Beginners Guide to TikTok for Search - Rachel Pearson - We are Tilt __ Bright...
Gazette Notification of DGCA for Drones
1. 2382 GI/2020 (1)
रजजस्ट्री सं. डी.एल.- 33004/99 REGD. NO. D. L.-33004/99
xxxGIDHxxx
xxxGIDExxx
ऄसाधारण
EXTRAORDINARY
भाग II—खण्ड 3—ईप-खण्ड (i)
PART II—Section 3—Sub-section (i)
प्राजधकार से प्रकाजित
PUBLISHED BY AUTHORITY
नागर जिमानन मंत्रालय
ऄजधसूचना
नइ ददल्ली, 2 जून, 2020
मानिरजहत जिमान प्रणाली जनयम, 2020
सा.का.जन. 349(ऄ).—कजतपय जनयमों का जनम्नजलजखत प्राूप, जजन्हें केंीीय सरकार िायनयान ऄजधजनयम, 1934 (1934
का 22) की धारा 4, 5 और धारा 8 की ईप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त िजतिययों का प्रयगग करते ुएए बनाना प्रस्ट्ताजित करती ह, एतद्द्वारा,
आससे प्रभाजित हगने िाले सभी संभाजित व्यजतिययों की सूचनाथथ, ईक्त ऄजधजनयम की धारा 44 द्वारा यथापेजषितत प्रकाजित करती ह;
और एतद्द्वारा सूचना दी जाती ह दक जजस तारीख कग भारत का राजपत्र, जजसमें यह ऄजधसूचना प्रकाजित की जाएगी, की प्रजतयां
जनता कग ईपलब्ध कराइ जाएंगी, ईस तारीख से तीस ददन की ऄिजध के बाद ईक्त प्राूप जनयमों पर जिचार दकया जाएगा;
अपजियां या सनझाि, यदद कगइ हों, नागर जिमानन महाजनदेिक, सफरदजंग हिाइ ऄड्डे के सामने, नइ ददल्ली -110003
कग संबगजधत दकए जा सकते हैं या hbiswas.dgca@nic.in कग मेल दकए जा सकते हैं;
जिजनर्ददष्ट ऄिजध की समाजि से पूिथ ईक्त प्राूप जनयमों के संबंध में दकसी भी व्यजतिय से प्राि दकसी भी अपजि या सनझाि
पर कें ीीय सरकार द्वारा जिचार दकया जाएगा।
प्राूप जनयम
भाग I
प्रारंजभक
1. संजषितप्त नाम और जिस्ट्तार — (1) आन जनयमों का नाम, मानिरजहत जिमान प्रणाली (यूएएस) जनयम, 2020 ह।
सं. 270] नइ ददल्ली, बृहस्ट्पजतिार, जून 4, 2020/ज्येष्ठ 44, 1942
No. 270] NEW DELHI, THURSDAY, JUNE 4, 2020/ JYAISHTHA 14, 1942
सी.जी.-डी.एल.-अ.-04062020-219730
CG-DL-E-04062020-219730
2. 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]
(2) ये जनयम समस्ट्त भारत पर जिस्ट्तारितरत होंगे और जनम्न पर भी लागू होंगे (जब तक दक जिपरीत अिय न प्रतीत हगता
हग) –
(क) भारत में पंजीकृत यूएएस पर, जहां कहीं भी ये हग सकते हैं; या
(ख) भारत में दकसी यूएएस का स्ट्िाजमत्ि या कब्जा रखने िाले या आसके अयात, कारगबार, पट्टे पर देने, प्रचालन, हस्ट्तांतरण या
ऄननरषितण में लगे दकसी व्यजतिय पर; या
(ग) तत्समय भारत में या भारत के उपर रहने िाले सभी यूएएस पर;
(3) ये जनयम सरकारी राजपत्र में आनके ऄंजतम प्रकािन की तारीख कग प्रिर्ततत होंगे।
(4) िायनयान जनयम, 1937 में जनजहत प्रािधान, यूएएस और आनसे संबंजधत और ऄननषंगी मामलों पर लागू नहीं होंगे, ईन प्रािधानों
कग छगड़कर जजनके यूएएस पर ऄननप्रयगग का प्रािधान मानिरजहत जिमान प्रणाली (यूएएस) जनयम, 2020 में जििेष ूप से दकया
गया ह।
2. परितरभाषाएं और व्याख्या — (1) आन जनयमों में, जब तक जिषय या संदभथ में कगइ भी बात प्रजतकूल न हग –
1) “ऄजधजनयम” का अिय िायनयान ऄजधजनयम, 4934 (4934 का 22) से ह।
2) “ऄननमगददत यूएएस प्रचालन” का अिय आन जनयमों के ऄननसार दकसी ऄननपालक यूएएस द्वारा प्रचालन से ह।
3) “प्राजधकृत यूएएस अयातक” का अिय ऐसे व्यजतिय से ह जग आन जनयमों के ऄधीन भारत से बाहर दकसी स्ट्थान से दकसी यूएएस
या आसके दकसी भाग या दकसी पनजे के अयात के जलए प्राजधकृत ह;
4) “प्राजधकृत यूएएस जनमाथता” का अिय ऐसे दकसी व्यजतिय से ह जग आन जनयमों के ऄधीन भारत से बाहर दकसी स्ट्थान से दकसी
यूएएस या आसके दकसी भाग या दकसी पनजे के जनमाथण के जलए प्राजधकृत ह;
5) “प्राजधकृत यूएएस स्ट्िामी” का अिय ऐसे दकसी व्यजतिय से ह जग आन जनयमों के ऄधीन मानिरजहत जिमान प्रणाली (यूएएस) का
स्ट्िामी बनने या ईसे पट्टे पर लेने के जलए प्राजधकृत ह;
6) “प्राजधकृत यूएएस प्रचालक” का अिय ऐसे व्यजतिय से ह जग आन जनयमों के ऄधीन मानिरजहत जिमान प्रणाली के प्रचालन कायथ
में जनयगजन करने या जनयगजजत दकए जाने की प्रस्ट्थापना के जलए प्राजधकृत ह;
7) “प्राजधकृत यूएएस कारगबारी” का अिय ऐसे दकसी व्यजतिय से ह जग आन जनयमों के ऄधीन दकसी यूएएस या आसके दकसी भाग या
दकसी पनजे का कारगबार करने (क्रय या जबक्री या पट्टे पर) के जलए प्राजधकृत ह;
8) “स्ट्िायत्त जिमान” का अिय ऐसे मानिरजहत जिमान से ह जजसके जलए ईड़ान के प्रबंधन में पायलट का हस्ट्तषितेप ऄपेजषितत नहीं
हगता;
9) “स्ट्िायत्त प्रचालन” का अिय ऐसे प्रचालन से ह जजसके दौरान रितरमगट से प्रचाजलत जिमान, ईड़ान के प्रबंधन में पायलट के
हस्ट्तषितेप के जबना प्रचाजलत हग रहा हग;
10) “दृश्य दृजष्टरेखीय प्रचालन से परे” का अिय ऐसे प्रचालन से ह जजसमें रितरमगट पायलट या पयथिेषितक ईड़ान के संचालन में रितरमगट
द्वारा प्रचाजलत जिमान के जलए दृश्य संदभथ का प्रयगग नहीं करता;
11) “जनमाथता प्रमाणपत्र” का अिय महाजनदेिक, या महाजनदेिक द्वारा प्राजधकृत दकसी ऄन्य एजेंसी द्वारा यह प्रमाजणत करने के
जलए जारी दकए गए दस्ट्तािेज से ह दक जिजनर्ददष्ट बनािट और रेणेणी के जलए मानिरजहत जिमान प्रणाली का जडजाआन आन
जनयमों के ऄंतगथत जिजनर्ददष्ट ऄपेषिताओं कग पूरा करता ह;
3. भाग II खण्ड (i) भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 3
12) “कमांड और कंरगल ललक” का अिय, ईड़ान का प्रबंधन करने के प्रयगजनाथथ, मानिरजहत जिमान और रितरमगट पायलट स्ट्टेिन के
बीच डेटा ललक से ह;
13) “ऄननपालक यूएएस” का अिय आन जनयमों के ऄंतगथत यथा जनधाथरितरत ऄपेषिताओं के ऄननपालक यूएएस से ह;
14) "संजिदाकारी देि" का अिय ऐसे देि से ह ह जग तत्समय के जलए, ददनांक 7 ददसम्बर, 1944 कग जिकागग में सम्पन्न
ऄंतरराष्रीय नागर जिमानन पर ऄजभसमय, और आस ऄजभसमय के ऄननच्छेद 94 के प्रािधानों के ऄंतगथत आसमें दकए गए दकसी
