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अध्य 1
याक
ू ब आ जिलाक नवम पुत गाद। चरबाह आ
बलवान आदमी मुदा हदय सँ हतारा। श्क 25
घृणा क
े एकटा उलेलनीय पररभाषा अजि।
1 गादक जनयमक पजरजलजप, िे ओ अपन पुत सभ
क
ेँ अपन िीवनक सय पचीसम वष् मे
कहलजिन।
2 हे हमर सनान सभ, सुनू, हम याक
ू बक नवम
पुत िलहँ, आ हम भेँडाक पालन मे वीर िलहँ।
3 हम ओजहना राजर मे भेँडाक पहरा दैर िलहँ।
िलन कलन् जसंह, वा भेजडया, वा क्न् िंगली
िानवर झुंडक जवरु अबैर िल, हम ओकर
पािाँ-पािाँ चलैर िलहँ, आ ओकरा पिाजड क'
ओकर पैर हाि सँ पकजड क' लगभग पािर
फ
े क
ै र िलहँ, आ रेँ ओकरा मारर दैर िलहँ।
4 हमर भाय यूसुफ रीस जदन सँ बेसी समय धरर
हमरा सभक संग भेँडा क
ेँ प्सैर रहलाह, आ
ि्ट-ि्ट भेने ओ गम्क कारणेँ बीमार पजड
गेलाह।
5 ओ हेब्न मे हमरा सभक जपरा लग घुरर गेलाह
आ ओ हनका अपना लग मे सुरा देलजन, कारण
ओ हनका सँ बहर पेम करैर िलाह।
6 यूसुफ हमरा सभक जपरा क
ेँ कहलजिन िे
जिला आ जबलहाक बेटा सभ रबेन आ यहदाक
न् यायक जवरु भेँडा मे सँ नीक भेँडा क
ेँ मारर
कऽ ला रहल अजि।
7 ओ देललक िे हम भालूक मुँह सँ एकटा
मेमना ि्जड भालू क
ेँ मारर देलहँ। मुदा ओ मेमना
क
ेँ मारर देने िल, एजह बार सँ दुली भऽ गेल िल
िे ओ िीजवर नजह भ’ सकल आ हम सभ ओकरा
ला गेलहँ।
8 एजह जवषय मे हम यूसुफ पर रा धरर क्जधर
िलहँ िाबर धरर यूसुफ बेचल गेलाह।
9 हमरा मे घृणाक आर् मा िल, आ ने यूसुफक
जवषय मे कान सँ सुनब आ ने आँखल सँ देलब,
जकएक रँ ओ हमरा सभ क
ेँ मुँह सँ डाँजट देलजन िे
हम सभ यहदाक जबना भेँडा ला रहल िी।
10 ओ हमरा सभक जपरा क
ेँ िे जकिु कहलजिन,
ओ हनका पर जवश् वास कयलजन।
11 हम आब अपन जिन, हमर बचा सभ क
ेँ
सीकार करैर िी िे पाया हम ओकरा मारबाक
इचा करैर िलहँ, कारण हम ओकरा सँ हदय सँ
घृणा करैर िलहँ।
12 रहमे हम हनकासँ आर् घृणा करैर िलहँ,
हनकर सपना देलबाक कारणेँ। आ हम ओकरा
िीजवर ल्कक भूजम सँ 1 चाटय चाहैर िलहँ,
िेना बैल लेरक घास क
ेँ चाजट लैर अजि।
13 यहदा हनका इशाएल सभ क
ेँ गुप रप सँ
बेजच देलकजन।
14 एजह ररहेँ हमरा सभक पूव्ि सभक परमेश्
वर हनका हमरा सभक हाि सँ बचा लेलजन, िाजह
सँ हम सभ इसाएल मे बहर पैघ अधम् नजह
करी।
15 आब, हमर बचा सभ, धाजम्करा करबाक
लेल सतक वचन सभ सुनू, आ परमेश् वरक सभ
