Sanvad is a lab newspaper prepared by students of the School of Journalism, Mass Communication and New Media at the Central University of Himachal Pradesh.
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१. साधना और आराधना में सबसे अधिक समय लगाएं, सकारात्मक और सार्थक समय व्यतीत करने का यही सर्वश्रेष्ठ मार्ग है।
२. टीवी समचार प्रातः संध्या १०-१० मिनट देख लें बाकी समय टीवी बंद रखें। इतने से ही दिन भर के सब समाचार प्राप्त हो जाते हैं। शेष समय इन्ही समाचारों की दिन भर पुनरावत्ति होती हैं. दिन भर नकारात्मक समाचार देखने से मन, मष्तिष्क, ह्रदय, शरीर में तनाव बढ़ता हैं, चिंता बढ़ती है और यही तनाव मानसिक और शारीरिक रोगों का कारण बनता है। यह समय अपने आप को मानसिक व शारीरिक रूप से स्वास्थ्य व शक्तिशाली रखने का है, दुर्बल करने का नहीं। आप सब भी देख रहे होंगे कि कुछ सन्देश व समाचार, भ्रम और भय फ़ैलाने, दुर्बलता व नकारात्मकता बढाने वाले दुष्प्रचार में संलग्न हैं, इनसे सावधान रहें।
३. कोरोना से बचाव सम्बन्धी केवल सरकारी सर्कुलर्स और नोटिफिकेशंस पर ध्यान दें, डॉक्टर्स की सलाह को मानें, "नीम हकीम खतरे जान" की कहावत को याद रखें।
४. लॉक डाउन तथा आपके शहर में व्यवस्था सम्बन्धी स्थानीय प्रशासन के आदेशों का कड़ाई से पालन करें। इन नियमों के पालन से ही कोरोना को फैलने से रोका जा सकेगा। जितनी शीघ्रता से कोरोना के प्रसार पर विजय पाएंगे उतनी शीघ्रता से लॉक डाउन से मुक्ति पाएंगे।
५. अपना ध्यान व समय केवल सकारात्मक विषयों व बातों में लगायें। विद्यार्थी इंडोर गेम्स खेलें। अपने माता पिता, दादा दादी, नाना नानी या अन्य बड़ों को मोबाइल फ़ोन के फीचर्स सिखाएं, इनमें एस एम एस सन्देश भेजना, वाट्सअप चलना, ऑडियो या वीडिओ कॉल्स करना, इंटरनेट सर्फिंग करना हो सकता है. युवा या बड़ी आयु के व्यक्ति अच्छी पुस्तकें या इंटरनेट से अच्छी सामग्री पढ़कर अपना ज्ञान वर्धन कर सकते हैं।
६. अपने परिचित या अपने क्षेत्र के समाजसेवी, पुलिसकर्मी, पैरा मिलिट्री फ़ोर्स, डॉक्टर्स, नर्सेज, स्वच्छ्ताकर्मी, घर घर जाकर सामान वितरित करने वाले कार्यकर्ताओं, सेनिटाईजेशन करने वालों जैसे सेवारत व्यक्तियों को फ़ोन करके उनका धन्यवाद करें। ध्यान रखें कि उनके ही जोखिम भरे अथक परिश्रम से हम सब सुरक्षित हैं।
७. आपके क्षेत्र में यदि किन्हीं व्यक्तियों को भोजन की आवश्यकता हो तो सरकारी अथवा स्वयंसेवी संस्थानों के माध्यम से उनकी सहायता करें। यदि संभव हो तो आप स्वयं उनकी मदद करें. यह अत्यंत पुण्य का कार्य है।
८. ऐसे राष्ट्रिय और वैश्विक संकट के समय समाज को विभिन्न वर्गों, जाति, धर्म के आधार पर बांटकर अवयवस्था फ़ैलाने वालों, अनुचित लाभ लेने वालों, और घृणा का वातावरण फ़ैलाने वालों से सावधान रहें, और इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दें।
९. अपने घर में, परिवार में, अपने क्षेत्र में परस्पर प्रेम, सामंजस्य, सौहार्द्र और शांति का वातावरण बनाये रखें. किसी भी कारण से परेशान व्यक्तियों को सांत्वना दें और यथासंभव उनकी सहायता करें। स्वयं प्रसन्न रहें व अपने आसपास सबको प्रसन्न रखें।
१०. आपकी तरफ से उठाये गए ये छोटे छोटे सावधानी के कदम हमारे भारतवर्ष के माननीय प्रधानमंत्री जी, भारत सरकार, हमारी प्रांतीय सरकारों व स्थानीय प्रशासन को सुदृढ़ता व् सम्बल प्रदान करेंगे, जिसकी उन्हें वर्तमान में बहुत अधिक आवश्यकता है।
1. Hindi bi-weekly issue
09th June 2020
Edition 36ी. शािं तलालजी म थाु
सं थापक, BJS
संपादक
क
कलम से
िनरजन जवा जैनं ंु
सद य - BJS रा ीय कायका रणी सिमित
#WeAreSocial
#BJS
Contd...
