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कात्यायनी 
कात्यायनी 
जन्म: 09 मई 1959 
जन्म स्थान गोरखपरु, उत्तरप्रदेश, भारत 
कुछ प्रमखु 
कृतियााँ 
सात भाइयों के बीच 
चम्पा(1994), इस पौरुषपूर्ण 
समय में, चेहरों पर आँच, जादू 
नह ीं कविता (2002), फुटपाथ 
पर कुसी (2009), राख-अँधेरे 
की बाररश में 
विविध रूसी और अींग्रेजी भाषाओीं में 
कविताओीं का अनिुाद। 
जीिनी कात्यायनी / पररचय 
अभी इस पन्ने के लिये छोटा पता नह ीं बना ह।ै यदद आप इस 
पन्ने के लिये ऐसा पता चाहते हैं तो kavitakosh AT gmail DOT 
com पर सम्पकण करें। 
Katy ay an i 
कविता-सग्रंह 
 स ा त भा इयों के बीच चम्पा / का त्यायनी 
 इस पौरुषपर्ूण समय में / का त्यायनी
 जा दू न हीं कव िता / कात्यायनी 
 फु ट पा थ पर कु स ी / कात्यायनी 
कव िताएँ 
 रात के संतरी की कविता / कात्यायनी 
 चाहत / कात्यायनी 
 कविता की जगह / कात्यायनी 
 आखेट / कात्यायनी 
 कुहरे की दीिार खडी है / कात्यायनी 
 प्राथणना / कात्यायनी 
 नहीं हो सकता तेरा भला / कात्यायनी 
 अपरावजता / कात्यायनी 
 माँ के वलए एक कविता / कात्यायनी 
 इस स्त्री से डरो / कात्यायनी 
 भाषा में विप जाना स्त्री का / कात्यायनी 
 स्त्री का सोचना एकान्त में / कात्यायनी 
 देह न होना / कात्यायनी 
 हॉकी खेलती लडककयाँ / कात्यायनी 
 गुजरात २००२ / कात्यायनी 
 कूपमण्डूक की कविता / कात्यायनी 
श्रेवर्याँ: 
 रचनाकार 
 "क" अक्षर से शुरु होने िाले नाम 
 09 मई को जन्म 
 मई में जन्म 
 1959 में जन्म 
 दशक 1950-1959 में जन्म 
 मवहला रचनाकार
कात्यायनी / पररचय 
कात्यायनी की रचनाएँ 
जन्म : 7 मई 1959 
वशक्षा : एम.ए., एम.कफल.(वहन्दी) 
विगत 24 िषों से विवभन्न पत्र-पवत्रकाओं में राजनीवतक-सामावजक-सांस्कृवतक विषयों पर स्ितंत्र लेखन। लगभग सात िषों तक 'निभारत 
टाइम्स' और 'स्ितंत्र भारत' की संिाददाता के रूप में भी काम ककया। संप्रवत : स्ितंत्र लेखन। 
कविताएँ वहन्दी की अविकांश पत्र-पवत्रकाओं में प्रकावशत। कुि कविताएँ अंग्रेजी, पंजाबी, मराठी, गुजराती में अनुकदत-प्रकावशत। आिा दजणन 
कहावनयाँ प्रकावशत। 
चेहरों पर आँच, सात भाइयों के बीच चम्पा, इस पौरुषपूर्ण समय में, जादू नहीं कविता, फुटपाथ पर कुसी, राख अँिेरे की बाररश में(सभी 
कविता संकलन), 
दुगण द्वार पर दस्तक (स्त्री-प्रश्न विषयक वनबन्िों का संकलन), 
षडयंत्ररत् मृतात्माओं के बीच(साम्प्रदावयक, फासीिाद, बुविजीिी प्रश्न और सावहत्य की सामावजक भूवमका पर केवन्ित वनबन्िों का संकलन), 
कुि जीिन्त, कुि ज्िलन्त(समाज, संस्कृवत और सावहत्य पर केवन्ित वनबन्िों का संकलन), प्रेम, परम्परा और वििोह( शोिपरक वनबन्ि) 
प्रकावशत। 
समकालीन भारतीय स्त्री कवियों के पेंगुइन द्वारा प्रकावशत संकलन 'इन देयर ओन िॉयस' में कविताएँ शावमल। 
क्रावन्तकारी िामपंथी राजनीवत से अनुप्रमावर्त सामावजक सकक्रयता, सांस्कृवतक मोचे ि नारी मोचे के साथ साथ मज़दूर मोचे पर भी सकक्रय। 
सम्पकण : डी-68, वनराला नगर, लखनऊ-226020 
ई-मेल :katyayani.lko@gmail.com 
दूरभाष : 09936650658 
