1. ह िंदी व्याकरण
कक्षा 10
समास का शाब्ददक अर्थ ै :- छोटा-रूप
दो या दो से अधिक शदद अपने बीच की विभब्तियों का लोप कर
जो छोटा रूप बनािे ैं, उसे समास, सामाससक शदद या समस्ि पद
क िे ैं
जैसे :-
राजा का पुत्र - राजपुत्र
विद्या क
े लिए आिय - विद्यािय
मेघ का आिय - मेघािय
शक्ति क
े अनुसार - यथाशक्ति
नीिा है जो कमि - नीिकमि
समास
Compound
2. 1. समस्ि पद/सामाससक शदद:-
समास क
े ननयमों से ननसमथि शदद
सामाससक शदद क लािा ै। इसे समस्ि पद भी क िे ैं। समास
ोने क
े बाद विभब्तियों क
े धचह्न (परसर्थ) लुप्ि ो जािे ैं।
जैसे- राजपुत्र
मािा-वपिा
विद्यािय
( परसर्ग – का, और, क
े लिए, इन शब्दों में नही हैं)
3. २. समास-विग्र :-
सामाससक शदद या समस्ि पद को उसक
े
विसभन्न पदों एिम् विभब्ति सह ि पृर्क (अलर्) करने की
क्रिया को समास विग्र क िे ै|
जैसे :- राजा का पुत्र
मािा और वपिा
विद्या क
े सलए आलय
4. ३. पूिथपद और उत्तरपद :- समास में दो पद (शदद) ोिे ैं प
ले पद को पूिथपद और दुसरे पद को उत्तर पद क िे ैं|
जैसे :-
* इसमें र्िंर्ा पूिथपद और जल उत्तरपद ै |
* इसमें पुस्िक पूिथपद और आलय उत्तरपद ै |
र्िंर्ाजल
पुस्िकालय
6. ित्पुरुष समास
ब्जस समास का दूसरा पद प्रिान ोिा, उसे ित्पुरुष समास क िे
ै| इस समास में कारक की विभब्तियों / परसर्ों ( को,से,क
े सलए,से अ
लर्,का,की,क
े ,में,पर) का लोप ो जािा ै |
जैसे:- सामालसक शब्द समास-विग्रह
ग्रामर्ि - ग्राम को र्या
हस्िलिखिि - हस्ि से लिखिि
हिनसामग्री - हिन क
े लिए सामग्री
देशननकािा - देश से ननकािा
राजमािा - राजा की मािा
िनिास - िन में िास
7. अव्ययीभाि समास
क्जस समास का पूिग पद प्रधान हो, और िह अव्यय हो उसे अव्ययीभाि
समास कहिे हैं।
( अव्यय : Indeclinable): िे शब्द जो लििंर्, िचन, कारक, काि क
े अनु
सार नही बदििे, उन्हें अव्यय कहिे हैं |
* इसमें पहिा पद उपसर्ग होिा है जैसे अ, आ, अनु, प्रनि, हर, भर, नन,
ननर, यथा, यािि आहद उपसर्ग शब्द का बोध होिा है।
जैसे :- सामाससक शदद समास-विग्र
यथाशक्ति - शक्ति क
े अनुसार
यथाक्रम - क्रम क
े अनुसार
प्रनिहदन - प्रत्येक हदन
भरपेट - पेट भरकर
रािोंराि - राि ही राि में
घर- घर - प्रत्येक घर
8. द्विर्ु समास
ब्जस समास का प ला पद सिंख्यािाची ोिा ै िर्ा दूसरा पद
प्रिान ोिा ै,ि ााँ द्विर्ु समास ोिा ै | य एक समू (स
मा ार) का बोि करिा ै |
जैसे :-
सामाससकशदद समास-विग्र
पिंचिटी - पािंच िटों का समाहार
सप्िाह - साि हदनों का समाहार
चौराहा - चार राहों का समाहार
निरात्र - नौं रािों का समाहार
शिाब्दी - सौ िषों का समाहार
9. द्ििंद्ि समास
ब्जस सामाससक पद में दोनों पद प्रिान ो िर्ा ‘और, अर्
िा, या’ शदद का लोप ो, ि ााँ द्ििंद्ि समास ोिा ै|
जैसे:-सामालसक शब्द समास-विग्रह
मािा-वपिा - मािा और वपिा
हदन-राि - हदन और राि
जििायु - जि और िायु
भाई-बहहन - भाई और बहन
शीिोष्ण - शीि या उष्ण
दाि-रोटी - दाि और रोटी
10. कमथिारय समास
ब्जस सामाससक पद में प ला पद विशेषण ि दूसरा पद विशेष ्
य अर्िा उपमेय-उपमान का सम्बन्ि ो,ि ािं कमथिारय समास
ोिा ै|
जैसे :-
सामालसक शब्द समास-विग्रह
महात्मा - महान है जो आत्मा
पीिाम्बर - पीि है जो अम्बर
नीिकमि - नीिा है जो कमि
महापुरुष - महान है जो पुरुष
सज्जन - सि है जो जन
11. बहुव्रीहह समास
ब्जस सामाससक पद में दोनों पद प्रिान न ोकर कोई अन्य
या िीसरा पद प्रिान ोिा ै, ि ािं ब ुव्रीह समास ोिा ै|
जैसे:- सामाससक शदद समास-विग्र
दशानन - दश हैआनन(मुि)क्जसक
े अथागि ् रािन
िम्बोदर - िम्बा है उदर(पेट)क्जसका अथागि ् र्णेश
त्रत्रनेत्र - िीन है नेत्र क्जसक
े अथागि ् लशि
चिुरानन -चार हैं आनन क्जसक
े अथागि् विष्णु
िीणापाणी -िीणा है हाथ में क्जसक
े अथागि ् सरस्ििी
चिंद्रशेिर - चिंद्र है क्जसक
े लशिर पर अथागि ् लशि
12. अभ्यास कायथ
प्रश्न1. ननम्नलिखिि सामालसक पदों का समास विग्रह करक
े
समास का नाम भी लिखिए |
प्रनििषग राि-हदन
सप्िाह दशानन
प्रश्न२. ननम्नलिखिि समास-विग्रह पदों का सामालसक पद ब
नाकर समास का नाम भी लिखिए |
पुस्िक क
े लिए आिय साि हदनों का समाहार
शक्ति क
े अनुसार िम्बा है उदर है क्जसका