3. रुब्रिक्स का ननमााण
• रुब्रिक्स के घटक
1.मापदंड
2.रेटटंग स्के ल या स्तर
3.वववरण की पररभाषा
4. • रुब्रिक्स के कें द्र में-
• ककसी ननश्चित उद्देचय के मापन हेतु के श्रद्रत होता है।(प्रदर्ान, व्यावहार एवं
गुणवत्ता)
• प्रदर्ान के मापन हेतु स्के ल/रेंज का उपयोग।
• ववलर्ष्ट प्रदर्ान ववर्ेषताओं को स्तरों में व्यवश्स्ित ककया जाता है जो दर्ााता है
कक मानकों को पूरा ककया गया है।
5. रुब्रिक्स का उद्देचय
• उत्कृ ष्ट, संतोषजनक या अपयााप्त प्रदर्ान का वणान करता है।
• उन मानदंडों को स्पष्ट करता श्जनके आधार पर ववद्ययार्िायों के अर्धगम
का ननणाय ललया जाता है।
• मूलयांकन हेतु वस्तुननष्ठ मागादर्ान प्रदान करता है।
6. रुब्रिक्स के प्रकार
• ववचलेषणात्मक रूबररक
➢यह अर्धक ववलर्ष्ट एवं उपयोग करने में आसान होता है।
➢यह उद्देचयों को आयामों (मानदंड) में ववभाश्जत करता है एवं प्रत्येक आयामों के
आधार पर आकलन करता है।
➢इसका उपयोग तब ककया जाता है जब मानदंडों/आयामों की संख्या अर्धक होता
है।
• समग्र रूबररक
➢यह अर्धक सामारय होते है।
➢सभी उद्देचयों का एक ही पैमाने पर आकलन ककया जाता है।
➢इसका उपयोग त्वररत एवं मामूली आकलन के ललए ककया जाता है।
➢यहााँ आकलन हेतु खुले प्रचनों का उपयोग ककया जाता है।
7. रूबररक की संरिना
संरिना में िार बुनयादी ववर्ेषताएाँ होती है-
➢कर्ित उद्देचय या प्रयोजन- र्ीषाक
(Stated Objective or Purpose – title)
➢अंकन के मानदंड- आकललत काया पर अच्छे प्रदर्ान की ववर्ेषताएाँ (Scoring
Criteria – characteristics of good performance on the task)
➢प्रदर्ान का स्तर- आकललत काया पर पररभावषत दक्षता
(Levels of Performance – defined degrees of competency)
➢प्रदर्ान की व्याख्या-प्रदर्ान के प्रत्येक स्तर पर अपेक्षक्षत प्रदर्ान संक्षेप में स्पष्ट
करना
(Descriptors – spell out briefly what is expected at each level of performance)
8. रुब्रिक्स का ववकास
• ननधााररत करना की कौन सी अवधारणाओं, कौर्लों या ननष्पादन मानकों
की जााँि करनी है।
• अवधारणाओं की सूिी बनाना एवं उरहें किनों में पुनः ललखना श्जससे
ज्ञानात्मक और ननष्पादात्मक घटकों का र्िंतन हो सके ।
• जााँिे जा रहे काया में से महत्वपूणा अवधारणाओं और कौर्लों की पहिान
करना।
• काया के उद्देचय के आधार पर रुब्रिक्स के उपयोगी कई ब्रबरदुओं को
ननधााररत करना। उदाहरण के ललए 5 पॉइंट स्के ल या 6 पॉइंट स्के ल।
9. • रुब्रिक्स में उपयोग ककए गए अंकों का वांनछत रूप र्ुरुआत कर प्रत्येक स्कोर हेतु
वववरण ननधााररत करना।
• रुब्रिक्स के साि ववद्यार्िायों के काया की तुलना करना। काया हेतु रेटटंग देने के
ललए उपयोगी तत्वों का रेकॉडा रखना।
• तत्वों के ननष्पादन काया पर आधाररत रुब्रिक्स की व्याख्या को दोहराना।
• स्के ल पर पुनः वविार करना।
• यटद जहााँ स्के ल जरूरी हो तो उसे सामंजीत करना।
• अगली स्लाइड में हम रुब्रिक्स के उदाहरण देखेंगे
10.
11. • को-औपरेटीव(Co-operative) लननिंग हेतु रुब्रिक्स
1. 4(अंक) ववद्यािी सकिय रूप से सुनते हैं और अरय लोगो के वविारों को महत्व
देते है।
2. 3(अंक) ववद्यािी सकिय रूप से सुनते है , ककरतु यहााँ कोई साक्ष्य नहीं कक वे
दूसरे के वविारों पर महत्व देते है।
3. 2(अंक) ववद्यािी सुनते तो हैं ककरतु दूसरों को महत्व नहीं देते हैं। अिवा
महत्व तो देते हैं ककरतु सुनते नहीं है।
4. 1(अंक) ववद्यािी न तो सुनते है और न ही महत्व देते है।
12. रुब्रिक्स का उपयोग
• ववद्यार्िायों के उपलश्धध का वस्तुननष्ट आकलन करता है।
• ववद्यािी अपने कायों का स्व आकलन करने में सक्षम होते है।
• ववद्यार्िायों द्वारा ज्ञात एवं पूवा ननधााररत मानदंडों के आधार पर आकलन अर्धक
व्यवहाररक एवं वस्तुननष्ट हो जाता है।
• इसके द्वारा ववद्यार्िायों को रिनात्मक प्रनतपुष्टी प्रदान ककया जा सकता है।
• रुब्रिक्स की व्याख्या एवं उपयोग सरल है।
• इसका उपयोग रिनात्मक आकलन हेतु ककया जा सकता है।
• ररब्रिक्स द्वारा लर्क्षकों को अनुदेर्न की प्रभाववता की प्रनतपुष्टी प्राप्त होती है।