भी संिगधन का पषितकार ह;
15) “जनयंजत्रत हिाइषितेत्र” का अिय परितरभाजषत अयामों िाले हिाइषितेत्र से ह जजसके भीतर हिाइषितेत्र िगीकरण के ऄननसार हिाइ
यातायात जनयंत्रण सेिा मनहया कराइ जाती ह;
16) “खतरे का षितेत्र” का अिय परितरभाजषत अयामों िाले हिाइषितेत्र से ह जजसके भीतर जिजनर्ददष्ट समय पर मानिरजहत जिमान
प्रणाली की ईड़ान के जलए खतरनाक गजतजिजधयां मौजूद हैं;
17) “ड्रगन गजलयारा” का अिय यूएएस के प्रचालन के जलए सषितम प्राजधकारितरयों द्वारा परितरभाजषत दकसी पृथक पथ या हिाइषितेत्रों से
ह;
18) “महाजनदेिक" का अिय नागर जिमानन महाजनदेिक से ह;
19) “ड्रगन पगटथ” का अिय भूजम या जल पर दकसी परितरभाजषत षितेत्र (दकसी भी भिन, संस्ट्थापनाओं और ईपस्ट्करों सजहत) से ह जजसे
पूणथत: या ऄंित: मानिरजहत जिमानों के अगमन, प्रस्ट्थान, भूतल अिागमन और संबद्ध ऄननरषितण या िाजणजज्यक गजतजिजधयों
के जलए प्रयगग दकया जाना ऄजभप्रेत ह;
20) “जजयग-फें लसग” का अिय दकसी सगफ्टिेयर कायथक्रम में जनजहत ऐसे फीचर से ह जजसमें भौगगजलक सीमाओं कग परितरभाजषत करने
के जलए ग्लगबल पगजीिलनग जसस्ट्टम या रेजडयग ्ीक्िेंसी अआडेंरितटदफकेिन का प्रयगग दकया जाता ह;
21) "लाआसेंस" का अिय आन जनयमों के ऄंतगथत जारी लाआसेंस से ह;
22) “ऄननरषितण” का अिय दकसी मानिरजहत जिमान प्रणाली की जनरंतर ईड़नयगग्यता सनजनजित करने के जलए ऄपेजषितत कायों के
जनष्पादन से ह, जजनमें ओिरहॉललग, जनरीषितण, प्रजतस्ट्थापन, खामी सनधार और दकसी अिगधन या मरम्मत या परीषितण में से
कगइ एक कायथ या आनमें से दकन्हीं का संयगजन िाजमल ह;
23) “जनमाथता” का अिय ऐसे व्यजतिय से ह जग यूएएस या आसके दकसी भाग या पनजे का जनमाथण या संयगजन करता ह;
24) “अदिथ रितरमगट-संचाजलत जिमान प्रणाली” का अिय केिल िजषितक या प्रयगगात्मक प्रयगजन के जलए प्रयनतिय और रितरमगट द्वारा
संचाजलत जिमान प्रणाली कग प्रचाजलत करने िाले व्यजतिय की दृजष्ट रेखा के भीतर ईड़ाए जाने िाले, पेलगड रजहत रितरमगट-
संचाजलत जिमान से ह;
25) “स्ट्िामी” का अिय ऐसे व्यजतिय से ह जग दकसी मानिरजहत जिमान प्रणाली का स्ट्िाजमत्ि रखता ह या पट्टे पर लेता ह;
26) "प्रचालक" का अिय मानिरजहत जिमान प्रचालन में जनयगजजत या जनयगजजत हगने के जलए तत्पर दकसी व्यजतिय, संगठन या ईद्यम
से ह;
27) “भार” का अिय मानिरजहत जिमान में रखे गए दकसी पनजे या ईपस्ट्कर या दकसी ऄन्य सामग्री से ह जग ईड़ान या आसके
जनयंत्रण के जलए ऄपेजषितत नहीं ह;
4. 4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]
28) “व्यजतिय” में कगइ व्यजतिय या कम्पनी या कगइ फमथ या व्यजतिययों का संयगजन या व्यजतिययों का जनकाय या स्ट्थानीय प्राजधकरण या
कगइ जिजधक जनकाय, चाहे िह जनगजमत हग या नहीं, केंीीय या राज्य सरकार या आसकी कगइ भी एजेंसी िाजमल ह;
29) “जनजषद्ध षितेत्र” का अिय भारत के भू षितेत्रों या राज्यषितेत्रीय समनी के उपर परितरभाजषत अयामों िाले हिाइषितेत्र से ह जजसके भीतर
दकसी भी परितरजस्ट्थजत में दकसी भी समय यूएएस की ईड़ानों की ऄननमजत नहीं ह;
30) “मनगरंजन ईड़ान” का अिय रितरमगट पायलट की खनिी, ऄिकाि या अनंद मात्र के जलए दकसी मानिरजहत जिमान की ईड़ान
गजतजिजध से ह;
31) “रितरमगट पायलट” का अिय ऐसे व्यजतिय से ह जजसे रितरमगट-संचाजलत जिमान के प्रचालन के जलए अिश्यक कायथ, प्रचालक द्वारा
सौंपा गया हग और जग ईड़ान समय के दौरान ईड़ान जनयंत्रणों कग, यथगजचत ूप से ऄपने हाथ में लेता ह;
32) “रितरमगट-संचाजलत जिमान” का अिय ऐसे मानिरजहत जिमान से ह, जजसे रितरमगट पायलट स्ट्टेिन से संचाजलत दकया जाता ह;
33) “रितरमगट संचाजलत जिमान प्रणाली” का अिय रितरमगट से संचाजलत मानिरजहत जिमान, आसके सहयगगी रितरमगट पायलट स्ट्टेिन,
ऄपेजषितत कमांड और कंरगल ललक्स और ऄन्य ऄियिों से ह;
34) “रितरमगट पायलट स्ट्टेिन” का अिय रितरमगट-संचाजलत जिमान प्रणाली के घटक से ह जजसमें रितरमगट-संचाजलत जिमान कग प्रचाजलत
करने के जलए प्रयनतिय ईपस्ट्कर िाजमल हैं;
35) “प्रजतबंजधत षितेत्र” का अिय भारत के भू-षितेत्रों या राज्यषितेत्रीय समनी के उपर, परितरभाजषत अयामों िाले हिाइषितेत्र से ह जजसके
भीतर दकसी भी परितरजस्ट्थजत में दकसी भी समय मानिरजहत जिमान प्रणाली की ईड़ान प्रजतबंजधत ह;
36) “रितरमगट-संचाजलत जिमान पयथिेषितक” का अिय प्रचालक द्वारा नाजमत ऐसे प्रजिजषितत और सषितम व्यजतिय से ह जग, रितरमगट-
संचाजलत जिमान के दृश्य पयथिेषितण द्वारा, ईड़ान के संरजषितत संचालन में रितरमगट पायलट की सहायता करता ह;
37) “पृथक हिाइषितेत्र” का अिय जिजनर्ददष्ट प्रयगक्ता (प्रयगक्ताओं) के जलए जिजिष्ट प्रयगग के जलए अिंरितटत जिजनर्ददष्ट अयामों िाले
हिाइषितेत्र से ह;
38) “संव्यिहार संख्या” का अिय ऐसी जिजिष्ट संख्या से ह जग ऑनलाआन प्लेटफामथ के मायम से पूणथ दकए गए दकसी संव्यिहार
की पहचान जलए सृजजत दकया गया हग।
39) “मानिरजहत जिमान” का अिय ऐसे मानिरजहत जिमान से ह, जजसे ईड़ान में जबना दकसी पायलट के प्रचाजलत दकया जाना
ऄजभप्रेत ह;
40) “मानिरजहत जिमान प्रणाली” का अिय एक मानिरजहत जिमान और आसके संबद्ध तत्िों से ह, जजन्हें ईड़ान में जबना दकसी
पायलट के प्रचाजलत दकया जाता ह;
41) “यूएएस यातायात प्रबंधन” का अिय हिाइ यातायात प्रबंधन के जिजनर्ददष्ट पहलू से ह जजसमें सभी पषितकारों के सहयगग से
जनबाथध सेिाओं और सनजिधाओं के प्रािधान के जरितरए संरजषितत, दकफायती और कनिल ूप से यूएएस प्रचालनों का प्रबंधन दकया
जाता ह और जजसमें िायनजजनत और भू-अधारितरत कायथकलाप िाजमल हगते हैं;
42) “यूएएस यातायात प्रबंधन प्रणाली” का अिय ऐसी प्रणाली से ह जग हिाइ, भू या ऄंतरितरषित-अधारितरत संप्रेषणों, ददक्चालन और
सर्तिलांस द्वारा समर्तथत, मानिों, सूचना, प्रौद्यगजगकी, सनजिधाओं और सेिाओं के सहयगगी एकीकरण के मायम से मानिरजहत
जिमान के जलए यातायात प्रबंधन मनहया कराती ह।;
