3. प्रदूषण का अर्थ
प्रदूषण का अर्थ है -प्राकृ ततक
संतुलन में दोष पैदा होना! न शुद्ध
वायु ममलना, न शुद्ध जल ममलना,
न शुद्ध खाद्य ममलना, न शांत
वातावरण ममलना !
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5. प्रदूषण को बढ़ाने में कारखाने, वैज्ञातनक
साधनों का अधधक उपयोग, फ्रिज, कू लर, ऊजाथ
संयंत्र आदद दोषी हैं। प्राकृ ततक संतुलन का
बबगड़ना भी मुख्य कारण है। वृक्षों को अंधा-
धुंध काटने से मौसम का चक्र बबगड़ा है। घनी
आबादी वाले क्षेत्रों में हररयाली न होने से भी
प्रदूषण बढ़ा है।
6. उपयुथक्त प्रदूषणों के कारण मानव के स्वस्र् जीवन को
खतरा पैदा हो गया है। खुली हवा में लम्बी सांस लेने
तक को तरस गया है आदमी। गंदे जल के कारण कई
बीमाररयां फसलों में चली जाती हैं जो मनुष्य के शरीर
में पहुंचकर घातक बीमाररयां पैदा करती हैं। पयाथवरण-
प्रदूषण के कारण न समय पर वषाथ आती है, न सदी-
गमी का चक्र ठीक चलता है। सुखा, बाढ़, ओला आदद
प्राकृ ततक प्रकोपों का कारण भी प्रदूषण है।
7. प्रदूषण का अर्थ है वातावरण में दूशकों का घुलना, चाहे उनका जो भी पूवाथ-
तनधाथररत या परस्पर सहमत अनुपात या सन्दभथ के प्रारूप रहे हो ये प्रदूषक
भौततक प्रणाली या उनमें रहने वाले जीव-जन्तुओ में अस्स्र्रता , नुकसान ओर
परेशानी उत्पन्न करते हैं| प्रदूषण पदार्थ या जैसे शोर, गमी या प्रकाश का रूप हो
सकता है.प्रदूषक, प्रदूषण के तत्त्व, ववदेशी तत्त्व या उजाथ से अर्वा प्राकृ ततक रूप
से हो सकते हैं जब वे प्राकृ ततक रूप से पैदा होते हैं और प्राकृ त स्तर को पार
कर लेते हैं तब उन्हें प्रदूषक माना जाता है.प्रदूषण को प्रायः बबंदु स्रोत या
अबबंदु स्रोत प्रदुषण के रूप में वधगथत फ्रकया जाता हैं.
कभी कभी प्रदुषण शब्द के ववस्ताररत अमभप्राय में व्यवस्र्ा की स्स्र्रता के मलए
खतरनाक व्यवस्र्ा के अंतगथत वैसे अप्राकृ ततक उच्च प्रदूषकों के उत्पन्न तत्व
शाममल है. उदाहरण के मलए, पानी अहातनकर है और जीवन के मलए आवश्यक
है, परन्तु बहुत अधधक सांद्रता पर यह एक प्रदूषक माना जा सकता है: यदद
कोई व्यस्क्त अत्यधधक मात्रा में पानी पीये, भौततक प्रणाली पर अत्यधधक बोझ
हो सकता है और यहााँ तक फ्रक बीमार होने और मृत्यु का पररणाम हो सकता है
.एक अन्य उदाहरण है अत्यधधक शोर से एक व्यस्क्त का मानमसक संतुलन
बबगड़ सकता है स्जसका नतीजा बबंदु स्रोत या अबबंदु स्रोत
प्रदुषण साइकोमसस है ;इसे हधर्यार के रूप में युद्ध में प्रयोग फ्रकया गया है.
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9. ववमभन्न प्रकार के प्रदूषण से बचने के
मलए चादहए फ्रक अधधक से अधधक पेड़
लगाए जाएं, हररयाली की मात्रा अधधक
हो। सड़कों के फ्रकनारे घने वृक्ष हों।
आबादी वाले क्षेत्र खुले हों, हवादार हों,
हररयाली से ओतप्रोत हों। कारखानों को
आबादी से दूर रखना चादहए और उनसे
तनकले प्रदूवषत मल को नष्ट करने के
उपाय सोचना चादहए।
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13. भूमि प्रदूषण पृथ्वी की भूमि अक्सर िानव गतिववधियों और
उनकी भूमि संसािनों के दुरुपयोग की वजह से सिहों के
ववध्वंस है. यह िब होिा है जब बेकार चीजों को अच्छी
िरह से नह ं तनपटाया है. स्वास्थ्य शहर और औद्योधगक
अपमशष्ट, खतनजों के दोहन, और अपयााप्ि कृ वष पद्ितियों
द्वारा मिट्ट का अनुधचि प्रयोग का खिरा तनपटान कु छ
कारक हैं. शहर करण और औद्योधगकीकरण भूमि प्रदूषण का
प्रिुख कारण होिे हैं.औद्योधगक क्ांति जो प्राकृ तिक तनवास
नष्ट और प्रदूवषि वािावरण, दोनों िानव और पशुओं के
अन्य प्रजातियों िें रोगों के कारण गति िें घटनाओं की एक
श्ृंखला की स्थापना.
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15. ममट्टी का कटाव तो कई मायनों में रोका जा
सकता है. वातावरण के आधार परइन तरीकों में से
एक या इस्तेमाल फ्रकया जा सकता है सभी तरीकों संयोजन में
इस्तेमाल फ्रकया जा सकता है
1) अधधक पेड़ पौधे लगाये
2) वनों की कटाई से बचें
3) संयंत्र तनवास स्र्ान के ववनाश में ममट्टी, वायु प्रदूषण से बचें
4) गीली घास का प्रयोग करें
5) पेड़ों की कटाई से बचें
16. जल संरक्षण. बंद नल बारी जब पानी आवश्यक नहीं है और यदद
संभव हो तोकम वषाथ लेने के मलए प्रयास करें. यह न के वल पानी
की
कमी को रोकने में मददकरता है, लेफ्रकन दूवषत पानी की रामश है
फ्रक इलाज की जरूरत को कम कर देता है.
मसंक और शौचालय में फें क नहीं कू ड़े. पेंट्स, तेल, और अन्य इ
सी प्रकार की वस्तुओं को रद्दी में तनपटाया जाना चादहए.
पानी से भरे क्षेत्रों में कू ड़े को साफ मदद. यह समुद्र
तटों, झील महासागरोंशाममल है. सुतनस्श्चत करें फ्रक यह सुरक्षक्षत
है कू ड़े को इकट्ठा और यह एक पासके कू ड़ेदान में डाल ददया.
18. 6) जो कटाव को प्रोत्सादहत करेंगे अपने दैतनक जीवन में उत्पादों
का उपयोग कर बंद करो. तनयममत रूप से
कागज के बजाय पुननथवीनीकरण कागज का उपयोग करें.
7) खेत जानवरों द्वारा अत्यधधक चराई से बचें
8)शीतोष्ण सदाबहार जंगलों की रक्षा करता है.