Una breve descripción de la semántica y su relación con el signo lingüístico. Se conceptualiza además, contenido y expresión, denotación y connotación, contexto y situación.
Bharatiya Jain Sanghatana -Samachar-February -2018
In Bharatiya Jain Sanghatana, we publish a monthly Hindi news bulletin as "Bharatiya Jain Sanghatana Samachar”.
This month's edition covers about, Smart Girl workshops during the month of January, other Bharatiya Jain Sanghatana activities, Minority Awareness Workshops , Upcoming matrimonial meets and our special article " Manthan" on “Beti bachao- Beti padhao”.
What is the effect of yoga on your body and mindShivartha
Yoga encourages you to relax the balance from the sympathetic nervous system (or fight-or-flight response) to the parasympathetic nervous system, slow your breathing, and focus on the present. It lowers breathing and heart rate, blood pressure. Increases blood flow to the intestines and reproductive organs.
पोवारी बोली, मध्य भारत के बालाघाट, भंडारा, गोंदिया और सिवनी जिलों में निवासरत पंवार(पोवार) समाज के द्वारा बोली जाती है और यही उनकी मूल मातृभाषा भी हैं।
12 best yoga exercises for your strong eyesightShivartha
Worldwide, the number of blind people of all ages is estimated at about 285 million, most of them due to corrected reversal errors (43 percent) and cataracts (33 percent). A report published by the US predicts that by 2050, 49.8 percent of the world's population will have myopia. With such alarming statistics, adequate care of a person's vision as part of the daily regime cannot be denied. Even by practicing yoga for 10-15 minutes daily, your eyes remain healthy and free from any kind of trouble. With benefits ranging from improved vision to increased concentration and spiritual understanding, these asanas for the eyes will help protect your vision from light, stress, and other environmental conditions – keeping them fresh and bright.
KNOW ABOUT NEWLY INVENTED AYURVEDA Science hi-technology Electro Tridosha Graphy ; ETG AyurvedaScan ; how it work and its introduction in diagnosis of disorders and fundamentals of Ayurveda.
आयुर्वेद के प्रेमियों के लिये फ्री डाउन लोड करे ; ई०टी०जी० आयुर्वेदास्कैन तकनीक क्या है इसके बारे मे परिचय करिये / पुस्तक फ्री डाउन लोड करे
Sanvad is a lab newspaper prepared by students of the School of Journalism, Mass Communication and New Media at the Central University of Himachal Pradesh.
1. युवक संघष
से न घबराएं
आचाय महामण
:
अभातेयुप
वण
जयंती समारोह
युवको को आचार संपन बनने क दी ेरणा
पर पू यवर ने
नई िदली, 17 िसतबर 2014
2014. अSया2म साधना क-],
महरौली. गुदेव ने आज अभातेयुप के वण!जयंती
अिधवेशन के अंितम िदवस के अवसर पर समुपिथत
िवशाल युवाशि को संबोिधत करते ह(ए फ़रमाया िक
आह!त वाड्मय म- कहा गया है
- पढमं नाणं तओ दया।
मनु/य के जीवन म- 0ान का बड़ा मह2व है। अ0ान जीवन
का अिभशाप होता है। अठारह पाप बतलाए गए ह5
िकCतु
किववर ने कहा- इन पाप7 से भी अ0ान सबसे बड़ा दुःख
है। 0ान के अभाव म- िहत अिहत का भी आदमी िववेचन
नह; कर पाता। 0ान बह(त कुछ है
लेिकन सब कुछ नह;।
इसके साथ आचार भी अ=छा होना चािहए। 0ान का सार
आचार है । अणुत आचाय! तुलसी क? एक अि@तीय देन
है। आचरण का मह2व उपासना से भी अिधक है। अणुत
कहता है-तुम िकसी क? उपासना सना करो या ना करो
लेिकन
आचरण अ=छा होना चािहए। आचरण शूCय उपासना का
मह2व नह; होता। आप िकसी भी सDदाय को मानो
अणुत को इसम- एतराज नह;,
शत! यह है िक आचरण
अ=छा हो।
अिखल भारतीय तेरापंथ युवक पEरषद् का वण! जयंती का
काय!Gम चल रहा है। िकसी भी संथा के िलए
50 वष! का
आयु/य मह2वपूण! होता है। और यिद
50 वष! िवकास के ह7
तो और भी महIव बढ़ जाता है। युवक7
को गुदेव ने
सफलता का महामंL Dदान करते ह(ए कहा
कहा- युवक संघषN से
घबराये ना। युवक7 म- युयु2सा हो िक संघषN
से, अपनी
वृिPय7 से लड़ सक-। युवक7 को िववेक संपCन होना चािहए।
जोश के साथ होश भी रख-। अCयथा
यौवन गलत राते पे
भी जा सकता है। वण!जयंती आ2मालोचन का समय है
िक- 1)Qया िकया? 2) Qया करना शेष है
है? 3) और Qया
कर सकते थे िफर भी नह; िकया?
