सिरदर्द को शरीर के सिर या ऊपरी गर्दन से उत्पन्न होने वाले दर्द के रूप में परिभाषित किया गया है। दर्द खोपड़ी या मस्तिष्क को घेरने वाले ऊतकों से उत्पन्न होता है क्योंकि मस्तिष्क में ही कोई नसें नहीं होती हैं जो दर्द की अनुभूति को जन्म देती हैं।
यदि आप भी लगातार सिर दर्द से परेशान है और जयपुर में सिर दर्द का इलाज (Headache Treatment in Jaipur) कराना चाहते है तो अभी संपर्क करे डॉ. राहुल माथुर जीसे ! माथुर जी जयपुर के सर्वश्रेस्ठ सर्वश्रेष्ठ जनरल फिजिशियन (General Physician in Jaipur) में से एक हैं जो आपको सही और बेहतरीन उपचार प्रदान करेंगे आपको
In this post, you will tell you in details on Dengue Symptoms and when it comes to knowing, how can you treat it at home. So let's start Home Remedies for Dengue and Dengue Symptoms.
एंग्जायटी (Anxiety) लक्षण प्रकार कारण परिणाम इलाज Symptoms Types Cuases C...Dr Shahnawaz Alam
एंग्जायटी (Anxiety) लक्षण प्रकार कारण परिणाम इलाज Symptoms Types Cuases Complications Treatmentएंग्जायटी (Anxiety) आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान को अपने लिए भी समय नहीं मिलता रिश्तो को मधुरता से नहीं निभा पाता रिश्तो के विश्वास में कमी एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लड़ाई झगड़े समाज से दूर रहना अपने में ही व्यस्त रहना अपने भविष्य और अपने वर्तमान के बारे में हर समय चिंतित रहना बेचैनी घबराहट महसूस करना एंग्जायटी कहलाता है यह इंसान के लिए बहुत घातक है यह इंसान के मस्तिष्क को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाती है विचारों को प्रभावित करता है और असुरक्षा की भावना मस्तिष्क में पैदा होती है नकारात्मक विचार पैदा होते हैं एंग्जायटी जितना नुकसान और चोट मस्तिष्क को पहुंचाती है उससे कहीं ज्यादा नुकसान शरीर को भी पहुंचाती है जब कोई व्यक्ति डिप्रेशन में रहता है निराश रहता है उदास रहता है अपनी भावनाओं को अनदेखा करता है अपनी इच्छाओं को दबाता है वास्तव में भावनाओं को अनदेखा करना इच्छाओं को दबाना इस प्रकार से ही अवसाद वह डिप्रेशन उत्पन्न होता है जिससे एंग्जायटी का रूप ले सकता है एंग्जायटी से पीड़ित व्यक्ति को हर समय डर लगा रहता है कि उसके साथ कुछ गलत होने वाला है घबराहट होती है उल्टी का मन करता है घबराहट के दौरे पड़ते हैं दिल की धड़कन तेज हो जाती है मतलब यह कहा जा सकता है कि उस व्यक्ति को अपने जीवन में सुकून नहीं मिलता इस तरह के लोग ओवरथिंकिंग होते हैं जो बहुत अधिक सोचते हैं उन्हें अपने सवालों के जवाब नहीं मिल पाते अजीब अजीब से सवाल मन के अंदर उठते हैं और खुद उनका जवाब तलाश करते हैं जब वह जवाब नहीं मिल पाते तो वह विचलित हो जाते हैं इसे एंग्जायटी कहा जाता है तनावपूर्ण घटनाएं :
कार्यस्थल पर तनाव, अपने किसी प्रिय व्यक्ति का निधन, प्रेमिका से ब्रेकअप आदि से भी एंग्जाइटी डिसऑर्डर के लक्षण उभर सकते हैं।
थायरॉयड की समस्या, दमा, डायबिटीज या हृदय रोग से एंग्जाइटी डिसऑर्डर की समस्या हो सकती। डिप्रेशन से पीड़ित लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। उदाहरण के लिए, जो व्यक्ति लंबे समय से डिप्रेशन से जूझ रहा हो, उसकी कार्यक्षमता में गिरावट आने लगती है पर्सनैलिटी से जुड़े डिसऑर्डर :
आपने गौर किया होगा कि कुछ लोगों को बहुत ज्यादा परफेक्शन के साथ काम करने की आदत होती है। लेकिन जब ये परफेक्शन की जिद सनक बन जाए तो ये डिसऑर्डर है। वो अपने आप पर शक वहम करने लगते हैं कई बार यही जिद ऐसे लोगों में बिना वजह की घबराहट और चिंता को जन्म देती है।उत्तेजित हो जाना .