जनयम क
ेँ सुनू, आ घृणाक आर् मा सँ भटकब
नजह, जकएक रँ ई मनुष् य सभक सभ काि मे
अधलाह अजि।
16 िे जकिु मनुष्‍
य करैर अजि से घृणा करयवला
ओकरा घृणा करैर अजि। िँ क
े ओ पभु सँ
डेराइर अजि आ धाजम्करा मे पसर ह्इर अजि,
मुदा ओकरा सँ पेम नजह करैर अजि।
17 ओ सतक बदनामी करैर अजि, िे समृु
ह्इर अजि ओकरा सँ ईरा् करैर अजि, ओ दुष
बिजनहार क
ेँ सागर करैर अजि, ओ अहंकार सँ
पेम करैर अजि, जकएक रँ घृणा ओकर आता क
ेँ
आनर कऽ दैर अजि। िेना हमहँ रलन यूसुफ
जदस रकलहँ।
18 एजह लेल, हे घृजणर सनान सभ, सावधान रह,
जकएक रँ ई पभु परमेश् वरक जवरु सेह् अधम्
करैर अजि।
19 जकएक रँ ओ अपन-पड्सी सँ पेम करबाक
जवषय मे हनकर आजाक वचन नजह सुनर आ
परमेश् वरक जवरु पाप करैर अजि।
20 िँ क्न् भाय ठ्कर लाइर अजि रँ ओकरा
रुरन सभ ल्कक समक एकर पचार करऽ मे
हजष्र ह्इर िै क आ ओकरा पर नाय कयल
िाय आ ओकरा दंजडर कयल िाय आ ओकरा
मृतुदंड देल िाय।
21 िँ सेवक अजि रँ ओकरा माजलकक जवरु
उकसाबैर अजि आ ओकरा संग िे क्न् कषक
य्िना बनबैर अजि रँ ओकरा मारल िा सक
ै र
अजि।
22 जकएक रँ घृणा समर ल्कक जवरु सेह्
ईरा्क संग ईरा् करैर अजि, िाबर धरर ओ
हनका सभक सफलराक बार सुनैर अजि वा
देलैर अजि, ओ सजदलन कीण रहैर अजि।
23 जकएक रँ िजहना पेम मृर् यु क
ेँ सेह् िीजवर
कऽ दैर अजि आ मरबाक सिाय पाओल गेल
ल्क सभ क
ेँ वापस बिबैर अजि, रजहना घृणा
िीजवर ल्क सभ क
ेँ मारर दैर अजि आ िे सभ
नीच पाप क
े ने िल, ओकरा सभ क
ेँ िीबऽ नजह
देल िायर।
24 कारण, घृणाक आर् मा शैरानक संग
जमजलकय आर् माक िलबािीक दारा सभ काि
मे मनुष् यक मृतुक लेल काि करैर अजि। मुदा
पेमक आर् मा परमेश् वरक ववयिाक संग
जमजलकय मनुष् यक उुारक लेल दीघ् धैय् राखल
कऽ काि करैर अजि।
25 रेँ घृणा अधलाह अजि, जकएक रँ ओ सर् यक
जवर्ध मे झूठ बािबाक संग जनरंरररा दैर अजि।
ि्ट-ि्ट बार क
ेँ पैघ बना दैर अजि, आ इि्र
क
ेँ अनार बना दैर अजि, आ मधुर क
ेँ रीर कहैर
अजि, आ जनना जसलाबैर अजि, आ क्ध क
ेँ
प्जलर करैर अजि, आ युु, जहंसा आ सभ
ल्भ क
ेँ भडकबैर अजि। ई हदय क
ेँ बुराई आ
शैरानी िहर सँ भरैर अजि।
26 एजह लेल हम अहाँ सभ क
ेँ अनुभव सँ कहैर
िी िे, अहाँ सभ शैरान सँ घृणा क
ेँ भगाबी आ
परमेश् वरक पेम सँ जचपकल रहब।
27 धाजम्करा घृणा क
ेँ बाहर जनकालैर अजि,