5. भाग II खण्ड (i) भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 5
43) “जिजिष्ट प्राजधकार संख्या” का अिय दकसी व्यजतिय कग अयातक या जनमाथता या कारगबारी या स्ट्िामी या प्रचालक के ूप में कायथ
करने के जलए जारी की गइ जिजिष्ट प्राजधकार संख्या से ह;
44) “जिजिष्ट पहचान संख्या” का अिय पंजीकरण देि द्वारा मानिरजहत जिमान के पंजीकरण के जलए जारी की गइ जिजिष्ट पहचान
संख्या से ह;
45) “दृश्य दृजष्टरेखीय प्रचालन” का अिय ऐसे प्रचालन से ह जजसमें रितरमगट पायलट या पयथिेषितक रितरमगट संचाजलत जिमान के साथ
प्रत्यषित सहायतारजहत दृश्य संपकथ ऄननरजषितत करता ह।
(2) आन जनयमों में प्रयनतिय ककतन परितरभाजषत न दकए गए िब्दों और ितों के िही अिय होंगे जग आन्हें ऄजधजनयम में क्रमि: प्रदान दकए
गए हैं।
भाग II
िगीकरण / क्रम जिन्यास
3. मानिरजहत यान प्रणाली का िगीकरण — मा.या.प्र. (UAS) का िगीकरण जनम्नाननसार दकया जाना ह:-
(1) रितरमगट चाजलत यान प्रणाली (RPAS);
(2) मॉडल रितरमगट चाजलत यान प्रणाली;
(3) मानि रजहत स्ट्िायत्त यान प्रणाली।
4. मानिरजहत यान का क्रम जिन्यास : — मानिरजहत यान (UA) का क्रम जिन्यास मानिरजहत यान के समग्र भार (पेलगड सजहत) के
अधार पर जनम्नाननसार दकया जाना ह:-
i) ननग: 250 ग्राम से कम ऄथिा समान;
ii) सूक्ष्म: 250 ग्राम से ऄजधक तथा 2 दकलगग्राम से कम ऄथिा समान;
iii) लघन: 2 दकलगग्राम से ऄजधक तथा 25 दकलगग्राम से कम ऄथिा समान;
iv) मयम: 25 दकलगग्राम से ऄजधक तथा 150 दकलगग्राम से कम ऄथिा समान; तथा
v) जििाल: 150 दकलगग्राम से ऄजधक
स्ट्पष्टीकरण — नीचे ईजल्लजखत दकसी भी जनष्पादन मापदंड से ऄजधक हगने की जस्ट्थजत में ननग िगथ के मानिरजहत यान का
िगीकरण ऄगले ईच्च िगथ में दकया जाएगा:-
(1) समस्ट्तर ईड़ान में ऄजधकतम गजत 15 मीटर/सकेंड तक सीजमत हगने पर;
(2) रितरमगट पॉयलट से ऄजधकतम साय उं चाइ 15 मीटर तक सीजमत हगने तथा रेंज 100 मीटर तक सीजमत हगने पर;
भाग III
अयातक, जनमाथता, व्यापारी, स्ट्िामी तथा प्रचालक कग प्राजधकार प्रदान करना
5. प्राजधकृत व्यजतिय—महाजनदेिक से प्राजधकार प्राि करके कगइ भी अयातक, जनमाथता, व्यापारी, स्ट्िामी ऄथिा प्रचालक क्रमि:
प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली अयातक, प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली जनमाथता, प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली
व्यापारी, प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली स्ट्िामी ऄथिा प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली प्रचालक हग सकता ह।
6. दकसी व्यजतिय कग प्राजधकार प्रदान करना—नीचे ईजल्लजखत ऄपेषिताओं कग पूरा करने िाले दकसी अिेदक कग महाजनदेिक द्वारा प्राजधकार
प्रदान जा सकता ह:-—
(i) जनयम 7 में जिजनर्ददष्ट ऄहथता ितों कग पूरा करने; तथा
6. 6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]
(ii) ऄननसूची I में जिजनर्ददष्ट ऄन्य ितों कग पूरा करने पर।
7. प्राजधकार प्राि करने की ऄहथता ितें :— जनयम 5 में संदर्तभत दकसी व्यजतिय कग नीचे ईजल्लजखत ऄहथता ितों कग पूरा करने पर प्राजधकार
प्रदान दकया जा सकेगा: —
(i) कगइ भी व्यजतिय जग —
(क) भारत का नागरितरक ह, तथा
(ख) जजसकी अयन 18 िषथ ऄथिा ऄजधक ह; ऄथिा
(ii) दकसी भी कपंनी ऄथिा कारपगरेट जनकाय कग आस ितथ पर दक—
(1) िह पंजीकृत ह तथा ईसके व्यिसाय का प्रधान स्ट्थल भारत में ह, तथा
(2) जजसके ऄयषित तथा कम से कम दग जतहाइ जनदेिक भारत के नागरितरक हैं. ऄथिा
(iii) कगइ फमथ ऄथिा व्यजतिययों का संघ ऄथिा व्यजक्त-जनकाय ऄथिा कगइ स्ट्थानीय प्राजधकरण ऄथिा कगइ जिजधक आकाइ, जग
जनगजमत हग ऄथिा न हग, केन्ी तथा राज्य सरकार ऄथिा ईनकी कगइ एजेंसी कग जग :
परंतन, आस जनयमािली के खंड (ii) तथा (iii) के संदभथ में सारभूत स्ट्िाजमत्ि एिं प्रभािी जनयंत्रण भारत के नागरितरकों कग प्राि
हगने की ितथ पर ह।
8. प्राजधकार संख्या— (1) जनयम 6 के ऄंतगथत ऄपेषिताओं कग पूरा करने िाला कगइ भी व्यजतिय प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली
अयातक, प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली जनमाथता, प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली व्यापारी, प्राजधकृत मानिरजहत यान
प्रणाली स्ट्िामी ऄथिा प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली प्रचालक के ूप में कायथ करने के जलए ऄपेजषितत प्राजधकार संख्या की प्राजि के
जलए ऄननसूची I में जिजनर्ददष्ट जिजध एिं प्रदक्रया के ऄननसार अिेदन प्रस्ट्तनत कर सकता ह।
(2) जनयम 6 के ऄंतगथत ऄपेषिताओं के प्रजत संतनष्ट हगने पर महाजनदेिक द्वारा अिेदक कग जिजिष्ट प्राजधकार संख्या (UAN) जारी
दकया जा सकेगा।
(3) अिश्यक पाए जाने की जस्ट्थजत में महाजनदेिक द्वारा, सनरषिता के दृजष्टकगण से, अिेदक जजसमें कारपगरेट जनकायों के मामले में
जनदेिक ऄथिा ईच्च प्रबंधन पद प्राि ऄन्य व्यजतिय िाजमल हैं, के संबंध में सम्बद्ध प्राजधकरण से क्लीयरेंस प्राि की जा सकेगी:
परन्तन ऐसी क्लीयरेंस केन्ी तथा राज्य सरकार ऄथिा ईनकी एजेंजसयों के जलए ऄपेजषितत नहीं हगगी।
9. नए प्राजधकार— प्राजधकार संख्या जारी दकए जाने के पिात ऄहथता ितों के संबंध में प्रस्ट्तनत प्रत्यय पत्र में दकसी प्रकार का परितरितथन
हगने की सूचना महाजनदेिक कग तत्काल प्रस्ट्तनत की जाएगी तथा ऄहथता ितों कग पूणथ दकए जाने की ितथ पर एक नया प्राजधकार जारी
दकया जा सकेगा, बिते ऄननसूची-। में जिजनर्ददष्ट ितों कग पूरा दकया जाए।
10. िधता (4) — यदद जनलंजबत, प्रजतसंहरण ऄथिा रद्द नहीं दकया गया ह तग प्रत्येक मामले में पांच िषथ की ऄजधकतम ऄिजध की
ितथ पर प्राजधकार की िधता ईसमें ईजल्लजखत ऄिजध के जलए मान्य हगगी तथा निीकरण के जलए अिेदन प्राि हगने के समय से ऄगले
पांच िषथ की ऄिजध के जलए आसका निीकरण दकया जा सकेगा:
