7. अमेररका का सुंववधान
• We hold these truth to be sacred and
undeniable ; that all men are created equal
;that they are endowed by their Creator with
certain unalienable Rights , that among these
are Life , Liberty and the pursuit of
Happiness,----
8. प्राचीन साहहत्य
• ये के चिद् दुःखिता लोके सर्वे ते स्र्वमुखिेछयाया
ये के चिद् सखिता लोके सर्वे तेऽन्यसिेछयाया
Some people are unhappy because they long
for something they do not have. Those who
are luck to get what they long for are still
unhappy because now they long for what
others have.
9. उपननषद का ज्ञान
• छ्ण्दोज्ञ उपननषद :
• हर कोई खुशी चाहता है खुशी क्या है? "
• श्वेत-के तु ने उसके वपता से यह सवाल पछा
• वपता ने कहा कक पररममत में, कोई खुशी नहीुं है इसमलए आपको चाहहए
अनुंत को समझने की इच्छा
• "मैं कहता हूँ अच्छी तरह से सुनो और इसके बारे में गहराई से सोचो
• जब एक व्यक्क्त है जो देखता है की कोई भी और कु छ भी उससे
अलग नहीुं है |
• , वह सभी लोगों , पशु और वस्तुओुं के साथ एक है और वह इसके
अलावा कु छ नहीुं जानता देखता और सुनता है तो यह अनुंत है कक, है
• लेककन अगर वह देखता है या इस से अलग, कु छ दसरी बात महसस
करता है अपने को अलग समझता है तो वह पररममत है
• उसे नहीुं ममला है अनुंत (Infinite)
• पररममत क्षणिक है; अनुंत शाश्वत है
• अनुंत का ज्ञान "सदा खुशी देता है
10. बुद्ध का कहना
• धम्मपदा 1-2
• हम क्या है यह , हमने क्या सोचा है ,उस का पररिाम है
यह हमारे ववचारों पर आधाररत है यह हमारे ववचारों से
बना है यहद कोई बोलता है या बुरा ववचार के साथ कायय
करता है, तो ददय ममलता है ,क्जस तरह से पहहया, हल
खीचने वाले बैल के पैर के पीछे चलता है |
• हम क्या है यह , हमने क्या सोचा है ,उस का पररिाम है
यह हमारे ववचारों पर आधाररत है यह हमारे ववचारों से
बना है यहद कोई बोलता है या एक शुद्ध ववचार के साथ
कायय करता है, तो खुशी ममलती है क्जस तरह सेछाया
कभी नहीुं साथ छोड़ती है
11. कामलदास
Listen to the exhortation of the dawn!
Look to this day !
For it is life, the very life of life.
In its brief course lie all the verities and realities of your
existence;
The glory of action, the bliss of growth, the splendor of
beauty.
For yesterday is but a dream,
And tomorrow is only a vision;
But today, well lived, makes every yesterday a dream of
happiness and every tomorrow a vision of hope.
सोसय : वववाहदत
16. हम प्रसन्न क्यो नहीुं है
• जबकक
• हम पहले से अधधक मशक्षक्षत है
• हम पहले से अधधक धनी है
• हम पहले की सभी पीहियो से पहले से अधधक
जीते है
• क्या हम pleasure को ही प्रसन्नता मान रहे
है ?
• क्या हम धन व सुंसाधनो की होड़ मे स्वयुं से
दर हो गये है ?
17. प्रनतयोधगता दसरों से या स्वयुं से
• "जैसे सोनहा काुंच मुंहदर में, भरमत भुंकी मयो ॥
अपुन को आपु हह बबसयो “
•
A brave dog in a mirror palace, finding himself surrounded by so many dogs,
not knowing that they are nothing but his own reflections; Delusional !
He snarls, growls and barks at his own reflections, and dies fighting with his
own reflections, unnecessarily.