जवनमरा ईरा् क
ेँ नष करैर अजि।
28 जकएक रँ धम् आ जवनम ल्क अनायी काि
करबा मे लाि करैर अजि, मुदा ओकरा द्सर
जदस नजह, बल् जक अपन हदय सँ डाँटल िाइर
अजि, जकएक रँ पभु अपन पवृजृ क
ेँ देलैर िजि।
29 ओ पजवत मनुष् यक जवर्ध मे नजह बिैर
अजि, जकएक रँ परमेश् वरक भय घृणा पर
जविय पाप करैर अजि।
30 जकएक रँ ई डरैर िे ओ पभु क
ेँ ठे स नजह
पहँचाओर, रेँ ओ स्जच-जवचार मे सेह् ककर्
संग दुष् ट नजह करर।
31 यूसुफक जवषय मे पशाराप क
े लाक बाद हमरा
ई सभ बार अंररा परा चलल।
32 जकएक रँ परमेश् वरक सर् य पशाराप
अजानरा क
ेँ नष कऽ दैर अजि, अन् हार क
ेँ भगा
दैर अजि आ आँखल क
ेँ र्शन करैर अजि आ
पाण क
ेँ जान दैर अजि आ मन क
ेँ उुार जदस
लऽ िाइर अजि।
33 िे बार ओ मनुष् य सँ नजह सीलने अजि, से
ओ पशाराप कऽ कऽ िनैर अजि।
34 परमेश् वर हमरा पर यक
ृ रक र्ग अनलजन।
आ िँ हमर जपरा याक
ू बक पाि्ना हमरा सहायरा
नजह दैर रऽ ई शायदे असफल भऽ गेल िल मुदा
हमर आता चजल गेल िल।
35 जकएक रँ मनुष् य िे जकिु ओजह बारक
उलंघन करैर अजि रकरा ओकरा दंजडर कयल
िाइर िै क।
36 रेँ हमर यक
ृ र यूसुफ पर जनद्यरापूव्क रालल
गेल िल, रेँ हमर यक
ृ र मे सेह् हम
जनद्यरापूव्क कष भ्गलहँ आ एगारह मास धरर
नाय कयल गेलहँ, िरेक जदन धरर हम यूसुफ पर
क्जधर िलहँ।
अध्य 2
गड अपनऽ श्रा जसनी क
॑ घृणा क
े खललाफ
आगह करै िै जक ई देलाबै िै जक ई ओकरा
क्ना एरना परेशानी म॑ डाललक
ै । श्क ८-११
यादगार अजि।
1 आब, हमर बचा सभ, हम अहाँ सभ क
ेँ आगह
करैर िी िे, अहाँ सभ एक-एक कए अपन भाइ
सँ पेम कर, आ अपन हदय सँ घृणा क
ेँ दू र कर,
एक-द्सर क
ेँ काि मे, वचन मे आ पाणक पवृजृ
मे पेम कर।
2 हम अपन जपराक साजरध मे यूसुफ सँ
शाखनपूव्क गप कऽ रहल िलहँ। िलन हम
बाहर जनकललहँ रलन घृणाक आर्‍
मा हमर म्न
क
ेँ अनार क’ देलक, आ हनका मारबाक लेल
हमर आता क
ेँ उकसा देलक।
3 अहाँ सभ एक-द्सर सँ हदय सँ पेम कर। िँ
क
े ओ अहाँक जवरु पाप करैर अजि रँ ओकरा
शाखनपूव्क बािू, आ अहाँक पाण मे िल नजह
पकड
ू । आ िँ ओ पशाराप करैर अजि आ
सीकार करैर अजि रँ ओकरा कमा कर।
4 मुदा िँ ओ एजह बार क
ेँ नकारैर अजि रँ
ओकरा संग क्न् िुनून नजह कर, िाजह सँ ओ
अहाँ सँ िहर पकजड कऽ शपि नजह दऽ लैर िी
आ एजह ररहेँ अहाँ दुगुना पाप करब।
5 क्न् द्सर क