परन्तन, कालािजध समाि प्राजधकार का निीकरण केिल तभी दकया जाएगा जब अिेदक द्वारा जनयम 7 में जिजनर्ददष्ट ऄहथता ितों कग
पूरा कर जलया गया हग।
(2) िधीकरण संख्या की िधता के निीकरण हेतन, व्यजतिय ऄननसूची-4 में जिजनर्ददष्ट ूप में तथा प्रदक्रया के ऄननसार अिेदन कर
सकता ह।
7. भाग II खण्ड (i) भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 7
भाग IV
मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) का अयात, जनमाथण तथा ऄननरषितण
11. सामान्य — दकसी मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) ऄथिा ईसके दकसी भाग ऄथिा घटक का भारत में अयात ऄथिा जनमाथण,
ऄननसूची II में जिजनर्ददष्ट ऄपेषिताओं कग पूरा करने पर ही दकया जा सकेगा, जबतक दक जिजनमाथता से प्रमाणपत्र प्राप्त न दकया जाए।
12. मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) का भारत में अयात — (1) प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) अयातक के ऄलािा
ऄन्य कगइ व्यजतिय मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) ऄथिा ईसके दकसी भाग ऄथिा घटक का भारत में अयात नहीं करेगा।
(2) (क) मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) ऄथिा ईसके दकसी भाग ऄथिा घटक का भारत में अयात करने के जलए ‘प्राजधकृत
मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) अयातक’ कग ऄननसूची II में ददए गए जिजनदेिों के ऄननसार महाजनदेिक से मानिरजहत यान प्रणाली
(UAS) के अयात की क्लीयरेंस प्राि करने के जलए अिेदन प्रस्ट्तनत करना हगगा।
(ख) महाजनदेिक द्वारा जिदेि व्यापार महाजनदेिालय कग अयात क्लीयरेंस की ऄननिंसा की जा सकेगी।
(ग) जिदेि व्यापार महाजनदेिालय द्वारा मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) के अयात के जलए मानकों के ऄननसार अयात लाआसेंस
जारी दकया जा सकेगा।
13. भारत में मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) का जनमाथण — प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) जनमाथता के ऄलािा ऄन्य
दकसी व्यजतिय द्वारा मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) ऄथिा ईसके दकसी भाग ऄथिा घटक का भारत में जनमाथण नहीं दकया जाएगा।
14. जनमाथण संगठन — मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) ऄथिा ईसके दकसी भाग ऄथिा घटक के जनमाथण के जलए प्राजधकृत संगठन
कग महाजनदेिक द्वारा जिजनर्ददष्ट ऄपेषिताओं का पालन करना हगगा तथा ऐसे संगठनों का जनरीषितण एिं संरषिता जनगरानी महाजनदेिक
द्वारा की जा सकेगी।
15. मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) के ‘जनमाथण के जलए प्रमाण पत्र’ — (1) भारत में जनर्तमत ऄथिा अयाजतत मानिरजहत यान
प्रणाली (UAS) के संबंध में जनमाथण प्रमाण पत्र जारी दकया जाएगा।
(2) मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) के प्रमाणन के ईद्देश्य से ऄननसूची II में जिजनर्ददष्ट जनमाथण ऄपेषिताओं के ऄननपालन कग सनजनजश्चत
करने के जलए महाजनदेिक द्वारा परीषितण प्रयगगिालाओं ऄथिा संगठनों कग जनयनतिय दकया जा सकेगा।
(3) ऐसी परीषितण प्रयगगिालाओं और संगठनों की जनयनजतिय महाजनदेिक द्वारा जिजनर्ददष्ट ूप में तथा प्रदक्रया के ऄननसार की जाएगी।
ऐसी परीषितण प्रयगगिालाओं और संगठनों की सूची जिजनमाथण प्रमाणपत्र हेतन सभी अिेदकों की जागूकता हेतन अनलाआन पगटथल में
प्रकाजित की जाएगी।
(4) (क) जनमाथण प्रमाण पत्र की प्राजि के जलए ‘प्राजधकृत मानिरजहत यान जनमाथता ऄथिा अयातक’ कग ऄननसूची-।। में जिजनर्ददष्ट ूप
और प्रदक्रया के ऄननसार जनधाथरितरत प्राूप में महाजनदेिक कग अिेदन प्रस्ट्तनत करना हगगा।
(ख) अिेदक िरीयता के क्रम में परीषितण प्रयगगिालाओं या संगठनों का जिकल्प प्रस्ट्तनत करेगा।
(ग) अिेदन प्रस्ट्तनत करने के पिात अिेदक के जलए परीषितण प्रयगगिाला ऄथिा दकसी संगठन का जनधाथरण महाजनदेिक द्वारा दकया
जा सकेगा।
(5) मानिरजहत यान प्रणाली के जडजाआन पहलू एिं ऄन्य जनमाथण ऄपेषिताएं ऄननसूची II में जिजनर्ददष्ट ऄपेषिताओं, प्रत्येक प्रकार के जलए
यथा लागू, के ऄननपालन में दकए जाने कग प्रमाजणत करने के जलए अिेदक कग ईप-जनयम (3) के ऄंतगथत जनधाथरितरत परीषितण प्रयगगिाला
ऄथिा संगठन के सम्मनख मानिरजहत यान प्रणाली कग, जडजाआन दस्ट्तािेजों के साथ प्रस्ट्तनत करना हगगा।
(6) परीषितण प्रयगगिाला ऄथिा संगठन द्वारा परीषितण रितरपगटथ एिं ऄपनी ऄननिंसाएं महाजनदेिक कग प्रस्ट्तनत की जाएंगी तथा आसके
अधार पर महाजनदेिक द्वारा मानिरजहत यान प्रणाली के ‘जनमाथण के जलए प्रमाण पत्र’ जारी दकया जा सकेगा:
8. 8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]
परन्तन यह जनयम 300 दकलगग्राम से ऄजधक िजन िाले बड़े अकार के मानिरजहत यानों के मामले में लागू नहीं हगगा तथा
ऐसी मानिरजहत यान प्रणाली के मामले में िायनयान जनयमािली, 1937 के भाग VI के ऄंतगथत ईड़नयगग्यता से संबंजधत प्रािधान
लागू होंगे।
16. मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) का ऄननरषितण — (1) दकसी मानिरजहत यान प्रणाली का प्रचालन भारत में तब तक नहीं दकया
जा सकेगा जब तक ईसका ऄननरषितण आस जनयमािली के प्रािधानों के ऄंतगथत न दकया गया हग।
(2) भारत में प्रचालन की जाने िाली मानिरजहत यान प्रणाली के प्रत्येक जनमाथता ऄथिा अयातक द्वारा ऄजनिायथ तौर पर ऄननरषितण
ऄपेषिताओं तथा प्रदक्रयाओं से यनतिय ऄननरषितण मननऄल ईपलब्ध करिाया जाएगा तथा ऐसे ऄननरषितण के जलए प्राजधकृत ऄननरषितण कार्तमकों
कग अिश्यक प्रजिषितण देने की व्यिस्ट्था की जाएगी। ऄननरषितण जनयमािली यूएसए से संबंजधत दस्ट्तािेजों का भाग हगगा, जजसे दकसी
प्राजधकृत व्यापारी, स्ट्िामी या प्रचालक के ऄजनिायथ जबक्री ऄजभलेखों के ूप में ईपलब्ध कराया जाएगा।
