाक्य कहते हैं! जैसे :-
(क) चंद्रकांत ने पूजा की!
(ख) शक्तिशक्तकांत कायार्णलय जाएगा!
25. २. िनषेधि वाचक वाक्य :- िजन वाक्यों की िक्रयाओं द्वारा कायर्ण न
होने का बोधि होता है,उन्हे िनषेधि वाचक वाक्य कहते हैं !
जैसे :-
(क) सुमेर राजस्थिान नहीं जाएगा!
(ख) मोनू की नौकरी नहीं लगी!
26. ३.िवस्मयवाचक वाक्य :- िजन वाक्यों के द्वारा भय, घृतण ा,
हषर्ण, आश्चिर्णय, शक्तोक आिद भावो का बोधि होता है,उन्हे
िवस्मयवाचक वाक्य या उदारवाचक वाक्य कहते हैं!
जैसे :-
(क) सावधिान! सड़क िनमार्णण चल रहा है!
(ख) राम! -राम! बूढिे ने पुत्री की उम्र की लड़की से िववाह कर
िलया!
27. ४. संदे ह् वाचक वाक्य :- िजन वाक्यों से कायर्ण होने के प्रित संदह
े
और सम्भावना का बोधि होता है उन्हे संदे ह वाचक वाक्य कहते
हैं! जैसे :-
(क) शक्तायद वषार्ण हो!
(ख) यह सड़क शक्तायद गुड़गाव जाती है!
28. ५. आज्ञावाचक वाक्य :- िजन वाक्यों से आज्ञा
,अर्नुरोधि,अर्नुमित और िनवेदन का बोधि होता है,उन्हे
आज्ञावाचक वाक्य या िविधिवाचक वाक्य कहते हैं!
जैसे :-
(क) पुस्तकालय मे बातचीत मत करो!
(ख) हमारी प्राथिर्णना स्वीकार करे !
29. ६. संके तवाचक वाक्य :- िजन वाक्यों से िक्रया मे शक्ततर्ण का बोधि
होता है,उन्हे संके तवाचक वाक्य कहते हैं!
जैसे :-
(क) यिद बलराम कहेगा तो सुिमता गाना गाएगी !
(ख) यिद मािलक पैसे देता तो राशक्तन खरीद लाता !
30. ७. इच्छावाचक वाक्य :- िजन वाक्यों से इच्छा या कामना
करने का बोधि होता है, उन्हे इच्छावाचक वाक्य कहते हैं!
जैसे :-
(क) काशक्त! डाक्टर समय पर पहुच जाता !
(ख) 'िनराला पुरस्कार' िमलने पर बधिाई स्वीकार हो!
31. ८. प्रश्नवाचक वाक्य :- िजन वाक्यों से प्रश्न करने का बोधि होता
है,उन्हे प्रश्नवाचक वाक्य कहा जाता है !
जैसे :-
(क) क्या अर्िनरुचद प्रसाद िवमल पुनिसया पहुच गया?
(ख) मीरा बांका िकसके साथि जाएगी ?
32. (ख) रचना के आधिार पर वाक्य तीन प्रकार के होते हैं !
(क) सरल वाक्य
(ख) संय ुक्ति वाक्य
(ग) िमश वाक्य
33. १. सरल वाक्य :- िजन वाक्यों मे एक ही िक्रया होती है, उन्हे
सरल वाक्य कहते हैं!
सरल वाक्यों मे कतार्ण एक से अर्िधिक हो सकते हैं परन्तु िवधिेय और
िक्रया एक ही होते है ! जैसे :-
(क) लक्ष्मीनारारायण नारारायण ने मकान बनवाया !
(ख) बस ड्राईवर ने बस बहुत तेज़ चलाई!
इन वाक्यों मे एक-2 िक्रया -बनवाया, चलाई आई! इसिलए ये
सरल वाक्य है!
34. २. संय ुक्ति वाक्य :- िजन वाक्यों मे आये सभी उपवाक्य सामान
स्तर के होते हैं.उन्हे संयुक्ति वाक्य कहते हैं! ये उपवाक्य समुच्चय
बोधिक अर्व्ययों से जुड़े होते हैं! जैसे :
(क) यात्री बैठ गये और बस चल पडी!
(ख) िबजली नहीं है इसिलए अर्ँधिरा है! े
35. ३. िमश वाक्य :- िजन वाक्यों मे आये उपवाक्यों मे एक
उपवाक्य मुख्य हो और शक्तेष उपवाक्य ,मुख्य उपवाक्य पर आिशत
हो,उन्हे िमश वाक्य कहते हैं! जैसे :-
(क) िसपाही ने उस युवक को पीटा िजसने जेब काटी!
(ख) अर्शक्तोक मेहता मुख्य अर्ितिथि थिे जो प्रिसद सािहत्यकार हैं!
36. मुख्य उपवाक्य आिशत उपवाक्य
a. िसपाही ने उस युवक िजसने जेब काटी थिी!
को पीटा
b. अर्शक्तोक मेहता मुख्य जो प्रिसद सािहत्यकार हैं!
अर्ितिथि थिे
37. मुख्य और आिशत उपवाक्यों की पहचान करना
१. वाक्य मे मुख्य उपवाक्य की िक्रया ही मुख्य-िक्रया होती है!
२. वाक्यों मे आये आिशत उपवाक्यों का आरम्भ
अर्िधिकांशक्ततः समुच्चयबोधिक शक्तब्दों से होता है! जैसे :-
िजसने,िक, िजन्हे, िजसमे, जो,िजसको,
जहाँ,जब,तो,अर्गर,क्योंिक,यिद,परन्तु,तब आिद!
38. आिशत उपवाक्यों के आरम्भ,मध्य या अर्ंत मे भी आते हैं!
जैसे :-
िजसने बालक की जान बचाई ,वह युवती मोह्याल कालोनी मे रहती है!
वह युव ती, िजसने बालक की जान बचाई,मोह्याल कालोनी मे रहती है!
वह युवती मोह्याल कालोनी मे रहती है, िजसने बालक की जान बचायी !
पहले वाक्य मे आिशत उपवाक्य 'िजसने बालक की जान बचाई' वाक्य के आरम्भ मे आया है!
दु स रे वाक्य मे यह मध्य मे आया है!
तीसरे वाक्य मे अर्ंत मे आया है!