2. ग्राम पंचायत
संविधान क
े 73िें संशोधन अवधवनयम द्वारा पंचायती राज संस्थाओं को मजबूती प्रदान की
गर्इ है। र्स अवधवनयम क
े द्वारा स्थानीय स्वशासन ि विकास की र्कार्इयों को एक
पहचान वमली है। विस्तरीय पंचायत व्यिस्था में ग्राम पंचायत ग्राम विकास की पहली
र्कार्इ मानी गर्इ है। गांि क
े लोगों क
े सबसे नजदीक होने क
े कारण र्सका अत्यवधक
महत्व है। ग्राम प्रधान, उपप्रधान ि सदस्ों से वमलकर ग्राम पंचायत बनती है। ग्राम
पंचायत क
े प्रवतवनवधयों का चयन ग्राम सभा क
े सदस् चुनाि क
े द्वारा करते है। अत: ग्राम
सभा क
े सदस्ों से र्सका सीधा नाता होता है। ग्राम पंचायत ग्राम सभा क
े वनदेषन में ग्राम
सभा क
े सदस्ों की समस्ाओं क
े समाधान हेतु कायइ करती है। गांि क
े विकास ि
सामावजक न्याय की योजना बनाना र्नका प्रमुख काम है।
3. ग्राम पंचायत का गठन (धारा- 12-1)
सिइ प्रथम यह जानना जरूरी है वक ग्राम पंचायत का गठन क
ै से होता
है। विस्तरीय पंचायत व्यिस्था की पहली र्कार्इ ग्राम पंचायत में
एक प्रधान ि क
ु छ सदस् होते हैं। ग्राम पंचायत क
े सदस्ों की
संख्या पंचायत क्षेि की आबादी क
े अनुसार वनम्न प्रकार से होगी -
500 तक की जनसंख्या पर - 05 सदस्
501 से 1000 तक की जनसंख्या पर - 07 सदस्
1001 से 2000 तक की जनसंख्या पर - 09 सदस्
2001 से 3000 तक की जनसंख्या पर - 11 सदस्
3001 से 5000 तक की जनसंख्या पर - 13 सदस्
5000 से अवधक की जनसंख्या पर - 15 सदस्
प्रधान तथा 2 वतहार्इ सदस्ों क
े चुनाि होने पर ही पंचायत का
गठन घोवषत वकया जायेगा।
4. ग्राम पंचायत क
े कायय
प्रत्येक स्तर पर पंचायतों क
े कायइकलाप एिं दावयत्वों की सूची तैयार की गर्इ
है। र्स सूची क
े अन्तगइत पंचायतों की 29 वजम्मेदाररयां सुवनवित की गर्इ
हैं। संविधान क
े 73 संशोधन द्वारा 29 विषय पंचायतों क
े अधीन वकये गये
हैं, वजसक
े वलये पृथक से 73िें संविधान संशोधन में 243 जी 11िीं
अनुसूची जोडी गर्इ है। र्स सूची में शावमल विषयों क
े अन्तगइत आवथइक
विकास, सामावजक न्याय और विकास योजनाओं को अमल में लाने का
दावयत्व पंचायतों का होगा। संविधान की ग्यारहिीं अनुसूवच क
े अन्तगइत
ग्राम पंचायतों की क
ु छ वजम्मेदाररयां सुवनवित की गर्इ है। प्रत्येक ग्राम
पंचायत वनम्नांवकत क
ृ त्यों का संपादन वनष्ठापूिइक करेगी। प्रत्येक स्तर पर
पंचायतों क
े कायइकलाप एिं दावयत्वों की सूची तैयार की गर्इ है र्स सूची
क
े अन्तगइत पंचायतों की 29 वजम्मेदाररयां सुवनवित की गर्इ हैं। वजसक
े
द्वारा पंचायती राज संस्थाओं को वनम्नवलखखत विभागों एिं विषयों क
े
दावयत्व सांपै ेे गये हैं।
5. ग्राम पंचायत क
े कायय
1 - संसाधन ं क
े प्रबंधन एवं उत्पादन संबंधी कायय
गांि क
े लोगों को रोजगार वदलाने हेतु ग्रामीण क्षेिों में संसाधनो का प्रबंधन करना एिं उत्पादन संबंधी
कायइ को सुचारु रुप से चलाना एक प्रमुख कायइ है ! गांि में प्राक
ृ वतक संसाधनों की कमी नहीं है
जरूरत है उसका प्रबंधन करना !
2 - ग्रामीण व्यवस्था एवं ननमायण संबंधी कायय
ग्रामीण क्षेि में व्यिस्था बनाए रखने क
े वलए वनमाइण संबंधी कायों को पूरा करने क
े वलए, राज्य
सरकार ि क
ें द्र सरकार विवभन्न योजनाएं चलाते हैं !
3 - मानवीय क्षमता वृध्दद संबंधी कायय (ध्िल डेवलपमेंट)
आपने र्स खिल र्ंविया का नाम सुना होगा यह योजना वसर्
इ भारत में नहीं भारत क
े गांि में भी
लागू होता है ! मानिीय क्षमता िृखि क
े वलए पंचायत जनप्रवतवनवध विवभन्न प्रकार का कायइक्रम
चला सकता है !