?
गुदेव ने कहा िक पEरषद् के 50
वषN का इितहास सामने
आना चािहए। सब सदय Rयसन मु व नशा मु हो
हो,
चEरL सपCन हो। पदािधकारी या तो Rयसन
यसन-मु हो जाये
या पद मु हो जाये। इस अवसर पर अभातेयुप के
अनेक
िनवत!मान अSयT7 ने सहभािगता दज! कराई। कोलकाता
को UV ेपEरषद से नवाज़ा गया। तथा
6 वषN से लगातार
सव!UV ेपEरषद् का िख़ताब चेCनई
के पास ही गया। आज
पूYयDवर का सािनSय पा यवुाओ ंका उ2साह व जोश
शतगुिणत हो गया ।
Dतुित: िवनीत मालू, िदRया जैन
जैन.
|| अहम् ||
अिखल भारतीय तेरापंथ युवक परषद्
जैन तेरापंथ
2. यूज़
यूज़लैटर (. २/१४-१५, ०७ िसत
सदाय म
रहे परपर मैी भाव
िदली। २० िसत
आयोिजत ह(आ
धमN का समलेन हो रहा है
को कह; भी अवसर नह; िमलना चािहए। जैसे गाय
समान होता है। वैसे ही िविभCन
Dाय: सब समाज7 म- समान aप म-
करे और अपने अपने अनुयायी है उCह-
धम! को अपनाने का उपदेश दे। Uी दलाई
िमले थे, डायलाग ह(आ था
िदRया जैन.
: धान संपादक
अिवनाश नाहर
: काय
कारी संपादक
महावीर सेमलानी
: सहसंपादक
संजय वैदमेहता
:
:
आचाय महामण
:
िसत.। बौi धम!गु Uी दलाई लामा के िनदशjन म- िविभCन आSयाि2मक परपराओ ंका सामूिहक संमेलन आज िदली के h5ड हयात होटल
आ, िजसमे करीब १०३ धम!गु सिमिलत ह(ए। इस अवसर पर अपने संबोधन म- आचाय! Uी महाUमण जी ने
और मेरा ऐसा सोचना है िक संDदाय अलग अलग है परCतु सDदाय7 म-
परपर मैLी का भाव रहना चािहए। संDदाय उCमाद
गाय, कोई गाय काली होती है कोई गाय पीली होती है परCतु
सभी गाय7 के दूध का असर आप लोगो पर
संDदाय है, उपासना क? पiितयाँ अलग अलग हो सकती है िकCतु हम सब धमN
अनुमािनत हो रहे है। हम इन त2व7 का िवकास करे। मा
िवशेषतया नशामु रहने का उपदेश दे
लामाजी के सCदभ! म- आज
नवीय ईमानदारी, अिहंसा आिद आिद त2व7 का हम Dसार
था, वह भी मुझे याद है, मेरी उनके Dित और सभी के Dित मंगलभावना है।
भारत से मांस नह
3. अिपतु अयाम िनयात हो
आचाय ी महामण
रोिहणी-िदली म$ आयोिजत
धम
संसद म$ जैन संत3 ने
नई िदली 16
िसतबर, 2014 : िवb मैLी एवं रा/qीय Tमापना िदवस का भRय
आयोजन जैन महासभा के
त2ववाधान म- जापानी पाक! रोिहणी म- मनाया गया। धम! संसद
के Dभावक मंच पर तेरापंथ तेरापं
धम!संघ के आचाय! Uी महाUमण
आचाय! Uी
िशवमुिन जी महाराज, मूित!पूजक सDदाय
