1. बायत की ऩहरी शिक्षऺका सावित्रीफाई पु रे : सावित्रीफाई पु रे की हहॊदी भें ऩहरी
ऩुस्तक कदभ मानन कक सेंटय पाय अल्टयनेहटि दलरत लभडडमा स्िभ् सेिी सॊस्था द्िाया
(1998. 2002 )प्रकालित की . मह ऩुस्तक एभ्.जी .भारी की लरखी ककताफ के फाद दूसयी
ईएसआई ककताफ है जो भयाठी भूर रेखखका पु रिॊताफाई झोडगे के अनुयोध ऩय कु भुद ऩािडे ,
नीलरभा सोभकु िय की अनुिॊषा ऩय तथा िेखय ऩिाय ि अिोक बायती की प्रफर इच्छा ऩय
अनुिाद कयके हहॊदी ऩुननरेखन ि सम्ऩादन हुई .इस ऩुस्तक के प्रकालित होने से ऩहरे उत्तय
बायत बायत भें सावित्रीफाई पु रे की ऩहचानत ् प्राम ज्मोनतफापु रे की ऩत्नी तक लसलभत थी.
फाद भें िे इक व्मक्ततत्ि के रूऩ भें स्थावऩत हुई . न के िर दलरत आन्दोरन भें अवऩतु
स्त्रीभुक्तत आन्दोरन भें उनकी इस ऩहचान को ऩहुॉचामा गमा. दलरत आहदिासी ि वऩछड़े
सभाज के नेता नेत्री सावित्रीफाई की जीिनी को घय घय ऩहुॉचाने भें गौयि भहसूस कयते है .
5 हजाय से ज्मादा ऩुस्तके वितरयत हुई .ऩुस्तक प्राप्त कयने के लरए हभसे सम्ऩकन कय सकते
है
पोन नो . 9871115382 an email id rdmaindia@gmail.com. Web www.rdma.org
2 ऩदचाऩ (किता संग्रह ) – यजनी ततरक
कविता सॊग्रह सन 2000 भें कदभ सॊस्था के सहमोग से छऩा ऩहरी प्रनत जल्दी ही
ननकर गमी . दूसयी एडडसन 2008 भें ननधध फुतस, कृ षणभुयायी टुनटुन मादि का भकान ,
गुराफी घाट , भहेन्रू , ऩटना-८००००६ पोन नो 9430933782 ISBN 81-89654-53-5emai
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इस कविता सॊग्रह की कु छ कविताए विद्मारम ि् विक्विदाल्मो भें िोधकतानओॊ के चमननत
हुई है . दूसया एडडिन बी उऩरब्ध नहीॊ है तीसया एडीिन िीघ्र ही स्ियाज प्रकािन से
प्रकालित होगा emai… swaraj_prakshan@yahoo.co.inphon no 09968629836, 0112328991
3 फुद्ध ने घय क्मों छोड़ा ? –यजनी ततरक
मह छोटी सी ककताफ गोत्तभ फुद्ध ऩय आधारयत उस लभथक को तोडती है जो प्राम सभाज भें
पै री हुई है की उन्होंने अऩना घय इसलरए छोड़ा की उन्होंने एक िृद्ध , एक राि , एक
फीभाय ितती को देखा औय आहात हो कय ननकर गमे जफकक सच मे था कक िो एक
2. न्मामसॊगत फात के लरए सजा ऩाए थे जो उन्होंने आगे फड कय सॊघ की भमानदा के लरए
स्िभ् स्िीकाय की ... प्राप्त कय सकते है मॊहा से .. दाननि फुतस
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नाजा (आत्भकथा) िाॊता जी कृ ष्ण काम्फरे –अनुिाद सम्ऩादन यजनी नतरक /उषा अॊबोये
भयाठी की आत्भकथा भाझी जन्भाची चचत्रकथा हहॊदी भें अनुिाद ऩुनरेखन है. मे आत्भकथा
प्रो अरुण काम्फरे जो दलरत ऩैन्थय के नेता थे के सुझाि ऩय हहॊदी भें रामे गमी . मे
आत्भकथा उनकी भाॉ की आत्भकथा है जो गयीफी औय घयेरु हहॊसा को बुगतते हुए बी, भाॉ ,
ऩत्नी की बूलभका भें यही ही ऩयन्तु डॉ अम्फेडकय की सभकारीन ि लिक्षऺका होने के कायन
सभाज भें होने िारे आॊदोरनों की झरक देती है . मह आत्भकथा २००९ भें हहॊदी भें डेननि
फुतस प्रकालित हुई (2009)
ISBN 9788189654788, ISBN 97881654810 PH 9868543637 email.
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यात ददन (आत्भकथात्भक) िांताफाई दाणी की आत्भकथा जो भयाठी भें लरखी गमी, का
हहॊदी भें अनुिाद सम्ऩादन एिॊ ऩुनरेखन यजनी नतरक/ उषा अम्बोये ने सॊक्षऺप्त िजनन के
रूऩ भें की . िाॊताफाई दानी रयऩक्ब्रकन ऩाटी आप इॊडडमा की ऩहरी एसी नेता थी क्जसने
ऩाटी भें काभ कयने के लरए िादी नहीॊ की.मह आत्भकथा डॉ आॊफेडकय के फाद की याजनीती
ऩय के क्न्रत है साथ ही एक याजनैनतक औयत की आत्भकथा है
प्रकलित : दाननि फुतस पोन न. ९८६८५४३६३७ ईभेर www.daanishbooks.com