(3) जनमाथता ऄथिा अयातक, जसा भी मामला हग, द्वारा जनमाथता के ऄननरषितण मननऄल के प्रािधानों के ऄननूप मानिरजहत यान
प्रणाली (UAS) के ऄननरषितण के जलए पयाथि प्रजिषितण प्राि कार्तमकों से यनतिय, प्राजधकृत ऄननरषितण केन्ीों की स्ट्थापना भी की जाएगी।
यूएसए का जिजनमाथता या अयातक, प्राजधकृत ऄननरषितण केन्ीों के संबंध में सूचना प्रकाजित करेगा।
(4) जनमाथता द्वारा ईप-जनयम (3) के ऄंतगथत स्ट्थाजपत प्राजधकृत ऄननरषितण केन्ीों की जानकारी महाजनदेिक कग जलजखत ूप में दी
जाएगी तथा ऐसे केन्ी महाजनदेिक द्वारा संरषिता जनगरानी दकए जाने के ऄयधीन होंगे। प्राजधकृत ऄननरषितण केन्ीों पर ऄननरषितण
रितरकाडों, और प्राजधकृत ऄननरषितण केन्ीों की सनरषिता जनगरानी के ऄजनिायथ रितरकाडथ, महाजनदेिक द्वारा जिजनर्ददष्ट ूप में और प्रदक्रया के
ऄननसार रखे जाएंगे।
(5) स्ट्िामी तथा प्रचालक द्वारा मानिरजहत यान प्रणाली का, ऄननरषितण मननऄल के ऄननसार ऄननरषितण दकए जाने तथा ऐसे ऄननरषितण के
रितरकाडथ का रखरखाि, महाजनदेिक द्वारा ददए गए जिजनदेिों के ऄननसार दकए जाने का सनजनिय दकया जाएगा।
(6) जनमाथता द्वारा जिजनर्ददष्ट ईपयगग काल के पिात दकसी भी मानिरजहत यान प्रणाली ऄथिा ईसके दकसी घटक का प्रचालन नहीं
दकया जा सकेगा:
परन्तन, आस जनयमािली के प्रािधान, 300 दकलगग्राम से ऄजधक िजन के बड़े अकार की मानिरजहत यान प्रणाली के संबंध
में लागू नहीं होंगे तथा ऐसी मानिरजहत यान प्रणाली के मामले में िायनयान जनयमािली, 1937 के भाग VI के ऄंतगथत ईड़नयगग्यता
से संबंजधत प्रािधान लागू होंगे।
भाग V
मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) की पहचान तथा ऄंतरण
17. सामान्य — अबंरितटत जिजिष्ट पहचान संख्या (UIN) प्राि मानिरजहत यान प्रणाली के ऄलािा ऄन्य दकसी मानिरजहत यान प्रणाली
का प्रचालन भारत में नहीं दकया जाएगा।
18. ऄननपालक मानिरजहत यान— प्रत्येक मानिरजहत यान ऄननसूची II में जिजनर्ददष्ट जनमाथण ऄपेषिताओं का ऄननपालन करेगा तथा िध
जिजिष्ट पहचान संख्या (UIN) प्राप्त करेगा। ऐसे मानिरजहत यान कग ऄननपालक मानिरजहत यान माना जाएगा।
19. मानिरजहत यान का पंजीकरण— (1) मानिरजहत यान (UA) के संबंध में जिजिष्ट पहचान संख्या (UIN) की प्राजि के जलए प्राजधकृत
मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) के अयातक ऄथिा जनमाथता कग ऄननसूची III में जिजनर्ददष्ट जिजध एिं प्रदक्रया के ऄननसार अिेदन
प्रस्ट्तनत करना हगगा।
(2) महाजनदेिक द्वारा, ऄननपालक मानिरजहत यान से संबंजधत ऄपेषिताओं के प्रजत संतनष्ट हगने पर अिेदक कग जिजिष्ट प्राजधकार संख्या
(UAN) जारी दकया जा सकेगा।
9. भाग II खण्ड (i) भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 9
(3) ऐसी जिजिष्ट पहचान संख्या (UIN) कग मानिरजहत यान पर आस प्रकार से प्रदर्तित दकया जाएगा दक यह पहचान यगग्य एिं
स्ट्पष्ट ददखाइ ददए जाने यगग्य हग।
20. भारत में मानिरजहत यान प्रणाली (UIN) का व्यापार — भारत में ‘मानिरजहत यान प्रणाली के प्राजधकृत व्यापारी’ के ऄलािा ऄन्य
कगइ व्यजतिय मानिरजहत यान प्रणाली ऄथिा ईसके दकसी भाग ऄथिा घटक के क्रय ऄथिा जिक्रय ऄथिा पट्टांतरण में संजलि नहीं हग
सकेगा।
21. भारत में मानिरजहत यान प्रणाली (UIN) के स्ट्िामी — भारत में ‘प्राजधकृत मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) के प्राजधकृत स्ट्िामी’ के
ऄलािा ऄन्य दकसी व्यजतिय द्वारा मानिरजहत यान (UAS) ऄथिा ईसके दकसी भाग ऄथिा घटक का स्ट्िाजमत्ि प्राि नहीं दकया जा
सकेगा।
22. मानिरजहत यान प्रणाली (UIN) का ऄंतरण — (1) मानिरजहत यान प्रणाली के क्रय, पट्टांतरण ऄथिा ऄंतरण की प्रदक्रया केिल दकसी
प्राजधकृत व्यजतिय द्वारा ऄन्य दकसी प्राजधकृत व्यजतिय के साथ ऄननसूची IV में जिजनर्ददष्ट जिजध एिं प्रदक्रया के ऄननसार की जा सकेगी।
(2) प्राजधकृत व्यजतिययों के मय की जाने िाली संव्यिहार प्रदक्रया का ऄननमगदन, महाजनदेिक से प्राि दकए जबना, ऄन्य दकसी भी
जिजध से दकसी मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) की जबक्री ऄथिा पट्टांतरण ऄथिा ऄंतरण नहीं दकया जा सकेगा।
(3) मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) के ऄंतरण के संबंध में दकए जाने िाले प्रत्येक संव्यिहार के परितरणामस्ट्िूप, मानिरजहत यान
प्रणाली की जिजिष्ट पहचान संख्या की सम्बद्धता ऄंतरितरती के पषित में की जाएगी।
23. स्ट्िाजमत्ि में परितरितथन — (1) मानिरजहत यान प्रणाली (UAS) के पंजीकृत स्ट्िामी द्वारा महाजनदेिक द्वारा जनर्ददष्ट जिजध तथा स्ट्िूप
में और प्रदक्रया के ऄननसार, महाजनदेिक कग ऐसे मामले के बारे में तत्काल सूजचत दकया जाएगा:
(क) पंजीकृत मानिरजहत यान प्रणाली के स्ट्िाजमत्ि के ऄंतरण; ऄथिा
(ख) दकसी पंजीकृत स्ट्िामी का, दकसी पंजीकृत मानिरजहत यान प्रणाली का पर पूणथ स्ट्िाजमत्ि समाि हग जाना;
(ग) मानिरजहत यान प्रणाली का षितजतग्रस्ट्त हगकर मरम्मत यगग्य न रहना; ऄथिा
(घ) मानिरजहत यान प्रणाली की हाजन हग जाना।
(2) मानिरजहत यान प्रणाली के नष्ट हगने, स्ट्थाइ तौर पर सेिा से हटाए जाने, लापता हगने तथा खगज न दकए जा सकने ऄथिा स्ट्िामी
द्वारा मानिरजहत यान प्रणाली का जिजधक धारण एिं जनयंत्रण भारत से बाहर दकसी व्यजतिय कग ऄंतरितरत दकए जाने के प्रजत संतनजष्ट के
पिात महाजनदेिक द्वारा भारत में पंजीकृत मानिरजहत यान की जिजिष्ट पहचान संख्या का पंजीकरण दकसी भी समय समाि दकया
जा सकता ह ।
24. मौजूदा अयाजतत या जनर्तमत यूएएस की स्ट्िीकृजत के जलए प्रदक्रया - कें ी सरकार द्वारा यथाजनर्ददष्ट दकसी जनजित तारीख पर
या ईससे पहले, गर-ऄननपालक यूएएस जजसे भारत में अयात दकया गया हग, ऄथिा भारत में जनर्तमत दकया गया हग, कग ऄननसूची V
में जनर्ददष्ट तरीके और प्रदक्रया के ऄननसार महाजनदेिक द्वारा स्ट्िीकार दकया जा सकता ह।
25. भारत में अयाजतत या जनर्तमत यूएएस की जबक्री - एक ऄजधकृत यूएएस अयातक या जनमाथता भारत में ‘ऄजधकृत यूएएस
