एक बूढ़ा आदमी एनिवर्सरी पर अपनी पत्नी की इच्छा पूरी करने के लिए भीख तक मांग लेता है, इसे आप क्या कहेंगे? पढ़ें सच्चे प्यार की ये दिल को छू लेने वाली लघु कहानी सोलवेदा पर।
Good Stuff Happens in 1:1 Meetings: Why you need them and how to do them well
अमर प्रेम की एक कहानी
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अमर प्रेम की एक कहानी
सही और गलत क
े ममले-जुले मिचार ों क
े साथ िह दुमिधा में बैठकर
यही स च रही थी मक क्या ल ग इसी क अमर प्रेम कहते हैं।
साफ-सुथरी सफ
े द शर्ट पहने एक बुजुगट क उसने सड़क की दू सरी ओर देखा,
ज भीख माोंग रहा था। ज्यादातर ल ग ों ने उन्हें दुत्कार कर भगा मदया। क
ु छ
ल ग ों ने त उन्हें बहुत गलत तरीक
े से डाोंर्ा। जैसे ही उसने बुजुगट की ओर देखा,
त िह उसकी ओर चला आया। परेशान मदख रहे बुजुगट ने मििकते हुए कहा-
क्या आप मुिे 100 रुपए उधार दे सकती हैं। मुिे इसकी सख्त जरूरत है। मैं
िादा करता हों क
ु छ मदन ों में िापस कर दूोंगा। यहाों मेरा फ न नोंबर मलखा है।
लड़की क उस पर मिश्वास नहीोंहुआ। लेमकन अचानक क
ु छ ऐसा हुआ मक
उसने अपने पसट से 100 रुपए का न र् मनकाला और उन्हें दे मदया। बुजुगट ने
उसे धन्यिाद कहा और तेजी से चला गया।
2. जरूरतमोंद की मदद करना उसे अच्छा लगता था। लेमकन सड़क क
े नीचे ज
उसने देखा उससे िह च ोंक गई। यह िही आदमी था, ज एक महोंगे रेस्ट रेंर् में
अपनी उम्र की एक ममहला क
े साथ बैठा था। िे प्रेमी-प्रेममका की तरह लग रहे
थे। पहले त उसे भर सा नहीोंहुआ मक उसने क्या देखा। उसने एक अजनबी क
अपने दयालु स्वभाि का फायदा उठाने देने क
े मलए खुद क बहुत क सा।
हालाोंमक, अभी बहुत देर नहीोंहुई थी। िह उसकी नजर ों क
े सामने था। िह उसे
सबक मसखाना चाहती थी। िह गुस्से में रेस्ट रेंर् में चली गई और द न ों क
देखने क
े मलए एक क ने में बैठ गई। इसी द रान बुजुगट की नजर उस पर पड़ी,
िह च ोंक गया और शममिंदा ह कर देखने लगा। िह जैसे ही उसक
े पास जाने
िाली थी, त उसने देखा मक बुजुगट उसकी ओर आ रहा है।
“मैं ररक्व
े स्ट करता हों, प्लीज आप शाोंत ह जाइए। िहाों बैठी मेरी पत्नी क इस
बारे में क
ु छ भी पता नहीोंह ना चामहए।” उसक
े सामने बैठते हुए बुजुगट ने धीमी
आिाज में कहा। आपक ऐसा लग सकता है मक मैंने िूठ ब ला था, लेमकन मेरे
पास और क ई मिकल्प नहीोंथा। प्लीज मुिे एक म का दें, मजससे मैं आपक
सारी बातें बता सक
ूों । हालाोंमक, िह बहुत गुस्से में थी। इसक
े बािजूद उसने
बुजुगट क समिाने का म का देने का फ
ै सला मकया।
बुजुगट ने कहा- आज हमारी शादी की 40िीोंएमनिसटरी है। मैं पत्नी क उसक
े
पसोंदीदा रेस्ट रेंर् में लाकर सरप्राइज देना चाहता था। इसक
े मलए मैंने क
ु छ पैसे
बचाए थे। लेमकन जैसे-जैसे समय बीता, त मुिे एहसास हुआ मक पैसे कम ह
जाएों गे। मैं उसे शममिंदगी में नहीोंडालना चाहता था। इसमलए मैंने ऐसा मकया,
मजसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीोंकी थी।
3. बुजुगट क लग रहा था मक लड़की उसकी बात ों पर मिश्वास नहीोंकर रही है, मफर
भी उसने बात ों का मसलमसला जारी रखा। मेरा इरादा आपक
े पैसे लेकर भागने
का नहीोंथा। आपक
े पास मेरा फ न नोंबर है। मैं िादा करता हों मक मैं अगले
सप्ताह तक आपक
े पैसे ल र्ा दूोंगा। आपने मेरी ज मदद की, उसक
े मलए मैं
आभारी हों। प्लीज तब तक मेरी पत्नी से क
ु छ मत कहना।
बुजुगट की बातें सुन िह च ोंक गई। उसे क
ु छ भी समि नहीोंआ रहा था मक िह
क
ै सी प्रमतमिया दे। यह भािनाओों का अजीब सा ममलाजुला रूप था, मजसमें
गुस्सा और आश्चयट द न ों था। एक तरफ िह इस बात से परेशान थी मक उससे
मदद लेने क
े मलए बुजुगट ने िूठ ब ला था। िहीोंदू सरी ओर अपनी पत्नी की खुशी
क
े मलए बुजुगट क
े इस हद तक जाने क
े मलए उसक
े पास क ई शब्द नहीोंथा।
सही और गलत क
े अपने मिचार ों क
े साथ िह यही स च रही थी मक क्या ल ग
इसी क अमर प्रेम कहते हैं?