. बेवजह की चिंता करना
3. घबराहट हो जाना ...
4. हृदयगति में बढ़ोत्तरी होना
5. थकान हो जाना ...
. लोगों के सामने जाने से डरना
7. ध्यान देने में मुश्किल होना ...
8. चिड़चिड़ापन
9. मांसपेशियों में तनाव ...
10. छाती में खिंचाव महसूस होना
11. सोने में समस्या होना ...
12. सांस फूलना
13. घबराहट का दौरा पड़ना
14. लोगों से बातचीत करने से डरना
Reduce Your Risk Of Dementia: A presentation in Hindi Swapna Kishore
This presentation explains what the risk factors for dementia are and what you can do to reduce your chance of getting dementia.
इस प्रस्तुति में देखें: डिमेंशिया/ अल्ज़ाइमर से कैसे बचें
डिमेंशिया (मनोभ्रंश) और सम्बंधित देखभाल के अनेक पहलू हैं. इनपर विस्तृत चर्चा के लिए हमारे वेबसाइट पर अनेक पृष्ठ हैं; देखें: http://dementiahindi.com/
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एंग्जायटी (Anxiety) लक्षण प्रकार कारण परिणाम इलाज Symptoms Types Cuases C...Dr Shahnawaz Alam
एंग्जायटी (Anxiety) लक्षण प्रकार कारण परिणाम इलाज Symptoms Types Cuases Complications Treatmentएंग्जायटी (Anxiety) आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान को अपने लिए भी समय नहीं मिलता रिश्तो को मधुरता से नहीं निभा पाता रिश्तो के विश्वास में कमी एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लड़ाई झगड़े समाज से दूर रहना अपने में ही व्यस्त रहना अपने भविष्य और अपने वर्तमान के बारे में हर समय चिंतित रहना बेचैनी घबराहट महसूस करना एंग्जायटी कहलाता है यह इंसान के लिए बहुत घातक है यह इंसान के मस्तिष्क को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाती है विचारों को प्रभावित करता है और असुरक्षा की भावना मस्तिष्क में पैदा होती है नकारात्मक विचार पैदा होते हैं एंग्जायटी जितना नुकसान और चोट मस्तिष्क को पहुंचाती है उससे कहीं ज्यादा नुकसान शरीर को भी पहुंचाती है जब कोई व्यक्ति डिप्रेशन में रहता है निराश रहता है उदास रहता है अपनी भावनाओं को अनदेखा करता है अपनी इच्छाओं को दबाता है वास्तव में भावनाओं को अनदेखा करना इच्छाओं को दबाना इस प्रकार से ही अवसाद वह डिप्रेशन उत्पन्न होता है जिससे एंग्जायटी का रूप ले सकता है एंग्जायटी से पीड़ित व्यक्ति को हर समय डर लगा रहता है कि उसके साथ कुछ गलत होने वाला है घबराहट होती है उल्टी का मन करता है घबराहट के दौरे पड़ते हैं दिल की धड़कन तेज हो जाती है मतलब यह कहा जा सकता है कि उस व्यक्ति को अपने जीवन में सुकून नहीं मिलता इस तरह के लोग ओवरथिंकिंग होते हैं जो बहुत अधिक सोचते हैं उन्हें अपने सवालों के जवाब नहीं मिल पाते अजीब अजीब से सवाल मन के अंदर उठते हैं और खुद उनका जवाब तलाश करते हैं जब वह जवाब नहीं मिल पाते तो वह विचलित हो जाते हैं इसे एंग्जायटी कहा जाता है तनावपूर्ण घटनाएं :
कार्यस्थल पर तनाव, अपने किसी प्रिय व्यक्ति का निधन, प्रेमिका से ब्रेकअप आदि से भी एंग्जाइटी डिसऑर्डर के लक्षण उभर सकते हैं।
थायरॉयड की समस्या, दमा, डायबिटीज या हृदय रोग से एंग्जाइटी डिसऑर्डर की समस्या हो सकती। डिप्रेशन से पीड़ित लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। उदाहरण के लिए, जो व्यक्ति लंबे समय से डिप्रेशन से जूझ रहा हो, उसकी कार्यक्षमता में गिरावट आने लगती है पर्सनैलिटी से जुड़े डिसऑर्डर :
आपने गौर किया होगा कि कुछ लोगों को बहुत ज्यादा परफेक्शन के साथ काम करने की आदत होती है। लेकिन जब ये परफेक्शन की जिद सनक बन जाए तो ये डिसऑर्डर है। वो अपने आप पर शक वहम करने लगते हैं कई बार यही जिद ऐसे लोगों में बिना वजह की घबराहट और चिंता को जन्म देती है।उत्तेजित हो जाना .
