1. हिन्दू धर्म और िर् प्रश्नोत्तरी
प्रतियोगििा
सगिन िन्रकु र्ार नरवड़िया द्वारा
तनर्र्मि
दूरभाष 07827338158, 09405587326
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2. भाग एक
नियम
• प्रत्येक समूह से 2 प्रश्ि पूछे जायेंगे जजिके बहुविकल्पीय उत्तर
प्रस्तुत होगे |
• उत्तर देिे के लिए 10 सेकं ड का समय होगा |
• अिुत्तररत प्रश्ि दुसरे समूह को प्रेवित िह ं होगा |
• हर सह उत्तर पर 10 अंक होगे |
• सारे प्रश्ि जांचे परखे स्रोत से लिए गए हैं, आपवत्त होिे पर
प्रनतयोगगता के निर्णयको का निर्णय अंनतम और सिणमान्य होगा |
22. धरती की भोगोलिक स्तथी और देिताओं के आव्हाि
मन्र ककस िेद में हैं ?
1. ऋनिेद
2. यजुिेद
3. अथणिेद
4. सामिेद
23. भाि दो
नियम
• प्रत्येक समूह से 2 प्रश्ि पूछे जायेंगे |
• जजिके उत्तर एक शब्द में देिा होगा |
• उत्तर देिे के लिए 30 सेकं ड का समय होगा |
• अिुत्तररत प्रश्ि दुसरे समूह को प्रेवित होगा |
• हर सह उत्तर पर 10 अंक होगे |
• हर प्रेवित प्रश्ि के सह उत्तर पर 5 अंक बोिस हदए जायेंगे |
• सारे प्रश्ि जांचे परखे स्रोत से लिए गए हैं, आपवत्त होिे पर
प्रनतयोगगता के निर्णयको का निर्णय अंनतम और सिणमान्य होगा |
43. रािर् और कु बेर में क्या संबंध थे ?
सौतेिे भाई
44. भाग तीि
नियम
• प्रत्येक समूह से 1 प्रश्ि पूछा जायेंगा |
• छायागचर को पहचाि िेिे पर 10 अंक लमिेंगे |
• अिुत्तररत प्रश्ि दुसरे समूह को प्रेवित िह ं होगा |
• सारे प्रश्ि जांचे परखे स्रोत से लिए गए हैं, आपवत्त होिे पर
प्रनतयोगगता के निर्णयको का निर्णय अंनतम और सिणमान्य होगा |
55. भाग चार
नियम
• प्रत्येक समूह से 4 प्रश्ि पूछे जायेंगे , जजिका जिाब सह या गित
में देिा हैं |
• उत्तर सह होिे पर 5 अंक प्रनत प्रश्ि लमिेंगे |
• सारे प्रश्ि जांचे परखे स्रोत से लिए गए हैं, आपवत्त होिे पर
प्रनतयोगगता के निर्णयको का निर्णय अंनतम और सिणमान्य होगा |
56. • द्िापर युग रेता युग के पहिे था ?
• ककजश्कन्दा िरेश दृष््धुम्ि था ?
• ििरारी में राम रक्षा स्रोत जाप िाभदायक होता हैं
|
• ििरारी में अष्टमी में यज्ञ करिे का प्रािधाि हैं |
57. • उपनििद् में आत्म और अिात्म तत्त्िों का निरूपर्
ककया गया है जो िेद के मौलिक रहस्यों का
प्रनतपादि करता है।
• पुरे महाभारत में 18 अध्याय हैं |
• श्रीकृ ष्र् के अिािा सहदेि को सार महाभारत की
बाते पता थी |
• सहदेि की माता माद्र थी |
58. • िागेश्िर ज्योनतलििंग गुजरात में हैं |
• ऋनिेद में 10 अध्याय हैं |
• यजुिेद की 2 शाखाएं हैं शुक्ि और कृ ष्र् |
• श्रीकृ ष्र्-पुर प्रद्युम्ि थे |
59. • श्रीमद्भागित गीता यह महाभारत के भीष्मपिण के
अन्तगणत हदया गया एक उपनििद् हैं |
• श्री भगिाि्कहते हैं, गीता उपदेश सबसे पहिे सूयण से कहा
था।
• गीता का प्रारम्भ धमण शब्द से होता है तथा गीता के
अठारहिें अध्याय के अन्त में इसे धमण संिाद कहा है।
• उपनििद् हहन्दू धमण के महत्त्िपूर्ण श्रुनत धमणग्रन्थ हैं।
60. • उपनििदों को स्ियं भी िेदान्त कहा गया है।
• मुख्य उपनििद 12 या 13 हैं |
• उपनििद् शब्द का साधारर् अथण है - ‘समीप उपिेशि’ या
'समीप बैठिा
• उपनििद् में ऋवि और लशष्य के बीच बहुत सुन्दर और गूढ
संिाद है जो पाठक को िेद के ममण तक पहुंचाता है।