1. Dr. Sanjay P. Shedmake
Associate Professor PVDT College Of Education, Mumbai
2. What was sati ?
• Sati is a practice among Hindu communities where a recently widowed woman, either voluntarily or by
force, immolates herself on her deceased husband's pyre.
• सती हहिंदू समुदायों के बीच एक प्रथा है जहािं हाल ही में विधिा हुई महहला या तो स्िेच्छा से या बल से,
अपने मृत पतत की चचता पर खुद को रखती है।
• The woman who immolates herself is, hence, called a Sati which is also inter preted as a ' holy woman' or
a 'good and devoted wife’.
जो महहला अपने आप को विसर्जित करती है, इसललए, एक सती कहलाती है, जो 'पवित्र महहला' या 'अच्छी
और समवपित पत्नी' के रूप में भी जुडी हुई है।
3. – # सती शब्द लशि की पत्नी देिी सती के नाम से ललया गया है। सती ने खुद को इसललए विसर्जित कर
हदया क्योंकक उनके वपता ने अपने पतत का अपमान ककया था।
– # कु छ जाततयों में, सती को उसके मृत पतत के साथ विशेष रूप से नाथ में तपस्िी और िेिर समुदाय
में र्जिंदा दफनाया जाता था।
– #ग्रीक लोगोने सती की सबसे पहली घटना दजि की और चौथी शताब्दी ई.पू. एलेक्जेंडर के सैतनकों ने
इसे उत्तर पर्चचम भारत में पाया।
– # रानी पद्मनी (जौहर)
4. – 16 िीिं शताब्दी में, हुमायूिं ने अभ्यास के खखलाफ शाही समझौते की कोलशश करने िाले पहले व्यर्क्त थे।
– अकबर सती को प्रततबिंचधत करने के ललए आचधकाररक आदेश जारी करने के ललए आगे था और तब से यह
महहलाओिं द्िारा स्िेच्छा से ककया गया था। उन्होंने यह भी आदेश जारी ककया कक कोई भी महहला अपने मुख्य
पुललस अचधकाररयों से एक विशेष अनुमतत के बबना सती नहीिं कर सकती।
– पुतिगाललयों ने 1515 तक गोिा में इस प्रथा पर प्रततबिंध लगा हदया।
– डच और फ्ािंसीसी ने हुगली-चुिंचुरा (तब चचनसुराह) और पािंडडचेरी में इस पर प्रततबिंध लगा हदया।
– बिंगाल सती वितनयमन अचधतनयम 1829।
– हहिंदू विधिाओिं का पुनविििाह अचधतनयम, 1856।
– सती तनिारण अचधतनयम 1987
5. – DEFINITION OF SATI IN ACT 1987
– सती के सिंबिंध में ककसी कायि की व्यिस्था करना। ककसी भी तरीके से सती प्रथा का समथिन और
औचचत्य। ट्रस्ट का तनमािण, फिं ड का सिंग्रह, मिंहदर का तनमािण, सती की स्मृतत को सिंरक्षित करना जो
सती कर चुके हैं।
– Law and Act. According to 1987
– सती से सिंबिंचधत अपराधों को रोकने के ललए कलेक्टर और र्जला मर्जस्ट्रेट की शर्क्तयािं।
– कु छ अचधतनयमों को प्रततबिंचधत करने की शर्क्त।
– कु छ मिंहदरों या अन्य सिंरचना को हटाने की शर्क्त।
– कु छ सम्पतत को जब्त करने की शर्क्त।
6. – PUNISHMENT S
– प्रयास: जो कोई भी सती करने का प्रयास करेगा उसे कारािास या जुमािना और दोनों के साथ दिंडनीय
होगा।
– अलभयोग(आरोपपत्र ): जो कोई भी प्रत्यि या अप्रत्यि रूप से इस तरह के सती के कमीशन का पालन
करता है, उसे मौत की सजा या आजीिन कारािास और जुमािना भी होगा।
– गौरि (स्तुतत ): सती के गौरि के ललए ककसी भी कायि को एक ऐसे कारािास के साथ दिंडनीय ककया
जाएगा, जो एक िषि से कम नहीिं होगा, लेककन जो सात साल के ललए पािंच हजार या तीस हजार तक हो
सकता है।
7. – मुग़ल काल में सती को इस्लालमक शासकों द्िारा बबिर प्रथा माना जाता था।
– राजा राम मोहन रॉय और विललयम बेंहटक ने सती प्रथा का विरोध ककया है ।
– एनी बेसेंट, िह एक सामार्जक कायिकताि, समाज सुधारक, राजनीततक नेता, महहला अचधकार कायिकताि के
रूप में प्रलसद्ध थीिं। उन्होंने 1893 में भारतीय महहलाओिं के मानिाचधकारों के ललए लडाई लडी।
– स्िामी दयानिंद सरस्िती विधिा वििाह के पि में थे ।
– ज्योततबा फू ला विधिा पुनिवििाह के भी बडे समथिक थे।
– ईचिर चिंद्र विद्यासागर को "बिंगाल पुनजािगरण" के आधार स्तिंब के रूप में याद ककया जाता है। उन्होंने
विधिा पुन: वििाह की अिधारणा पर भारी जोर डाला और भारतीय विधिा की उदासीनता को कम करने
में मदद की।
8. – अिचध (1943-1987): 30 मामले
– राजस्थान में 1987 रूपकुिं िर (18 िषि पुराना)।
– एक 65 िषीय कु ट्टू नामक महहला २२०२ में पन्ना र्जल्हा मध्यप्रदेश ।
– 2006 में, विद्यािती, एक 35 िषीय महहला, फतेहपुर र्जल्हा उत्तर प्रदेश।
– 21 अगस्त 2006 को, एक 40 िषीय महहला, सागर र्जला मध्यप्रदेश ।
– 11 अक्टूबर 2008 को, एक 75 िषीय महहला, लालमती िमाि, रायपुर र्जला छत्तीसगढ़।