. बेवजह की चिंता करना
3. घबराहट हो जाना ...
4. हृदयगति में बढ़ोत्तरी होना
5. थकान हो जाना ...
. लोगों के सामने जाने से डरना
7. ध्यान देने में मुश्किल होना ...
8. चिड़चिड़ापन
9. मांसपेशियों में तनाव ...
10. छाती में खिंचाव महसूस होना
11. सोने में समस्या होना ...
12. सांस फूलना
13. घबराहट का दौरा पड़ना
14. लोगों से बातचीत करने से डरना
Reduce Your Risk Of Dementia: A presentation in Hindi Swapna Kishore
This presentation explains what the risk factors for dementia are and what you can do to reduce your chance of getting dementia.
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डिमेंशिया (मनोभ्रंश) और सम्बंधित देखभाल के अनेक पहलू हैं. इनपर विस्तृत चर्चा के लिए हमारे वेबसाइट पर अनेक पृष्ठ हैं; देखें: http://dementiahindi.com/
Health is the level of functional and metabolic efficiency of a living organism. The World Health Organization (WHO) defined human health in its broader sense in its 1948 constitution as "a state of complete physical, mental, and social well-being and not merely the absence of disease or infirmity." This definition has been ...
फिस्टुला (Fistula Symptoms in Hindi) के लक्षणों को नहीं करें नजरंदाज वर्ना हो...felixhealthcare1
जब गुदा नलिका में किसी कारण इंफेक्शन होती है उसके अंदर बहुत सारी गुदा नलिकाय होती हैं उसे भगन्दर या फिस्टुला कहा जाता है। ज्यादातर फिस्टुला गुदा नली में पस के इकठ्ठा होने से होते हैं। यह पस त्वचा से खुद भी बाहर निकल सकती है या इसके लिए आपरेशन की आवश्यकता भी हो सकती है। फिस्टुला तब होता है जब पस का त्वचा से बाहर आने के लिए बनाया गया रास्ता खुला रह जाता है या वह ठीक नहीं हो पाता। फिस्टुला एक छोटी नली समान होता है
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फिस्टुला (Fistula Symptoms in Hindi) के लक्षणों को नहीं करें नजरंदाज वर्ना हो...felixhealthcare1
जब गुदा नलिका में किसी कारण इंफेक्शन होती है उसके अंदर बहुत सारी गुदा नलिकाय होती हैं उसे भगन्दर या फिस्टुला कहा जाता है। ज्यादातर फिस्टुला गुदा नली में पस के इकठ्ठा होने से होते हैं। यह पस त्वचा से खुद भी बाहर निकल सकती है या इसके लिए आपरेशन की आवश्यकता भी हो सकती है। फिस्टुला तब होता है जब पस का त्वचा से बाहर आने के लिए बनाया गया रास्ता खुला रह जाता है या वह ठीक नहीं हो पाता। फिस्टुला एक छोटी नली समान होता है
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क्या है सिरदर्द? - What is Headache in Hindi
1.