कोरोना महामारी के सकं ट से मि के िलये समची दिनया क नजरे भारत पर िटक है,ु ू ु
भारत क सं कित एवं जीवनशैली पर दिनया का भरोसा बढ़ रहा है. य िक योग, अिहसं ा, सह-ृ ु
अि त व,शाकाहार,नैितकता,सयं मआिदजीवनके आधारभतजीवनम यइसीदशे क माटीमू ू
रचे-बसेह.िवशेषतःभारतमजैनधमएवंउसकाजीवन-दशनकोरोनाके वतमानसकं टके दौरम
समाधान के प म सामने आया है. जैनमिन मंह पर प ी ( मंहप ी ) बांधते ह, जो आज मा क केु ु ु
प म समची दिनया अगं ीकार कर रही है. सामािजक दरी (सोशल िड टिसगं ), आइसोलेशन, वू ु ू
वारटं ीन ( एकांत ) जैन मिन एवं साधक के जीवन के अिभ न अगं आज दिनया के िलये कोरोनाु ु
मि के सश आधार बन रहे ह. शाकाहार एवं म पान का िनषेध भी जैन जीवनशैली के आधारु
है,िजनकाबढ़ता चलनकोरोनामहासकं टसेमि काबिनयादीसचहै.कोरोनाके कहरके बीचु ु
इंसानके खशहालजीवनएवंिनरोगताके िलयेखानपानमबदलावक वरदिनयाभरमसनाईदेु ुु
रहे ह. मांसाहार को लेकर भी नज रया बदल रहा है, मांसाहार के बरे नतीज को लेकर दिनयाु ु
िच ता त एवं सावधान हई है. ऐसा तीत होता है शाकाहार का चलन तेजी से
बढ़ेगा य िक कोिवड-19 वायरस भी, जो अभी परी दिनया को अपनी चपेट मू ु
लेचकाहै,िपछलीशता दीमफै लीकईमहामा रय क तरहइसीमांसाहारकु
आदत क ही दने है. आप िकसी के साथ गलत करगे तो कोई आपके साथ भी
बराकरगे ा.मांसाहारएकबरीआदतहैिजसकाबरानतीजाहीिनकलताहै.ु ु ु
हालके वष ममांसाहारछोड़ने वाल क सं याभारतहीनह दिनयामबढ़ीह,कोरोनाु
महामारी के कारण इसम अभतपव वि दखे ने को िमलेगी. वैसेभी लोग का शाकाहार अपनाने केृू ू
िलये कोरोना महामारी से पहले ही झान बढ़ने लगा था. लोबल रसच कं पनी इ सोस के कराये
गयेएकसव णके अनसारकोरोनामहामारीसेपहलेही63%भारतीयअपनेभोजनममांसाहारु
के थान पर शाकाहार को अपनाने लगे थे, अमरीका म डेढ़ करोड़ यि शाकाहारी बन चके थे.ु
दसवषपवनीदरलडक डेढ़ ितशतआबादीशाकाहारीथीजबिकवतमानमवहापांच ितशतँू
यि शाकाहारी ह. स िस गैलप मतगणना के अनसार इं लड म ित स ाह तीन हजार यिु ु
शाकाहारी बन रहे थे. वहा कोरोना से पहले प चीस लाख से अिधक यि शाकाहारी बन गए थे.ँ
बढ़ती बीमा रयां के कारण जीवन क कम होती ास ने इंसान को शाकाहार अपनाने के िलये
िववशिकयाऔरअबकोरोनामहामारीकाबड़ास ययहीहैिकशाकाहारएकउ नतजीवनशैली
है,िनरापदखानपानहै, व थजीवनकाआधारहै.नके वलबि जीवीबि कआम यि भीअबु
शाकाहारीजीवन णालीकोअिधकआधिनक, गितशीलऔरवै ािनकमाननेलगेहएवंअपनेु
आपको शाकाहारी कहने म गितशील यि होने का गव महसस करते ह. कोरोना ने तो उनकू
सोचकोऔरअिधकप करिदयाहै.ु
िव भरके डॉ टर ने कोरोनाके दौरमशाकाहारीभोजनकोहीउ म वा यके िलए
सव े माना है. फल-फल, स जी, िविभ न कार क दाल, बीज एवं दध से बने पदाथ आिद सेू ू
िमलकरबनाहआसतं िलतआहारभोजनमकोईभीजहरीलेत वनह पैदाकरताएवंकोरोनाकेु
वायरससेलड़नेमस मबनाताहै.इसका मखकारणयहहैिकजबकोईजानवरमाराजाताहैु
ि य नेही वजन,
यह जानना िचकर होगा िक वष के
365 िदवस म से अिधकांश अतं रा ीय
िदवस के प म उ सिवत होते ह.