े ओ कानूनी झगडा मे पडल
काल अहाँक गुप बार नजह सुनय, िाजह सँ ओ
अहाँ सँ घृणा कऽ कऽ अहाँक शतु बजन अहाँक
जवरु क्न् पैघ पाप नजह कऽ सक
ै र अजि।
कारण, ओ बेर-बेर अहाँ क
ेँ िल-पपंच सँ
सम्धन करैर अजि वा दुष नीयर सँ अहाँक
जवषय मे व् रहैर अजि।
6 िँ ओ एजह बार क
ेँ नकारैर अजि आ रैय्
डाँटला पर ओकरा लाि ह्इर िै क, मुदा
ओकरा डाँटब ि्जड जदयौक।
7 िे असीकार करैर अजि, ओ पशाराप कऽ
सक
ै र अजि िाजह सँ फ
े र अहाँ पर अनाय नजह
करऽ। हँ, ओ र्हर आदर सेह् क’ सक
ै र अजि,
आ डरर सक
ै र अजि आ र्रा संग शाखन मे रजह
सक
ै र अजि।
8 िँ ओ जनल्ल अजि आ अपन अधलाह काि मे
अजडग रहैर अजि रँ ओकरा हदय सँ कमा कर
आ बदला लेबऽ परमेश् वर पर ि्जड जदयौक।
9 िँ क
े ओ अहाँ सभ सँ बेसी फजलर ह्इर अजि
रँ परेशान नजह कर, बल् जक हनका लेल पाि्ना
सेह् कर िाजह सँ हनका पूण् समृखु भेटय।
10 जकएक रँ ई अहाँ सभक लेल उजचर अजि।
11 िँ ओकरा आओर ऊपर उठाओल िायर रँ
ओकरा सँ ईरा् नजह कर, ई म्न रालू िे सभ
पाणी मरर िायर। आ परमेश् वरक ्ुजर कर,
िे सभ मनुष् य क
ेँ नीक आ लाभदायक व्ु दैर
िजि।
12 पभुक न् याय सभक ल्ि कर, रँ अहाँक
मन जवशाम आ शान् जर मे रहर।
13 िँ क
े ओ अधलाह ररीका सँ धजनक भऽ िाइर
अजि, रजहना हमर जपराक भाय एसाव, ईरा् नजह
कर। मुदा पभुक अंरक परीका कर।
14 िँ ओ मनुष् य सँ अधलाह दारा पाप धन
िीजन लैर अजि रँ ओ ओकरा कमा कऽ दैर
अजि िँ ओ पशाराप करैर अजि, मुदा पशाराप
नजह करजनहार अनन दणक लेल सुरजकर रहैर
अजि।
15 जकएक रँ गरीब आदमी िँ ईरा्सँ मुक अजि
रँ सभ बारमे पभुक
ेँ पसर करैर अजि रँ सभ
मनुष् यसँ बेसी धन ह्इर अजि, जकएक रँ
ओकरा वि्क कष नजह ह्इर िै क।
16 रेँ अपन पाण सँ ईरा् दू र कर आ एक-द्सर
सँ स्झ हदय सँ पेम कर।
17 रेँ अहाँ सभ अपन सन् रान सभ क
ेँ ई बार
सभ सेह् कजह जदअ िे ओ सभ यहदा आ लेवी क
ेँ
आदर करैर अजि, जकएक रँ पभु हनका सभ सँ
इसाएलक उुार उठाओर।
18 हम िनैर िी िे अंररा अहाँक सनान हनका
सँ हजट िायर आ पभुक समक दुष् टरा आ कष
आ जवनाश मे चलर।
19 कनेक काल जवशाम कयला पर ओ फ
े र
कहलजिन। हमर बचा सभ, अपन जपराक बार
मानू आ हमरा अपन जपराक लग मे गाजड
जदयौक।
20 ओ अपन पएर उठौलजन आ चैन सँ सुजर
गेलाह।
21 पाँच वष्क बाद ओ सभ हनका हेब्न लऽ
कऽ अपन पूव्ि सभक संग राखल देलजिन।