2. क्या है सिरददद? - What is Headache in Hindi
सिरददद एक बहुत ही िामान्य लक्षण है जो सिर या गददन क
े क्षेत्र में ददद और परेशानी का कारण
बनता है। लोगोों को अपने जीवन में कभी न कभी सिरददद की िमस्या का िामना करना पड़
िकता है। जब आप अपने सिर में असिक ददद महिूि करते हैं तो आपक
े सलए यह सनसित रूप िे
जानना मुश्किल हो जाता है सक यह िामान्य सिरददद है या सकिी अन्य प्रकार का सिरददद।
सिरददद को शरीर क
े सिर या ऊपरी गददन िे उत्पन्न होने वाले ददद क
े रूप में पररभासित सकया गया
है। ददद खोपड़ी या मश्किष्क को घेरने वाले ऊतकोों िे उत्पन्न होता है क्योोंसक मश्किष्क में ही कोई
निें नहीों होती हैं जो ददद की अनुभूसत को जन्म देती हैं।
यसद आप भी लगातार सिर ददद िे परेशान है और जयपुर में सिर ददद का इलाज (Headache
Treatment in Jaipur) कराना चाहते है तो अभी िोंपक
द करे डॉ. राहुल माथुर जीिे ! माथुर जी
जयपुर क
े िवदश्रेस्ठ िवदश्रेष्ठ जनरल सिसजसशयन (General Physician in Jaipur) में िे एक हैं
जो आपको िही और बेहतरीन उपचार प्रदान करेंगे आपको
3. सिरददद क
े प्रकार – Types of Headache in Hindi
कई श्कथथसतयोों क
े पररणामस्वरूप सिरददद हो िकता है। सिरददद क
े सलए कई
वगीकरण हैं। हमने मुख्य रूप िे नीचे उल्लेख सकया है और िबिे लगातार सिरददद
क
े बारे में उल्लेख सकया है।
िामान्य सिरददद
तनाव सिरददद
वयस्ोों और सकशोरोों में ये िबिे आम प्रकार क
े सिरददद हैं। वे हल्क
े िे मध्यम ददद
का कारण बन िकते हैं और िमय क
े िाथ आ िकते हैं। उनक
े पाि आमतौर पर
कोई अन्य लक्षण नहीोंहोते हैं जो सिरददद क
े िाथ होते हैं।
4. माइग्रेन सिरददद:एक माइग्रेन सिरददद एक सिरददद है जो तीव्र होता है और ददद का कारण बनता है। वे 4 घंटे िे 3 सदनों तक रह िकते हैं और
आमतौर पर महीने में एक िे चार बार होते हैं। ददद अक्सर प्रकाश क
े प्रसत िंवेदनशीलता, भूख न लगना, उल्टी और पेट खराब होने जैिे लक्षणों क
े
िाथ होता है।
िाइनि सिरददद:जब आपको िाइनि का सिरददद होता है, तो आप अपने गाल की हड्डी, माथे, या अपनी नाक क
े पुल पर और उिक
े आि-पाि
एक गहरा और लगातार ददद महिूि करते हैं। ऐिा इिसलए होता है क्ोंसक आपक
े सिर की गुहाओं को िाइनि कहा जाता है। अन्य लक्षण हैं
बहती नाक, कानों में भरापन, बुखार और िूजा हुआ चेहरा।
क्लस्टर सिर ददद:इि प्रकार क
े सिरददद िबिे गंभीर होते हैं। आपको एक आंख क
े पीछे या आिपाि तेज जलन या भेदी ददद हो िकता है। यह
धड़कते या स्थथर हो िकता है। ददद इतना तेज हो िकता है सक क्लस्टर सिरददद वाले असधकांश लोग स्थथर नहीं बैठ िकते। दददनाक पक्ष पर, पलक
झुक जाती है, आंख लाल हो जाती है, पुतली फ
ै ल जाती है, या आंख में आंिू आ जाते हैं। आप उन्हें क्लस्टर अवसध क
े दौरान प्रसत सदन एक िे तीन
बार प्राप्त कर िकते हैं, जो 2 िप्ताह िे 3 महीने तक हो िकता है।