आव यकनह िकदिनयाकाहरदशे इ हँु
मनाए. हमारे दशे म भी सभी िदवस मनाए
नह जाते. िक त वैि क समदाय कोु ु
िवषयिवशेषके ितजाग ककरनेमइन
िदवस क मह वपणभिमकाहै.ू ू
3 जन को व ड बाइिसकल िदवसू
था. यह प रवहन का ै व सगम साधनु
है,िजसका य सबं धं हमारे वा यव
पयावरणसे है.भौितकताक चकाच धम
हम बाइिसकल को आज भला बैठे ह.ु
िक त वह िदन दर नह जब िव कु ू
अिधकांश आबादी िदन ितिदन बढ़ रहे
दषण के कारण अ व थ होकरू
बाइिसकल को थानीय प रवहन के प
म अपनाएगी. बाइिसकल सामािजक
ित ा का तीक बने, हेत िनयोिजतु
यासकरनेह गे.
य क आ ातमकता से पीिड़तु
अबोध बालक के शारी रक, मानिसक
तथा भावना मक शौषण के िव
आवाज़ उठाने व उनके अिधकार को
सरं ि त करने हेत 4 जन का िदवसु ू
मह वपण है. य और आतंकवाद सेू ु
पोिषत हो रहा िव , या इन पीिड़त
बालक के आ द को कभी सनेगा?ु
बालक हमारे ह या आपके , सभी को
सवं ेदनाएचािहए.ँ
शाकाहार है कोरोना मि काु
सश आधार - लिलत गग
वत लेखक, तभकार, प कार एव समाजसवे क.ं ं ं
सपादक ‘सम सखी प रवार’ पि का, ‘उदय इिडया’ रा ीय अ जे ी सा ािहक,ं ं ंृ ु
अितिथ सपादक-‘यवा ि ’. देशभर के मख िह दी -अ जे ी समाचार प के आपं ंु ु
िनयिमत लेखक, तभकार है.ं
2. Hindi bi-weekly issue 9th June 2020
तो वह मत-पदाथ बनता है. यह बात स जी के साथ लाग नह होती.ृ ू
यिद िकसी स जी को आधा काट िदया जाए और आधा काटकर
जमीनमगाड़िदयाजाएतोवहपनःस जीके पेड़के पमउ प नु
हो जाएगी, य िक वह एक जीिवत पदाथ है. लेिकन यह बात एक
भेड़,मेमनेयामरगेके िलएनह कहीजासकती.ु
अ य िविश खोज के ारा यह भी पता चला है िक जब
िकसी जानवर को मारा जाता है तब वह इतना भयभीत हो जाता है
िक भय से उ प न जहरीले त व उसके सारे शरीर म फै ल जाते ह
और वे जहरीले त व मांसके पमउन यि य के शरीर म पहचतेँ
ह, जो उ ह खाते ह और ऐसे लोग कोरोना के भय से अिधक त
होते ह, उनक रोग ितरोधक मता कमजोर होती है. हमारा शरीर
उन जहरीले त व को पणतया िनकालने म साम यवान नह ह.ू
नतीजायहहोताहैिकउ चर चाप,िदलवगरदेआिदक बीमारीु
मांसाहा रय को ज दी आ ांत करती है. इसिलए
कोरोना महामारी पर िनयं ण पाने के िलये यह
िनतांत आव यक है िक वा य क ि से हम
पणतयाशाकाहारीरह. कितनेमन यको वभावृ ुू
से ही शाकाहारी बनाया है. कोई भी मजीवी
मांसाहार नह करता, चाहे वह घोड़ा हो या ऊट, बैलँ
हो या हाथी. िफर मन य ही अपने वभाव के िवपरीतु
मांसाहार कर ससं ार भर क बीमा रयां, िवकितयां एवं कोरोनाृ
महामारीकोपनपनेकाखतरा य मोललेरहाहै?
