2. विषय सूची
• िायुमंडल की परिभाषा
•
• िायुमंडल का संगठन
• िायुमंडल की संिचना
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3. परिभाषा
• पृथ्िी के चािों ओि स्थित गैसीय आििण जो
पृथ्िी की गुरुत्िाकषषण शस्तत के कािण उससे
जुड़ा हुआ है िायुमंडल कहलाता है।
• NASA के एक अध्ययन के अनुसाि िायुमंडल
पृथ्िी की सतह से 80,000 km तक की ऊँ चाई तक
विथतृत है .
• यह अनुमाननत ककया जाता है की िायुमंडल के
कु ल भाि का 97% भाग पृथ्िी की सतह से 29
km तक की ऊँ चाई तक स्थित है.
4. िायुमंडल का संगठन
िायुमंडल गैसों, जल िाष्प औि धूल कणों से बना है।
गैसें :
• िायुमंडल के कु ल भाि का 95% गैसों द्िािा बनाया जाता है
• आयतन के अनुसाि शुष्क िायु में 78.08% नाइट्रोजन,
20.95% ऑतसीजन, 0.93% आगषन, 0.035% काबषन
डाइऑतसाइड औि अन्य गैसों की एक छोटी मात्रा जैसे कक
मीिेन, हाइड्रोजन, हीललयम, किप्टन, जेनन, ननयॉन, सल्फि
डाइऑतसाइड आदि हैं।
• इस प्रकाि नाइट्रोजन औि ऑतसीजन प्रमुख गैसें हैं जो पृथ्िी
की सतह से 25 ककमी की ऊं चाई तक िायुमंडल की कु ल
गैसीय संिचना के लगभग 99% भाग का ननमाषण किती हैं।
6. • गैसों का यह अनुपात 80 km की ऊँ चाई तक बिकिाि िहता है।
इस ऊँ चाई के बाि यह अनुपात बिलता है औि हाइड्रोजन औि
हीललयम की मात्रा बढ़ने लगती है।
• इतना ही नहीं 80 km से अधधक ऊँ चाई पि विलभन्न गैसों के
अलग-अलग थति कायम िहते हैं . इनमें चाि थति महत्िपूणष
हैं :-
गैसीय स्तर ऊँ चाई
1 अणु प्रधान नाइट्रोजन थति 90-120 km
2 पिमाणु प्रधान ऑतसीजन थति 200-400 km
3 हीललयम थति 1100-3500 km
4 पिमाणु हाइड्रोजन थति 3500-10,000 km
7. विलभन्न गैसों का महत्ि :
• नाइट्रोजन आम तौि पि िासायननक रूप से ननस्ष्िय होता है,
लेककन यह ऑतसीजन को पतला किता है औि इसे सांस लेने
योग्य बनाता है। यह पौधे द्िािा नाइट्रेट के रूप में भी
अिशोवषत ककया जाता है औि उनकी िृद्धध में मिि किता है।
• ऑतसीजन श्िसन किया के ललए जरूिी है औि िहन के ललए
भी आिश्यक है।
• काबषन डाइऑतसाइड का उपयोग प्रकाश संश्लेषण के ललए हिे
पौधों द्िािा ककया जाता है औि यह ग्रीन हाउस प्रभाि के
माध्यम से पृथ्िी के तापमान को भी ननयंत्रत्रत किता है।
• ज़मीन के समीप ओजोन एक प्रिूषक है लेककन समताप मंडल
की ओजोन पित सूयष की अल्ट्रा िायलेट विककिण से पृथ्िी की
िक्षा किती है।
8. धूल कण :
• िायुमंडल में मौजूि धूल कणों को िो प्रकािों में विभास्जत
ककया जाता है - थिलीय धूल कण औि ब्रहमांडीय धूल
कण
• थिलीय धूल कण मुख्य रूप से पृथ्िी की सतह से 5
ककमी की ऊँ चाई तक पाए जाते हैं।
• िे आर्द्षताग्राही नालभक (Hygroscopic nuclei) के रूप में कायष
किते हैं औि बािलों के ननमाषण में मिि किते हैं
• ब्रहमांडीय धूल के कण मुख्य रूप से 50 ककमी की ऊं चाई
से ऊपि पाए जाते हैं औि िे पृथ्िी के िायुमंडल में प्रिेश
किने िाले खगोलीय वपंडों के विघटन के कािण उत्पन्न
होते हैं। िे ‘noctilucent’ बािलों के ननमाषण में मिि किते
हैं।
9. • धूल कण सौि विककिण के त्रबखिने में मिि किते हैं जो
सूयोिय औि सूयाषथत के समय आकाश में नयनालभिाम िंग
उत्पन्न किता है।
