1. तम्बाकू का अंजाम मौत का पैगाम
पूर्णा विशी
मुस्कणन िमणा
-: डी.ए.िी
मल्टीपपाज
पब्लिक स्कू ि
सोनीपत
प्रस्तुतकतणा :
2. परिचय- तंबणकू
तम्बाकू एक प्रकणि के ननकोटटयणनण प्रजणनत के
पेड़ के पत्तों को सुखण कि नशण किने की िस्तु
बनणई जणती है। दिअसि तम्बणकू एक मीठण
जहि है, एक धीमण जहि. हौिे-हौिे यह आदमी
की जणन िेतण है|
3. भारत में इस्तेमाल ककए जाने वाले
तम्बाकू के प्रकार
धुंआिटहत तम्बणकू
पान मसाला
तम्बाकू , सुपारी और बुझ हुए चूने का ममश्रण
मैनपुरी तम्बाकू
मावा
तम्बाकू और बुझा हुआचूना (खैनी)
चबाने योग्य तम्बाकू
सनस
ममश्री
गुल
बज्जर
गुढाकू
क्रीमदार तम्बाकू पाउडर
तम्बाकू युक्त पानी
ध्रूमपणन िणिण तम्बणकू
तम्बणकू की फसि
बीड़ी
ससगिेट
ससगणि
चैिट (एक प्रकणि कण ससगणि
चुट्टण
चुट्टे को उल्टण पीनण
धुमटी
धुमटी को उल्टण पीनण
पणइप
हुकिी
चचिम
हुक़्कण
4. तम्बाकू से होने वाली बीमाररयााँ
तम्बणकू से कणफी तिह की बीमणरियणं होती है ब्जनमे से एक कैं सि भी है।
डलल्यू.एच.ओ. कहतण है की कैं सि कण सबसे बड़ण कणिर् तम्बणकू ही है।
तम्बणकू के इस्तेमणि से अनेक प्रकणि के कैं सि होते है जैसे-
मुख कण कैं सि
फे फड़ों कण कैं सि
गिे कण कैं सि
मूत्रणशय कण कैं सि
गुदों कण कैं सि
िेककसमयण कण कैं सि
अग्न्यणशय कण कैं सि
5. ब्जन घिों में धूम्रपणन आम होतण
है, उन घिों के बच्चे न चणहते हुए
भी ज्म से ही 'धूम्रपणन' की
ज्यणदनतयों के सशकणि हो जणते
हैं। पेससि स्मोककं ग यण सेकं ड हैंड
स्मोककं ग भी उतनी ही समस्यणएँ
पैदण किती हैं ब्जतनी ककसी
धूम्रपणन किने िणिे को हो सकती
है। बच्चों में यह समस्यण औि
गंभीि इससिए हो जणती है,
क्योंकक उनकण विकणस हो िहण
होतण है। सणथ ही उनकी सणँस
िेने की गनत भी ियस्कों से
अचधक होती है।
धूम्रपान….
6. ग्रीन तंबाकू मसकनेस
ग्रीन तम्बणकू ससकनेस एक तिह कण ननकोटीन
ज़हि है जो ननकोटीन की त्िचीय अिशोषर्
से हो जणती है। दुननयण की कु छ जगहों पि
छोटे बच्चे अपने परििणि के आय को सुधणिने
के िक्ष्य से तम्बणकू की खेती किते है, ब्जससे
अक्सि िह ग्रीन तम्बणकू ससकनेस नणमक एक
खतिनणक बीमणिी के सशकणि हो जणते है । इस
बीमणिी कण मुख्य कणिर् तम्बणकू के पत्तो में
मौजूद ननकोटीन है। यह ननकोटीन गीिे पत्तो
को हणथ में िेने से त्िचण में फै ि जणतण है।
7. ववज्ञापनों का युवा पीढी पर प्रभाव
तंबणकू कं पननयों द्िणिण विज्ञणपन औि प्रचणि
गनतविचधयों के कणिर् से बच्चों औि युिणओं में
धूम्रपणन ननिंतितण पैदण हो जणती है|िगभग सभी
िोग तम्बणकू कण पहिण प्रयोग १८ सणि की उम्र
में किते है ब्जसकी िणस्तविक में मणत्रण ८८%
है, इसके सणथ- सणथ ९९% तम्बणकू कण सेिन
२६ िषीय युिणओं में िोकवप्रय होतण है|
8. तम्बाकू एक नशा..!!