व्यापारी’ या ‘ऄजधकृत यूएएस माजलक’ कग छगड़कर दकसी भी व्यजतिय कग यूएएस नहीं बेचेंगे।
26. भारत में यूएएस कग पट्टे पर देना - एक ऄजधकृत यूएएस अयातक या जनमाथता या व्यापारी भारत में ऄजधकृत ‘यू ए एस
रेडर’ या ऄजधकृत यूएएस माजलक’ ऄथिा ‘ऄजधकृत यूएएस ऑपरेटर’ 'कग छगड़कर दकसी भी व्यजतिय कग यूएएस पट्टे पर नहीं देगा।
10. 10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]
भाग VI
यूएएस का प्रचालन
27. सामान्य — (1) यूएएस कग केिल ऑनलाआन प्लेटफॉमथ पर ईपलब्ध मानजचत्र में पहचाने गए ऄननमेय षितेत्रों में ईड़ान भरने
की ऄननमजत ह।
(2) महाजनदेिक द्वारा जनर्ददष्ट ऄननपालक यूएएस से आतर कगइ अयाजतत या जनर्तमत यूएएस भारत में संचाजलत नहीं दकया जाएगा।
(3) यूएएस केिल ऐसे ऄजधकृत व्यजतिय द्वारा संचाजलत दकया जाएगा, जजसे जहां कहीं भी लागू हग, यगग्य रितरमगट पायलट की सहायता
प्राि हग।
28. यूएएस प्रचालक — भारत में एक ऄजधकृत यूएएस प्रचालक के ऄजतरितरतिय कगइ ऄन्य व्यजतिय यूएएस का प्रचालन नहीं करेगा।
29. यूएएस प्रचालक परजमट — (1) ऄननसूची VI में जनर्ददष्ट तरीके और प्रदक्रया के ऄननसार महाजनदेिक द्वारा जारी परजमट में दी
गइ ितों के ऄननसार, भारत में कगइ भी व्यजतिय, ननग क्लास कग छगड़कर दकसी यूएएस का संचालन नहीं करेगा।
(2) ईप-जनयम (1) के तहत दी गइ ऄननमजत, जब तक दक जनलंजबत या रद्द नहीं की जाती ह, पांच साल की ऄिजध के जलए िध रहती
ह, और ईसे एक बार में ऄजधकतम पांच साल की ऄिजध के जलए निीनीकृत दकया जा सकता ह।
(3) प्रचालक परजमट की िधता के निीकरण हेतन, कगइ व्यजतिय ऄननसूची VI में जिजनर्ददष्ट ूप में और प्रदक्रया के ऄननसार अिेदन कर
सकता ह।
(4) केंी सरकार, दकसी भी केंीीय या राज्य सरकार या ईसकी एजेंसी कग, भारत की सनरषिता के जहत में ऄथिा राष्ट्रीय जहत में ऑपरेटर
परजमट की अिश्यकताओं से छूट दे सकती ह।
30. प्रत्येक ईड़ान के जलए ऄननमजत - (1) मानि रजहत जिमान की कगइ ईड़ान तब तक नहीं हगगी जब तक दक महाजनदेिक द्वारा
जनर्ददष्ट तरीके और प्रदक्रया द्वारा ऑनलाआन प्लेटफॉमथ के मायम से ऄननमजत प्राि नहीं की गइ हग।
(2) ईड़ान के दौरान, ऑपरेटर या रितरमगट पायलट ऄथिा रितरमगटली पाआलेटेड एयरक्राफ्ट (अरपीए) ऑब्जिथर यह सनजनजित करेगा दक
मानिरजहत जिमान की ईड़ान जनधाथरितरत षितेत्र के भीतर ही रहे, जजसके जलए ऄननमजत प्राि की गइ थी।
(3) प्रत्येक ईड़ान के बाद, प्रचालक, महाजनदेिक द्वारा जनर्ददष्ट तरीके और प्रदक्रया द्वारा ऑनलाआन प्लेटफॉमथ के मायम से ईड़ान की
यात्रा-दजनकी (लॉग) कग प्रस्ट्तनत करेगा।
31. प्रजिजषितत रितरमगट पायलट — (1) आन जनयमों के तहत 'प्रजिजषितत रितरमगट पायलट' के ऄलािा भारत में कगइ भी व्यजतिय यूए के
ननग िगथ कग छगड़कर दकसी ऄन्य यूएएस का संचालन नहीं करेगा।
(2) ईप-जनयम (1) के तहत प्रजिजषितत रितरमगट पायलट की ऄपेषिताएँ ऄननसूची VII में यथा जनर्ददष्ट होंगी।
32. यूएएस पायलट लाआसेंस — (1) आन जनयमों के तहत एक लाआसेंस प्राि रितरमगट पायलट के ऄलािा कगइ भी व्यजतिय भारत में
यूए के ननग और माआक्रग िगों से आतर, यूएएस का संचालन नहीं करेगा।
(2) यूएएस पायलट लाआसेंस जारी करने का ऄजधकार महाजनदेिक के पास हगगा और आस तरह का लाआसेंस ऄननसूची VII में जनर्ददष्ट
ूप और प्रदक्रया के ऄननसार जारी दकया जाएगा।
(3) ईप-जनयम (2) के तहत ददया गया लाआसेंस, जब तक जनलंजबत या रद्द नहीं दकया जाता ह, पांच साल की ऄिजध के जलए िध
रहेगा, और आसे एक समय में ऄजधकतम पांच साल की ऄिजध के जलए निीनीकृत दकया जा सकता ह।
(4) पायलट लाआसेंस के निीकरण हेतन, जव्यजतिय ऄननसूची VII में जिजनर्ददष्ट ूप में और प्रदक्रया के ऄननसार अिेदन कर सकता ह।
11. भाग II खण्ड (i) भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 11
33. प्रजिषितण ऄपेषिताएँ — (1) प्रजिजषितत रितरमगट पायलट कग ऄननसूची VII में जनर्ददष्ट ऄपेजषितत प्रजिषितण से गनजरना हगगा और आस तरह
के प्रजिषितण एक ऄजधकृत प्रजिषितण संगठन या संस्ट्थान द्वारा प्रदान दकए जाएंगे जग ऄननसूची VII में जनर्ददष्ट ऄपेषिताओं के ऄननपालन
में ह।
(2) प्रजिषितण संगठन या संस्ट्थान कग महाजनदेिक द्वारा जनर्ददष्टाननसार ऄजधकार-पत्र प्रदान दकया जा सकता ह।
(3) ऐसे प्रजिषितण संगठन या संस्ट्थान महाजनदेिक द्वारा जनरीषितण और जनगरानी के ऄयधीन होंगे।
(4) जब तक जनलंजबत, जनरस्ट्त या रद्द नहीं दकया जाता ह, ऄजधकार-पत्र प्रत्येक मामले में पांच िषथ की ऄजधकतम ऄिजध के ऄधीन,
जनर्ददष्ट ऄिजध के जलए मान्य रहेगा, और निीकरण हेतन अिेदन प्राि हगने पर एक बार में ऄन्य पांच िषों के जलए निीनीकृत दकया जा
सकता ह।
(5) प्राजधकरण की िधता के निीकरण हेतन, कगइ व्यजतिय ऄननसूची VII में जिजनर्ददष्ट ूप में और प्रदक्रया के ऄननसार अिेदन कर
सकता ह।
34. ऄप्रचालजनक षितेत्र - कगइ भी व्यजतिय केंी सरकार द्वारा जनर्ददष्ट ितों के ऄननसार, ऄननसूची VIII में जनर्ददष्ट दकसी भी षितेत्र में
दकसी भी मानि रजहत जिमान कग न तग ईड़ाएगा और न ही ईड़ाने में मदद करेगा।
35. ईड़ान में यूए से फगटगग्राफी - (1) मानि रजहत जिमान द्वारा गर-ऄननमेय षितेत्र कग छगड़कर दकसी व्यजतिय और ईसकी संपजि
की, गगपनीयता सनजनजित करने के बाद कगइ तस्ट्िीर ली जा सकती ह।
(2) कगइ भी व्यजतिय यूए से ईड़ान में, ऄननसूची VIII में जनर्ददष्ट षितेत्रों की तस्ट्िीर नहीं लेगा ऄथिा तस्ट्िीर लेने की ऄननमजत नहीं देगा
और न ही ईसका कारण बनेगा।
बिते दक समय-समय पर महाजनदेिक, जलजखत ूप में यह अदेि दे सकते हैं दक अदेि में जनर्ददष्ट दकसी ऄन्य षितेत्र की ऐसी तस्ट्िीर
दकसी ऄन्य व्यजतिय द्वारा नहीं ली जाएगी।
36. पे लगड का िहन — महाजनदेिक द्वारा जनर्ददष्ट दकए गए के ऄलािा कगइ भी मानि रजहत जिमान दकसी पे लगड का िहन
नहीं करेगा।