मयामी यिनविसटी म दशनशा के ोफे सर एवंू
‘िफलॉ फरएडं दव फ’और‘एिनम सलाइकअस’जैसीप तकु ु
के लेखक माक रौलडस चेतना और पश अिधकार सबं धं ी अपने् ु
शोध के मा यम से दिनया को चेताया है िक मांसाहार कोरोनाु
महामारी से भी अिधक बरेनतीजे ला सकता है. वे कहते है िक "मझेु ु
लगता है, लोग को समझाने क ज रत है िक मांसाहार से उ ह ने
अपना िकतना नकसान कर िलया है. यह न के वल दय सबं धं ीु
बीमा रयां, कसर, डायिबटीज और मोटापा बढ़ा रहा है बि क
पयावरणसबं धं ीकईसम याएंभीपैदाकररहाहै,िज हहममहससू
कर रहे ह" मांसाहार के कारण बड़े पैमाने पर जगं ल काटे जा रहे ह
औरप वीके िलएएकबड़ासकं टखड़ाहोरहाहै.ृ
मांसाहार से तामसी वितयां पैदा होती ह जो इंसान को रृ ू
औरिहसं कबनाताहै,उसके शरीरक रोग-िनरोधक मताकोकम
कर उसे कोरोना महारोग, र चाप तथा दय रोग जैसी दसा यु
बीमारी से त करता है, उसके ास और पसीने को दगण यु ुु
बनाता है. उसके मन म काम, ोध और माद जैसे दगण उ प नुु
करता है। कहा भी है जैसा खाए अ न, वैसा होए मन. मांसाहार के
िलए कटने वाले ाणी क आखं म जो भय और ास होता है, वह
उसके र मिमलकरसािमषभोजीक धमिनय तकपहचं ताहैऔर
उसे भी बनाता है, र एवं आतंक बनता है. उसके आ मबल काू
ासकरताहै.
आजिव मकोरोनामहामारीसबसे बड़ीसम याहै,चार
ओरइसमहारोगके सं मणके बादलउमड़रहेह.उ हयिदरोकाजा
सकता ह तो के वल मन य के वभाव को सयं म औरु
शाकाहार क ओर व करने से ही. िपछले कछृ ु
साल मजबसेनएशोध नेयहसािबतकरिदया
िक शाकाहार इंसान के िलए मांसाहार से अिधक
सरि त और िनरापद है तब से पि मी दशे मु
शाकाहा रय क एकबड़ीतादाददखे नेमआरहीहै.
इतनाहीनह लोग कोयहभीसमझमबखबीआनेलगाू
हैिकमांसाहारमहजबीमा रय क वजहनह हैबि क व थजीवन,
शांित,पयावरण,किष,नैितकताऔरमानव-म य के िवपरीतहै.यहृ ू
अथ यव था के िलए भी नकारा मक है. पि म म शाकाहारी होना
आधिनकता पयाय बन गया है. कोरोना महामारी के िखलाफ िजनु
चीज कोआधारभतमानाजारहाहै,उनमशाकाहारसबसे मखहै.ू ु
आएिदनलोगखदकोशाकाहारीघोिषतकरइसनएचलनके अगवाु ु
बताने म गव अनभव करते दखे े जा सकते ह. पि मी दशन कु
िवचारधारा, जो कभी मांसाहार को सबसे मफ द मानती थी वहीु
दशन क धारा अब शाकाहार क ओर ख करने लगी है. यह कई
नज रए से शाकाहार के हक म एवं कोरोना मि क िदशा म एकु
अ छासकं े तकहाजानाचािहए.
