कोई भी बिज़नेस तीन श्रेणियों में बंटा होता है, मेन्युफैक्चरिंग, ट्रेड और सर्विस. इसी के आधार पर आंत्रप्रेन्योर अपने स्टार्टअप बिज़नेस के लिए फंडिंग करते हैं. आप इन 6 आसान तरीकों की मदद से अपने स्टर्टअप बिज़नेस के लिए फंडिंग कर सकते है.
2. स्टाटटअप फ
ं ड ंग पाने क
े 6 आसान तरीक
े
आज क
े समय में हर कोई अपना खुद का बॉस बनना चाहता है जजसक
े लिए ज्यादातर िोग
अपनी जॉब छोड़कर बबज़नेस शुरू करना चाह रहे है. िोग स्टाटटअप तो शुरू कर देते हैं
िेककन उन्हें पता ही नहीीं होता कक स्टाटटअप क
े लिए फ
ीं ड ींग कहाीं से आएगी. स्टाटटअप शुरु
करने क
े बाद ज्यादातर स्टाटटअप लसफ
ट फ
ीं ड ींग क
े अभाव में ही बींद हो जाते हैं. ऐसे में आप
समझ सकते हैं कक ककसी भी स्टाटटअप बबज़नेस क
े लिए फ
ीं ड ींग को होना ककतना जरूरी है.
कोई भी बबज़नेस तीन प्रोसेस में बींटा होता है. मेन्युफ
ै क्चररींग, ट्रे और सर्वटस. इसी क
े आधार
पर आींत्रप्रेन्योसट अपने स्टाटटअप क
े लिए फ
ीं ड ींग करते हैं. कोई भी क
ीं पनी इन्हीीं तीन पैरामीटर
को देखकर आपको फ
ीं ड ींग देने, न देने का फ
ै सिा करती हैं. ककसी भी स्टाटटअप क
े लिए
शुरूआत में पैसे जुटाना काफी चुनौतीपूर्ट होता है.
ककसी भी स्टाटटअप क
े लिए फ
ीं ड ींग जमा करने से पहिे उसे 5 स्टेज पर से होकर गुजरना
पड़ता है. िॉन्च स्टेज, ग्रोथ स्टेज, शेक-आउट स्टेज, मैच्योररटी स्टेज और ड किाइन स्टेज.
िॉन्च स्टेज तब आती है जब कोई क
ीं पनी बबज़नेस शुरू करने क
े लिए सभी कानूनी
औपचाररकता पूरी कर िेता है. इस स्टेज में क
ीं पनी क
े प्रोमोटर शुरूआत में इतना पैसा िगाते
है कक क
ीं पनी अपने पैरों पर खड़ी हो जाए या सींचािन शुरू कर सक
े . शेक-आउट स्टेज तब
आती है जब कोई बबज़नेस र्वकास क
े कई स्तरों को पार कर िेता है.
3. मैच्योररटी स्टेज तब आती है जब सेल्स, रेवेन्यू और प्रोकफट धीरे-धीरे एक ननधाटररत अनुपात
में लमिने िगता है और वो स्टाटटअप अपनी दूसरी ब्ाींच खोिने और नयी टेक्नोिॉजी में
ननवेश करने िगता है. ड किाइन स्टेज में, बबज़नेस की बबक्री और रेवेन्यू कम होने िगता
है. इस स्टेज से बबज़नेस का ननकिना बहुत ही मुजककि होता है. कोई भी आपकी क
ीं पनी में
पैसा इन स्टेज को देखकर ही िगाता है. िेककन आज हम आपको बता रहे है 6 ऐसे ही
आसान तरीक
े जजनक
े जररए आप आसानी से अपने स्टाटटअप क
े लिए फ
ीं ड ींग कर सकते है.
तो आइए जानते हैं फ
ीं ड ींग क
े 6 आसान तरीक
े .