ROLE OF DUST PARTICLES
Formation of Clouds Scattering of Solar Radiation
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10. जलिाष्प :
• जल िाष्प की उपलब्धता आमतौि पि 12 ककमी की
ऊं चाई तक होती है। हालाँकक, िायुमंडल के मध्य भाग
में कु छ जलिाष्प 50 ककमी की ऊँ चाई से ऊपि भी
पाई जाती है। िायुमंडल की ऊध्िाषधि धािाएँ पहले
इसे समताप मंडल तक ले जाती हैं औि कफि समताप
मंडल के तापमान में िृद्धध के कािण यह 50 ककमी
की ऊँ चाई तक पहुँच जाती है। ओजोन पित को पाि
किने के बाि यह िाष्प संघननत होने लगती है औि
‘noctilucent’ बािलों का ननमाषण किती है।
11. • िायुमंडल में जल िाष्प की उपस्थिनत के ललए तीन प्रकियाएं
स्जम्मेिाि हैं। िो हैं -
(a) िाष्पीकिण (Evaporation)
(b) िाष्पीकिण- िाष्पोत्सजषन (evapotranspiration)
(c) ऊध्िषपातन (sublimation)
• िायुमंडल में होने िाली विलभन्न प्रकाि की मौसमी घटनाओं
(weather phenomena) के ललए जल िाष्प स्जम्मेिाि है, जैसे-
बािलों का बनना, विलभन्न प्रकाि के िषषण, तूफान, आदि।
• जल िाष्प भी िाताििण को गमष किने में मिि किता है
तयोंकक यह थिलीय विककिण को अिशोवषत किता है
12. िायुमंडल की संिचना
जैसे-जैसे हम िायुमंडल में ऊपि जाते हैं, तापमान में
लभन्नताएं पायी जाती हैं। तापमान की विशेषताओं के
आधाि पि िाताििण की ऊध्िाषधि संिचना को 6
संकें दर्द्त पितों में विभास्जत ककया जा सकता है:
(i)क्षोभ मंडल (Troposphere)
(ii)समताप मण्डल (Stratosphere)
(iii)मध्य मंडल (Mesosphere)
(iv)आयन मंडल या ताप मंडल (Ionosphere or
Thermosphere)
(v)बदहमंडल (Exosphere)
(vi)चुम्बकीय मंडल (Magnetosphere)
13. क्षोभ मंडल (Troposphere) :
• िायुमंडल की सबसे ननचली पित
• इसकी औसत ऊँ चाई 8-18 ककमी है, यानी ध्रुिों पि 8 ककमी
औि भूमध्य िेखा पि 18 ककमी। भूमध्य िेखा पि अधधक
ऊं चाई का कािण संिहन धािाओं की उपस्थिनत है, स्जसके
कािण हिा लंबित रूप से अधधक ऊं चाई तक बढ़ती है।
• सभी प्रकाि की मौसमी घटनाएं (जैसे कोहिा, बािल, ओस,
ठंढ, बारिश, बफष बािी, तूफान, त्रबजली, आदि) इस पित में
होती हैं।
• यह विककिण, चालन औि संिहन का क्षेत्र है
14. • क्षोभ मंडल में तापमान
बढ़ती ऊं चाई के साि
6.50C प्रनत 1000 मीटि
की िि से घटता है। इसे
तापमान की सामान्य ह्रास
िि (Normal Lapse Rate)
कहा जाता है।
• क्षोभमंडल की ऊपिी सीमा
पि तापमान -600C है
• इस पित की ऊपिी सीमा
पि जेट धािाएँ पाई जाती
हैं
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15. समताप मंडल (Stratosphere):
• यह क्षोभ मंडल के ठीक ऊपि स्थित है औि 1.5 ककमी की
मोटाई िाले एक संिमण बेल्ट द्िािा इसे अलग ककया
जाता है स्जसे क्षोभ सीमा (tropopause) के रूप में जाना
जाता है।
• यह 50 ककमी की ऊँ चाई तक फै ला हुआ है।
• समताप मंडल के ननचले दहथसे में 15-35 ककमी की ऊँ चाई
के बीच, ओज़ोन गैस की भािी सांर्द्ता पाई जाती है। इसे
'ओजोन पित' के रूप में जाना जाता है।
• ओजोन पित की उपस्थिनत के कािण इस पित में तापमान
धीिे-धीिे ऊं चाई के साि बढ़ता है तयोंकक ओजोन सूयष से
आने िाली Ultra Violet ककिणों को अिशोवषत किता है.