37. हजथयारों, गगला-बाूद, जिस्ट्फगटकों, सन्य भंडारों अदद कग ले जाने पर प्रजतबंध - (1) दकसी भी व्यजतिय कग दकसी भी मानि-
रजहत जिमान में, भारत से या भारत में, भारत के भीतर या बाहर, दकसी भी हजथयार, गगला-बाूद, यनद्ध ईपकरण जिस्ट्फगटक और
ऄन्य सन्य भंडारों कग ले जाने या चलाने की ऄननमजत नहीं हगगी जब तक दक केंी सरकार की जलजखत ऄननमजत न हग तथा यह, ऐसी
ऄननमजत के जनयमों और ितों के ऄधीन हगगी।
(2) जहां केंी सरकार द्वारा प्राजधकृत दकसी भी ऄजधकारी कग आस संबंध में यह जिश्वास करने के कारण हैं दक आस जनयम के प्रािधान
का ईल्लंघन दकया जा रहा ह ऄथिा दकया जाना ह, तग िह माल की प्रकृजत या मामले में कारथिाइ दकए जाने के संबंध में कगइ जनणथय
जलए जाने तक आसकी जिस्ट्तृत जांच पड़ताल हगने तक आस तरह के सामान कग ऄपनी जहरासत में रख सकता ह।
38. िस्ट्तनओं कग जगराना — दकसी भी व्यजतिय कग महाजनदेिक द्वारा जनर्ददष्ट तरीके और प्रदक्रया से आतर दकसी भी चीज कग यूएएस
से गजत में जगराने या प्रषितेजपत करने की ऄननमजत नहीं ह।
39. िायन के जनयम - यूएएस के संचालन में लगा प्रत्येक व्यजतिय महाजनदेिक द्वारा जारी दकए गए जनयमों का ऄननपालन करेगा,
जग ईस व्यजतिय पर लागू हैं।
40. खतरनाक ईड़ान - (1) कगइ भी व्यजतिय दकसी भी व्यजतिय या संपजि या जिमान से जनकटता के कारण, या दकसी ऄन्य कारण से ऐसी
परितरजस्ट्थजतयों में दकसी भी यूएएस कग नहीं ईड़ाएगा जजसके कारण दकसी ऄन्य व्यजतिय या संपजि या जिमान के जलए ऄनािश्यक खतरा
ईत्पन्न हग ।
12. 12 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]
(2) कगइ भी व्यजतिय दकसी यूएएस कग खराब िारीरितरक या मानजसक जस्ट्थजत में या निीले पदाथों और मनग दक्रयािील पदाथों के
प्रभाि में संचाजलत नहीं करेगा जग यूएएस के सनरजषितत संचालन में हस्ट्तषितेप कर सकते हैं।
41. सामान्य सनरषिता — कगइ भी व्यजतिय दकसी भी तरीके से, प्रत्यषित या ऄप्रत्यषित ूप से कगइ ऐसा कायथ नहीं करेगा, जजससे –
(क) यूएएस या यूएएस ऑपरेिन की संरषिता और सनरषिता खतरे में हग;
(ख) यूएएस के सनरजषितत और संरजषितत संचालन के जलए स्ट्थाजपत दकसी भी सनजिधा के सामान्य कामकाज में हस्ट्तषितेप का कारण बनता
ह; या
(ग) यूएएस के सनरजषितत और संरजषितत संचालन कग सनजनजित करने के जलए दकसी भी व्यजतिय कग सौंपे गए कायथ बाजधत या जिचजलत
हगते हैं :
बिते दक यूएएस ऑपरेिन के मायम से दकसी भी गरकानूनी गजतजिजध कग रगकने के जलए दकसी भी कानून प्रितथन एजेंसी द्वारा
ऄथिा जनयम 50 के ईप-जनयम (1) में जनर्ददष्ट प्राजधकरण द्वारा की गइ कारथिाइ से आस जनयम का ईल्लंघन नहीं हगगा।
भाग VII
ड्रगन पगटथ
42. सामान्य — ड्रगन पगटथ और ड्रगन कॉरितरडगर ऄननमजत प्राप्त षितेत्रों में स्ट्थाजपत दकए जा सकते हैं, यदद यूएएस प्रचालन की प्रकृजत
और ऄपेषिताओं के ऄननसार ऐसी अिश्यकता हग ।
43. ड्रगन पगटथ की लाआसेंलसग/ ऄजधकार-पत्र — मानि रजहत जिमान के अगमन, प्रस्ट्थान, सरफे स मूिमेंट और संबद्ध रखरखाि
या िाजणजज्यक गजतजिजधयों के जलए दकसी ड्रगन पगटथ का ईपयगग तब तक नहीं दकया जाएगा जब तक:
(क) आसे आस ईद्देश्य के जलए लाआसेंस न ददया गया हग, और यह आस तरह के लाआसेंस में जनधाथरितरत ितों के ऄननसार ह; ऄथिा
(ख)मानि रजहत जिमान के ऄस्ट्थायी संचालन कग प्रभािी करने के ईद्देश्य से आसे ऐसी ितों के ऄधीन महाजनदेिक द्वारा ऄजधकृत दकया
गया ह, जसी िे ईजचत समझें ।
44. ड्रगन पगटथ लाआसेंस के जलए पात्रता की ितें - जनम्नजलजखत पात्रता ितों कग पूरा करने पर व्यजतिय कग ड्रगन पगटथ के जलए
प्राजधकरण या लाआसेंस ददया जा सकता ह-
(i) दकसी व्यजतिय कग, जग —
(क) भारत का नागरितरक ह, और
(ख) 18 िषथ या ईससे ऄजधक अयन का ह; या
(ii) एक कंपनी या एक जनकाय कॉपोरेट बिते दक-
(क) यह पंजीकृत ह और आसके व्यापार का प्रमनख स्ट्थान भारत में ह, और
(ख) यह केंी सरकार द्वारा समय-समय पर जनर्ददष्ट आदिटी हगलल्डग मानदंडों कग पूरा करता ह; या
(iii) एक फमथ या व्यजतिययों का संघ या व्यजतिययों का जनकाय या एक स्ट्थानीय प्राजधकरण या दकसी कानूनी संस्ट्था का एक
संघ, चाहे जनगजमत हग या न हग, केंी और राज्य सरकार या एक एजेंसी:
बिते दक आस जनयम के खंड (ii) और (iii) के जलए, केंी सरकार दकसी ऄन्य ितथ कग जनर्ददष्ट कर सकती ह।
13. भाग II खण्ड (i) भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 13
45. ड्रगन पगटथ के जलए प्राजधकार ऄथिा लाआसेंस देना — (1) ड्रगन पगटथ हेतन प्राजधकार ऄथिा लाआसेंस प्राि करने के जलए जनयम
44 के ऄधीन दी गइ ऄपेषिताओं कग पूरा करने िाला कगइ भी व्यजतिय ऄननसूची IX में जिजनर्ददष्ट की गइ जिजध एिं प्रदक्रया के ऄननसार
अिेदन कर सकता ह।
(2) जनयम 44 में जनजहत ऄपेषिताओं के प्रजत संतनष्ट हगने पर, महाजनदेिक, अिेदनकताथ कग प्राजधकार ऄथिा लाआसेंस जसा भी मामला
हग, प्रदान कर सकते हैं।
(3) यदद अिश्यक समझा जाए तग, महाजनदेिक, अिेदनकताथ की सनरषिता की दृजष्ट से कारपगरेट जनकायों के मामलों में जनदेिकों ऄथिा
िीषथ प्रबंधन पदों पर असीन ऄन्य व्यजतिययों कग िाजमल करते ुएए संबंजधत प्राजधकारी से क्लीयरेंस प्राि कर सकते हैं:
परन्तन यह भी दक केंी एिं राज्य सरकार ऄथिा आनकी दकसी एजेंसी के जलए आस प्रकार की दकसी भी क्लीयरेंस की अिश्यकता नही
हैं।
(4) मानिरजहत यान प्रणाली के ऄस्ट्थायी परितरचालन के जलए ऐसी दकसी भी समयािजध जग तीन महीने से ऄजधक न हग, के जलए एक
ड्रगन पगटथ का प्राजधकार प्रदान दकया जा सकता ह।
(5) ईप-जनयम (2) के ऄधीन प्रदान दकया गया लाआसेंस, जब तक दक जनलंजबत ऄथिा रद्द न हग, पाँच िषथ के जलए िध रहेगा तथा
एक बार में ऄजधकतम पाँच िषथ के जलए पननः निीकृत दकया जा सकता ह।
(6) ड्रगन पगटथ लाआसेंस की िधता के निीकरण हेतन, कगइ व्यजतिय ऄननसूची IX में जिजनर्ददष्ट ूप में और प्रदक्रया के ऄननसार अिेदन कर
सकता ह।
भाग VIII
मानिरजहत यानप्रणाली परितरिहन प्रबंधन (यूटीएम)