प रवार से बड़ा कोई धन नह होता. अ तरा ीय व ा एवं
िवचारक ीराहलकपरनेकहािकप रवारएवं र तेदार क मजबतीू ू
मसभी सद य के सकारा मकभाव काहोनाज री
है. आपने िव ान और यि के मन क आ था व
हसं ने-हसं ानेतथाम कराहटक कलापरभीिव तारु ु
सेचचाक . इसअवसरपरफे सबकलाइविलंकएकु
बार कछ ण के िलए अव हआ. उस पर कपर नेु ू
कनेि टिवटीसेजड़ेसवं ादकोिव ततकरतेहएकहा,ु ृ
िक आज प रवार म भी यही ि थित ह. पा रवा रक
र तोमदरार,द रयांबढ़नावअसवं ादसेजोिवघटनबढ़रहाहै,इसकाू
एहसास हम होना चािहए. उ ह ने हर प रि थित म सवं ाद के ज रए
सकारा मक ि कोण से समाधान िनकालने व
पर पर सम वय बनाए रखने क ेरणादाई सलाह
दी. आदश पापड़ एवं जैनम सं था ारा ायोिजत
वेिबनार का आयोजन बीजेएस कनाटक भारी
ओम काश लनावत और सचालन बीजेएसंू
कनाटक रा या य िदनशे पालरचे ा ने िकया.
बीजएे स कनाटक फे सबक लाइव पजे पर 7 जन को हआ वबे ीनार आयोजनु ू
यि क सफलता म प रवार क होती है मह वपण भिमका-राहल कपरू ू ू
3. Hindi bi-weekly issue 9th June 2020
20 अ ैल से आज तक कल 42 ऑनलाइन कायशालाएंु
आयोिजतहईह.सवािधकतिमलनाडरा य12,म य देश-ई टु
7, कनाटक 7, म य देश-वे ट 4, गजरात 4, राज थान 4,ु
छ ीसगढ़, महारा और िद ली येक रा य म आयोिजत हई.
कल545बेिटय कास मीकरणिकयागया.ु
लड़िकय वउनके अिभभावक के ितभाव
“म िसधं क मां ह. मेरी 12 वष य बेटी नेँु
बीजेएस क माट गल कायशाला म भाग
िलया.मेरीप ीवैसेतोअतं मखीहैिकं तउसनेु ु ु
कायशालाके थमिदनक बातआ मिव ास
के साथ बताई. मने उसम आ मिव ास भरा
हआ पाया. उसे वयं को खोजने का अवसर
इसकायशालासेिमलाहै.जीवनमप रवतनलाने वालीकायशालासे
मेरी प ी और म एक दसरे के काफ नजदीक आये ह.”ु ू
- ितभािसधरा,बगलोरं ु
“मेडम,बीजेएसके जीवनप रवतनके स के
िलए ध यवाद. माट गल कायशाला म अक पनीय
सजना मक व िवचार िवमश आधा रत स से मेरे
जीवनम अथपणप रवतनआयाहै.”ू
-उव शाजैन,इंदौर
“आपका बहत बहत ध यवाद. मेरी बेटी
िदया से मेरी नजदीिकयां बढ़ाने म आपने
मदद क . म काफ िदन से बेटी को लेकर
िचिं तत थी. ध यवाद मेडम, ध यवाद
बीजेएस”
-अवनीमडेका,राजकोट
किठन प रि थितय म भी यवतीु
स मीकरण अिभयान गित क राह पर
ठहरो मानव! डॉ िदलीप ध ग, चे नई
छ ीसगढ़, महारा एवं म य दशे ारा आयोिजत
वेिबनर ममैनेजमटग ीराके शजीजैन खरनेिदयेमंु
िदनांक 6 जन 2020 शिनवार को छ ीसगढ़ रा य के रायपर,ू ू
राजनदगाव,दग िवभाग से 56,िदनांक 7 जन 2020 रिववारं ु ू
कोमहारा के मराठवाडािवभागबीड,जालना,औरगाबाद े सें
93 एवं िदनांक 8 जन 2020 रिववार को म य दशे के िनमाडू
िवभाग खाडवा, खरगोन े से 83 यवसाईय ने इन वेिबनर मं
सहभािगताक .