16. • समताप मंडल की ऊपिी सीमा पि तापमान 00C तक पहुंच
जाता है
• यह पित सामान्य तौि से atmospheric disturbances से िदहत
है
• जेट धािाएं इस पित के ननचले भागों में भी पायी जाती हैं
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17. मध्य मंडल(Mesosphere):
• मध्य मंडल 50 – 80 km की ऊँ चाई के बीच फै ला हुआ है।
• एक संिमण पेटी के द्िािा यह समताप मंडल से अलग होता है
स्जसे समताप सीमा (Stratopause) के नाम से जाना जाता है
•
• इस पित में ऊं चाई बढ़ने के साि तापमान घटता जाता है
• मध्य मंडल की ऊपिी सीमा पि तापमान -850C से
-1000C के बीच हो जाता है
• यह िायुमंडल की सबसे ठंडी पित है
• Noctilucent बािल औि उल्कावपंड धूल (meteoric dust) यहाँ पाए
जाते हैं
18. ताप मंडल या आयन मंडल (Thermosphere or
Ionosphere):
• यह पित 500 ककमी की ऊं चाई तक फै ली हुई है
• यह एक संिमण पेटी द्िािा मध्य मंडल से अलग होती है
स्जसे मध्य सीमा (mesopause) के नाम से जाना जाता है
• इस पित में ऊँ चाई बढ़ने के साि तापमान बढ़ता है औि इस
पित की ऊपिी सीमा पि यह +250C हो जाता है
• इस पित में आयननत कण (ionised particles) मौजूि होते हैं
जो िेडडयो तिंगों को िापस पिािनतषत किने में सक्षम होते हैं
• इस पित ने पृथ्िी पि िेडडयो संचाि औि िूिसंचाि को संभि
बना दिया है
19. • जब सूयष से आने िाले
आिेलशत कण इस पित के
आयननत कणों के विरुद्ध
प्रहाि किते हैं, तो यह
आकाश में िंगीन िोशनी पैिा
किता है स्जसे आकष दटक िृत्त
औि अंटाकष दटक िृत्त के
भीति से िेखा जा सकता है।
इन लाइटों को ‘AURORAS'
कहा जाता है। आकष दटक िृत्त
के भीति से िेखे जाने पि
उन्हें ‘Aurora Borealis
’(नॉिषनष लाइट्स) कहा जाता
है औि जब अंटाकष दटक िृत्त
के भीति से िेखा जाता है
तो उन्हें ‘Aurora
Australis’(िक्षक्षणी लाइट्स)
कहा जाता है
AURORAS
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20. बदहमंडल (Exosphere) :
• बदहमंडल 2000 ककमी की ऊं चाई तक फै ला हुआ है
• इस पित में तापमान बढ़ती ऊं चाई के साि तेजी से बढ़ता
है
• इस पित की ऊपिी सीमा पि तापमान 10000C िजष ककया
जाता है
• इस पित में आयनीकृ त कणों की प्रधानता है
• इस पित में ऑतसीजन, हाइड्रोजन औि हीललयम के अणु
औि पिमाणु पाए जाते हैं.
21. चुम्बकीय मंडल Magnetosphere:
• यह मंडल 2000 ककमी की ऊँ चाई से 80,000 ककमी की
ऊँ चाई तक फै ला हुआ है
• चुम्बकीय मंडल िह क्षेत्र है जहाँ बढ़ती ऊँ चाई के साि
तापमान लगाताि बढ़ता िहता है औि जहाँ पृथ्िी के
गुरुत्िाकषषण का प्रभाि कम हो जाता है।
• इस पित की ऊपिी सीमा पि तापमान 17000C हो जाता है.
• इस पित में आिेलशत कणों अिाषत ् इलेतट्रॉनों औि प्रोटॉन की
प्रधानता है। इन कणों की एक सघन पित 3000-16,000
ककमी की ऊं चाई के बीच पाई जाती है।
• इस पित पि कॉस्थमक ककिणों (cosmic raya), सौि लपटों
(solar flares) औि सौि आंधी (solar storms) का प्रभाि पड़ता
है।
• हाल के अध्ययनों से ऐसा पता चलता है कक चुम्बकीय
मंडल का तापमान सौि लपटों औि सौि आंधी से प्रभावित
होता है तिा इसका प्रभाि अंततः क्षोभ मंडल के मौसमी
परिितषनों पि पड़ता है.
22. ननष्कषष
• इस प्रकाि ऊपि के तथ्यों से थपष्ट है कक िायुमंडल की
संिचना में विषमताएं एिं विलभन्नताएं हैं। इतना ही नहीं
ऊपिी िायुमंडल की विशेषताओं के औि भी अधधक अनुसन्धान
की आिश्यकता है।
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