• Similarly,man dies fighting with others and himself, spends whole of his life,
struggling and making himself and others miserable,Delusional ! Forgetting his
own self,not knowing that he is fighting his own reflections, his own projections,
his own self. You have forgotten your real self.
•
You have forgotten that the world you are fighting is nothing but reflections
and projections of your own self.
• And, so, you are trapped, loosing all the freedom and joy, wasting this
invaluable opportunity,
this human life to experience bliss, tranquility and oneness.
18. खुशी व आनुंद मे फकय
• दलाई लामा -अल्पकामलक सुख - पररक्स्थनतयों या
बातों पर ननभयर करती है और "वास्तववक" खुशी,
या आनुंद सुंतोष की वह क्स्थनत है जो जीवन
के उतार चिाव मे भी कायम रहती है
• , ओशो कहते हैं, आनुंद खुशी से अलग है खुशी
चीजों से आती है आनुंद, चीजों पर ननभयर नहीुं
है यह आप के अुंदर से आता है आनुंद मे
कोई इच्छा नहीुं है , मसफय एक कृ तज्ञता है .जब
तक आप “ जैसा है” के प्रनत कृ तज्ञ अनुभव
करते है, तो आप आनुंद मे है,क्योंकक तब यह
एक अस्थायी क्स्थनत नहीुं है
19. आ अब लौट चले
• सुंबुंधो की शक्क्त (Power of Connections or
Relationships).
• दया व करुिा की शक्क्त( Kindness and
Compassion)
• सहयोग व सुलह की शक्क्त( cooperation and
Reconciliation)
• जागरूकता , ध्यान व ध्यान कें द्र ( Mindfulness,
Attention and Focus)
• प्रवाह( Flow) व आशावाद (Optimism)
• कृ तज्ञता
20. दोस्ती
• ररसचय से मसद्द होता है की आप की ममत्रता
की सुंख्या से आपकी खुशी ननरधाररत होती है
• परुंतु फे स बुक के जमाने मे ये सुंख्या की
बजाय ममत्रो से आपके सुंबुंधो के स्तर पर यह
ननभयर करती है
• ममत्रो से आपके ववश्वास के स्तर व उनसे आप
के सुंवाद पर यह ननभयर करती है
21. • What makes a good life? Lessons from the longest
study on happiness-Harvard Study
• “When the study began, nobody cared about empathy
or attachment. But the key to healthy aging is
relationships, relationships, relationships.”
— George Vaillant
• “It’s easy to get isolated, to get caught up in work and
not remembering, ‘Oh, I haven’t seen these friends in a
long time,’ ” Waldinger said. “So I try to pay more
attention to my relationships than I used to.”
• Happiness comes from choosing to be happy with
whatever you do, strengthening your closest
relationships and taking care of yourself physically,
financially and emotionally
22. हावयडय स्टडी से तीन मशक्षाए
• पहला यह है कक सामाक्जक सुंबुंध हमारे मलए वाकई अच्छे हैं, और अके लेपन
को मारता है यह पता चला है कक जो लोग सामाक्जक रूप से पररवार से
जुड़े हुए हैं, दोस्तों से, समुदाय के मलए, खुश हैं, वे शारीररक रूप से स्वस्थ
हैं, बजाये वे लोग जो कक कम अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं
• यह मसफय आपके दोस्तों की सुंख्या नहीुं है, और यह नहीुं है कक आप एक
प्रनतबद्ध ररश्ते में हैं या नहीुं, लेककन यह आपके करीबी ररश्तों की गुिवत्ता
है जो मायने रखता है यह पता चला है कक सुंघषय के बीच में रहना हमारे
स्वास््य के मलए वास्तव में बुरा है उदाहरि के मलए, वववादों से भरा
वववाह, बबना ककसी स्नेह के , हमारे स्वास््य के मलए बहुत बुरा है, शायद
तलाक लेने से भी बदतर
• .
