Unlocking the Power of ChatGPT and AI in Testing - A Real-World Look, present...
9. संसाधन एवं उनका पारस्परिक निर्भरता -Final.pptx
1. संसाधन एवं उनका पारस्पररक
ननर्भरता
•ग्रामीण आजीविका विम्न प्राक
ृ विक संसाधि ं पर विर्भर ह िी है
और साथ ही ये सर्ी संसाधि एक दू सरे पर र्ी विर्भर ह िे हैं:
जल ,जंगल, ज़मीि (वमटटी) , हिा , सूरज की र शिी और जाििर
आवद
•ये संसाधि आपस में प्राक
ृ विक संिुलि बिाए रखिे हैं
•ल ग, उिक
े जीिि और आजीविका क
े वलए, इि प्राक
ृ विक
संसाधि ं का उपय ग करिे हैं
•उपय ग क
े साथ-साथ प्राक
ृ विक संसाधि ं का उविि प्रबंधि की
आिश्यकिा है- िावक प्राक
ृ विक संिुलि बिा रहे
2. जीिि क
े वलए जलिक्र का महत्त्व
जलिक्र क वियवमि एिं बरक़रार रखिे में प्राक
ृ विक संसाधि ं
की सहर्ावगिा
जलचक्र व प्राक
ृ नतक संसाधन ं की सहर्ानिता
3. जल व ज़मीन की आज की स्थिनत
प्रनतर्ानिय ं से पूछें नक प्राक
ृ नतक ससाधन ं की वतभमान स्थिनत क
ै सी है और आज से 20 साल पहले
क
ै सी िी?
4. झारखंड में हाल का िर्ाभपाि(वमवम में)
वर्भ तुलना अवनध सामान्य वास्तनवक
2007 अप्रैल से वसिंबर 1134 1286
2008 अप्रैल से वसिंबर 1134 1132
2009 अप्रैल से वसिंबर 1134 845
2010 अप्रैल से वसिंबर 1134 644
2011 अप्रैल से वसिंबर 1134 1312
2012 अप्रैल से वसिंबर 1134 919
2013 अप्रैल से वसिंबर 1134 821
2014 अप्रैल से जूि 1035 821
2015 अप्रैल से अक्तूबर 1175 968
2016 जूि से वसिंबर 1028 1036
2017 जूि से वसिंबर 1028 896
2018 जूि से वसिंबर 1028 742
2007 से 2018 प्रवि िर्भ औसिि िर्ाभपाि में वगरािट
6. एक प्रिीकात्मक पठारी र्ूर्ाग
टांड या टंडी (वबिा मेढ़ क
े बड़े-बड़े
र्ूर्ाग) मध्यम ज़मीि (बैद या मध्यम
िगीय ज़मीि (मेढ़ क
े साथ)
िीिली ज़मीि
पािी का िाला
7. िेज िर्ाभ में अवधकांश पािी का बह जािा (लगर्ग 1200-1400 mm िर्ाभ जल उपरी सिह से
ह कर ऊपर से िीिे की ओर बहिी है l
ACZ-VII (सम्पूर्भ
झारखण्ड)
8.
9. िेज िर्ाभ से जमीि की ऊपरी वमटटी का कटाि (Soil Erosion)
िर्ाभ जल घूणभि गवि करिे हुए वमटटी की उपरी सिह (Top Soil) क बहाकर अपिे साथ ले जािी है l
10. नमटटी कटाव का प्रर्ाव…….
• वमट्टी की उपरी सिह में पौध ं क
े अंक
ु रण क
े वलए
आिश्यक प र्क ित्व ह िे हैं ज घुलकर बह जािे हैं.
• िर्ाभ क
े िुरंि बाद र्ी उपरी जमीि में िमीं एिं पािी की
कमी ह िे लगिी है.
• वमटटी में जैविक काबभि की कमी ह जािी है.
• प्राक
ृ विक संसाधि ं की स्थथवि में सुधार क
ै से ह सकिा है
(ििाभ करें)?
11. Why should we focus?
• Jharkhand has abundant upland terrain (60%)
• Annual average rainfall is sufficient (around 900-1300
mm) to grow any crop but still we face drought almost
every alternative year!
• Only 11% of cultivable land comes under irrigation
• Area of Cultivable land - 38 lakh hectares but Net
Sown Area - 18.04 lakh hectares only.