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  • 2. अध्य 1 याक ू ब आ जिलाक नवम पुत गाद। चरबाह आ बलवान आदमी मुदा हदय सँ हतारा। श्क 25 घृणा क े एकटा उलेलनीय पररभाषा अजि। 1 गादक जनयमक पजरजलजप, िे ओ अपन पुत सभ क ेँ अपन िीवनक सय पचीसम वष् मे कहलजिन। 2 हे हमर सनान सभ, सुनू, हम याक ू बक नवम पुत िलहँ, आ हम भेँडाक पालन मे वीर िलहँ। 3 हम ओजहना राजर मे भेँडाक पहरा दैर िलहँ। िलन कलन् जसंह, वा भेजडया, वा क्न् िंगली िानवर झुंडक जवरु अबैर िल, हम ओकर पािाँ-पािाँ चलैर िलहँ, आ ओकरा पिाजड क' ओकर पैर हाि सँ पकजड क' लगभग पािर फ े क ै र िलहँ, आ रेँ ओकरा मारर दैर िलहँ। 4 हमर भाय यूसुफ रीस जदन सँ बेसी समय धरर हमरा सभक संग भेँडा क ेँ प्सैर रहलाह, आ ि्ट-ि्ट भेने ओ गम्क कारणेँ बीमार पजड गेलाह। 5 ओ हेब्न मे हमरा सभक जपरा लग घुरर गेलाह आ ओ हनका अपना लग मे सुरा देलजन, कारण ओ हनका सँ बहर पेम करैर िलाह। 6 यूसुफ हमरा सभक जपरा क ेँ कहलजिन िे जिला आ जबलहाक बेटा सभ रबेन आ यहदाक न् यायक जवरु भेँडा मे सँ नीक भेँडा क ेँ मारर कऽ ला रहल अजि। 7 ओ देललक िे हम भालूक मुँह सँ एकटा मेमना ि्जड भालू क ेँ मारर देलहँ। मुदा ओ मेमना क ेँ मारर देने िल, एजह बार सँ दुली भऽ गेल िल िे ओ िीजवर नजह भ’ सकल आ हम सभ ओकरा ला गेलहँ। 8 एजह जवषय मे हम यूसुफ पर रा धरर क्जधर िलहँ िाबर धरर यूसुफ बेचल गेलाह। 9 हमरा मे घृणाक आर् मा िल, आ ने यूसुफक जवषय मे कान सँ सुनब आ ने आँखल सँ देलब, जकएक रँ ओ हमरा सभ क ेँ मुँह सँ डाँजट देलजन िे हम सभ यहदाक जबना भेँडा ला रहल िी। 10 ओ हमरा सभक जपरा क ेँ िे जकिु कहलजिन, ओ हनका पर जवश् वास कयलजन। 11 हम आब अपन जिन, हमर बचा सभ क ेँ सीकार करैर िी िे पाया हम ओकरा मारबाक इचा करैर िलहँ, कारण हम ओकरा सँ हदय सँ घृणा करैर िलहँ। 12 रहमे हम हनकासँ आर् घृणा करैर िलहँ, हनकर सपना देलबाक कारणेँ। आ हम ओकरा िीजवर ल्कक भूजम सँ 1 चाटय चाहैर िलहँ, िेना बैल लेरक घास क ेँ चाजट लैर अजि। 13 यहदा हनका इशाएल सभ क ेँ गुप रप सँ बेजच देलकजन। 14 एजह ररहेँ हमरा सभक पूव्ि सभक परमेश् वर हनका हमरा सभक हाि सँ बचा लेलजन, िाजह सँ हम सभ इसाएल मे बहर पैघ अधम् नजह करी। 