यवसाईय के सम
लॉकडाउन के बाद क
दिवधाओं तथा चनौितय का सामना करने हेत नई योजना,ु ुु
नई सोच, नया माइंडसेट व वयं क मताओंक परख तथा बेहतर
ाहकसिवधाओंआिदपरमागदशनिकया.ु
ी पकज चोपड़ा - छ ीसगढ़, िवनय पारख - महारां
एव िदलीप दोषी - म य देश क इन वेिबनर के आयोजन म म यं ु
भिमकारही.ू
कोरोनानेप रवतनक ऐसीहवाचलाई।
जीवनजीनेक िजसनेनईिदशािदखाई।।
बाहरक भल-भलैयामखदकोभलाथामानव।ू ु ु ु
तबअचानकआधमकाकोरोनाकाअ यदानव।
सहमीमानवता,ठहरीदिनया,िव ानचिकत।ु
महाशि य कोभीइसनेदादािगरीभलाई।ु
कोरोनानेप रवतनक ऐसीहवाचलाई।।
मानवतापरदखे महासकं टभारतनेलीअगं ड़ाई।
दीपजलाकर,शखं बजाकर एकजटतादशाई।ु
भारतीयसमाजक हैस ढ़प रवारइकाई।ु
भटक मानवताकोभारतनेसदऱाहिदखाई।्
कोरोनानेप रवतनक ऐसीहवाचलाई।।
फसतनापलभरक ,सबअ त- य तथेयहावहा।ँ ँु
मिखयाक सार-सभं ालकहां,अपन सेअपनीबातकहा।ँु
मांक मिहमा,िपताकागौरव,ब च क िकलकारी।
घर पीमंिदरमखिशय क बजतीशहनाई।ु
कोरोनानेप रवतनक ऐसीहवाचलाई।।
कछभलचके थेमयादा,सेवासिचतासयं मआिद।ु ू ु ु
झेलरहेथेक अकथ,त णा,तनावआिद- यािध।ृ
बोली कितठहरोमानव!छोड़ोइ छाएअतं हीन,ृ ँ
सबकोअिहसं ाअप र हक उजलीराहिदखाई।
कोरोनानेप रवतनक ऐसीहवाचलाई।।
िछनगईलाख क रोजीतोमानवताशरमाई।
ध यकमवीर!ध यभामाशाह!उ हराहतपहचं ाई।
अधीरहोजब म-साधकनेडगभरेतो,
िसयासतगरमाई,िवकासक िवडंबनाबताई।
कोरोनानेप रवतनक ऐसीहवाचलाई।।
BUSINESS
DEVELOPMENT
PROGRAM
B
D P
लॉक डाउन के बाद िबसनसे बढ़ाने कै से बढ़ाएं
4. Hindi bi-weekly issue
News corner
48Total Cities
227Total Vans
15,768Patients referred to Hospital
1,287,326Patients Treated
(BJS) Mobile Dispensary SEVA as of today
9th June 2020
BJS मोबाईल िड पसरी सवे ा, गजरातु
अहमदाबाद सीमा से लगे हए बोपल व घमाु
नगरपािलका े हेत8जनको ातःJITOु ू
अहमदाबाद चे टर, राज थान जैन िम
प रषद व भारतीय जैन सघटना के सयंं ु
उप म म ी पी आर काक रया वं
ीबाबलालजीकवाड़प रवार ायोिजत"डॉ टरआपके घर ार"ु
मोबाईलिड पसरीसेवाकाशभारभं हआ.ु
शभारभं समारोहम ीभपे भाईपटेल-MLA, िजिगशाबेनशाह वु ु
ीिवनोदभाईपटेल-अ य -बोपाल/घमानगरपािलका,ू
ी दशनभाई- नगरपािलका काउ सलर, सव ी िजत चोपड़ा,ु
राजकमार काक रया, स जन चोपड़ा सभी - R J M P ,ंु
ी िजिगश शाह - President JITO अहमदाबाद चे टर,
ीअजयभाई -PresidentCREDAI,डॉभा येशभाईउपि थत
रहे.सेवादोमोबाईल वैनसे ारभं क गईहैिजसकासचं ालनव गित
िनरी ण ीसमिकतशाहकरगे.
सजलाम सफलामु ु
बीजेएस एवं कनाटक सरकार के सयं उप म मु
यादिगर िजले को जल पया बनाने के गत वष से चल रहे
अिभयान म खदाई काय का इस वष ीगणेश 18 मई से हआ.ु
िजले के िविभ न थल म ि थत 7 तलाबो म वषा का जल
पहाड़ी े से लाने क इस योजना म नाल का िनमाण व
गहरीकरणकाकाय गितपरहै.इसके पणहोनेपरतालाब कू
3 हज़ार करोड़ लीटर जल स हण मता बढ़ेगी. बीजेएसं
यादिगरिजले के पदािधकारीएवंकायकतासव ीराजेशजैन,
िदनशे जैन, सोम जैन, अिजत जैन, भरत भानशाली आिदू ु
िनयिमत पसेपयवे णव गितकाम यांकनकररहेह.ू
िदए िलक कों
ि लक करे
https://youtu.be/bJHA64XiBpw Mobile Dispensary SEVA
on ground session