Eating & Drinking in the Netherlands / नीदरलैण्ड का खान-पान
भारत में बौद्ध धर्म - देबोश्री बनर्जी
1. प्रदर्शन: भारत में बौद्ध धमश
देबोश्री बनर्जी, एस १६८४३३७
लायडन विश्िविद्यालय
०२ मई, २०१६
2. पररचय (१): सिद्धार्श, गौतम बुद्ध
• बौद्ध धमम: स्थापक
• र्जन्म: ५६३ ई. पू. नेपाल, लुम्बबनी
• बचपन का नाम: ससद्धाथम, कवपलिस्तु के
रार्जकु मार
• २९ िर्म: ससद्धाथम ने घर त्याग ददया
• ३५ िर्म: गया के ननकट एक बोधध के िृक्ष
के नीचे सत्य की प्राम्तत के सलए तपस्या
• ज्ञान प्राम्तत के बाद: ससद्धाथम बुद्ध
कहलाये
• चार प्रससद्ध दृश्य: रोगग्रस्त व्यम्तत, मृत
व्यम्तत, िृद्ध और सन्यासी
• ८० साल: मृत्यु, महापररननिमन
4. उद्गम (१): िसमतत
• प्रथम बौद्ध ससमनत, रार्जगृह, ४०० ई.पू.
• द्वितीय बौद्ध ससमनत, िैशाली, ३८७ ई.पू.
• तृतीय बौद्ध ससमनत, पाटसलपुत्र, २५० ई.पू.
• चौथा बौद्ध ससमनत, कश्मीर, सन ७२
• बुद्ध का उपदेश पली भार्ा में
• बुद्ध के मृत्यु के बाद उनकी मूनतम पूर्जा
• पूिम और दक्षक्षण पूिम एसशया में बौद्ध धमम
• बुद्धकी मुद्रयों में मूनतमयााँ
5. उद्गम (२) : मुद्रा
ध्यान मुद्रा
वितकम मुद्रा
धममचक्र
मुद्रा
अभय मुद्रा
और िरद
मुद्रा
6. उद्गम (३): र्ेरावाद और महायान
बोधधित्त्व
म्र्जन्होंने अपना ननिामण स्थधगत कर मानिता की
सेिा के सलए पुनः र्जन्म लेने का ननश्चय सलया है।
र्ेरावाद
१. बुद्ध या बोधधसत्त्िों की पूर्जा नहीीं करते
२. ननिामण मनुष्य को स्ियीं ढूाँढना होता है
महायान
१. बुद्ध और बोधधसत्त्िों की पूर्जा करते है
२. मनुष्य को ननिामण के मागम पर चलने में
बोधधसत्त्ि सहायता करते हैं
7. मुख्य सर्क्षाएं (१): चार आयश ियय
दुुःख दुुःख िमुदाय
दुुःख तनरोध
दुुःख तनरोध गासमनी प्रततप्रदा
11. तीर्श स्र्ान (२)
महाबोधधमंददर, बोधगया,
बबहार
िााँची स्तूप, मध्य प्रदेर्
धामेक स्तूप,
िारनार्, उत्तर
प्रदेर्
पररतनवाशण
स्तूप,
कु र्ीनगर,
उत्तर प्रदेर्
12. तीर्श स्र्ान (३): दलाई लामा, धमशर्ाला
• चौदहिी दलाई लामा
तेनम़्िन ग्यात्सो नतब्बत के
सिोच्च आध्याम्त्मक गुरु
हैं।
• दलाई लामा अिलोककतेश्िर
का रूप हैं र्जो करुणा के
बोधधसत्त्ि तथा नतब्बत के
सींरक्षक सींत हैं।
• उत्तरी भारत के धममशाला
में ननिास करते हैं।
13. ययौहार(१)
• बुद्धपूर्णशमा: अप्रैल/ मई, पूर्णममा के ददन
बुद्ध का र्जन्म और मृत्यु (पररननिामण)
ददिस
• लोिर: फरिरी/ माचम, नया साल
• माघ पूर्णशमा/ िंघ ददवि: माचम, पूर्णममा के
ददन, बुद्ध 1250 उच्च पुर्जारी को धमोपदेश
ददए थे
• उल्लाम्बना: अगस्त, नरक के मृत व्यम्तत
पृत्िी में अपने वप्रय र्जानो से समलने आते हैं