many people want to keep oral hygiene but could not find the reason for keeping it..............
therefore for them maintaining oral hygiene in the local hindi language .
for indian being indian.
Good Stuff Happens in 1:1 Meetings: Why you need them and how to do them well
Reasons of oral hygiene & why????
1. हम हमारे जीवन के नैतिक कार्यो के साथ – साथ शारीररक और मानतसक स्वास्थ का खर्याल रखिे है| परंिू , हम
इस भागदौडी में भूल जािे है तक ,मानतसक और शारीररक स्वास्थ के साथही दााँिो का स्वास्थ भी उिना तह जरुरी है |
हम दााँिो के स्वास्थ पर ध्र्यान नही देिे तजनके कारण कई मौतखक समस्र्यार्ये उत्पन्न होिी है |
१. दााँिो के बीच खाने का फाँ सना |
2. मुंह से दुगंध आना |
३. दााँिो में सडन होना |
४. मसूडो तक तबमारीर्या |
५. दााँिो का तहलना व कमजोर हो जाना
६. कम उम्र में दांि तगर जना|
७. मंसुडो से खून आना |
८. दााँिो में ददद होना |
९. दााँिो और मसूडो के रंग में बदलाव |
क्र्या ना करे
• ब्रश करिे समर्य ज्र्यादा जोर न लगार्ये(इससे –मसूडो
से खून आना , द ाँतो में झानझानाहट हो सकिी है| )
• द ाँतो पर चीपकनेवाले पदाथो का सेवन न करे|
(चॉकलेट,तचक्की,स्नाक्स ,इत्र्यादी.)
• तबडी ,पान,िंबाखू,गुटखा,इत्र्यादी.का सेवन ना करे|
• द ाँतो को एक दुसरे पर न रगडे |
• चार्य-कॉफ़ी का ज्र्यादा सेवन न करे |
• मजबूि चीजे िोड़ने के तलए द ाँतो का इस्िेमाल न करे|
• पेन-पेंतसल जैसी चीजे दांिों से न चबार्ये |
• द ाँतो से बफद न चबार्ये|
क्र्या करे
• तदन में दो बार ब्रश करे|
• सोने से पहले ब्रश करना ना भूले|
• अपना ब्रश हर २ महीने में बदले|
• तकसी भी िरह के पदाथो को खाने के बाद अच्छेसे
कु ल्ला करे|
• हर ६ महीने एक बार दााँिो की जााँच करवाएं|
• दंितवशेषिज्ञों से दााँिो की सफाई(स्के तलंग) करवाए|
• दााँिो को साफ़ रखने के तलए दंिधागा (डेंटल फ्लॉस)
इंटर डेंटल ब्रश , माउथ वााँश इनका इस्िेमाल के रे.
• पोतिक आहार करे |
स्वस्थ दााँिो के तलर्ये जरुरी
दााँिो की सडन दााँिो में खाना फाँ सना मुंह से दुगंध मंसुडो से खून मसूडो तक तबमारीर्या
2. चीजों की सेवन प्रक्रिया में खाद्य पदार्थों को चबाया जाता है| चबाने की प्रक्रिया में
खाद्य पदार्थथ प्राय:दोनों दातों के बीच में एवं मसूडों के क्रकनारों में फस जाते है|
हम रोजाना बहुतसी चीजों का सेवन करते है|(खाद्यान्न,मीठा,चोकलेट,फास्टफू ड,इत्यादद)इन
फसे हुए अन्न पदार्थो की सफाई सही ढंग से होना अननवायथ है, अन्यर्था फसा हुआ खाना जम जाता है तर्था
सड जाता है और जजसका रूपांतर क्याल्कक्युलस में हो जाता है जो मसुडो और दातोमें बाधाएं उत्पन्न करता है|
इस अवस्र्था में मुख दुगंधी बढ़ सकती है,दातों में ददथ हो सकता है,दातों और
मसूडों की पकड़ ढीली हो सकती है,जडें ददखनी लगती है,दांत दहलने लगते है,मसुडों में सूजन एवं मवाद हो सकता है,इस
प्रक्रिया में मसूड़े, दांत एवं पूवी मौखखक व्यवस्र्था से बाधधत होकर बहुतसी बबमाररया मुुँह में उत्पन्न हो सकती है|
इसललए जरूरी है की हम मुुँह की सफाई सही तरीको से करे:-
१. ददन में दो बार नींद से उठने के बाद एवं सोने से पहले शास्रीय ढंग से टूर्थब्रश एवं टूर्थपेस्ट के सार्थ ही दाुँतों की सफाई
ननयलमत रूप से करना अननवायथ है|
२. दाुँतो के सार्थ सार्थ जजव्हा की सफाई भी अननवायथ है|
३. ददनभर कु छ भी खाने के तुरंत बाद अच्छी तरह से पानी से कु ल्कला करना अननवायथ है|ऐसा करने से मुुँह में फसे अन्न
कण एवं दाुँतो पर जमनेवाला प्लाक अच्छी तरह दाुँतो से अलग होकर दांत साफ रहते है|
४. ध्यान रखे दांत साफ करना याने जोर देकर और जोरजोरसे टूर्थब्रश का इस्तेमाल करना कदापप नहीं है|ऐसा करने से दाुँतो
एवं मसूडो को हानी पहुुँच सकती है,दाुँतो की सफाई दंत तज्ञों के सुझावों नुसार शास्रीय ढंग से करना अननवायथ है|
५. इसके अलावा साल में दो बार याने ६ मास में एक बार दंत धचक्रकत्सक को भेट देना अननवायथ है|
६. सार्थही साल में दो बार शास्रोक्त दंत सफाई (स्के ललंग) करना जरूरी है|
७. दंत तज्ञोंकी सलाहनुसार माऊर्थवॉश, गमपेंट, दातून, डेंटल फ्लॉस,आदी के अमल से शत प्रनतशत मौखखक सफाई अजजथत
की जा सकती है एवं दंत रोगों को दूर रखा जा सकता है|
Made by :- Archana Singh.(DH 1st year)
Guided by :- Dr. Rajesh Gaikwad . (Assoc. Prof. &
HOD)
:- Dr. Gulnar Sethna .(Asst. Prof.)
:- Mr. Shrikant Borade.
सफाई के पररनाम दंत स्वास्र्थ पवज्ञानी की सलाह फ्लॉस का प्रयोग ब्रश का सही प्रयोग दंत उपयुक्त वस्तुएं
3. Made by :- Archana Sweeta Singh
Government Dental College.
Proud to be
Dental hygienist