Ganesh Vandana.pptx
- 2. ॐ गजाननं भूतागणाधि सेधितम्, कधित्थजम्बू फलचारु भक्षणम्।
उमासुतम् शोक धिनाश कारकम्, नमाधम धिघ्नेश्वर िादिंकजम्॥
गाइये गनिधत जगबंदन।
संकर-सुिन भिानी नंदन ॥ 1 ॥
धसद्धि-सदन, गज बदन, धिनायक।
क
ृ िा-धसंिु, सुंदर सब-लायक ॥ 2 ॥
मोदक-धिय, मुद-मंगल-दाता।
धिद्या-बाररधि, बुद्धि धबिाता ॥ 3 ॥
मांगत तुलधसदास कर जोरे।
बसध ं रामधसय मानस मोरे ॥ 4 ॥
एकदन्ताय धिद् म े, िक्रतुण्डाय िीमध , तन्नो दन्ती िचोदयात् ॥
ॐ शाद्धन्तिः शाद्धन्तिः शाद्धन्तिः ॥