3. विषय सूची
पृष्ठ संख्या
प्रमाण पत्र 4
प्रस्तािना 5
रूप रेखा ि ससद्ांत 6
आिश्यक सामग्री 7
बनाने की विध् 8
स्वास््य के लाभ 9
पोषण और स्वास््य संबंधी जानकारी 11
अततररक्त जानकारी 12
सन्दर्भ 13
आर्ार 14
4. प्रमाणपत्र
प्रमाणणत ककया जाता है कक ____________
अनुक्रमांक _________ कक्षा 12 विज्ञान, ने
इस पररयोजना कायभ को अपने अध्यापक
डॉ० ए० के ० गुप्ता के तनदेशन में स्ियं पूणभ
ककया है. इस पररयोजना कायभ हेतु इन्होंने
लगर्ग 48 घंटे कायभ ककया है.
पररयोजना में िणणभत सर्ी आंकड़ों को इन्होंने
स्ियं अपने प्रयोगात्मक कायभ दिारा प्राप्त
ककया है.
ह० विषय अध्यापक _________
नाम डॉ० ए० के ० गुप्ता
5. प्रस्तािना
मनुष्य के र्ोजन में दू् ही एक ऐसा र्ोजन
माना जाता है जजसको आहार शाजस्त्रयों ने पूणभ
र्ोजन (कम्पलीट फू ड) बताया है
पुस्तकों आदद से प्राप्त जानकारी के अनुसार
सोया दुग्् बाज़ार में उपलब्् गाय र्ैंस आदद
के दुग्् से काफी सस्ता है
सोया दुग्् में विटासमन ि प्रोटीन प्रचुर मात्रा
में होते हैं
सोया दुग्् से दही, चाय, कॉफ़ी, सोया पनीर
(टोफू ) बड़े आराम से बनाया जा सकता है
यदद थोड़ी सी मेहनत करें तो यह बाज़ार में
उपलब्् दुग्् का काफी सस्ता विकल्प है जजसे
कारण आधथभक रूप से वपछडे पररिार र्ी
विटासमन ि प्रोटीन के एक स्रोत की तरह
इसका प्रयोग कर सकते हैं
घर में बना होने के कारण इसमें समलािट का
कोई खतरा नहीं होता
इन्हीं तथ्यों को परखने हेतु इस पररयोजना
कायभ का चुनाि ककया गया
6. रूप रेखा ि ससद्ांत
सोया दूध, यह सोयाबीन से बना एक पेय है। ये
तेल, पानी और प्रोटीन का एक जस्थर पायस है, जो
सूखे सोयाबीन को सर्गो कर पानी के साथ पीस कर
बनाया जाता है। सोया दू् में लगर्ग उसी अनुपात
में प्रोटीन होता है जैसा कक गाय के दू् में: लगर्ग
3.5%, साथ ही 2% िसा, 2.9% काबोहाइड्रेट और
0.5% राख. सोया दू् घर पर ही पारंपररक रसोई के
उपकरणों या सोया दू् मशीन से बनाया जा सकता
है।
सोया दू् के जमे हुए प्रोटीन से टोफू बनाया जा
सकता है, जैसे डेयरी दू् से पनीर बनाया जा सकता
है।
र्ारत में सोया मूलतः 1935 में महात्मा गां्ी दिारा
व्यिहार में लाया गया था। आजकल, यह व्यापक
रूप से टेट्रापैक में विसर्न्न ब्ांडों के दिारा बेचा जा
रहा है।
7. आिश्यक सामग्री
आिश्यक सामग्री :(एक लीटर दू् के सलए)
125 ग्राम सोयाबीन
पीने योग्य जल (आिश्यकता अनुसार)
लगर्ग दो लीटर आयतन के दो र्गोने
छानने हेतु सूती कपडा (30x30 सेंटीमीटर)
एक माध्यम आकार का चमचा
एक छोटा चम्मच
पीसने हेतु समक्सर ग्राइंडर
गैस चूल्हा आदद
8. बनाने की विध्