15 आब, हमर बचा सभ, धाजम्करा करबाक लेल सतक वचन सभ सुनू, आ परमेश् वरक सभ जनयम क ेँ सुनू, आ घृणाक आर् मा सँ भटकब नजह, जकएक रँ ई मनुष् य सभक सभ काि मे अधलाह अजि। 16 िे जकिु मनुष्‍ य करैर अजि से घृणा करयवला ओकरा घृणा करैर अजि। िँ क े ओ पभु सँ डेराइर अजि आ धाजम्करा मे पसर ह्इर अजि, मुदा ओकरा सँ पेम नजह करैर अजि। 17 ओ सतक बदनामी करैर अजि, िे समृु ह्इर अजि ओकरा सँ ईरा् करैर अजि, ओ दुष बिजनहार क ेँ सागर करैर अजि, ओ अहंकार सँ पेम करैर अजि, जकएक रँ घृणा ओकर आता क ेँ आनर कऽ दैर अजि। िेना हमहँ रलन यूसुफ जदस रकलहँ। 18 एजह लेल, हे घृजणर सनान सभ, सावधान रह, जकएक रँ ई पभु परमेश् वरक जवरु सेह् अधम् करैर अजि। 19 जकएक रँ ओ अपन-पड्सी सँ पेम करबाक जवषय मे हनकर आजाक वचन नजह सुनर आ परमेश् वरक जवरु पाप करैर अजि। 20 िँ क्न् भाय ठ्कर लाइर अजि रँ ओकरा रुरन सभ ल्कक समक एकर पचार करऽ मे हजष्र ह्इर िै क आ ओकरा पर नाय कयल िाय आ ओकरा दंजडर कयल िाय आ ओकरा मृतुदंड देल िाय।
  • 3. 21 िँ सेवक अजि रँ ओकरा माजलकक जवरु उकसाबैर अजि आ ओकरा संग िे क्न् कषक य्िना बनबैर अजि रँ ओकरा मारल िा सक ै र अजि। 22 जकएक रँ घृणा समर ल्कक जवरु सेह् ईरा्क संग ईरा् करैर अजि, िाबर धरर ओ हनका सभक सफलराक बार सुनैर अजि वा देलैर अजि, ओ सजदलन कीण रहैर अजि। 23 जकएक रँ िजहना पेम मृर् यु क ेँ सेह् िीजवर कऽ दैर अजि आ मरबाक सिाय पाओल गेल ल्क सभ क ेँ वापस बिबैर अजि, रजहना घृणा िीजवर ल्क सभ क ेँ मारर दैर अजि आ िे सभ नीच पाप क े ने िल, ओकरा सभ क ेँ िीबऽ नजह देल िायर। 24 कारण, घृणाक आर् मा शैरानक संग जमजलकय आर् माक िलबािीक दारा सभ काि मे मनुष् यक मृतुक लेल काि करैर अजि। मुदा पेमक आर् मा परमेश् वरक ववयिाक संग जमजलकय मनुष् यक उुारक लेल दीघ् धैय् राखल कऽ काि करैर अजि। 25 रेँ घृणा अधलाह अजि, जकएक रँ ओ सर् यक जवर्ध मे झूठ बािबाक संग जनरंरररा दैर अजि। ि्ट-ि्ट बार क ेँ पैघ बना दैर अजि, आ इि्र क ेँ अनार बना दैर अजि, आ मधुर क ेँ रीर कहैर अजि, आ जनना जसलाबैर अजि, आ क्ध क ेँ प्जलर करैर अजि, आ युु, जहंसा आ सभ ल्भ क ेँ भडकबैर अजि। ई हदय क ेँ बुराई आ शैरानी िहर सँ भरैर अजि। 26 एजह लेल हम अहाँ सभ क ेँ अनुभव सँ कहैर िी िे, अहाँ सभ शैरान सँ घृणा क ेँ भगाबी आ परमेश् वरक पेम सँ जचपकल रहब। 