• यह अच्छे ररश्ते मसफय हमारे शरीर की रक्षा नहीुं करते हैं, वे हमारे हदमाग
की सुरक्षा करते हैं यह पता चला है कक आपके 80 के दशक में ककसी
अन्य व्यक्क्त के साथ सुरक्षक्षत रूप से जुड़े सुंबुंध में सुरक्षात्मक है, जो उन
ररश्ते में हैं, जहाुं वे वास्तव में महसस करते हैं कक वे दसरे व्यक्क्त की
ज़रूरत के समय में भरोसा कर सकते हैं, उन लोगों की यादें अधधक तेज
रहती हैं
23. दया व करुिा की शक्क्त
• यहद आप दसरे की पीड़ा को देखकर ,पीडड़त को राहत
देने के मलए प्रेररत महसस करते हैं तो आप करुिा की
भावना रखते है
• करुिा व सुंवेदना मे “एक्शन “ का अुंतर होता है , सुंवेदना
मे दसरे की पररक्स्थनत व भावना को समझा जाता है पर
करुिा मे उसकी सकक्रय रूप से मदद भी की जाती है
• करुिा का प्रभाव ग्रुप के व्यवहार पर पड़ता है
• (उदाहरि के मलए, दान ) अनुकुं पा की कारयवाई से
मक्स्तष्क में खुशी सककय ट सकक्रय हो जाता है
• कमयचाररयों जो अपने काययस्थल में करुिामाय व्यवहार पते
है ,वो जो खुशी और सुंतोष की अधधक सकारात्मक
भावनाओुं को खुद महसस करते है तथा अपने सह
काययकतायओुं और अपने सुंगठन की अधधक सकारात्मक रूप
मे देखते हैं, और अपने काम के मलए अधधक प्रनतबद्ध
होते हैं
24. सहयोग व सामुंजस्य की शक्क्त
• सहयोग और सामुंजस्य के ववज्ञान
• इस ववज्ञान में ऐसे कौशल शाममल हैं जैसे कक
माफी माुंगने, क्षमा करने और ववश्वास
ववकमसत करना –
• कौशल जो अक्सर ववकमसत करना मुक्श्कल हो
जाते हैं, लेककन ये सुंबुंधों को बनाने और बनाए
रखने, तनाव कम करने और हमारी खुशी को
कायम रखने के मलए महत्वपिय हैं
25. सहयोग व सामुंजस्य की शक्क्त
• सहयोग, एक समान लक्ष्य कहा जाता है, एक
तरह की गनतववधध जो पारस्पररक लाभ की
ओर ले जाती है
• जब सुंघषय उठता है तब सहयोग मुक्श्कल होता
है,, और लोगों को सामुंजस्य करना होता है
• और सुंघषय और असहमनत द्वारा जब सम्बन्धो
को नुकसान हो गया हो तो उनको कै से पुनः
जोड़ा जाये .
26. क्षमा माुंगना व् क्षमा करना
• क्षमा पारस्पररक सुंघषय को हल करने के सबसे
प्रभावी माफी सकारात्मक भावनाओुं को बिाती
है, और उन लोगों में नकारात्मक भावनाएुं घट
जाती हैं क्जन्हें हमारे व्यवहार से दुःख पुंहुचा है|
• एक प्रभावी माफी की सुंरचना के मलए चार भागों
(प्रत्येक माफी के मलए सभी चार भागों की
आवश्यकता नहीुं है ) ये हैं: अपराध की स्वीकृ नत;
स्पष्टीकरि; पश्चाताप, ववनम्रता; और हाननपनतय
27. Forgiveness
क्षमा बहादुर का एक गुि है
• खुशी नकारात्मक भावनाओुं या अवप्रय अनुभवों से बचने पर
ननभयर नहीुं करती है इसके बजाए, यह अक्सर इस बात पर
ननभयर करता है कक हम उनके प्रनत प्रनतकक्रया कै से करते हैं
और उनसे कै सै उभरते हैं यह ववशेष रूप से सच है जब यह
माफी के ववषय में आता है
• The science of forgiveness stems from the insight that the hurts and conflicts we
suffer in life take a considerable toll on our psychological and physical well-being;
in response to these hurts, holding onto grudges and dwelling on them--what
psychologists call "rumination"--undermines our happiness.