श्रेर्ी: 
 पररचय

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कात्यायनी (Katyani)

  • 1. कात्यायनी कात्यायनी जन्म: 09 मई 1959 जन्म स्थान गोरखपरु, उत्तरप्रदेश, भारत कुछ प्रमखु कृतियााँ सात भाइयों के बीच चम्पा(1994), इस पौरुषपूर्ण समय में, चेहरों पर आँच, जादू नह ीं कविता (2002), फुटपाथ पर कुसी (2009), राख-अँधेरे की बाररश में विविध रूसी और अींग्रेजी भाषाओीं में कविताओीं का अनिुाद। जीिनी कात्यायनी / पररचय अभी इस पन्ने के लिये छोटा पता नह ीं बना ह।ै यदद आप इस पन्ने के लिये ऐसा पता चाहते हैं तो kavitakosh AT gmail DOT com पर सम्पकण करें। Katy ay an i कविता-सग्रंह  स ा त भा इयों के बीच चम्पा / का त्यायनी  इस पौरुषपर्ूण समय में / का त्यायनी
  • 2.  जा दू न हीं कव िता / कात्यायनी  फु ट पा थ पर कु स ी / कात्यायनी कव िताएँ  रात के संतरी की कविता / कात्यायनी  चाहत / कात्यायनी  कविता की जगह / कात्यायनी  आखेट / कात्यायनी  कुहरे की दीिार खडी है / कात्यायनी  प्राथणना / कात्यायनी  नहीं हो सकता तेरा भला / कात्यायनी  अपरावजता / कात्यायनी  माँ के वलए एक कविता / कात्यायनी  इस स्त्री से डरो / कात्यायनी  भाषा में विप जाना स्त्री का / कात्यायनी  स्त्री का सोचना एकान्त में / कात्यायनी  देह न होना / कात्यायनी  हॉकी खेलती लडककयाँ / कात्यायनी  गुजरात २००२ / कात्यायनी  कूपमण्डूक की कविता / कात्यायनी श्रेवर्याँ:  रचनाकार  "क" अक्षर से शुरु होने िाले नाम  09 मई को जन्म  मई में जन्म  1959 में जन्म  दशक 1950-1959 में जन्म  मवहला रचनाकार
  • 3. कात्यायनी / पररचय कात्यायनी की रचनाएँ जन्म : 7 मई 1959 वशक्षा : एम.ए., एम.कफल.(वहन्दी) विगत 24 िषों से विवभन्न पत्र-पवत्रकाओं में राजनीवतक-सामावजक-सांस्कृवतक विषयों पर स्ितंत्र लेखन। लगभग सात िषों तक 'निभारत टाइम्स' और 'स्ितंत्र भारत' की संिाददाता के रूप में भी काम ककया। संप्रवत : स्ितंत्र लेखन। कविताएँ वहन्दी की अविकांश पत्र-पवत्रकाओं में प्रकावशत। कुि कविताएँ अंग्रेजी, पंजाबी, मराठी, गुजराती में अनुकदत-प्रकावशत। आिा दजणन कहावनयाँ प्रकावशत। चेहरों पर आँच, सात भाइयों के बीच चम्पा, इस पौरुषपूर्ण समय में, जादू नहीं कविता, फुटपाथ पर कुसी, राख अँिेरे की बाररश में(सभी कविता संकलन), दुगण द्वार पर दस्तक (स्त्री-प्रश्न विषयक वनबन्िों का संकलन), षडयंत्ररत् मृतात्माओं के बीच(साम्प्रदावयक, फासीिाद, बुविजीिी प्रश्न और सावहत्य की सामावजक भूवमका पर केवन्ित वनबन्िों का संकलन), कुि जीिन्त, कुि ज्िलन्त(समाज, संस्कृवत और सावहत्य पर केवन्ित वनबन्िों का संकलन), प्रेम, परम्परा और वििोह( शोिपरक वनबन्ि) प्रकावशत। समकालीन भारतीय स्त्री कवियों के पेंगुइन द्वारा प्रकावशत संकलन 'इन देयर ओन िॉयस' में कविताएँ शावमल। क्रावन्तकारी िामपंथी राजनीवत से अनुप्रमावर्त सामावजक सकक्रयता, सांस्कृवतक मोचे ि नारी मोचे के साथ साथ मज़दूर मोचे पर भी सकक्रय। सम्पकण : डी-68, वनराला नगर, लखनऊ-226020 ई-मेल :katyayani.lko@gmail.com दूरभाष : 09936650658 श्रेर्ी:  पररचय