िदगबर संDदाय के मुिन Uी तण सागर जी उपिथत थे। इस
िवb मैLी एवं अिहंसा िवशयक सृजनासृ
2मक िचंतन मंथन से नवनीत
कुछ मह2वपूण! उcोषणा ो
ह(ई। अिहंसा के Rयापक Dसार के साथा अनCत
Dथम रिववार केा
‘‘िवbमैLी िदवस ’’ इंटरनेशनल फोरिगवनेस डे एवं मनाया
हेतु भारत सरकार एवं DधानमंLी नरेC] मोदी जी को 0ापन देकर आवशयक काया!वाही
क? जायेगी।
अणुत अनुशाता आचाय! Uी महाUमण
जी ने कहा िक िजCह7ने राग @ेश व भय पर
िवजय Dाd कर ली वह
‘िजन’। िजन भगवान @ारा Dवित!त जैन धम! के सभी
सCत7 का एक मंच पर
संगम अपने आप म- बह(त मह2वपूण! है। आज का Tमापना िदवस भी
अeूत है। Tमा के आधार पर िवbमैLी क? थापना हो सकती है। हम सब म- मैLी बनी रहे
जैन िवfा को, को
जैन शासन के खजाने को, अगाध 0ान संपदा को आगे बढ़ाये
संत संपदा सौभाgय क?
बात है। भारत से मांस का नह; ,
कर- ।
आचाय! डा. िशवमुिन जी महाराज ने कहा जैन
धम! सवr=च धम! ह5। यह भारत देश महावीर
गांधी, राम रहीम, रहीम
नानक का देश है। हम संकार7 क? रTा कर-
ने कहा िक भगवान महावीर क? अिहंसा Tमा एवं मैLी को अपना कर समh िवb अपना
कयाण करे।
Dतुित- जैन तेरापंथ Cयूज़ िदली टीम
िसत.२०१४ से २१ िसत.२०१४
:
मानवीय मूय ईमानदारी
का मूल आधार अिहंसा, स2य यह मुझे
दे, ईमानदारी के रते पर चलने का उपदेश
यहाँ आना ह(आ। आचाय! तुलसी से वह बह(त वषN
हो:
रखे अपने िवचार
मणजी थानकवासी परपरा के
के आचाय! अभयदेव सूरी, एवं
धम! संसद म- जैन एकता,
जनािनकलकर आया और
चतुद!शs के पtात
जायेगा इस
आचायN
रहे,
बढ़ाये, भारत क?
हम भारत से अSया2म का िनया!त
महावीर,
। आचाय! Uी अभयदेव सूरी
फरमाया िक- आज िविभCन
दे और धम! के पथ पर चलने का
पहले जैन िवb भारती
Dतुित-माCया कुuडिलया, Eरषभ जैन, िवनीत मालू
फोटो गैलेरी
अभातेयुप वण जयंती युवा रैली
म-
का,
भारती-लाडनू म-
मालू,
5. यूज़
यूज़लैटर (. २/१४-१५, ०६
िसत.२०१४ से २१ िसत.२०१४
कायकता काम के िलए बने नाम के िलए नह
अभातेयुप जैन तेरापंथ यूज़ क राजथान तरीय कायकता िशण कायशाला
आमेट. ०९ िसत.| अिखल भारतीय तेरापंथ युवक पEरषद् के मीिडया उपGम
काय!कता! DिशTण काय!शाला का आयोजन मुिन Uी अह!त् कुमारजी आिद ठाणा
राजथान एवं अCय राYय7 से पह(ंचे
काय!शाला म- सहभािगता क?.