4 - क
ृ नि एवं क
ृ नि नवस्तार
ग्रामीणों का मुख्य पेशा क
ृ वष होता है और आय का स्रोत भी क
ृ वष होता है र्सवलए पंचायत प्रवतवनवध
क
ृ वष क
े विकास एिं विस्तार क
े वलए कायइ कर सकते हैं !
5 - सामानिक एवं फामय वन द्य ग,लघु वन उत्पाद, र्इंधन व चारा
समाज में सभी लोगों को रोजगार वमले और पूरे साल वमले र्स पर सुवनवित करने क
े वलए र्ामइ
िनोद्योग, लघु उद्योग एिं जानिरों क
े वलए चारा जमा करना आवद शावमल है !
6. 6 - पशुपालन, दुग्ध उद्य ग एवं मुगी पालन
पशुपालन क
े वलए जानकारी, उनका की का टीका और उनका उपचार कराना भी पंचायती राज्य
क
े अंतगइत रखा गया है बाकी पशुपालन ज्यादा र्ायदेमंद हो !
7 - मछली पालन क बढावा देना
मनरेगा योजना क
े तहत मछली पालन को प्रोत्सावहत करने क
े वलए तालाबों की खुदाई ग्राम पंचायत
क
े कायों में शावमल वकया गया है ! अगर वकसी ग्रामीण क्षेि में नवदयां हैं तो उनका संरक्षण एिं
मछली पालन भी ग्राम पंचायत क
े कायों में शावमल वकया गया है !
8 - खादी, ग्राम एवं क
ु टीर उद्य ग बढावा देना
छोटे उद्योग को बढािा देने क
े वलए भारत एिं राज्य सरकार की विवभन्न योजनाओं को लागू
करिाना एिं जनता को उनक
े प्रवत लोगों जागरुक करना, और जानकारी मुहैया कराना आवद
शावमल है !
9 - ग्रामीण स्वच्छता तथा पयायवरण
स्वच्छ भारत अवभयान एिं राज्य सरकार क
े स्वच्छता कायइक्रम को पंचायत क
े लोगों में प्रवसि
करना, प्रचवलत करना, स्वच्छता क
े वनयम स्थावपत करना एिं सािइजवनक स्थलों की सर्ाई
सुवनवित करना भी ग्राम पंचायत क
े कायइ क्षेि में आता है ! पयाइिरण को बेहतर बनाने क
े वलए
पेड लगाने क
े प्रिधान वकए गए हैं !
10 - ग्रामीण गृह ननमायण करना
सािइजवनक स्थलों पर जैसे पंचायत भिनों का वनमाइण, चबूतरों का वनमाइण ि पुस्तकालय वनमाइण
आवद शावमल है
7. वजला पंचायत
वतहत्तरिें संविधान संषोधन क
े अन्र्तगत विस्तरीय
पंचायत व्यिस्था में वजला स्तर पर वजला पंचायत क
े
गठन का प्रािधान वकया गया है। प्रत्येक वजले क
े वलए
एक वजला पंचायत होगी वजसका नाम उस वजले क
े
नाम पर होगा। वजला पंचायत पूरे वजले से आयी
प्राथवमकताओं ि लोगों की जरूरतों का समेकन कर
एक वजला योजना तैयार करती है, जो क्षेि विषेष क
े
वहसाब से उनकी प्राथवमकताओं क
े आधार पर होती
है। र्स प्रकार वजला योजना में स्वीक
ृ त योजना का
वक्रयान्वयन वकया जाता है।
8. निला पंचायत का गठन
वजला पंचायत का गठन वजला पंचायत क
े वनिाइवचत
सदस् (वजनका चुनाि प्रत्यक्ष वनिाइचन द्वारा वकया
जाता है), वजले में समस्त क्षेि पंचायतो क
े प्रमुख,
लोग सभा और राज्य सभा क
े िे सदस् वजनक
े
वनिाइचन वजला में विकास खण्ड पूणइ या आंवषक
रूप से आता है, राज्य सभा और विधान पररषद क
े
सदस् जो विकास खण्ड क
े भीतर मतदाता क
े रूप
में पंजीक
ृ त है को शावमल कर वकया जाता है।
9. निला पंचायत क
े कायय
1. क
ृ नि निसक
े अन्तगयत क
ृ नि प्रसार भी है-
क
ृ वष तथा बागिानी का विकास। सखियों, र्लों और पुष्ों की खेती और
विपणन की उन्नवत।
2. भूनम नवकास व भूनम सुधार-
चकबन्दी, भूवम सरंक्षण एि सरकार क
े भूवम सुधार कायइक्रमों में सरकार
को सहायता प्रदान करना।
3. लघु नसंचार्इर्, िल प्रबंध और िलाच्छादन नवकास-
लघु वसचार्इ कायोर्ं क
े वनमाइण और अनुरक्षण में सरकार की सहायता
करना। सामुदावयक तथा िैयखिक वसचार्इ कायो का कायाइन्वयन।
4. पिुपालन, दू ध उद्या ग और मुगी पालन-
पषु सेिाओं की व्यिस्था। पषु मुगी और अन्य पषुधन की नस्ों का सुधार
करना। दू ध उघोग, मुगी पालन और सुअर पालन की उन्नवत।
5. मत्स्य पालन-मत्स्य पालन का नवकास एवं उन्ननत