सोयाबीन को दस घंटे के सलए कमरे के
तापमान पर सर्गोया
बड़े र्गोने में पानी उबाला और इसमें
सोयाबीन को पांच समनट के सलए ढँक कर
रखा (इससे तछलका आसानी से उतर जाता
है)
सोयाबीन को हाथों से मसल कर तछलका
उतारा
200 समली लीटर पानी के साथ ग्राइंडर में
सोयाबीन का बारीक पेस्ट बनाया
इसमें 900 समली लीटर पानी समला कर
उबलने रख ददया
उबाल आने पर बनने िाले झाग को
चम्मच दिारा हटाते गए
उबले हुए दू् को छाना
इस प्रकार एक लीटर सोया दू् प्राप्त हुआ
9. स्वास््य के लाभ
सोया दू् में गाय के दू् की मात्रा जजतना
ही प्रोटीन होता है (हालांकक अमीनो अम्ल
प्रोफाइल एक जैसा नहीं होता). प्राकृ ततक
सोया दू् में थोड़ा सुपाच्य कै जल्शयम होता
है, जो बीन के गूदे के कारण स्िार्ाविक
है, जो कक मनुष्यों में अघुलनशील है।
दू् गाय के विपरीत इसमें बहुत कम
संतृप्त िसा है और कोलेस्ट्रॉल नहीं है।
सोया उत्पादों में सुक्रोस, मूल डाईसेक्राइड
की तरह होते हैं, जो ग्लूकोस और फ्र्कटोस
में विर्क्त हो जाते हैं। क्योंकक सोया में
ग्लैक्टोस, जो लैक्टोज के टूटने से बनता
है, नहीं होता है, अतः सोया आ्ाररत
सशशु फामूभले, ग्लाक्टोसीसमया से पीडड़त
बच्चों के सलए माँ के दू् का सुरक्षक्षत
विकल्प हो सकते हैं।
10. स्वास््य के लाभ
सोया दू् गाय के दू् के सलए एक
स्िस्थ विकल्प के रूप में तनम्न कारणों से
प्रोत्सादहत ककया जा सकता हैं:
लेससधथन और विटासमन ई का स्रोत
कै सीन की कमी
यह लैक्टोस असदहष्णुता या दू् से एलजी
िाले लोगों के सलए सुरक्षक्षत है
गाय के दू् से बहुत कम संतृप्त िसा
होता है।
इसमें आइसोफे िंस नाम के काबभतनक
रसायन होते हैं, जो संर्ितः स्िास्थ्य के
सलए फायदेमंद हो सकते हैं।
11. पोषण और स्वास््य संबंधी जानकारी
सा्ारण सोया दू् के 250 एमएल में पोषक तत्ि:
12. अततररक्त जानकारी
सोयाबीन के दू् में एक हल्की विसशष्ट
गं् होती है, इसे दूर करने के सलए पीसने
से पहले सोयाबीन के तछलके हटा देना
चादहए तथा उबालते समय दो साबुत छोटी
इलायची र्ी डाल सकते हैं
सोयाबीन के दू् से दही तथा पनीर र्ी
ठीक उसी प्रकार बन जाता है जैसे
सामान्य दू् से बनता है
सोयाबीन से बने पनीर को टोफू कहते हैं
र्ारत में सबसे पहले सोयाबीन के दू् का
प्रयोग महात्मा गाँ्ी ने ककया था
चीन और अमेररका जैसे देशों में सोयाबीन
के दू् की अनेकों फजक्ट्रयां हैं
14. आर्ार
इस प्रोजेक्ट कायभ को पूणभ करने के सलए
जजन्होंने मुझे सहयोग ककया उनका आर्ार
व्यक्त ककये बबना ये प्रोजेक्ट आ्ूरा ही
रहेगा I
मेरी माताजी ि बहन
मेरे गुरूजी
मेरे समत्र ..... और
मेरे वपताजी