2. इनहेरिटेन्स ऐसी प्रक्रिय जजसिें नयी क्ल स क ननि ाण
कि हर्दय ज त है जजसिे पुि नी क्ल स की विशेषत एं
inherit हो ज ती हैं.
पुि नी क्ल स को Base क्ल स तथ नयी क्ल स को
Derived क्ल स कहते हैं.
Derived क्ल स के ऑब्जेक्ट द्ि ि base क्ल स के
प्रॉपटीज को िी कॉल क्रकय ज सकत हैं.
3. इनहेरिटेंस िें तीन लेिल के क्ल स होते हैं :-
1. पेिेंटस क्ल स – इनहेरिटेंस िें िह क्ल स जजसके प्रॉपटीज
को र्दूसि क्ल स उपयोग कित हो, पेिेंटस क्ल स कहल त
है.इसे base क्ल स िी कहते हैं.
2. Intermidiate क्ल स – िह क्ल स जो एक ब ि पेिेंटस क्ल स
क्रक तिह औि र्दूसिी ब ि च इल्ड क्ल स क्रक तिह प्रयोग िें
ल य ज त है Intermidiate क्ल स कहल त हैं.
3. च इल्ड क्ल स – िह क्ल स जो पेिेंटस क्ल स की प्रॉपटीज
क उपयोग कित है उसे च इल्ड क्ल स कहते हैं .
इसे derived क्ल स िी कह ज त है.
4. इनहेरिटेन्स च ि प्रक ि के होते हैं :-
1. Single Inheritance
2. Multilevel Inheritance
3. Hierarchical Inheritance
4. Multiple Inheritance
5. Single Inheritance – यहर्द क्रकसी नयी क्ल स िें के िल
एक ही पुि नी क्ल स की गुण िौजूर्द हो तो ऐसी
इनहेरिटेंस को Single Inheritance कहते हैं
Class A
Class B
6. Multilevel Inheritance – जब कोई derived क्ल स क्रकसी
नयी क्ल स क base क्ल स हो तो इस प्रक ि के
इनहेरिटेंस को Multilevel Inheritance कहते हैं
Class A
Class B
Class C
7. Hierarchical Inheritance – जब एक क्ल स एक से
अगधक क्ल स को अपनी विशेषत प्रर्द न कित हैं तो इस
प्रक ि के इनहेरिटेंस को Hierarchical Inheritance कहते
हैं.
Class A
Class B Class B Class C Class D
8. जब क्रकसी नयी क्ल स क एक से अगधक base क्ल स हो
तो इस प्रक ि के इनहेरिटेंस को Multiple Inheritance
कहते हैं.
C# िें Multiple Inheritance को हि सीधे उपयोग नहीं
कि सकते हैं इसके भलए यह ाँ
इंटिफ़े स (Interface) न िक की-िडा उसे होत हैं
Class A Class B Class C
Class D
9. फं क्शन एक ऐसी युजक्त है जजसके जरिये आर्देशों के सिूह
को प्रोग्र ि के क्रकसी िी हहस्से िें भलखकि िख ज सकत
है तथ किी िी आिश्यकत अनुस ि उनक प्रयोग क्रकय
ज सकत हैं.
जैसे:- public static void main(int r,int y)
{
-----------------------------
------------------------------
}
10. C# के अंतगात हि एक ही फं क्शन न ि क प्रयोग ऐसे
विभशष्ट फं क्शन ननि ाण के भलए कि सकते है जो अलग-
अलग क या कि सके ,इसे OOPS के अंतगात फं क्शन
ओििलोडडंग कहते हैं.
फं क्शन ओििलोडडंग परिकल्पन क प्रयोग किते हुए हि
फं क्शनों क सिूह बन सकते हैं जजसिे एक ही फं क्शन
न ि अलग-अलग आगुािेंट के स थ प्रयोग क्रकय ज
सकत है. इन अलग-अलग आगुािेंट के आध ि पि फं क्शन
अलग-अलग प्रक्रिय संपन्न किेग .
11. फं क्शन ओििलोडडंग के प्रोग्र ि िें कोई िी फं क्शन कॉल
पहले अपने सिकक्ष संख्य एक प्रक ि के प्रोटोट इप ि ले
आगुािेंट को धुन्धत है तथ उसके ब र्द उगचत फं क्शन को
क्रिय जन्ित कित है.
फं क्शन ओििलोडडंग क प्रयोग भसफा एक जैसे आपस िें
संबंगधत प्रक्रिय ओं के भलये ही किन च हहए.
12. जब इनहेरिटेंड क्ल स िें औि पेिेंट्स क्ल स िें एक ही न ि औि गुण
(पैि िीटि) के र्दो अलग-अलग फं क्शन होते है तो इसे फं क्शन ओििि इडडंग
कहते हैं . फं क्शन ओििि इडडंग िें च इल्ड क्ल स के ऑब्जेक्ट द्ि ि
च इल्ड क्ल स के प्रॉपटीज को कॉल क्रकय ज त हैं औि जब पेिेंट्स क्ल स
के फं क्शन को कॉल किन हो तो उसके भलए base की-िडा क उसे क्रकय
ज त हैं.
class A
{
int adds(int x, int y)
{
------------------
------------------
}
}
13. class B:class A
{
int adds(int x, int y)
{
----------------------
----------------------
}
}
class c
{
public static void main(String [] arg)
{
B obj=new B();
obj1.adds(23,34);
obj.base.adds(54,65);
}
}