1. एंजल इन्वेस्टमेंट (Angel Investment)
ककसी भी स्टाटटअप में फ
ीं ड ींग िेने का मुख्य स्त्रोत एींजि इन्वेस्टसट होते हैं. यह ऐसे
व्यजक्तयों या क
ीं पननयों को कहते हैं, जजनक
े पास बहुत पैसे हो और वे ककसी बबज़नेस या
स्टाटटअप में इन्वेस्ट करना चाहते हों. स्टाटटअप बिज़नेस प्लान क
े लिए आप बबज़नेस कोच
(Business Coaches For Entrepreneurs) की भी मदद िे सकते है. एींजि इन्वेस्टसट, हाई नेटवथट
या वार्षटक आय वािे व्यजक्त होते हैं और आमतौर पर अक
े िे काम करते हैं. वे अपने पैसे को
ननवेश करने क
े लिए अच्छे र्वकल्प और स्टाटटअप की तिाश में रहते है. इसक
े लिए आमतौर
पर आींत्रप्रेन्योर को एक प्रेजेंटेशन देना होता है, जजसक
े बाद बबज़नेस क
े हर पहिू पर चचाट
होती है. एींजि इन्वेस्टसट को आकर्षटत करने क
े लिए आपको अपने बबज़नेस की पूरी प्िाननींग
उन्हें बतानी होती है और एक शानदार र्पच देनी होती है.
4. एक-दूसरे क
े ऑफसट से सींतुष्ट होने क
े बाद ही कोई ीि साइन की जाती है. इस तरह का
इन्वेस्टमेंट बबज़नेस क
े शुरुआती दौर में ही होता है. भारत में भी हैदराबाद एींजेल्स, इींड यन
एींजेल्स नेटवक
ट , मुींबई एींजेल्स जैसे इन्वेस्टसट हैं जो छोटे-बड़े स्टाटटअप को अच्छी फ
ीं ड ींग देते
हैं. छोटे स्टाटटअप क
े लिए एींजेि इन्वेस्टसट सबसे अच्छा र्वकल्प हैं.
2. क्राउ फ
ं ड ंग (Crowd Funding)
यह एक ऐसा मींच है जो आम िोगों क
े सपने पूरे करने में सहायता करता है. यहाीं आप
अपना प्रोजेक्ट लिस्ट करते हैं और आपको ककतने पैसों की जरूरत है वह बताना होता है.
इसक
े बाद जजस व्यजक्त को आपका प्रोजेक्ट पसींद आएगा वह आपको पैसे देता है.
क्राउ फ
ीं ड ींग की बदौित जो िोग आपको पैसा देते है तो कई बार आपको बदिे में क
ु छ देना
पड़ता है जैसे की अगर आप कफल्म बना रहे हैं तो आपको पैसा देने वािे को प्रीलमयर पर
बुिा सकते हैं या कफर क
ु छ प्रो क्ट ड स्काउींट में दे सकते हैं. क्राउ फ
ीं ड ींग में प्रोजेक्ट करते
वक्त आपको यह बताना होगा कक आप फ
ीं क
ै से और कहाीं इस्तमाि करेंगे इसकी पूरी
जानकारी देनी होती है.
