5. वन- उत्पादोंका व्यापार कोई नई
बात नह ंथ ।
•बंजारा आवद घुमंतू समुदायोंक
े
मध्यम से दू सरे सामान जैसे खाल,
स ंग, रेशम क
े काय, हाथ क
े दाँत,
मसाले, रेशे, घास, गोंद और राल
क
े व्यापार क
े सबूत वमलते हैं।
8. अंग्रेज ं क
े आने क
े बाद व्यापार पूरी तरह सरकारी
ननयंत्रण में चला गया।
•निनिश सरकार ने कई बडी यूर पीय व्यापाररक क
ं पननय ं क
निशेष इलाक ं में िन-उत्पाद ं क
े व्यापार की इजारेदारी स ंप
दी।
•इजारेदारी --- एक तरह से पंचिषीय ठे क
े की व्यिस्था थी
नजसमें सबसे अनिक ब ली लगाने िाल ं क ठे क
े पर तय
अिनि क
े नलए भूनम प्रदान नकया जाता था।
9. प्रभाव =
•वशकार करने और पशुओं को चरने पर बंवदशें
लगा द गई।
•अनेक चरवाहे और घुमंत समुदाय अपन
ज ववका से हाथ धो बैठे ।
10. •ये सरकार क वनगरान में फ
ै क्ट्रि यों, खदानों
व बागानोंमें काम करने को मजबूर हो गए।
11. काम क
े नए अवसर :-
• असम क
े चाय बागानों में काम करने क
े वलए आवदवास
मदद व औरते दोनोंक भती क गय ।
• उनक मज़दू र बहुत कम थ और कायद पररक्ट्स्थवतयाँ
उतन ह खराब । उन्हें उनक
े गाँवोंसे उठा कर भती तो
कर वलया गया था लेवकन उनक वापस आसान नह ं
थ ।
12. इजारेदार से क्या तात्पयद है?
A= ठे का B = पंचवर्षीय ठे क
े
वजन्हे लकड चुराते हुए पकड जाता था उन्हे क्या कहा
जाता था?
A= अपराध कब ला B= चोर
14. बस्तर क
े ल ग :-
• आंध्र प्रदेश, उडीसा ि महाराष्ट्र की सीमाओं से लगा हुआ।
15.
16. वस्तर में आवदवास समुदाय :-
• माररया और मुररया गोंड, धुटवा, हलवा आवद ।
• अलग-अलग ज़वानें बोलने क
े वावजूद इनक
े र वत - ररवाज
और ववश्वास एक जैसे हैं।
• जम न को धरत माँ मानते हैं।
• प्रत्येक खेवतहर त्योहार पर धरत को चढावा चढाते हैं।
18. ल ग ं क
े भय
•जंगल आरक्षण :-
• औपननिेनशक सरकार ने 1905 में जब जंगल क
े द -नतहाई नहस्से क
आरनक्षत करने कहा ।
• घुमंतू खेती क र कने और नशकार ि िन्य उत्पाद ं क
े संग्रह पर
पाबंदी लगाने से िस्तर क
े ल ग बहुत परेशान ह गए।
19. यनद एक गााँि क
े ल ग दू सरे गााँि क
े जंगल से
थ डी लकडी लेना चाहते हैं त इसक
े बदले में
िे एक छ िा शुल्क अदा करते हैं नजसे
देिसारी, दांड या मान कहा जाता है।
• चौकीदार जंगल ं की नहफाज़त क
े नलए
• िेतन - हर घर से थ डा-थ डा अनाज नदया
जाता है।
20. क
ु छ गााँि ं क आरनक्षत िन ं में इस शतत
पर रहने नदया गया नक िे िन-निभाग क
े
नलए पेड ं की किाई और ढुलाई का काम
मुफ्त करेंगे और जंगल क आग से बचाए
रखेंगे। बाद में इन्ींगााँि ं क
िन ग्राम कहा जाने लगा।
िन ग्राम
21.
22. अंग्रेज की प्रनतनिया :-
• बगाित क क
ु चल देने क
े नलए सेननक भेजे ।
• आनदिासी नेताओं ने बातचीत करनी चाही।
• लेनकन
• फ ज ने उनक
े तंबुओं क घेर कर उन पर ग नलयां चला
दीं।
• बगाित में शरीक ल ग ं पर क डे िरसाते और उन्ें सजा
देते सैननक गााँि-गााँि घूमने लगे।
• ज्यादातर गाँव खाल हो गए - लोग भाग कर
जंगलों में चले गए।
23. आज हमने क्या नसखा -
• जब अंग्रेजो क
े आने क
े बाद व्यापार सरकार क
े पास चला
गया तो लोगो ने वकस प्रकार, नये व्यापार , नये रोजगार
करना शुरू वकये।
• बस्तर क
े लोग और वहाँ क
े आवदवास समुदाय।
• जंगल मे लगे आरक्षण क
े बारे मे।