1. टेक्टोनिक गनिनिनि
पृथ्वी में टेक्टोनिक गनिनिनि से जुडे इन्ीीं खोजोीं क
े निए हमिे िाखोीं साि िक कडी मेहिि की
है। इस प्रमुख सींगठि निनि को अिुसरण करिे हुए, हम इस पृथ्वी और हमारे रहिे िािे
पर्ाािरण क
े बारे में बेहिर समझ पा रहे हैं।
TR By Tarun Rathore
2. Tectonic परिचय
पृथ्वी क
े िंत्र में परिचय
टेक्टोनिक गनिनिनि का शब्द अर्ा है "िेि और उत्थाि गनि"। गनिनिनि उत्थाि
और उत्खिि से प्रकट होिी है जो पृथ्वी क
े िींत्र में होिी हैं।
िेलुि मंडलों का महत्व
िेिुर मींडि पृथ्वी की ऊपरी किक हैं जो टेक्टोनिक रुप से अनिररक्त िस्तुओीं
की सीमाओीं पर बसे हैं। इिमें मौजूद दो अनिक िींत्रोीं क
े सींघ देश और
महासागर बिािे हैं।
3. भूमध्यसागि
दुनिया भि में
भूमध्यसागर दुनिर्ा की सबसे िींबी जिगामी
शीट है जो सबसे अनिक से अनिक टेक्टोनिक
गनिनिनि की ओर से दस्तक देिा है।
निकटिम दिे
भूमध्यसागर में, टेक्टोनिक समीकरण क
े
ज्वािामुखखर्ोीं क
े प्रकोपोीं से उत्पन्न दरों का
निकटिम सम्पक
ा होिा है।
मािि िगीकिण
भूमध्यसागर का िगीकरण मािि भूगोि,
भौनिक निज्ञाि और जीि निज्ञाि क
े निए
महत्वपूणा है क्ोींनक र्ह जििार्ु, जैि
रोचकिा और आिुनिक निकास का प्रभाि
डाििा है।
4. आंिरिक मंडल
ज्वालामुखी
ज्वािामुखखर्ोीं से मग्मा और पार्र का उद्गम होिा
है, जो उत्खिि और उत्थाि क
े माध्यम से सबसे
करीब से उत्पन्न होिा है।
आयाम झुकाि
बौिी िह में, टेक्टोनिक प्लेटोीं में बदिाि का स्रोि
श्यामि बूटोीं में खथर्ि है। इस बदिाि क
े कारण
इिमें से क
ु छ उछििे हुए झुक गए हैं।
सीमाएं
दो से अनिक टेक्टोनिक प्लेटोीं क
े टकराि की
सीमाएीं खथर्ि होिी हैं। इच्छा-और अिीच्छा-
सीमाओीं क
े बीच दो प्रकार होिे हैं।
5. टेक्टोनिक गनिनिनि का रूपांििण
शैल िल का निमााण
टेक्टोनिक घटिाओीं क
े चििे, शैि िि क
े इिाकोीं
में उत्तोिि क
े कारण पिाि और मािा बििे हैं।
ज्वालामुखी उत्खिि
ज्वािामुखखर्ोीं से ििी खदाि खोििे, स्फीनि,
निनटिनिक
े शि, िॉल्क
े िोजेि और अन्य उत्खिि से
पैदा हुए ढेरोीं को िकिीकी रूप से प्रकानशि करिे
जैसे िट जािे हैं।
भूक
ं प औि प्लेट झुकाि
िटकिा हुआ प्लेट दबाि प्रकट करिे क
े निए
उत्थाि र्ा उत्खिि की चोनटर्ोीं पर कमजोरी,
फ्र
ै क्चर बॉज़ और िेटेरि िॉखटींग क
े कारण
भूमध्यसागर में भूक
ीं प होिे हैं।
6. पृथ्वी की ऊर्ाा संिुलिीयिा
1
ओििट्यूडा का एपेक्स
इस निशेष क
े समर् पर, सारे िींत्रोीं क
े उपद्रि
उत्थाि उत्खिि प्रणानिर्ोीं क
े द्वारा अनिक
मजबूि होिे हैं। पृथ्वी अपिे ऊजाा सींिुिि की
ओर बढ़ रही है।
2
क्षेत्रीय संिुलि
र्हाीं िक नक टेक्टोनिक गनिनिनि निकनसि
िींत्रोीं और सींनि में भी सींिुिि को बढ़ािी है।
ज्वािामुखखर्ोीं क
े अनिक उपकरण, भूक
ीं प
और टेक्टोनिक सींनिर्ोीं में िैज्ञानिक अध्यर्ि
मािि जीिि क
े निए सींज्ञािात्मक उठाि पैदा
करिे हैं।
3
शान्त सेमेस्टि
िेनकि, अगिे शाींि सेमेस्टर में, शैिाि िींत्रोीं क
े
उपद्रि कम होिे हैं। ििामाि में, पृथ्वी का
ऊजाा सींिुिि बढ़ रहा है, इस समर् सींिुनिि
जििार्ु की िुििा में िरि जििार्ु की
ििामाि खस्तनर्।
7. अंनिम निचाि
1 टेक्टोनिक गनिनिनि
इस अद् भुि निज्ञाि की खोज में
आप जाि सकिे हैं नक पृथ्वी क
ै से
बििी है। र्ह एक बडी मािा है जो
हमें खािे की चीजोीं से िेकर उजाा
सींचर् िक सभी निषर्ोीं में मदद
करिी है।
2 पृथ्वी का निशाल समुद्र
िहींहोिा था
टेक्टोनिक गनिनिनि क
े कारण,
पृथ्वी उत्सींगोीं और निकटििी समुद्रोीं
से नमिकर निनमाि हुई।
3 सुिनक्षि बिाएं
जीि जींिु और मािि जीिि की सींरक्षा क
े निए हमें र्ह समझिा ज़रूरी है नक
टेक्टोनिक गनिनिनिर्ोीं पर क्ा प्रभाि पडिा है और हम इिसे क
ै से बचा सकिे हैं। इस
समझदारी की मदद से, हम एक सुरनक्षि भनिष्य क
े सार् एक सींिुनिि पृथ्वी बिा
सकिे हैं।