• The irony of Jharkhand: Farmers have lands but majority
of its are fallow uplands; No top-soil, high run-off, poor
water retention capacity and it is hard to plough even in
monsoon!
12. इसे क
ै से बदल सकते है….?
• वमटटी की िमी बढ़ािे क
े वलए
– िर्ाभजल क
े िेज बहाि क र क कर उसे वमट्टी क
े अन्दर
अिश वर्ि ह िे क
े वलए बाध्य कर सकिे हैं, इससे वमट्टी
का कटाि रुक
े गा और िमी में र्ी िृस्ि ह गी l
• वमटटी में जैविक काबभि की मात्रा में िृस्ि से
– वमटटी में जल एिं िायु धारण क्षमिा में िृस्ि
– जीिाणुओं की सवक्रयिा में िृस्ि
13. वमटटी की सिह पर जल का बहाि में बाधा डालक
े ही
यह संर्ि है................
14. वमटटी की सिह पर जल का बहाि में
बाधा डालिे क
े वलए
टांड़ ि उपरी जमीि में वकए जािे िाले
कायभ
उपरी जमीि में ढलाि ज्यादा ह िे क
े कारण िर्ाभजल की गवि िेज ह िी है, इसवलए बाधा
देिे क
े वलए गड्ढा करक
े ही इसे र का जा सकिा है | वसर्
भ मेढ़ लम्बे समय िक िहीं वटक
पािी है |
15. 8% की कम ढलानवाले
जमीन में TCB, 30x 40
मॉडल का ननमाभर् एवं
साि में वृक्षार पर् नकया
जा सकता है
18. 25% से 10% ढलान वाले जमीन क
े नलए 10% से कम ढलान वाले जमीन क
े नलए
असमान खांचा / स्टैिडभ टरेंच सम च्च खाई / क
ं टू र टरेंच
एक ही सम च्च रेखा* में 6 र्ीट क
े अंिराल में टरेंि/
गड्ढा ख दक
े पािी क र का जा सकिा है | एक एक
टरेंि का आकार 6 र्ीट लम्बा, 2 र्ीट िौड़ा एिं 2
र्ीट गहरा ह िा है | इि टरेन् ं क क
ु छ क
ु छ दुरी में
बिाया जािा है इसवलए इसे स्टैगडभ टरेंि कहिे है |
एक ही सम च्च रेखा में लगािार टरेंि/ गड्ढा ख द क
े
र्ी पािी क र का जा सकिा है | एक टरेंि 35 र्ीट
लम्बा, 3.5 र्ीट िौड़ा एिं 3.5 र्ीट गहरा ह िा है
| द क
ं टू र टरेन् ं की बीि की दुरी 3.5 र्ीट रखिा
है | इसे एक ही सम च्च रेखा में लगािार करिे है
इसवलए इसे क
ं टू र टरेंि कहिे है |
एक सम च्च रेखा से 13 र्ीट दुरी िाली दुसरे
सम च्च रेखा में ऐसे ही स्टैगडभ टरेंि बिािा है | यह
ध्याि रखिा है की उपर की रेखा क
े द टरेन् क
े बीि
में ही िीिे रेखा क
े टरेंि ह िा िावहए |
एक सम च्च रेखा से 100 र्ीट दुरी िाली दुसरे
सम च्च रेखा में ऐसे ही टरेंि बिािा है |
अगर स्टैगडभ टरेंि या क
ं टू र टरेंि क
े प्लाविंग क
े समय िे र्ूर्ाग में क ई िर्ाभजल बहाि की िाली पड़ जाये
ि उस (िाली बराबर) जगह क छ ड़ देिा ह गा |
खुदाई क
े समय विकली हुई वमटटी क पािी बहाि क
े उलटी वदशा में ही डालिा ह गा |
टरेन् ं क सुरवक्षि रखिे क
े वलए जंिली पौध ं का र पाई करिा जरुरी है |
(* सम च्च रेखा / क
ं टू र लाईि – क ई र्ी र्ूर्ाग में समुद्र िल से एकही उंिाई िाले वबन्दुओं क अगर क ई रेखा से ज ड़ा जाये, ि ज
रेखा बििी है उसे सम च्च रेखा / क
ं टू र रेखा ब लिे है )
23. िाले क
े बहाि की ढलाि 20% से कम
लुज़ ब ल्डर चेक डैम (LBCD)