27 धाजम्करा घृणा क ेँ बाहर जनकालैर अजि, जवनमरा ईरा् क ेँ नष करैर अजि। 28 जकएक रँ धम् आ जवनम ल्क अनायी काि करबा मे लाि करैर अजि, मुदा ओकरा द्सर जदस नजह, बल् जक अपन हदय सँ डाँटल िाइर अजि, जकएक रँ पभु अपन पवृजृ क ेँ देलैर िजि। 29 ओ पजवत मनुष् यक जवर्ध मे नजह बिैर अजि, जकएक रँ परमेश् वरक भय घृणा पर जविय पाप करैर अजि। 30 जकएक रँ ई डरैर िे ओ पभु क ेँ ठे स नजह पहँचाओर, रेँ ओ स्जच-जवचार मे सेह् ककर् संग दुष् ट नजह करर। 31 यूसुफक जवषय मे पशाराप क े लाक बाद हमरा ई सभ बार अंररा परा चलल। 32 जकएक रँ परमेश् वरक सर् य पशाराप अजानरा क ेँ नष कऽ दैर अजि, अन् हार क ेँ भगा दैर अजि आ आँखल क ेँ र्शन करैर अजि आ पाण क ेँ जान दैर अजि आ मन क ेँ उुार जदस लऽ िाइर अजि। 33 िे बार ओ मनुष् य सँ नजह सीलने अजि, से ओ पशाराप कऽ कऽ िनैर अजि। 34 परमेश् वर हमरा पर यक ृ रक र्ग अनलजन। आ िँ हमर जपरा याक ू बक पाि्ना हमरा सहायरा नजह दैर रऽ ई शायदे असफल भऽ गेल िल मुदा हमर आता चजल गेल िल। 35 जकएक रँ मनुष् य िे जकिु ओजह बारक उलंघन करैर अजि रकरा ओकरा दंजडर कयल िाइर िै क। 36 रेँ हमर यक ृ र यूसुफ पर जनद्यरापूव्क रालल गेल िल, रेँ हमर यक ृ र मे सेह् हम जनद्यरापूव्क कष भ्गलहँ आ एगारह मास धरर नाय कयल गेलहँ, िरेक जदन धरर हम यूसुफ पर क्जधर िलहँ। अध्य 2 गड अपनऽ श्रा जसनी क ॑ घृणा क े खललाफ आगह करै िै जक ई देलाबै िै जक ई ओकरा क्ना एरना परेशानी म॑ डाललक ै । श्क ८-११ यादगार अजि। 1 आब, हमर बचा सभ, हम अहाँ सभ क ेँ आगह करैर िी िे, अहाँ सभ एक-एक कए अपन भाइ सँ पेम कर, आ अपन हदय सँ घृणा क ेँ दू र कर, एक-द्सर क ेँ काि मे, वचन मे आ पाणक पवृजृ मे पेम कर। 2 हम अपन जपराक साजरध मे यूसुफ सँ शाखनपूव्क गप कऽ रहल िलहँ। िलन हम बाहर जनकललहँ रलन घृणाक आर्‍ मा हमर म्न
  • 4. क ेँ अनार क’ देलक, आ हनका मारबाक लेल हमर आता क ेँ उकसा देलक। 3 अहाँ सभ एक-द्सर सँ हदय सँ पेम कर। िँ क े ओ अहाँक जवरु पाप करैर अजि रँ ओकरा शाखनपूव्क बािू, आ अहाँक पाण मे िल नजह पकड ू । आ िँ ओ पशाराप करैर अजि आ सीकार करैर अजि रँ ओकरा कमा कर। 4 मुदा िँ ओ एजह बार क ेँ नकारैर अजि रँ ओकरा संग क्न् िुनून नजह कर, िाजह सँ ओ अहाँ सँ िहर पकजड कऽ शपि नजह दऽ लैर िी आ एजह ररहेँ अहाँ दुगुना पाप करब। 