3. भारत की कोककला
• भारतीय समाि में आि महहला सशजततकरण की लहर चल रही है लेककन ये लहर आि
की नहीुं बाल्की एक गधे से भारतीय समाि का हहसा है।
• आिादी की लडाई में अहम योगदान देने वाली कछ महहलाओ में खास थी।
• अथ्युंथ मधर स्वर में अिनी कपवताओुं का िाठ करने क
े करन वे भारत कोककला क
े
नाम से िाने िाते हैं।स थी भारत कोककला सरोजिनी नायडू
4. शबदों की िादूगणी
• सरोजिनी नायडू क
े पिता उन्हे वैज्ञातनक बनाना चाहते थे लेककन उनक
े कपवताओुं क
े
िृथ्वी प्रेम और तनष्ठा उनक
े पिता की चाह से बढ़कर थी और इसललय उनक
े पिता ने उन
अिनी राह चन की आिादी दे दी।
• १३ साल क
े उमर में उन्होन अिनी िहली कपवता और नाटक का प्रधान हदया।
• १३०० िढ़ने की "झील की रानी" नमक लुंबी कपवता और 2000 िुंकहठयों का एक पवस्तृत
नाटक ललखर, अुंग्रेिी साहहत्य दतनया में अिना िहला कदम रखा।न हदया।
5. क
ै द िक्षी
• भारतीय स्वातुंत्रता सुंग्राम में बेहद अहम योगदान देने वाली सरोजिनी नायडू, पवचारों से
एक कपवत्री थी।
• उनक
े ख्याल हमा आजाद रहे लेककन आजादी क
े बाद देश को एक बहन मकम तक ले
िाने क
े ललए उने एक पवशेष कायचभार, उत्तर प्रदेश क
े राज्यिाल तनयतत कर हदया गया।
• वह िढ़ को स्वीकर करते हए उनहोने कहा था में अिने को 'क
ै द कर हदया गया िुंगल
क
े िाक्षी' की तरह अनभव कर रही हूुं।
6. क्ाुंततकारी सधारवी
• सन् 1914 में वेह गाुंधीिी से लुंदन में लमली।
• इस लमलन से उनक
े िीवन में क्ाुंततकारी सधार हआ और वह स्वातुंत्रता सुंग्राम में कद
िडड ।
• वह गाुंधीिी सुंघ दाुंडी माचच में शमील हई।
िहला कपवता सुंग्रह -
• 'द गोल्डन थ्रेशोल्ड', 1905 में प्रकाशशीथ हआ िो आि भी िट्टाकों क
े बीच बहत
लोकपप्रय हैं।