Vivek ji has written a letter to District administration of Betul asking for their support as well as participation on Bharat Pad Yatra second phase which is happening at their district to reach Indian villages and dialogue with them to understand their problem.
Rashtriya Bhasya gaurav purasakaar : Ananda hi Ananda
Letter of Vivek ji to district collector of Betul for joining Pad yatra at Betul district
1. ७ जून २०१५
रेन, फ्रांस
सेवा में
िजला प्रशासन बेतुल
मध्य प्रदेश
मैंने आज से कु छ महीनों पहले मैंने एक िवशेष आध्याित्मक आदेश के तहत भारत के ग्रामीणों और िकसानों तक
पहुँचने के िलए सम्पूणर् भारत की पद यात्रा शुरू की है,यह मात्र पद यात्रा नहीं अिपतु ग्रामों की मेरी व्यिक्तगत
तीथर् यात्रा भी है। महाराष्ट्र के यवतमाळ िजले से इस यात्रा का पहला चरण बीते गत अप्रैल महीने में पूरा हुआ
था , अब इसका दूसरा चरण बेतुल िजले में है, जो की आिदवासी बहुल एवं प्राकृ ितक सम्पदा से संपन्न िजला
है। मैं स्वयं और भारत के अनेक प्रांतों, शहरों, ग्रामों से अनेकानेक लोग इस पद यात्रा में चलने वाले हैं। बेतुल
िजले की पद यात्रा की शुरुआत २१ जून को सम्पूणर् देश की पावन धरा मुलताई में माँ ताप्ती के उद्गम स्थल से
हो रही है और २५ जून तक चलेगी । मैं कोिशश कर रहा हूँ िक ग्रामीणों और िकसानो से िमलकर उनकी
परेशािनयों को सुन सकूँ , ग्रामों के उद्भव और िवराट इितहास के साथ साथ िजले की कला और िशल्प से भी
पिरिचत होते हुए एक सवार्ंगीण िवकास के िलए प्रयास कर सकूँ । मेरी कोिशश यह भी है िक शासन तक उनकी
समस्याओं को पहुंचा भी सकूँ , सत्ता अपना कायर् करने की कोिशश हमेशा करती है, पर मुझे लगता है िक धमर्
और आध्यतम की धरा से मैं शासन को अगर कोई सहयोग दे सकता हूँ तो दे सकूँ । आज भारत के िलए सबसे
जरुरी बात यह है िक शासन को सहयोग करने के िलए, समाज के हर एक तबके को आगे आना होगा, मैं धमर्
और आध्यात्म की धुरी से इसी भावना के तहत भारत की पद यात्रा में िनकला हूँ।
जैसा की आप की भी अिभलाषा है िक भारत के गाँव और िकसान अपनी समस्याओं से मुक्त हो सकें , शासन की
योजनाओं और कायर्क्रमों से लाभािन्वत हो सके , राष्ट्र की प्रगित उसके नागिरकों की प्रगित पर िनभर्र होती है,
और जो राष्ट्र आज तक प्रगित कर पाएं हैं उनकी प्रगित का एक मात्र कारण यह रहा है िक उनके ग्राम और
िकसान प्रगित के सागर में गोते लगा सके हैं।
भारत आज एक ऐसे दौर से गुजर रहा है जहां ग्रामीण िवकास पुरे भारत के िवकास को िनधार्िरत करेगा, भारत
एक ऐसे समय से भी गुजर रहा है जहाँ उसका ग्रामीण, िकसान, युवा, संस्कृ ित, इितहास, भाषा, पिवत्र स्थल
अगर संजोये नहीं गए तो इससे भारत के आधार को ही धक्का पहुंचेगा। िजला प्रशासन इस तरफ अवश्य ध्यान
दे रहा होगा, मैं व्यिक्तगत तौर पर िकसानों और ग्रामीणों के जीवन को भारत की मुख्य धारा में एक महत्वपूणर्
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53 BD DE LA TOUR D’AUVERGNE, RENNES, FRANCE, 35000
2. िवचार की तरह स्थािपत करने में प्रयत्नशील हूँ, मेरी व्यिक्तगत सोच यह है िक शासन के साथ समस्त भारत खड़ा
होना होगा, भारत अभी भी नागिरकों के समय और वैचािरक दान से दूर है, हम सबको अपना कत्तर्व्य िनभाते हुए
भारत के िलए एक नूतन प्रयास करना होगा।
बस इन्हीं िवचारों के साथ भारत की पिवत्र धरा, भारत का ह्रदय, बेतुल िजले में इस चेतना पद यात्रा के तहत २१
जून को मुलताई में माँ ताप्ती की पूजा अचर्ना से इस इस ग्राम तीथर् यात्रा की शुरुआत होगी, मेरा िवश्वास है
और अपेक्षा भी की िजले की शासन व्यस्था भी इसमें शािमल होगी,हो सकता है यह एक महा संवाद यात्रा में
तब्दील हो जाए, और इस संवाद यात्रा बेतुल की धरा में सवार्ंगीण िवकास का स्वप्न अपना चेतन रूप ले।
मैंने व्यिक्तगत तौर पर माननीय प्रधानमन्त्री और मुख्यमंत्री जी को भी पत्र िलखकर इस यात्रा के बावत बताया है
और मुख्यमंत्री से आग्रह भी िकया है िक अगर वे मध्य प्रदेश में सबसे पहले बेतुल िजले में होने पद यात्रा के िलए
समय िनकाल सकें तो अवश्य आएं, मध्य प्रदेश की धरा पर भारत चेतना पद यात्रा का यह पहला िजला है,
इससे एक बेहद िवधायक सन्देश चहुंओर जायेगा।
आपका
िववेक जी
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