2. क्या आप जानते हैं ! हम मात्र महहला सशक्क्तकरण कक बात ही
क्यों करते हैं पुरुषों कक नहीीं ?
आखिर महहला को सशक्त बनाने कक जरूरत क्यों हैं और पुरुष
को नहीीं?
जबकक महहलाओीं को अल्पसींख्यक नहीीं माना तो उन्हें
सशक्क्तकरण कक जरूरत क्यों है?
Women Empowerment
3. Women Empowerment
यह इसलिए है क्योंकि सदियों से समाज तथा
पुरुष मदहिाओं िे ऊपर भेिभाव, दहंसा और बुरा वतााव
िरते आ रहा है। मदहिा सशक्क्तिरण(Women
Empowerment), मदहिाओं िो आगे बढ़ाने और उन्हें
स्वयं िे ननणाय िेने िे लिए एि बहुत ही बड़ा ििम है
क्जससे कि वे समाज में व्यक्क्तगत सीमाओं िो िूर िर
आगे बढ़ सिें और अपने ववचारों िो िोगों िे सामने रख
सिें ।
4. Women Empowerment
मदहिाओं िो सशक्त बनाने िे लिए उन्हें
सामाक्जि और पाररवाररि सीमाओं िो छोड़ उन्हें अपने
मन, ववचार, अधििार, ननणाय आदि से सभी पहिुओं में
स्वतंत्र बनाने कि आवश्यिता है। पुरुष और मदहिा िो
सामान रूप से सम्मान और िाया लमिने िी जरूरत है।
मदहिा सशक्क्तिरण प्रभावी होना समाज, िेश और िुननया
िे उज्जवि भववष्य िे लिए बहुत ही आवश्यि है। िेश िो
पूरी तरीिे से वविलसत बनाने िे लिए मदहिाओं िो
सशक्त बनाना बहुत ही जरूरी है।
6. Women Empowerment
किसी भी िेश कि क्स्थनत dks उस िेश कि मदहिा िो िेख िर
अंिाजा िगाया जा सिता है।
एि मदहिा एि चाय िे थैिे िे सामान होती है – आप नहीं
जानते वह इतनी मजबूत होती है क्जतनी कि गमा पानी में थैिे
िी चाय लमिने िे बाि।
मदहिायें इस समाज कि असि रूप esa वास्तुिार/आकिा टेक्ट।
मदहिायें हमेशा िहती हैं, ‘हम वो सब िर सिते हैं जो पुरुष
िर सिते हैं। परन्तु पुरुषों िो यह िहना चादहए, ‘हम वो सब
िर सिते हैं जो एि औरत िर सिती है।
7. नारी सशक्क्तिरण पर स्िोगन/नारे
सशक्त नारी से ही बनेगा सशक्त समाज।
िोई भी िेश तरक्िी िे लशखर पर नहीं पहुुँच सिता जब ति
उसिी मदहिाएं िन्िा से िन्िा लमिा िर ना चिें।
बेदटयाुँ हर किसी िे मुक्ििर में िहाुँ होती है, रब िो जो घर
पसंि आये बस वहां होती है।
नारी है तो िि है।
अगर एि आिमी िो लशक्षित किया जाता है तो एि आिमी ही
लशक्षित होता है ! िेकिन जब एि औरत िो लशक्षित किया जाता
है तब एि पीढ़ी लशक्षित होती है।
8. नारी सशक्क्तिरण पर स्िोगन/नारे
नारी आगे ! िेश बढेगा आगे !
मदहिायें राष्र कि आुँखें हैं।
W – Wonderful O – Outstanding M – Marvellous
E – Adorable N – Nice
मदहिाओं कि उन्ननत या अवननत पर ही राष्र कि उन्ननत
ननभार है।
माुँ चादहए ! पत्नी चादहए ! बहन चादहए – किर बेटी क्यों नहीं
चादहए।
हमारी बेदटयां हमारे बेटे हैं।
9. नारी सशक्क्तिरण पर स्िोगन/नारे
नारी िो ना समझो बेिार, जीवन िा है यह आिार।
बेटी बचाओ और जीवन सजाओ, बेटी पढाओ और खुशहािी
बढाओ।
माुँ िुगाा कि चाहे कितनी भी पूजा िर िो, चाहे 9 दिन अखंड
उपवास िर िो, िेकिन अगर औरत कि इज्जत िरना नहीं
लसखा तो सब बेिार है।
एि लशक्षित और गुणवत्ता पुरुष हमेशा नारी जाती िा सम्मान
सामान रूप से िरता है।
नारी िो िो इतना सम्मान कि बढे हमारे िेश कि शान।
10. नारी सशक्क्तिरण पर स्िोगन/नारे
मदहिाओं िो आगे िायें, बराबरी िा साथ ननभाएं।
मदहिाओं िो िें लशिा और ज्ञान, तभी बढेगा िेश िा सम्मान।
िताव्यों संग नारी भर रही है उड़ान, ना िोई लशिायत ना िोई
थिान।
नारी माुँ है, बेटी है, बहन है ! सब िु छ है।