5 क्न् द्सर क े ओ कानूनी झगडा मे पडल काल अहाँक गुप बार नजह सुनय, िाजह सँ ओ अहाँ सँ घृणा कऽ कऽ अहाँक शतु बजन अहाँक जवरु क्न् पैघ पाप नजह कऽ सक ै र अजि। कारण, ओ बेर-बेर अहाँ क ेँ िल-पपंच सँ सम्धन करैर अजि वा दुष नीयर सँ अहाँक जवषय मे व् रहैर अजि। 6 िँ ओ एजह बार क ेँ नकारैर अजि आ रैय् डाँटला पर ओकरा लाि ह्इर िै क, मुदा ओकरा डाँटब ि्जड जदयौक। 7 िे असीकार करैर अजि, ओ पशाराप कऽ सक ै र अजि िाजह सँ फ े र अहाँ पर अनाय नजह करऽ। हँ, ओ र्हर आदर सेह् क’ सक ै र अजि, आ डरर सक ै र अजि आ र्रा संग शाखन मे रजह सक ै र अजि। 8 िँ ओ जनल्ल अजि आ अपन अधलाह काि मे अजडग रहैर अजि रँ ओकरा हदय सँ कमा कर आ बदला लेबऽ परमेश् वर पर ि्जड जदयौक। 9 िँ क े ओ अहाँ सभ सँ बेसी फजलर ह्इर अजि रँ परेशान नजह कर, बल् जक हनका लेल पाि्ना सेह् कर िाजह सँ हनका पूण् समृखु भेटय। 10 जकएक रँ ई अहाँ सभक लेल उजचर अजि। 11 िँ ओकरा आओर ऊपर उठाओल िायर रँ ओकरा सँ ईरा् नजह कर, ई म्न रालू िे सभ पाणी मरर िायर। आ परमेश् वरक ्ुजर कर, िे सभ मनुष् य क ेँ नीक आ लाभदायक व्ु दैर िजि। 12 पभुक न् याय सभक ल्ि कर, रँ अहाँक मन जवशाम आ शान् जर मे रहर। 13 िँ क े ओ अधलाह ररीका सँ धजनक भऽ िाइर अजि, रजहना हमर जपराक भाय एसाव, ईरा् नजह कर। मुदा पभुक अंरक परीका कर। 14 िँ ओ मनुष् य सँ अधलाह दारा पाप धन िीजन लैर अजि रँ ओ ओकरा कमा कऽ दैर अजि िँ ओ पशाराप करैर अजि, मुदा पशाराप नजह करजनहार अनन दणक लेल सुरजकर रहैर अजि। 15 जकएक रँ गरीब आदमी िँ ईरा्सँ मुक अजि रँ सभ बारमे पभुक ेँ पसर करैर अजि रँ सभ मनुष् यसँ बेसी धन ह्इर अजि, जकएक रँ ओकरा वि्क कष नजह ह्इर िै क। 16 रेँ अपन पाण सँ ईरा् दू र कर आ एक-द्सर सँ स्झ हदय सँ पेम कर। 17 रेँ अहाँ सभ अपन सन् रान सभ क ेँ ई बार सभ सेह् कजह जदअ िे ओ सभ यहदा आ लेवी क ेँ आदर करैर अजि, जकएक रँ पभु हनका सभ सँ इसाएलक उुार उठाओर। 18 हम िनैर िी िे अंररा अहाँक सनान हनका सँ हजट िायर आ पभुक समक दुष् टरा आ कष आ जवनाश मे चलर। 19 कनेक काल जवशाम कयला पर ओ फ े र कहलजिन। हमर बचा सभ, अपन जपराक बार मानू आ हमरा अपन जपराक लग मे गाजड जदयौक। 20 ओ अपन पएर उठौलजन आ चैन सँ सुजर गेलाह। 21 पाँच वष्क बाद ओ सभ हनका हेब्न लऽ कऽ अपन पूव्ि सभक संग राखल देलजिन।