Child marriage in India, according to the Indian law, is a marriage where either the woman is below age 18 or the man is below age 21. 27% of girls in India are married before their 18th birthday and 7% are married before the age of 15.Any male over 18 years of age who enters into a marriage with a minor or anyone who directs or conducts a child marriage ceremony can be punished with up to two years of imprisonment or a fine.
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Child marriage बाल विवाह रोकथाम अधिनियम 2006
1.
2. बच्चा कौन है ?
इस कानून के अनुसार कोई भी लड़का जिसकी उम्र
21 से कम है और कोई भी लड़की जिसकी उम्र 18 वर्ष
से कम है, बच्चा कहलायेगा।
3. दोषी कौन होगा
ननम्नाललखित वखणषत कृ त्य पर दोर् होगा -
कोई भी बाललग िो बच्चो से ब्याह करता है,
माता-पपता/अलभभावक या अन्य कोई व्यजतत जिस पर बच्चे
की जिम्मेदारी है, उसका व्याह कराता है,
ऐसा व्यजतत िो बाल पववाह कराता है, करवाता है, सहयोग
करता है या ननदेपर्त करता है,
ऐसा व्यजतत िो बाल पववाह को प्रोत्साहहत करता है, इसकी
अनुमनत देता है, भाग लेता है, या इसे रोकने में असफल होता
है,
ऐसा व्यजतत जिसने इस अधिननयम के प्राविानों का उल्लंघन
ककया हो
4. सजा का प्रावधान क्या है ?
इस अधिननयम के तहत सभी अपराि संज्ञानात्मक
और गैर िमानती होगें।
बाल पववाह के तहत 2 वर्ष तक का कठोर कारावास
या एक लाि तक का िुमाषना या दोनो हो सकते हैं।
परन्तु ककसी भी महहला को इसके तहत िेल की सिा
नहीं दी िायेगी।
5. पीड़ड़त कौन होगा ?
बच्चे, जिनकी शादी (सहमनत या असहमनत से, कै से
भी) कराई गई हो, को पीड़ड़त पक्ष माना िायेगा।
6. कौन है बाल पववाह रोकथाम अधिकारी ?
इस अधिननयम के तहत राज्य सरकार द्वारा सभी
जिला कलेतटर को उनके जिले के ललए बाल पववाह
रोकथाम अधिकारी बनाया गया है।
इस अधिननयम के पालन मे बाल पववाह की रोकथाम
के ललए की गई ककसी भी कारषवाई के ललए बाल
पववाह रोकथाम अधिकारी के पवरूद्ि कोई भी अपराि
कायम नहीं ककया िा सके गा।
7. बाल पववाह रोकथाम अधिकारी के दानयत्व तया
होगे ?
बाल पववाह रोकथाम अधिकारी, पीड़ड़त बच्चे की देिभाल,
अलभरक्षा के ललए न्यायालय िा सके गा।
बाल पववाह होने से रोके गा
अपराि के प्रमाण एकत्र करेगा
समुदाय को सलाह और परामर्ष देगा
समुदाय को िागरूक और संवेदनर्ील बनायेगा
राज्य सरकार द्वारा सौंपे गये अन्य कायो को करेगा
8. बाल पववाह रोकथाम अधिकारी का
सहयोगी कौन होगा ?
समाि सेवी, सम्माननत व्यजतत, या
कोई भी ग्राम पंचायत/नगर पंचायत का अधिकारी, या
कोई सरकारी अधिकारी या
पजब्लक सेतटर का कोई अधिकारी या
गैर शासकीय संस्थान का कोई भी सदस्य
9. तया बाल पववाह ननष्प्प्रभावी
(अमान्य) घोपर्त हो सकता
बच्चे के चाहने पर बाल पववाह प्रभावर्ून्य घोपर्त हो सकता
है
10. बाल पववाह अमान्य घोपर्त कराने की तया
प्रकिया है ?