दैसनक पुराने सिरददद:इि प्रकार का सिरददद 15 सदनों िे असधक या एक महीने में 3 महीने िे असधक िमय तक रहता है। क
ु छ सिरददद वास्तव में
लंबे िमय तक रह िकते हैं जबसक अन्य कम हो िकते हैं। यह आमतौर पर चार प्रकार क
े प्राथसमक सिरददों में िे एक है:
क्रोसनक माइग्रेन
लगातार तनाव सिरददद
नए दैसनक लगातार सिरददद
हेमीक्रासनया कॉन्टुआ
असभघातज क
े बाद का तनाव सिरददद आमतौर पर सिर में चोट लगने क
े 2-3 सदन बाद शुरू हो िकता है। आप सनम्न लक्षणों को महिूि कर िकते
हैं।एक िुस्त ददद जो िमय-िमय पर खराब हो जाता है सिर का चक्कर,चक्कर आना,ध्यान क
ें सित करने में परेशानी,याददाश्त की िमस्या,बार-बार
थक जाना,सचड़सचड़ापन
5. कम आम सिरददद क
ु छ कम आम सिरददद में सनम्नसलस्खत शासमल हैं:
व्यायाम क
े कारण सिरददद: जब आप शारीररक रूप िे िसिय होते हैं, तो आपक
े सिर, गददन और खोपड़ी की
मांिपेसशयों को असधक रक्त की आवश्यकता होती है। आपकी रक्त वासहकाएं उन्हें रक्त की आपूसतद करने क
े
सलए िूज जाती हैं। पररणाम आपक
े सिर क
े दोनों ओर ददद का ददद है जो 5 समनट िे 48 घंटे तक कहीं भी रह
िकता है। यह आमतौर पर तब होता है जब आप िसिय होते हैं या उिक
े बाद, चाहे वह गसतसवसध व्यायाम हो
या िेक्स।
हामोन का सिरददद: आप अपने पीररयड्ि, गभादवथथा और यहां तक सक रजोसनवृसि क
े दौरान हामोन क
े स्तर
में बदलाव िे सिरददद महिूि कर िकती हैं। जन्म सनयंत्रण की गोसलयों और हामोन ररप्लेेिमेंट थेरेपी िे हामोन
में बदलाव िे भी सिरददद हो िकता है। जब वे आपकी अवसध िे 2 सदन पहले या शुरू होने क
े पहले 3 सदनों में
होते हैं, तो उन्हें मासिक धमद माइग्रेन कहा जाता है।
ररबाउोंड सिरददद :इन सिरददों को अक्सर ड
र ग असत प्रयोग सिरददद कहा जाता है। यसद आप िप्ताह में दो या
तीन बार, या महीने में 10 िे असधक सदन डॉक्टर क
े पचे या ओवर-द-काउंटर ददद सनवारक का उपयोग करते
हैं, तो आप पीसड़त होने की तैयारी कर रहे हैं। यह एक िुस्त, लगातार सिरददद पैदा कर िकता है जो अक्सर
िुबह में खराब होता है।
एलजी सिरददद: एलजी की प्रसतसिया भी कभी-कभी सिरददद का कारण बनती है। ये सिरददद ददद अक्सर
आपक
े िाइनि क्षेत्र में और सिर क
े िामने होते हैं।
6. आपको डॉ. राहुल माथुर ही को क्योों चुनना चासहए?
डॉ. राहुल माथुर जयपुर क
े िवदश्रेष्ठ जनरल सफसजसशयन
(General Physician in Jaipur,Headeache Doctor
in Jaipur, Headache Treatment In Jaipur) में िे एक
हैं, उन्होंने Internal Medicine में यूक
े िे अंतरादष्ट्र ीय
प्रसशक्षण प्राप्त सकया है। कई सचसकत्सा सशसवरों का िंचालन
करते हुए उन्होंने जयपुर क
े Apex, Metro hospital, and
Mahatma Gandhi Hospital में काम सकया है। उन्हें
अथथमा/एलजी, जोड़ों क
े ददद, वायरल बुखार, मधुमेह, और
अन्य बीमाररयों क
े इलाज में 9+ िे असधक वर्षों का अनुभव
है। वतदमान में, वह CK Birla RBH Hospital, जयपुर में
Associate Consultant - इंटरनल मेसडसिन क
े रूप में
कायदरत हैं।