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आपस में संबंध रखने वाले दो या
दो से अधधक पदों के मेल को
समास कहते हैं। उदाहरण- ‘दशानन’
अर्ाात जिसके दस आनन (मुँह)
हो अर्ाात रावण।
समास के ननम्नललखखत छ: भेद होते
हैं:
1.तत्परुष समास
2.कमाधारय समास
3.द्ववग समास
4.द्वंद्व समास
5.अव्ययीभाव समास
6.बहव्रीहह समास
जिस समास का दूसरा पद प्रधान हो, उसे तत्परुष
समास कहते हैं। इस समास मे पहला पद प्राय:
संज्ञा एवं दूसरा पद संज्ञा अर्वा ववशेषण होता है
तर्ा ववग्रह करने पर कमा, करण, संप्रदान,
अपादान, सम्बंध अर्वा अधधकरण कारक के धिह्न
लगते हैं। उदाहरण-
क. परलोकगमन – परलोक को गमन – कमा तत्परुष
ख.काललदासरधित – काललदास के द्वारा रधित –
करण तत्परुष
जिस समास के दोनो पदो मे ववशेषण
ववशेष्य अर्वा उपमा-उपमेय का
सम्बंध हो, उसे कमाधारय समास कहते
हैं। िैसे- िंद्रमखी-िंद्रमखी के समान
मख हो जिसका।
जिस शब्द का पहला पद संख्यावािी हो और
सम्पूणापद समूह का बोध कराता है, उसे द्ववग
समास कहते हैं। िैसे- नवरत्न- नौ रत्नो का
समूह।
जिस शब्द के दोनो पद प्रधान हो, उसे
द्वंद्व समास कहते हैं। िैसे- राम-लक्ष्मण,
बेटा-बेटी।
जिस शब्द का पहला पद प्रधान हो और वह
अव्यय भी हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते
हैं।िैसे- यर्ाशजतत- शजतत के अनसार।
जिस समास का कोई पद प्रधान न हो,
बजकक वह ककसी अन्य प्रधान शब्द की
ओर संके त करे, उसे बहव्रीहह समास
कहते हैं। िैसे- िक्रध्रर-िक्र को धारण
करने वाला अर्ाात क्रष्ण।
समास

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समास

  • 1.
  • 2. आपस में संबंध रखने वाले दो या दो से अधधक पदों के मेल को समास कहते हैं। उदाहरण- ‘दशानन’ अर्ाात जिसके दस आनन (मुँह) हो अर्ाात रावण।
  • 3. समास के ननम्नललखखत छ: भेद होते हैं: 1.तत्परुष समास 2.कमाधारय समास 3.द्ववग समास 4.द्वंद्व समास 5.अव्ययीभाव समास 6.बहव्रीहह समास
  • 4. जिस समास का दूसरा पद प्रधान हो, उसे तत्परुष समास कहते हैं। इस समास मे पहला पद प्राय: संज्ञा एवं दूसरा पद संज्ञा अर्वा ववशेषण होता है तर्ा ववग्रह करने पर कमा, करण, संप्रदान, अपादान, सम्बंध अर्वा अधधकरण कारक के धिह्न लगते हैं। उदाहरण- क. परलोकगमन – परलोक को गमन – कमा तत्परुष ख.काललदासरधित – काललदास के द्वारा रधित – करण तत्परुष
  • 5. जिस समास के दोनो पदो मे ववशेषण ववशेष्य अर्वा उपमा-उपमेय का सम्बंध हो, उसे कमाधारय समास कहते हैं। िैसे- िंद्रमखी-िंद्रमखी के समान मख हो जिसका।
  • 6. जिस शब्द का पहला पद संख्यावािी हो और सम्पूणापद समूह का बोध कराता है, उसे द्ववग समास कहते हैं। िैसे- नवरत्न- नौ रत्नो का समूह।
  • 7. जिस शब्द के दोनो पद प्रधान हो, उसे द्वंद्व समास कहते हैं। िैसे- राम-लक्ष्मण, बेटा-बेटी।
  • 8. जिस शब्द का पहला पद प्रधान हो और वह अव्यय भी हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।िैसे- यर्ाशजतत- शजतत के अनसार।
  • 9. जिस समास का कोई पद प्रधान न हो, बजकक वह ककसी अन्य प्रधान शब्द की ओर संके त करे, उसे बहव्रीहह समास कहते हैं। िैसे- िक्रध्रर-िक्र को धारण करने वाला अर्ाात क्रष्ण।