• ररसचय ने सुझाव हदया है कक माफी , तनाव कम करने और खुशी को बिावा देने के
मलए एक अधधक प्रभावी तरीका हो सकती है है शोधकतायओुं के एक समह ने यह
भी पाया कक एक हदन क्षमा करना अगले हदन उच्च प्रसन्नता से जुड़ा हुआ है
28. जागरूकता , ध्यान व ध्यान कें द्र
• Mindfulness is the basic human ability to be
fully present, aware of where we are and what
we’re doing, and not overly reactive or
overwhelmed by what’s going on around us.
जागरूकता परी तरह से मौजद होने की
बुननयादी मानव क्षमता है, यह जानकारी है कक
हम कहाुं हैं और हम क्या कर रहे हैं, और
हमारे चारों ओर क्या हो रहा है, इसके बारे में
अनत प्रनतकक्रयाशील या अमभभत नहीुं है
29. जागरूकता , ध्यान व ध्यान कें द्र
• सचेतन यह एक बहुत सरल शब्द है यह बताता है कक
मन परी तरह से जो कु छ हो रहा है, आप जो कर रहे
हैं, उस स्थान पर परी तरह से शाममल हो रहे हैं, क्जस
स्थान पर आप आगे बि रहे हैं यह तुच्छ हदख सकता
है, पर कष्टप्रद त्य यह है कक हम अक्सर ववषय वस्तु
से भटक जाते हैं
• हमारा मन उड़ान लेता है, हम अपने शरीर से सुंपकय खो
देते हैं, और बहुत जल्द हम ऐसे कु छ के बारे में जुननी
ववचारों में तल्लीन कर रहे हैं जो भववष्य के बारे में
अभी हुआ या बुरा हो रहा है और इससे हम धचुंनतत या
परेशान हो जाते है.
30. जागरूकता , ध्यान व ध्यान कें द्र
• ध्यान ( Meditation) शरीर में शुरू होता है और
शरीर में समातत होता है इसमें समय पर
ध्यान देना है कक हम कहाुं हैं और क्या हो रहा
है, और यह आपके शरीर के बारे में जागरूक
हो
• यह बहुत शाुंनत प्रदान करता है, क्योंकक हमारे
शरीर की आुंतररक लय है, जो इसे आराम
करने में मदद करती है
31. जागरूकता , ध्यान व ध्यान कें द्र
• हजारों सालों से, ध्यान के रूप में धचुंतनशील प्रथाओुं ने भीतर की ओर
देखने और हमारी मानमसक प्रकक्रयाओुं की जाुंच करने का एक साधन प्रदान
ककया है यह आश्चययजनक लग सकता है, लेककन मन-भटकन ध्यान
कें हद्रत ध्यान (एफए) ध्यान का एक कें द्रीय तत्व है ध्यान की इस
आधारभत शैली में, एक ही वस्तु पर अपना ध्यान रखने के ननदेश हदए
जाते हैं, अक्सर श्वास के लय पर
• देखने सुनने में पयायतत सरल लगता है, लेककन इसे कु छ ममनटों के मलए
आज़माएुं और देखें कक क्या होता है
• यहद आप ज्यादातर लोगों की तरह हैं, तो कु छ समय के बादआपका ध्यान
कल्पना, ववश्लेषि, योजना बनाने में भटक जाएगा कु छ बबुंदु पर, आपको
महसस हो सकता है कक आपका हदमाग अब साुंस पर कें हद्रत नहीुं है इस
जागरूकता के साथ, आप उस ववचार से छु टकारा पाने के मलए आगे बिते
हैं क्जससे आपका मन दर हो गया, और आपका ध्यान अपनी साुंस पर
वापस चला गया कु छ ही पलों के बाद, चक्र सुंभवतः दोहराएगा
32. कृ तज्ञता Gratitude
• “Thank You “ a Day Keep Doctors away
• जीवन मे जो कु छ भी ममला है उसके प्रनत आभार
• जीवन की मलए ववस्मय , आभार प्रशुंसा की अनुभनत
• एक दसरे की साथ रहने , सहयोग करने और बमलदान देने
की के पीछे मल भावना
• अच्छे स्वास््य , जीवन आनुंद व अच्छे ररश्तो के मलए
जरूरी
• मानमसक , शारीररक व सामाक्जक लाभ
• फायदे : वतयमान का उत्सव , नेगेहटव ववचारो का प्रनतरोध ,
तनाव से मुक्क्त ,अपने प्रनत ववश्वास ( no self blame)
• Gratitude का वववरि (Journal) बनाए |
• Active Gratitude : PAY IT FORWARD .