46. सामान्य —मानिरजहत यान प्रणाली परितरचालन की प्रकृजत एिं ऄपेषिताओं कग यान में रखते ुएए कें ी सरकार भारतीय जिमान षितेत्र
ऄथिा आसके दकसी भाग में मानिरजहत यान परितरिहन प्रबंधन प्रणाली कग स्ट्थाजपत कर सकती ह।
47. (1) मानिरजहत यान प्रणाली परितरिहन प्रबंधन (यूटीएम) —महाजनदेिक, ऄननसूची X में जिजनर्ददष्ट की गइ जिजध और प्रदक्रया के
ऄननसार मानिरजहत यान प्रणाली परितरिहन प्रबंधन (यूटीएम) सेिा के प्रािधान के जलए दकसी व्यजतिय कग लाआसेंस प्रदान कर सकते हैं।
(2) जबतक दक लाआसेंस, कग जनलंजबत, खंजडत या रद्द न दकया जाए, यह ईस में जिजनर्ददष्ट ऄिजध के जलए पांच िषथ की ऄजधकतम
सीमा के ऄयधीन िध रहेगा, और निीकरण के जलए अिेदन प्राप्त हगने के समय ऄन्य पांच िषों के जलए निीकरण दकया जा सके गा।
(3) यूटीएम सेिा प्रदाता लाआसेंस की िधता के निीकरण हेतन, कगइ व्यजतिय ऄननसूची X में जिजनर्ददष्ट ूप में और प्रदक्रया के ऄननसार
अिेदन कर सकता ह।
48. (1) यूटीएम कार्तमक के जलए लाआसेंस की अिश्यकता— कगइ भी व्यजतिय भारतीय जिमानषितेत्र ऄथिा भारतीय ऄजधकार-षितेत्र से
बाहर दकसी भी जिमान षितेत्र में, जजसके जलए भारत ने, दकसी ऄंतराथष्ट्रीय व्यिस्ट्था के क्रम में, यूटीएम सेिाएं प्रदान करने की घगषणा
की हग, यूटीएम सेिाएं प्रदान करने में स्ट्िंय कग, तब तक िाजमल नहीं करेगा जब तक दक ईसके पास ऄननसूची X में जिजनर्ददष्ट की गइ
जिजध एिं प्रदक्रया के ऄननसार एक िध यूटीएम कार्तमक लाआसेंस न हग।
(2) जबतक दक लाआसेंस, कग जनलंजबत, खंजडत या रद्द न दकया जाए, यह ईस में जिजनर्ददष्ट ऄिजध के जलए पांच िषथ की ऄजधकतम
सीमा के ऄयधीन िध रहेगा, और निीकरण के जलए अिेदन प्राप्त हगने के समय ऄन्य पांच िषों के जलए निीकरण दकया जा सके गा।
(3) यूटीएम सेिा प्रदाता लाआसेंस की िधता के निीकरण हेतन, कगइ व्यजतिय ऄननसूची X में जिजनर्ददष्ट ूप में और प्रदक्रया के ऄननसार
अिेदन कर सकता ह।
49. प्रजिषितण ऄपेषिताएं — (1) यूटीएम कार्तमक ऄननसूची X में जनधाथरितरत प्रजिषितण प्राि करेगा और यह प्रजिषितण ऄननसूची X में
जिजनर्ददष्ट ऄपेषिताओं के ऄननपालन में प्राजधकृत प्रजिषितण संगठन द्वारा प्रदान दकया जाएगा।
14. 14 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]
(2) प्रजिषितण संगठन का प्राजधकरण, महाजनदेिक द्वारा जनर्ददष्ट दकए गए के ऄननसार हगगा।
(3) आस प्रकार के प्रजिषितण संस्ट्थान महाजनदेिक के जनरीषितण एिं जनगरानी के ऄधीन होंगे।
(4) जब तक दक जनलंजबत, प्रजतसंहरण ऄथिा रद्द न हग, प्राजधकरण, प्रत्येक मामले में ऄजधकतम पाँच िषथ की समयािजध के ऄधीन,
ईसमें जनर्ददष्ट समयािजध के जलए िध रहेगा और निीकरण के जलए अिेदन प्राि हगने पर ऄगले पाँच िषथ के जलए निीकृत दकया जा
सकता ह।
(5) प्रजिषितण संगठनकके प्राजधकार की िधता के निीकरण हेतन, कगइ व्यजतिय ऄननसूची X में जिजनर्ददष्ट ूप में और प्रदक्रया के ऄननसार
अिेदन कर सकता ह।
भाग IX
सामान्य
50. जनयमों के ईल्लंघन में ईड़ानों पर प्रजतबंध— (1) मानिरजहत यान प्रणाली पर रगक लगाने के जलए िायनयान ऄजधजनयम, 4934 के
खंड 8 के ऄधीन प्राजधकृत प्राजधकारी द्वारा,पायलट ऄथिा रगक लगाये जाने िाले मानिरजहत यान प्रणाली के तत्कालीन जनयत समय
के प्रभारी ऄन्य व्यजतिययों कग जलजखत जनदेि जारी करके ऄथिा ऐसे कदमों कग ईठाते ुएए ऄथिा ईठाए जाने के जलए जगदक प्राजधकरण
के मत में, रगक कग प्रभािी बनाने के जलए अिश्यक हग, जजसमें बल का प्रयगग, दकसी व्यजतिय द्वारा मानिरजहत यान प्रणाली तक पुएँच
से मनाही, मानिरजहत यान प्रणाली के भागों एिं ईपकरणों कग हटाने ऄथिा ऄन्यथा मानिरजहत यान प्रणाली के साथ छेड़छाड़ भी
िाजमल ह, के द्वारा रगक लगाइ जा सकती ह।
(2) सिस्त्र बलों के ऄजधकारितरयों सजहत केंी सरकार ऄथिा राज्य सरकार के ऄजधकारी मानिरजहत यान प्रणाली कग प्रजतबंजधत करने
तथा ऐसे कदम ईठाने में जग दक प्राजधकरण के मत में प्रजतबंध कग प्रभािी बनाने के जलए अिश्यक हों, मानिरजहत यान प्रणाली पर
प्रजतबंध लगाने के जलए आस प्रकार के प्राजधकरण की सहायता करेंगे।
(3) आस जनयम के ऄधीन ददए गए दकसी भी जनदेि के ईल्लंघन में कायथ करने िाले दकसी भी व्यजतिय के संबंध में, ईस पर लगने िाले
दकसी भी ऄन्य दंड की पूिथधारणा के जबना, यह माना जाएगा दक ईसने आन जनयमों के ईल्लंघन में कायथ दकया ह।
51. िनल्क — (1) आन जनयमों के ऄंतगथत, प्राजधकरण, प्रमाणन, जिजिष्ट पहचान संख्या, लाआसेंस ऄथिा परजमट के जलए िनल्क,
ऄननसूची XI में ददए गए जनदेिों के ऄननसार देय होंगे।
(2) िनल्क का भनगतान महाजनदेिक द्वारा जनधाथरितरत ूप में और प्रदक्रया के ऄननसार दकया जाएगा।
52.मानिरजहत यान प्रणाली का बीमा —(1) भारत में कगइ भी मानिरजहत यान तब तक परितरचाजलत नहीं दकया जाएगा जब तक दक
ईसके पास आस मानिरजहत यान के दनघथटना ग्रस्ट्त हग जाने पर और आससे दकसी व्यजतिय की मृत्यन ऄथिा ईसकग िारीरितरक घाि ऄथिा
संपजि कग कगइ ननकसान ुएअ हग, की जस्ट्थजत के संबंध में आस प्रकार की देयता कग समाजिष्ट करने िाली िध तृतीय पषित बीमा पाजलसी
मौजूद न हग।
(2) ऐसे मामलग में देय मनअिजे का अकलन ईस ूप में और प्रदक्रया के ऄननसार दकया जाएगा जसा दक मगटर िाहन ऄजधजनयम,
4988 तथा ईसके ऄधीन जनधाथरितरत जनयमों में जिजनर्ददष्ट दकया गया ह।
53. मॉडल अरपीएस के जलए लागू जनयम —(1) जनयमों के भाग III, IV, V (जनयम 22 एिं 23 कग छगड़कर), VI (जनयम 34 एिं 44
कग छगड़कर), VII, VIII, IX (जनयम 50,55, 59 से 62 तथा 64 कग छगड़कर), मॉडल अर पी एस पर लागू नहीं होंगे।
(2) कगइ भी मॉडल अरपीएएस केिल महाजनदेिक द्वारा जिजनर्ददष्ट दकए गए, परितरभाजषत षितेत्रों तथा ईनकी ितों के ऄननसार ही
परितरचाजलत हग सकता ह।
54. स्ट्िायि मानिरजहत यान प्रणाली पर लागू जनयम — (1) स्ट्िायि मानिरजहत यान प्रणाली पर जनयम 27 का ईप-जनयम (3) तथा
जनयम 34 एिं 32 लागू नही होंगे।