2. प्राथमिक, मितीयक और तृतीयक ऐिीन ों क
े
मिश्रण का पृथक्करण
• हॉफमैन विवि में, प्राथवमक, वितीयक तथा तृतीयक
ऐमीन ों क
े वमश्रण की विया डाइएवथल ऑक्सेलेट से
कराने पर प्राथवमक ऐमीन ठ स ऑक्सेमाइड तथा
वितीयक ऐमीन द्रि ऑक्सेवमक एस्टर बनाते हैं जबवक
तृतीयक ऐमीन अप्रभावित रहते हैं।
3. • बेन्जीन सल्फ वनल क्ल राइड (C6H5SO4Cl), वजसे
वहन्सबर्ग अवभकमगक भी कहा जाता है, प्राथवमक और
वितीयक ऐमीन ों से अवभविया करक
े सल्फ नेमाइड
बनाता है।
• (i) बेन्जीन सल्फ वनल क्ल राइड और प्राथवमक ऐमीन
की अवभविया से N-एवथलबेन्जीन सल्फ नेमाइड प्राप्त
ह ता है।
4. सल्फ नेमाइड की नाइटर जन से जुडी हाइड
र जन प्रबल
इलेक्ट्रॉन खीोंचने िाले सल्फ वनल समूह की उपस्थथवत क
े
कारण प्रबल अम्लीय ह ती है, अत: यह क्षार में विलेय
ह ता है।
5. • (ii) वितीयक ऐमीन की अवभविया से
N,Nडाइएवथलबेन्जीनसल्फ नेमाइड बनता है
6. • N, N – डाइएवथलबेन्जीन सल्फ नेमाइड N,
N – डाइएवथलबेन्जीन सल्फ नेमाइड में क ई
भी हाइडर जन परमाणु नाइटर जन परमाणु से
नहीों जुडा है। अत: यह अम्लीय नहीों ह ता तथा
क्षार में अविलेय ह ता है।
7. • (iii) तृतीयक ऐमीन बेन्जीन सल्फ वनल क्ल राइड से
अवभविया नहीों करती। विवभन्न िर्ों क
े ऐमीन ों का
यह र्ुण वजसमें िे बेन्जीन सल्फ वनल क्ल राइड से
वभन्न-वभन्न प्रकार से अवभविया करती हैं, प्राथवमक,
वितीयक एिों तृतीयक ऐमीन ों में विभेद करने एिों इन्हें
वमश्रण से पृथक
् करने में प्रयुक्त ह ता है। यद्यवप
आजकल बेन्जीन सल्फ वनल क्ल राइड क
े थथान पर
p – टॉलूईन सल्फ वनल क्ल राइड का प्रय र् ह ता
है|