2. प्रक्रक्रयत आयोजन
छतत्र आध्यतविकत कत नतम : विजीन्द्रत.सि.यु कक्षत : नौ जी
विद्यतलय कत नतम : िेंट जोणि एच एि एि उण्डनकोड छतत्र िंख्यत : 40
विषय : हिंदी हदनतंक : 07-10-
2015
इकतई : दूिरत कतलतंश : िताँचिताँ
उिइकतई : निीं िंदूक, िजतएाँ िताँिुरी िमय : 30 समननट
ितठ कत नतम : हिरोसशमत
ितठ्यचयता उद्देश्य
• कवितत की आस्ितदन करने की क्षमतत िढतनत।
• कवितत की आस्ितदन हटप्िणी सलखने की क्षमतत िढतनत।
शैक्षक्षक उद्देश्य
• युद्ध के विनतशकतरी प्रभतिों िे अिगत करतनत।
• कवितत कत िररचय देनत तथत व्यतख्यत करने की क्षमतत िढतनत।
• ितमतजजक िितनुभूनत िढतनत।
ितठ्य िस्तु
एक हदन ििित
.....................
.....................
....फटी समट्टी िे
3. अध्यतयन क्षेत्र
• युद्ध की भषण िररणतमों को िमझतनत।
िमस्यत क्षेत्र
• विश्ि मतनि की अिधतरणत रूितनयत न िोने की जस्थनत।
उििमस्यत
• युद्ध मतनि िर प्रनतकू ल अिर डतलतत िै।
मनोभति
• युद्ध िे क्रकिी भी िमस्यत कत िमतधतन निीं िोतत िै।
ितठ्यिस्तु विश्लेषण
भतषत िरक
नए शब्द: ििित, क्षक्षनतज,चौक,धूि
विषय िरक
• युद्ध कत अिर िीढीतर-िीढी िोतत िै।
िूिा धतरणत
युद्ध के ितरे में जतनते िै।
प्रक्रक्रयतयें
• छतत्रों को दलों में िताँटनत।
• नए शब्द ढूाँढकर सलखितनत।
• िैयजततक रूि िे ितचन करतनत।
• युद्ध के विरुद्ध िोस्टर िनतनत।
िितयक ितमग्रियताँ
श्यतमिट, ितठ-िुस्तक, िततयततसलकत.िीडडयो।
4. प्रक्रक्रयत
प्रनतक्रक्रयत
अनुमतननत प्रनतक्रक्रयत ितस्तविक प्रनतक्रक्रयत
अध्यतविकत अिश्य सशक्षण ितमग्रियों के ितथ
कक्षत में प्रिेश करती िै। असभितदन-
प्रत्यसभितदन के ितद ग्रगनती लेकर
श्यतमिट में सलखती िै। िूिाज्ञतन जगतने के
सलए एक विडडयो हदखतती िै और प्रश्न
िूछती िै,
आि िीडडयो में तयत देखत ?
यि कौन-ित स्थतन िै ?
यिताँ िर तयत िुआ थत ?