: मुिन ी अहत् कुमारजी
‘जैन तेरापंथ Cयूज़ (JTN)’ क? राजथान तरीय
२ के सािCनSय म- आमेट तेरापंथ भवन म- ह(आ
तेयपु JTN Dितिनिधय7 के साथ मेवाड़ संभाग क? तेयुप शाखा पEरषद7 के काय!कता!ओ ंने
आिद क? Dमुख उपिथित म- मुिन Uी @ारा नमकार
ने संभािगयो को संबोिधत करते ह(ए फरमाया िक
काय!कता! वही बन सकता है जो अहंकार मु हो
रा/qिहत एवं समाज िहत क? काम
उCमु ना बने एवं िवफलता म- हताश ना हो
: जैन िवb भारती के उपाSयT Uी धम!चंद लूंकड़
उाटन स
तेरापंथ Dोफेशनल फ़ोरम के रा/qीय अSयT
िसEरयारी ठाकुर Uी
िचLरंजन सेन
मीिडया सहसंपादक Uी संजय वैदमेहता
Uी Dवीण ओतवाल
कोठारी, राजथान पLकार संघ के Dदेश Dवा Uी
महामंLो=चारण के साथ काय!शाला का शुभारभ ह(आ
िक- यह काय!शाला काय!कता!ओ ंके सवा|गीण िनमा!ण के उ}ेwय से क? जाती है
हो, सहनशील हो, समयबi हो एवं
के िलए बने, अपने नाम के िलए नह;. काय!कता! सफल होने
हो.
इससे पूव! अभातेयुप क? परपरा अनुसार आयोजन क? शुआत म-
Uी िवकास
ओतवाल @ारा Uावक
तेरापंथ सभाSयT Uी सुCदरलाल
संजय बोहरा ने वागत वRय िकया
Uी महावीर सेमलानी ने बदलते ह(ए युग म-
का मह2व बताया
तेरापंथ Cयूज़ क? पEरचया2मक Dतुित बड़े परदे प
िकया एवं आभार 0ापन तेयुप मंLी Uी मुकेश चपलोत ने िकया
थम िशण स: काय!शाला के Dथम DिशTण सL क? शुआत
धम! एवं तेरापंथ के मूलभूत िसiांत7 के बारे म- बताया
Dसार के नए माSयम7 क? जानकारी दी
ितीय िशण स: अभातेयुप मीडीया सहसंपादक Uी संजय वैदमेहता ने
समाचार लेखन म- आवwयक Sयान रखने योgय बात7 के बारे म- जानकारी दी
पर पॉवरपॉइंट Dेज-टेशन के माSयम से दी
िकया.
शुआत काय!कता!ओ ंके पEरचय से ह(ई
बताया. जैन तेरापंथ Cयूज़ के
दी. तेयुप आमेट @ारा संभािगय7 हेतु एक रोचक Dितयोिगता भी
बोरिदया ने Dभावशाली समा
दी. Uी समिकत पारीख ने फोटो एिडिटंग एवं िहCदी टंकण
सोटवेयर का DिशTण िदया
पोखरना ने िकया
काय!शाला को सफल बनाने म- तेयुप आमेट टीम
सुUी िकरण कोठारी आिद ने िवशेष Uम िनयोिजत िकया
तेरापंथ सभा,
सराहनीय योगदान िदया
तेरापंथ ोफेशनल फोरम
तेरापंथ Dोफेशनल फोरम @ारा संचािलत
2014 जसपुर के नजदीक? TेL पLामपुर म- क5प लगाया गया िजसमे
अितिथ के aप म- Uी संजय जी,
आयोजन ह(आ िजसमे 580 मरीज7 ने x? िचिक2सा का लाभ िलया।
क5प म- 408 मरीज7 को िचिक2सा लाभ Dदान करवाया गया।
मरीजो का रिजqेशन ह(आ । िदनांक
रिजqेशन ह(आ। िदनांक 21-09
मरीज7 को नेL जांच, दCत जांच,
भाटी (टीपीएफ क5प ऑिफस), जेतस
ारा जनिहत के काय
आचाय! तुलसी महाD0 चल-िचिक2सालय
लगभग
, Dदेश महामंLी बीजेपी, उPराखंड पधारे। िदनांक
िदनांक
िदनांक 19-09
20-09-2014 ददुवाला संयासोवाला
09-2014 को बाबर खेरा, उPराखंड म- आयोिजत ह(ए क5प म-
, लैब टेट, ईसीजी, दवाईया ँआिद सिुवधाऐ ंउपलध करवाई गई।
जेतस, िदली से िदRया जैन
Uी सिलल लोढ़ा
िदलीपिसंहजी, D‚यात Yयोितष िवद् Uी
सेन, अभातेयुप मीिडया सपादक Uी महावीर सेमलानी
वैदमेहता, अभातेयुप TेLीय सहयोगी
तवाल, काय!शाला के केC]ीय संयोजक Uी लक?