33. कृ तज्ञता Gratitude –Practical
• “Are you grateful for your partner’s household labour?
• Uh Yes , I guess so .
• How do you express it ?
• She just Know.
• “A successful relationship does not just depend on how
partner divide labour but on how they express gratitude
for the labour the other one contribute”
• Caution: Do not overdo it, Context should be OK, flowers
will not do after a big fight, Not use it for power
dynamics.
• Do not do it at cost of self,
“ I am lucky to have you, I don’t deserve you.
34. कृ तज्ञता
• ईश्वर के मलए हमारी कृ तज्ञता हदखाने के मलए एक ही
रास्ता है दसरों की मदद करना है यह आप के मलए
एक कृ पापिय उपहार हदया गया है , तो एक कृ पापिय
उपहार के रूप में इसे दसरों को देते हैं देने का कोई
ववचार ककए बबना यह दे दो तो यह अनुपम है
इनाम के ककसी भी ववचार के बबना यह दे दो तो यह
अनुपम है बस इसे देने की खुशी के मलए दे दो -
ओशो
• The only way to show our gratitude to the Master is to
help others. If it has been a gracious gift to you, give it
to others as a gracious gift. Give it without any idea of
giving only then is it gracious. Give it without any idea
of reward only then is it gracious. Simply give it for the
sheer joy of giving It.
35.
36.
37. वतयमान मे क्जयो
• बाब मोशाय, हमारी मुक्श्कल मालम है क्या है
--- हम आनेवाले गम को खीुंचतान कर आज
की ख़ुशी पर ला देते है और उस ख़ुशी में जहर
घोल देते है |
• Past is History , Future is Mystery so let us
enjoy Today.
38. आशावाद:शब्द अलग बात वही
• हदल नाउम्मीद नहीुं नाकाम ही तो है
लुंबी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है ॥
हदल दुखा है लेककन टटा तो नहीुं है
उम्मीद का दामन छटा तो नहीुं है ॥
बादलों का नाम न हो, अम्बर के गाूँवों में
जलता हो जूँगल खुद अपनी छाूँव में
यही तो है मौसम यही तो है मौसम
तुम और हम बादलों के नग़में गुनगुनाएुं
थोड़ा सा रूमानी हो जाएुं
मुक्श्कल है जीना मुक्श्कल है जीना उम्मीद के बबना
थोड़े से सपने सजाएुं थोड़ा सा रूमानी हो जाएुं
थोड़ा सा रूमानी हो जाएुं
39. IT adoption can change Life
Twitter
A success story of Village
Electrification
40. 10th June,2017 A village boy from
Bharthapur , Kanpur Dehat tweet
58. Diye Se Diya Jale
Let us work together to bring Light in life of everyone.
Thank you
vmenghani@nic.in
CPES officers in CEA initiated this program to
contribute Rs 1650 each for one rural household
Electrification .