5. 3. िैंक लोन (Bank Loan)
फ
ीं ड ींग िेने की जब भी बात आती है तो सबसे मुख्य नाम िोन का ही आता है. हर कोई
सबसे पहिे िोन क
े बारे में र्वचार करता है. िोन क
े ज़ररये अपने बबज़नेस की फ
ीं ड ींग करना
फ
ीं ड ींग क
े सबसे िोकर्प्रय तरीकों में से एक है. ज़्यादातर छोटे स्टाटटअप, िोन से अपने
बबज़नेस की फ
ीं ड ींग क
े लिए बैंकों और अन्य दूसरे र्वत्तीय सींस्थानों की मदद िेते हैं. अभी
भी बहुत से आींत्रप्रेन्योसट इसी ऑप्शन पर जोर देते हैं क्योंकक बैंक से जुड़कर उन्हें ज्यादा
सुरक्षित महसूस होता है. िेककन बैंक से िोन िेने क
े लिए आपको कई पेपरवक
ट से गुजरना
पड़ता है. बैंक बबज़नेस िोन देने से पहिे आपकी र्वत्तीय जरूरतों क
े बारे में जानकारी िेते
हैं. हर बबज़नेस की दो तरह की जरूरतें होती हैं. कफक्स् क
ै र्पटि और वकक
िं ग क
ै र्पटि. जहाीं
कफक्स् क
ै र्पटि में प्रोपटी या बबजल् ींग का ककराया, मशीनरी, इजक्वपमेंट्स की िागत और
फनीचर या इन्रास्ट्रक्चर तैयार करने का खचट शालमि ककया जाता है. वहीीं वकक
िं ग क
ै र्पटि
में रॉ मैटेररयल्स का इींतजाम करने में आने वािा खचट, कमटचाररयों को ददया जाने वािा
वेतन, मशीनरी क
े मेंटेनेंस का खचट, र्वज्ञापन और माक
े दटींग का खचट, बबजिी-पानी का बबि
वगैरह शालमि होता है. इस तरह अपनी र्वत्तीय जरूरतों का आींकिन करक
े आप बैंक में
िोन क
े लिए आवेदन कर सकते हैं. भारत में िगभग सभी बैंक बबज़नेस क
े लिए कई तरह
क
े र्वकल्प और शतों वािे बबज़नेस िोन देते हैं. बैंक आपको िोन िौटाने क
े लिए एक
पयाटप्त समय देता है. इसलिए यह फ
ीं ड ींग क
े िोकर्प्रय तरीकोंमें से एक हैं.
6. 4. सरकारी योजनाएं (Government Schemes)
छोटे स्टाटटअप को आगे बढाने में सरकार भी आपकी मदद कर सकती है. भारत सरकार ने
स्टाटटअप और िघु उद्यमों को फ
ीं करने क
े लिए कई योजनाएीं शुरू की हैं. MSME Scheme
For Startup Business इन योजनाओीं क
े जररए बबज़नेसमैन आसानी से अपने स्टाटटअप क
े
लिए फ
ीं जुटा सकते हैं. यही नहीीं यहाीं आपको कई तरह की ररयायतें भी दी जाती हैं. जैसे
आप अगर आरक्षित वगट से हैं, मदहिाएीं हैं तो आपक
े लिए कई योजनाएीं बनाई गई हैं.
भारत सरकार की दो योजना प्रधानमींत्री मुद्रा योजना और स्टैं अप इींड या आज सबसे ज्यादा
िोकर्प्रय है. मुद्रा योजना क
े जररए बबज़नेस को तीन श्रेणर्यों लशशु, ककशोर और तरुर् में
फ
ीं ककया जाता है. लशशु में 50 हजार रुपए तक का िोन ददया जाता है. ककशोर में 50
हजार से 5 िाख रुपए तक का िोन और तरुर् में 5 िाख से 10 िाख रुपए तक का िोन
ददया जाता है. वहीीं स्टैं अप इींड या क
े तहत एससी, एसटी और मदहिा आींत्रप्रेन्योर को
आसान ब्याज दरों पर 1 करोड़ रुपए का िोन ददया जाता है. आप सरकारी योजनाओीं का
भी िाभ उठा कर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं.
5. वेंचर क
ै पपटल (Venture Capital)
वेंचर क
ै र्पटि आींत्रप्रेन्योर क
े लिए िोन िेने का सबसे पसींदीदा तरीका होता है. वेंचर
क
ै र्पटलिस्ट्स इजक्वटी यानन दहस्सा िेकर आपक
े बबज़नेस में पैसा िगाते हैं और आईपीओ
जारी होने या एजक्वजजशन क
े बाद ही बबज़नेस से हटते हैं.