अंकुर बोरिदया
आ. मुिन Uी अह!त् कुमारजी
िजसका Rयवहार समCवयपूण! हो
पर
पीतिलया @ारा िवजय गीत संघान एवं Uी Dवीण
िनVा पL के वाचन करवाया गया
िहरण एवं तेयुप उपाSयT Uी
िकया. अभातेयुप मीिडया संपादक
आSयाि2मक पLकाEरता
बताया. मीिडया सहसंपादक Uी संजय वैदमेहता
दी. सL का संचालन Uी 0ानेbर मेहता ने
ई. मिुन Uी भरतकुमारजी ने जैन
सलाहकार Uी सिलल लोढ़ा ने काय!कता!ओ ंको Dचार
करवाई गयी.
अभातेयपु न ेवेब पLकाEरता हेत ुआवwयक अह!ताओ ंएवं सघंीय
दी. राजथान पLकार संघ के Dदेश Dवा Uी अंकुर
समाचार लेखन संबिधत मह2वपूण! जानकारी
िदया. सL का कुशल संचालन Uी अिभषेक
.
टीम, Uी Dमोद छाजेड़
, तेरापंथ मिहला मंडल, िकशोर मंडल एवं कCया मंडल ने
हनीय िदया.
सालय िचिक2सा सेवा के अंतग!त िदनांक
भग 475 क? सं‚या म- मरीजो ने रिजqेशन कराया। मु‚य
17-09-2014 को गाँधी पतक, जसपुर म- क5प का
18-09-2014 को गादी नेगी उPराखंड म- आयोिजत
09-2014 को धरमपुर, उPराखंड म- क5प लगा िजसमे
संयासोवाला, उPराखंड म- लगाये गये क5प म- 445
375 मरीज रिजटर ह(ए।
फोटो व Eरपोट! साभार
िन आ. पुरे
भी इस
लूंकड़,
लोढ़ा,
सेमलानी,
है.
हो. काय!कता!
गया. आमेट
रण ने जैन
तकुमारजी वेब के
छाजेड़,
िकया. आमेट
पृ २
मुंबई तरीय क
या मंडल कायशाला का आयोजन
भायंदर. २१ िसत. आचाय! Uी महाUमण जी के आ0ानुवतs िश/य
मुिन संजय
कुमार जी एवं मिुनवंदृ के सािनSय म- मंबुई तरीय कCया मंडल
आयोजन िकया गया िजसमे तकरीबन
एवं आचाय!
तुलसी के अवदान7 पर रोचक Dतुितया दी काय!Gम क? शुरआत मुिन
कुमार जी ने मंLोचार से क? एवं मंगलाचरण डोिबवली कCया मंडल ने
वागत भाषण तणा बोहरा ने िदया।
मुिन संजय कुमार ने फरमाया क? अतीत क? Dेरणा से वत!मान को सुधारने
लƒय बनाए तभी भिव/य सधुरगेा।उCह7ने सभी कCयाओ ँको आRहान िकया क?
Dमािणक बने और अणुत अपनाए तभी गुदेव को स=ची Uधांजिल अिप!त होगी
। मिुन DसCन कुमार ने कCयाओ ँको शील क? सरुTा करने का आRहान िकया एवं
संतुिलत जीवन के िलए िशTा के साथ घ
। मुिन Dकाश कुमार ने नैितकता क? पाठशाला चलाई
म‚ुय िबंदओु ँपर रोशनी डाली । कCयामंडल7 ने सािSवय7 का
थान,Uमण
Uेणी,0ानशाला, नया मोड़
पर संदुर Dतिुतया दी।
कणा कोठारी फोटो साभार
संयु रा
संघ म
अणुत क गूंज
DसCन
िकया।
का
दी
जैसे
संयु रा
मु
6. यालय, यूयॉक
संथाओ ंके 65 व वािषक समेलन म
अणुत और वहनीयता (सटेनेिबिलटी
संयु रा
मु
7. यालय यूयॉक म िदनांक
आयोिजत था। िजसम 117
िविभन देश. म िथत उन
मायता दे रखी थी। इस बार िवचारणीय िवषय वहनीयता
ततृीय सह5ाि6द मे ँमानव अित8व
पा:रिथितक;य अपय =ुतगित से ह?आ िजससे पृ@वी क; वहनीयता पर अA8यािशत
कुAभाव पड़ा। इस िवनाश को रोकने के उपाय पर इस कायशाला म चचा क; गई।