प्रकिया ननम्नानुसार है -
इसके ललए पीड़ड़त लड़का/लड़की को जिला न्यायालय में
अपील करनी होगी।
यहद अपीलकताष नाबाललग है तो बच्चे का कोई अलभभावक
बाल पववाह रोकथाम अधिकारी के साथ अपील दिष कर
सकता है।
बाललग होने की दो वर्ष की अवधि के अंदर कभी भी
अपील की िा सके गी।
11. बाल पववाह कब से प्रभावर्ून्य माना िायेगा ?
बाल पववाह प्रभावर्ून्य होगा िब -
बच्चे को कानूनी अलभभावक से दूर ले िाया या रिा गया
हो या उसे िबरदस्ती कहीं दूसरी िगह भेिा गया हो।
पववाह के ललये बेचा गया हो या शादी के बाद देह व्यापार
या अनैनतक कृ त्य हेतु उपयोग ककया गया हो
पववाह रोकने के आदेर् के बाविूद बाल पववाह कराया
गया हो।
12. लड़की को भरण-पोर्ण और आवास की सुपविा पाने का
अधिकार होगा ?
िी हां
जिला न्यायालय आदेर् िारी कर लड़के को लड़की (तलाकर्ुदा पत्नी)
के दुबारा ब्याह होने तक भरण - पोर्ण रापर् (गुिारा भत्ता) देने हेतु
ननदेपर्त करेगा।
यहद लड़का नाबाललग होगा तो उसके पालकों को यह भुगतान करना
होगा।
जिला न्यायालय दोनो पक्षो को िनरापर् और अन्य सामग्री वापपस
करने के ललए ननदेपर्त करेगा िो पववाह के समय ली दी गई थी।
यहद लड़की की ओर से कोई अपील की िाती है तो जिला न्यायालय
लड़की की दुबारा शादी करने तक आवास की व्यवस्था हेतु आदेर्
िारी करेगा।
13. बाल पववाह से िन्म लेने वाले बच्चे की
देिभाल का दानयत्व ककसका होगा ?
बाल पववाह के बाविूद, सभी िन्म लेने वाले
बच्चे कानूनन वैद्य है।
बच्चे के बेहतर हहत को ध्यान में रिते हुये
उसकी देिभाल ओर सुरक्षा हेतु जिला न्यायालय
उधचत आदेर् िारी करेगा।
अन्य पक्ष या उसके पालकों/अलभभावकों को भी
बच्चे की देिभाल हेतु आदेर् हदये िायेगें।
14. बाल पववाह से संबंधित मुद्दों पर ककस
न्यायालय में अपील की िा सके गी ?
बाल पववाह प्रनतर्ेि अधिननयम 2006 में अपीलकताष
जिला न्यायालय के तहत -
ऐसे स्थान पर िहां प्रनतवादी या बच्चा रहता हो, या
िहां पववाह ककया गया हो, या
िहां दोनों पक्ष आखिरी बार एक साथ रहते हों, या
अपील की सुनवाई के समय अपीलकताष जिस स्थान पर
रह रहा हो।
15. ?
कम आयु मे गभषिारण की दर का अधिक होना
समयपूवष प्रसव की घटनाओं का अधिक होना
कम उम्र की माताओं में मृत्युदर की अधिकता होना
गभषपात और मृत पर्र्ुओं के प्रसव की दर अधिक होना
पर्र्ुओं की मृत्यु और बीमारी की दर का बढ़ना
यौन संसगष से होने वाले रोगों िैसे एड्स आहद का ितरा
अधिक होना
मनलसक समस्याओं/बीमाररयों का बढ़ना
बच्चों में आत्मननभषरता की कमी, िासकर बजच्चयों में
16. लड़ककयों पर अत्याचार और हहंसा होने की संभावना का
बढ़ िाना
लड़ककयों के देह व्यापार और िय-पविय के ललए
इस्तेमाल करने का अधिक ितरा होना
स्कू ल छोड़ने की प्रवृपत्त और संख्या का बढ़ना
रोिगार और कमाने की क्षमता का घटना, पवर्ेर्कर
बजच्चयों में
बच्चों पर समय से पहले ही पाररवाररक और सामाजिक
जिम्मेदाररयों को लदना
लड़ककयों को िबरदस्ती घरेलू कामों में झौंका िाना
बालश्रम का बढ़ना