प्रश्न िुछते िुए अध्यतविकत युद्ध और
हिरोश्मत में िुई घटनत के ितरे में िततती िै।
क्रफर श्यतमिट में ितठ कत नतम सलखती िै।
ितठ कत नतम:
छतत्र असभितदन
करेंगे।
छतत्र उर्त्र देंगे।
छतत्र असभितदन
क्रकयत।
छतत्र उर्त्र हदयत।
हिरोसशमत
-अज्ञेय
(श्यतमिट)
5. ितद में लेखक के ग्रचत्र हदखतकर उनके ितरे में
िततती िै ।
(लॉिटोि)
अध्यतविकत छतत्रों को िुस्तक खोलने की
आदेश देती िै। अधेयतविकत आदशा ितचन
करती िै। छतत्रों िे अनुकरण ितचन करतती िै।
छतत्रों िे कहठन शब्द को रेखतंक्रकत करके
उनके अथा िररसशष्ट में देखकर सलखने को
किती िै।
श्यतमिट)
छतत्र लॉिटोि देखकर
आशय ििण करेंगे।
छतत्र मौन ितचन
करेंगे।
छतत्र शब्द कत अथा
िररसशष्ट में देखेंगे।
छतत्र िुस्तक में अथा
सलखेंगे।
छतत्र लॉिटोि देखकर
आशय ििण क्रकयत।
छतत्र मौन ितचन
क्रकयत।
छतत्र शब्द कत अथा
िररसशष्ट में देखत।
छतत्र िुस्तक में अथा
सलखत।
ििित - പെപെന്ന്
क्षक्षनतज - ചക്രവാളം
चौक - മദ്ധ്യത്തിൽ
धूि - പവയിൽ
6. व्यतख्यत और विश्लेशण
व्यतख्यत करने के सलए अध्यतविकत कु छ
प्रश्न िूछती िै।
एक हदन ििित तयत ननकलत ?
किताँ िर िूरज निीं ननकलत ?
क्रफर किताँ िर िूरज ननकलत ?
धूि किताँ िे िरिी थी ?
आगे अध्यतविकत व्यतख्यत करती िै। एक
हदन अचतनक हिरोसशमत शिर के चौक िर
एक विग्रचत्र िूयोदय िुआ। िि िूरज अंतरीक्ष
िर निीं ननकलत, नगर के चौक िर ननकलत
थत। उििूयोदय िे समट्टी फट गयी और
फटी समट्टी िे चतरों ओर धूि िरिी।
गनतविग्रध-1
युद्ध के विरुद्ध िोस्टर तैयतर कीजजए।
छतत्र उर्त्र देंगे।
छतत्र व्यतख्यत िमझेंगे।
छतत्र िोस्टर तैयतर
करेंगे।
छतत्र उर्त्र हदयत।
छतत्र व्यतख्यत
िमझत।
छतत्र िोस्टर तैयतर
क्रकयत।
7. गनतविग्रध-2
िूझो तो जतनो।
o चलते-चलते थक गई,
एक अके ली नतर।
जीभ कतटते िी चले,
ििले-िी रफ्ततर।
o िीमतर निीं रिती मैं,
क्रफर भी खतती िूाँ गोली।
िच्चे-िडे िि डर जतते,
िुनकर मेरी िोली।
(िततयततसलकत)
गनतविग्रध-3
क्रम िे सलखखए
फटी समट्टी िे चतरों ओर धूि िरिी।
एक हदन ििित िूरज ननकलत।
अंतरीक्ष िे निीं।
नगर के चौक िर।
(िततयततसलकत)
िमस्यत दृढीकरण
अध्यतविकत िमस्यत कत दृढीकरण करनत िै।
युद्ध विनतशकतरी िै। िंि स्फोटन िे अनेक
विनतश िो जततत िै। िंि स्फोटन के शजतत
िे समट्टी तक फट जतती िै।
छतत्र ििेली िुझेंगे।
छतत्र क्रम िे सलखेंगे।
छतत्र िमस्यत
दृढीकरण िमझेंगे।
छतत्र ििेली िुझत।
छतत्र क्रम िे सलखत।
छतत्र िमस्यत
दृढीकरण िमझत।
8. िुनरिलोकन
छोत्रों के विषय जतनकतरी िमझने क सलए
अध्यतविकत छतत्रों िे कु छ प्रशन िूछती िै।
कवितत कत नतम तयत िै ?
कवितत के लेखक कौन िै ?
ििित कत मतलि तयत िै ?
एक हदन ििित तयत ननकलत ?
क्षक्षनतज मतने तयत िै ?
धूि किताँ िे िरिी थी ?
अनुिंध कतया
हिरोसशमत और नतगितकी में िुए युद्ध के
ितरे में सलखखए ?
छतत्र उर्त्र देंगे। छतत्र उर्त्र हदयत।