• पहाड़ से विकली हुई िालीओं में पत्थर का बांध जगह जगह पर देकर
बरसािी पािी की गवि क धीमा कर सकिे है | इससे वमटटी कटाि
रूकिी है एिं बलुिाही वमटटी क जमीि िक आिे से र का जा सकिा है |
• िाली की िौड़ाई क देखिे हुए डैम की लम्बाई, िाली की उस जगह पे
पािी की बहाि एिं ढलाि क देखिे हुए ऊ
ं िाई, ऊपर की िौड़ाई एिं
िीिे की िौड़ाई क िय करिा है | डैम की ढलाि पािी क
े बहाि क
े
विपरीि ढलाि (U/s slope) में 1:1 एिं अिुक
ू ल ढलाि (D/s slope) में 1:3
रखिा है |
24. औसिि 5 % की ढालू िाली में
िली प्लानिंि
• पािी की अविररक्त बहाि से कटिी हुई जमीि क बिािे क
े वलए पत्थर ं का बांध
कम दुरी में देकर वमटटी कटाि क र का जा सकिा है |
• पिला एिं कम ढलाि िाली िालीओं में सीररज में गली प्लावगंग वकया जािा है |
• 60 मीटर की लम्बी िाली में 3 गली प्लवगंग वदया जा सकिा है (प्रवि 20 मीटर की दुरी
पर), िाली की िौड़ाई क देखिे हुए लम्बाई, िाली की उस जगह पे पािी की बहाि
एिं ढलाि क देखिे हुए ऊ
ं िाई, ऊपर की िौड़ाई एिं िीिे की िौड़ाई क िय
करिा है | डैम की ढलाि पािी क
े बहाि क
े विपरीि में 1:1 एिं अिुक
ू ल ढाल 3:1
रखिा है|
26. Design Principles of 30 X 40 model
8 %
slope
Rainfall
1200
mm
Medium crop
coverage
< HI
(30’)
<VI
(40’)
7’
7’
1 plot= 30’x40’= 1200
Sqft.
27. Design Principles contd….
• Volume of each pit (cft):
– Length of the plot L (feet)
– Width of Plot B (feet)
– Max. probable rainfall (R) in 1 hour
(i.e. 2”/12” feet)
= ½ X LBR
50% of the rainfall will be collected in the pit and rest will be
arrested by the obstacles (bunds)
29. ऊपरी जमीन ं में इन तरह की पररसंपनि बनाने से
आजीनवका पर क्या असर ह ता है ?
• जल बहाि की गवि क धीमा करिा, वमट्टी कटाि क र किा, वमट्टी की िमी
में िृवध | साथ ही साथ जमीि क
े िीिे की जलस्तर (sub-surface water) क
बढ़ािे में मदद करिी हैं |
• इस िरह की टरीटमेंट से िीिे (िौरा एिं दौि) की जमीि ं की िमी में िृवध
ह िा है, ज क ई र्ी र्सल की खेिी क सुविविि करिे में मददगार है |
• इि र्ूर्ाग ं में जंगली पौध की र पाई ह िी है वजिसे पररिार ं क 2-3 साल
क
े बाद से जलािि की लकड़ी वमलेगी एिं लम्बे समय क
े बाद एक्मुस्त
र्ायदा वमल सकिा है |
• िाल में बांध देिे से पािी का ठहराि ह िा है एिं वमट्टी का कटाि र किा है |
30. वमटटी की सिह पर जल का बहाि में
बाधा डालिे क
े वलए “िौरा” एिं “दौि”
जमीि में वकए जािे िाले कायभ
िौरा या दौि जमीि में पािी की बहाि अवधक िही रहिी है | इि र्ूर्ाग ं में पािी क
र किे क
े वलए वमटटी की बांध एिं पािी क पकड़िे क
े वलए जगह- जगह में गड्ढ की
आिश्यकिा है |
34. आजीनवका पर इसका असर
• मेंढ़बन्दी करिे से अविररक्त िर्ाभ से ह िे िाली जमीि की
वमट्टी कटाि रूकिी है | इससे खेि में पािी क र का जा
सकिा है | खेि क