• तम्बणकू एक धीमण ज़हि है जो सेिन किने िणिे व्यब्क्त को
धीिे धीिे किके मौत के मुँह में धके ितण िहतण है । िोग
जणने अनजणने मे तम्बणकू उत्पणदों कण सेिन किते िहते हैं, धीिे
धीिे शौक ित में परििनतात हो जणतण है औि तब नशण आनंद
प्रणब्तत के सिए नहीं बब्ल्क न चणहते हुए भी ककयण जणतण है।
एक शणयि ने खूब कहण है –
पहिे तो आतण है
पीने में मज़ण…..
िेककन बणद में िगतण है,
सबकु छ एक सज़ण……!!
9. घर के माहौल से पड़ा प्रभाव
गभाधणिर् की अिचध में ससगिेट यण बीड़ी पीने िणिी मटहिणओं को कम
िजन के बच्चे पैदण होते हैं। ऐसे बच्चों की िोग प्रनतिोधक शब्क्त कम
होती है तथण िे जल्दी ककसी बीमणिी से नघि जणते हैं। ऐसे बच्चों को
टदमणगी िकिे की सशकणयत हो सकती है सणथ ही सीखने में असमथातण
की भी समस्यण होती है।
ससगिेट यण बीड़ी के धुएँ कण बच्चे की श्िणस-प्रश्िणस प्रर्णिी पि इतनण
विपिीत प्रभणि पड़तण है कक िे अस्थमण के भी सशकणि हो जणते हैं। यटद
बच्चे पहिे से ही अस्थमण कण सशकणि हैं तो उसकी ब्स्थनत ससगिेट के
धुएँ से औि बबगड़ सकती है। उसे अस्थमण के अननयंबत्रत दौिे भी पड़
सकते हैं। सेकें ड हैंड स्मोककं ग के कणिर् हि सणि अस्थमण के नए बणि
िोचगयों की संख्यण बढ़ जणती है। धूम्रपणन कण धुआँ बच्चों में ननमोननयण
यण पल्मोनिी ब्रोंकणइटटस अथणात सणँस के सणथ उठने िणिी खणँसी की
समस्यण पैदण कि सकतण है।
10. तम्बाकू का नशा-अनमोल जीवन की दुददशा
कभी दूसिों की देखण-देखी,कभी बुिी संगत में
पड़कि,कभी समत्रों के दबणि में, कभी कम उम्र
में बड़ो को देखकि बड़े बनने की चणह में,कभी
धुँए के छल्िे उड़णने की ििक में, कभी
कफल्मों में अपने वप्रय असभनेतण को धूम्रपणन
किते हुए देखकि तो कभी परििणि के मणहौि
कण असि तम्बणकू उत्पणदों की ित कण कणिर्
बनतण है ।
11. मसगरेट बीड़ी छोड़ने के उपाय
• ससगिेट पीने िणिे ससगिेट द्िणिण न के िि स्ियं को शणिीरिक हणनन पहुँचण
िहे है बब्ल्क अप्रत्यक्ष रूप से (पैससि स्मोंककं ग द्िणिण) परििणि तथण बच्चों
में भी तम्बणकू कण विष पहुँचण िहे हैं। यह सब जणनते हुए भी िह इनकण
सेिन ब्द नही कि पणते। जब भी िह इसकण सेिन बंद किते है, तो उ्हें
इतनी बेचैनी होती है कक िे उनकण कफि से सेिन शुरू कि देते है।
• इसके सिए आिश्यक्तण है कक व्यब्क्त खुद को तैयणि किे कक िह एक
ननब्श्चत टदन से धुम्रपणन किनण बंद कि देगण। इसकी घोषर्ण पूिे परििणि
में कि दे। ननब्श्चत टदन के पहिे घि से ससगिेट पणउच, एशट्रे, आटद
धुम्रपणन िस्तुओं को फें क दे। ननब्श्चत टदन में धुम्रपणन किनण बंद कि दे।