7. फ
ीं ड ींग क
े इस तरीक
े में स्टाटटअप शुरू करने वािे व्यजक्त को अपने मुनाफ
े का क
ु छ दहस्सा
शेयर करना पड़ता है. यह नए बबज़नेसमैन क
े लिए सबसे कारगार तरीका बन सकता है.
वेंचर क
ै र्पटलिस्ट्स समय-समय पर इस बात का आींकिन भी करते हैं कक आपका स्टाटटअप
सही ददशा में आगे बढ रहा है या नहीीं. वे स्क
े िेबबलिटी और सस्टेनेबेलिटी क
े नज़ररए से भी
बबजनेस का आींकिन करते हैं. आप वेंचर क
ै र्पटि की मदद से अपने स्टाटटअप क
े लिए फ
ीं
जुटा सकते हैं.
6. इन््यूिेटर व ए्सेलेरेटर (Incubator and Accelerator)
बबज़नेस क
े लिए फ
ीं जुटाने क
े कारगार तरीकों में से एक इन्क्यूबेटर व एक्सेिेरेटर प्रोग्राम
भी है. आप इसक
े जररए भी फ
ीं एकज्ञ कर सकते हैं. इन प्रोग्राम क
े जररए हर साि कई
स्टाटटअप को सहायता दी जाती है. फ
ीं ड ींग क
े इस तरीक
े में इन्क्यूबेटसट आइड या जनरेशन
से िेकर प्रो क्ट तैयार करने तक में आपकी मदद करते हैं, वहीीं एक्सेिेरेटसट आपक
े बबज़नेस
की स्पी को बढाने में मदद करते हैं. अक्सर ये प्रोग्राम्स 4-8 महीने तक चिते हैं. एक
बबज़नेसमैन को इन प्रोग्राम्स में एक बार शालमि होने क
े बाद टाइम कलमटमेंट करना होता
है. इनकी मदद से आप अपनी फील् में आसानी से अच्छे कनेक्शींस बना सकते हैं. फ
ीं ड ींग
क
े इस तरीक
े से आप आसानी से अपने स्टाटटअप क
े लिए फ
ीं जमा कर सकते हैं.
8. आप इन 6 तरीकों से अपने स्टाटटअप क
े लिए फ
ीं जमा कर सकते हैं. िेककन अपने
स्टाटटअप क
े लिए फ
ीं जमा करने से पहिे इस बात का ध्यान रखें कक आप इनसे जुड़ी
जानकारी को सही से पढें. प्रोजेक्ट लिस्ट करने से पहिे इनक
े ननयम व शतें पढ िें. कई
ऐसे प्िैटफॉमट जो लिस्ट करने क
े लिए फीस भी िेते है जो स्टाटटअप ऑनिाइन पोटटि पर
प्रोजेक्ट लिस्ट करते हैं. यहाीं से आप फ
ीं िेकर अपने स्टाटटअप बबज़नेस को सफि बनाने
क
े सपनों को पूरा कर सकते हैं.
बबज़नेस करने और पैसें कमाने क
े अन्य तरीकों को जानने क
े लिए आप हमारे Problem
Solving Course की मदद भी िे सकते हैं.
िेख क
े बारे में आप अपनी दटप्पर्ी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करक
े दजट करा सकते हैं.
इसक
े अिावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में ककसी कदठन और मुजककि
परेशाननयों का सामना कर रहे हैं. आप चाहते हैं कक स्टाटटअप बबज़नेस को आगे बढाने में
आपको एक पसटनि बबज़नेस कोच का अच्छा मागटदशटन लमिे तो आपको BCP Bada
Business (Business Coaching Program) का चुनाव जरूर करना चादहए. जजससे आप अपने
बबज़नेस में एक अच्छी हैं होजल् ींग पा सकते हैं और अपने बबज़नेस को चार गुना बढा सकते
हैं.
Source: https://hindi.badabusiness.com/startup/6-easy-ways-to-get-startup-funding-
10195.html