Good Stuff Happens in 1:1 Meetings: Why you need them and how to do them well
जिंदगी के रंग
1.
2. एक औरत थी मेरे साथ हर पल , हर वक्त ... मुझे इतना प्यार दिया , जीवन के आदर्श सिखलाएँ .. हाथ पकड़ के चलना सिखलाया , सही रास्ता दिखलाया .. हर कदम मेरे साथ ... हर पल मेरे पास रही वो .. जिसने मुझे ये यकीन दिलाया की मैं कितना अच्छा , कितना काबिल हूँ .. उसका साया हर पल मेरे साथ चलता है .. -- मेरी माँ
3. मेरे साथ खेलने के लिए , मेरे आंसू पोछने के लिए , मुझे सारे जहाँ की खुशियाँ देने के लिए .. मेरा ख्याल रखने के लिए , मेरी दोस्त बनने के लिए शरारतों में मेरा साथ देने के लिए , प्यार का एक अलग अहसास देने के लिए , कोई थी मेरे साथ , वो अब भी हर लम्हा साथ है .. - मेरी प्यारी बहन
4. एक औरत थी , जिसने मुझे कितने ही नए पाठ पढाएं .. जिसने मुझे एक अच्छा इंसान बनाया .. जिंदगी में कुछ हासिल करने की प्रेरणा दी .. जिन्होंने ये बताया की सही और गलत क्या है .. गलत होने पे उनसे मार भी खाया , और बेशुमार प्यार भी पाया ... उनसे सीखी हर छोटी बातें आज मेरा हौसला बढ़ाती हैं .. जिंदगी जीने के कितने ही सबक सीखे .. वो बातें भुलाये नहीं भूलूँगा कभी ... जिनसे सीखा मैंने इतना कुछ , वो थी .. - मेरी टीचर , शिक्षिका ..
5. एक औरत थी मेरे साथ , मुझे सँभालने के लिए , जिसने हर मुश्किल दिनों में साथ दिया , सहारा दिया .. जिसके कंधे पे सर रख मैं कभी रो भी लेता था .. जब भी मैं इस दुनिया से हारकर तनहा बैठता , वो रहती मेरा हौसला बढ़ाने के लिए .. जिंदगी में वो है तो कुछ गम नहीं ... वो जो हर पल मेरे साथ , मेरे पास है .. - मेरी खूबसूरत दोस्त ..
6. एक औरत थी मेरे साथ , मुझे प्यार देने के लिए .. जो मेरे साथ मेरी जिंदगी की हमसफ़र रही .... जिसने मुझे कभी अकेला रहने नहीं दिया जब कभी थक हर के बैठता था .. उसने मुझे आगे बढ़ने की हिम्मत दी .. मेरे संग चलती रही हर राह .. उसके होने से ये अहसास हुआ की जिंदगी कितनी हसीन है .. जिसने मुझे प्यार करना सिखाया ... - मेरी पत्नी ..
7. जब जिंदगी जीने के क्रम में , दुनिया से लड़ते लड़ते .. मैं कठोर बना .. एक प्यारी सी बच्ची , मेरे उस कठोर दिल को पिघला के , फिर से एक जिंदगी दी मुझे .. उसके साथ खेलते खेलते , मुझे मेरा बचपन वापस मिला .. वो मासूमियत से फिर एक बार परिचय हुआ .. उसके आने से जिंदगी में रौनक आई , बहार आई ... वो जो मेरे घर में लक्ष्मी , सरस्वती का रूप के आई .. - मेरी मासूम , प्यारी बेटी ..
8. एक औरत अब भी है , जो मुझे अपने दिल में समेट लेना चाहती है ... जो मुझसे बहुत प्यार करती है , और मैं जिनपे मरता हूँ ... वो जिसके कण कण में जिंदगी बसी है ... वो जिसके दामन से अच्छा कोई और साया नहीं ... वो , जिसके पास बस अब चंद पलों में मैं जाने वाला हूँ .. वो जो मुझे अपने दामन में समेट लेंगी .. - मेरी मातृभूमि , ......... मेरी भारत माँ