यटद धुम्रपणन किने की इच्छण हो तो अपने को सणंत्िणिनण दे। अचधक से
अचधक पणनी पीएँ। ऐसण किके आप धुम्रपणन किनण छोड़ सकते हैं। यह
बहुत कु छ आपके इच्छण शब्क्त पि ननभाि कितण है।
• खैनी, जदणा खणनण यण गुि, गुड़णकू कण अचधक प्रयोग ककसी भी तिह धुम्रपणन
के उपयोग से अिग नही है। यटद कोई इन पदणथो को छोड़नण चणहे तो उसे
भी स्ियं को तैयणि कि इच्छणशब्क्त द्िणिण इन पदणथों के आदतों से मुब्क्त
पण सकते हैं।
• जब कोई व्यब्क्त चणह कि भी तम्बणकू तथण उससे संबंचधत मणदक पदणथा
बंद नही कि पणये औि यटद िह इस विषय में बहुत गंभीि है तो इसके
सिए सी. आई. पी. आटद कै इ सम्स्थणनों में नशणबंदी के सिए विशेष सुविधण
है। इसमें मनोिैज्ञणननक रूप से िोचगयों को तैयणि ककयण जणतण है तथण उचचत
औषचधयों तथण व्यिहणि चचक्त्सण द्िणिण इसकण इिणज ककयण जणतण है।
12. ननष्कषा….
• ननयंबत्रत क्षेत्र के प्रयोगों औि जनसंख्यण अध्ययन एक सबूत है कक मणस
मीडडयण असभयणन तम्बणकू सेिन को हतोत्सणह किने के मणध्यम से बनणए
जणते है, िह सोचते है की इससे युिण पीढ़ी कण ििैयण बदि जणएगण। मीडडयण
के संचणि व्यब्क्तयों के बीच औि समुदणयों के भीति आकणि देने तंबणकू से
संबंचधत ज्ञणन , विचणि, दृब्ष्टकोर्, औि व्यिहणि में एक महत्िपूर्ा भूसमकण
ननभणते हैं। क्योंकक ननकोटीन नशे की ित है, अगि एक बणि कोई धूम्रपणन
किनण शुरू कि देतण है तो उससे छोड़ने में बहुत मुब्श्किणत होती है जैसे –
• तंबणकू के सिए तिस
• चचंतण
• ससिददा
• समजणज़
• चचड़चचड़णपन
• सोने में समस्यण
• एकणग्रतण में समस्यण
• भूख में परिितान
• समठणई के सिए तिस
13. छु ड़ण िो तम्बणकू से पीछण…..!!
ससगिेट से जो तेिण तयणि बढ़ िहण है
यणद िख तू धीिे धीिे मि िहण है।
पहिे पीतण थण एक ससगिेट दो
ससगिेट
अब पीतण है एक डलबी दो डलबी
औि ककतनण तू तम्बणकू पीएगण
तम्बणकू पी पीकि औि ककतनण
जीएगण
बढ़तण हुआ शौक तेिण पीछण न
छोड़ेगण
पड़ेगी मुसीबत तो उिटे पणँि दौड़ेगण
बबमणरियों से हि दम तू नघि िहेगण
मनोबि हमेशण तेिण चगिण िहेगण
सोचने की शब्क्त तेिी क्षीर् हो
जणयेगी
चेहिे की िौनक वििीन हो जणयेगी
कश के बबनण कोई समस्यण सुिझ नहीं
पणएगी
ब्ज़्दगी धुओ के छल्िो में ही उिझ
जणयेगी
तेिे बच्चे भी किेंगे तेिण ही अनुसिर्
जिणनी से पहिे ही पहुंचेंगे तम्बणकू की
शिर्
ककस मुँह से बच्चों को ससगिेट पीने से
टोकें गे
खुद को िोक नहीं सकते उनको क्यण
िोकें गे
छितण िहण यटद पीढ़ी दि पीढ़ी तम्बणकू
कण ससिससिण
नहीं बचेगण बगीचे में कफि कोई फू ि
खखिण
भिणई इसी में है की चढ़ण िो तुम
तम्बणकू से पीछण
तम्बणकू ने नहीं आज तक ककसी
ब्ज़्दगी को सींचण।