संयु रा
संघ के Aमुख Aितिनिध Fी अरिवंद वोहरा मॉडरेटर थे। अणुिवभा के
अंतरा
ीय अHय डॉ. सोहन लाल गांधी मु
8. य वा थे तथा अणुिवभा अHय Fी
तेजकरण सुराणा, महामंJी Fी संजय जैन
Aितिनिध डॉ. पना शाह तथा युवा Aितिनिध आयुष िवसा:रया वा थे
सोहनलाल गांधी ने वहनीयता
डाला । Fी तेजकरण सुराणा ने अणुत और वहनीयता पर Aभावशाली Aतुित देते ह?ए
कहा िक वतमान संकट का एकमाJ समाधान अणुत है।
वहनीयता क; चेतना को जागृत करने के िलए बालोदय
क; Aतुित दी। तथा कहा िक उMरदायी नाग:रक ही इस पृ@वी को बचा सकते हN। डॉ
पना शाह ने भगवान महावीर के अिहंसा और अप:रOह को वहनीयता का रामबाण
बताया ।
PातQय हो िक वहनीयता
वाता कायशाला, पेनल वाता आयोिजत कर िवचार. का आदान Aदान िकया। समेलन
के अHय Fी हफाइस तथा
भावी पीढ़ी के िलए हम िवकास क; गित कम करनी होगी । उसे वहनीय बनाना होगा
अयथा न तो यह सTयता बचेगी न
इस कायशाला के समवयक डॉ
म िथत 1300 संथाओ ंको सयंु रा
ने मायता दे रखी है। सयंु रा
लोक
सूचना िवभाग ने 1998 म यह मायता अणुत
पुनU8थान जैसे कायVम. के कारण दी थी । A8येक संथा का हर वष मूWयांकन होता
है। अब तक 700 संथाओ ंक; मायता ख8म कर दी गई है । लेिकन अणिुवभा हर वष
के मापदंड. म खरी उतरी । अणुिवभा
संथाओ ंके से परपर सहयोग कर अणुत को अतंरा
ीय जगत म नई पहचान दी ।
अणुत आंदोलन के जनक आचाय तुलसी
16-09-
355
मरीजो का
इन सभी
: कमलेश
मनु/य के जीवन म- 0ान का बड़ा मह2व है।
अ0ान जीवन का अिभशाप होता है।
- आचाय
ी महामण
काय!शाला का
125 कCयाओ ँने भाग िलया।
घर-गृहथी म- भी हाथ बँटाने क? िशTा
चलाई,िजसमे Uम एवं शम!
उ2थान
मोड़, कुरीितयाँ, नारी उ2थान, अिहंसा जैसे मु‚य अवदान7
जैन तेरापंथ Cयूज़ योर7 मंबुई से महावीर कोठारी
: पारस क=छारा
! संयु रा
लोक सूचना िवभाग एवं गैर सरकारी
अणिुवभा के पदािधका:रयो ँने एक कायशाला म
टेनेिबिलटी) पर Aभावशाली Aतुित दी ।
27 अगत से 29 अगत
देशो के चार हजार Aितिनिधय. ने भाग िल
900 देश. का Aितिनिध8व कर रहे थे िजह संयु रा
ने
(सटेनेिबिलटी
व था। गत 200 वषZ ँमे ँपयावरणीय एव ँ
जैन, अणुिवभा क; संयु रा
संघ म वैकिWपक
के वतमान सकंट पर अणुत के प:रपे[य मे ँAकाश
Fी संचय जैन ने बचो म
म बच. पर िकए जा रहे Aयोग
कैसे बनी रहे, इस पर िविभन संथाओ ंने गो
UN-DPI के Aमुख जेफरी बेज ने इस अवसर पर कहा
कोई अय सTयता भिव य म िवकिसत होगी
डॉ. सोहनलाल गांधी ने एक वQय म कहा क;
त, सांकृितक सौहाद, नैितक मूWय. के
192 देश. म संयु रा
संघ ^ारा माय
को यह अपने आप म बड़ी F_ांजिल है।
,
यह समेलन
2014 तक
िलया था। वे
टेनेिबिलटी) तथा
थे। डॉ.
डॉ.
गोलमेज
।
192 देश.