े िमी में बढ िरी से र्सल ं की पैदािार
सुविविि ह िा है |
• मुख्यिः धाि की खेिी में सुधार संर्ि है |
• इस िरह की जमीि ं में सब्जी खेिी करक
े पररिार अपिी
आमदािी क बढ़ा सकिे हैं |
35. कच्चा नसंचाई नाला
• िर्ाभ क
े अविररक्त पािी क िालाब/अन्य मुख्य स्र ि से दुर
की खेिी ज़मीि िक ले जािे क
े वलए कच्चा/ वसंिाई िाला का
विमाभण ह सकिा है |
• जरुरि क
े अिुसार लम्बाई, गड्ढा क
े ऊपर की िौड़ाई 4
र्ीट, गहराई 3 र्ीट एिं िीिे की िौड़ाई 3 र्ीट रखिा है,
साथ ही वमट्टी क िाला क
े द ि ं िरर् डालिा है |
36. आजीनवका पर इसका असर
• इस िरह क
े साधि बिािे से बंजर जमीि क वसंविि
जमीि में पररिविभि वकया जा सकिा है |
• आिश्यकिा अिुसार र्सल ं में पटिि ह सकिा है एिं
खेिी में वसंिाई क सुविविि कर पररिार ं की खेिीबारी से
आय सुविविि ह िी है |
• मुख्यिः धाि की खेिी में सुधार संर्ि है |
• सब्जी खेिी करक
े पररिार अपिी आमदािी क बढ़ा
सकिे हैं |
38. एक प्रिीकात्मक पठारी र्ूर्ाग क
े मध्यम
िगीय ज़मीि की प्रवि खेि में ड र्ा का विमाभण
छ टे वपट/ड र्ा/प खर
ढलाि
39. 30 र्ीट X 30 र्ीट X 10 र्ीट की एक वपट 28400
घिर्ीट पािी पकड़ सकिे है
जमीि
की ढलाि
30’
30’
40. 30 र्ीट X 30 र्ीट X 10 र्ीट की एक वपट 5160 घिर्ीट
पािी पकड़ सकिे है
1:1 slope
लम्बाई
(ft)
चौड़ाई
(ft)
िहराई
(ft)
आयतन
(cft)
1st step 30 30 2 1800
2nd step 26 26 2 1352
3rd step 22 22 2 968
4th step 18 18 2 648
5th step 14 14 2 392
Total 5160
41. छ टे िालाब क
े विमाभण हेिु आकार
(लम्बाईXिौड़ाई) विधाभरण की आसाि उपाय
क्षेत्र : 30 डेसीमल
जमीि
का ढलाि
=120/5 = 24’
=130/4 = 32.5’
क
ु ल क्षेत्र की 5%
जमीि
130’
120’
42. िौरा एिं दौि जमीि (मध्यम िगीय ज़मीि) में छ टे िालाब/ड र्ा का विमाभण
43. प्रनत खेत ं में छ टे ड र्ा/प खर क
े ननमाभर् से
ग्रामीर् आजीनवका पर असर
• इस िरह क
े साधि क ज़मीि क
े एक ही पैि में ज्यादा से
ज्यादा बिािे से िर्ाभजल का संियि ह िा है एिं जमीि में
िमी क अवधक वदि ं िक बिाए रखा जा सकिा है |
• इि साधि ं का मुख्य उद्देश्य वियवमि िर्ाभ िहीं ह िे पर
धाि की र्सल क जरुरि अिुसार पटिि एिं धाि की
उत्पादि क सुविविि करिा है |
• इसमें मछली पालि एिं अल्प-कालीि सिजी खेिी र्ी एक
वर्न्न्य आजीविका का स्र ि ह सकिी है |
45. पािी र किे क
े वलए
विवमभि ड र्ा/प खर
ज़मीि क
े अन्दर
का पािी का
स्तर
ढलान
वमटटी कटाि में र क एिं िमी संरक्षण क
े वलए
उपरी ज़मीि का TCB/FB/30x40 मॉडल/LBCD
आवद से उपिार
46. ज़मीि क
े अन्दर
का पािी का
स्तर में िृस्ि
उपिार क
े पिाि् की स्थथवि - र्ूजल क
े स्तर में िृस्ि
ढलाि
47. इस िरह से बरसाि की पािी क र क कर जमीि की
िमी में िृवध ह सकिी है एिं जमीि क
े िीिे जलस्तर
में सुधार क
े साथ साथ आजीविका में आमूल पररििभि
संर्ि है |
48. जमीि क
े िमी में सुधार
एिं ििस्पिी की संख्या
में िृवध