2. भैं आऩकी कानाप
ू सी सुन ऩा यहा हूॉ ! “धनवान
व्मक्ति” सभझ भें आिा है; “भबखायी” सभझ भें आिा
है | रेककन मह “धनवान भबखायी” तमा फरा है ?
अॊग्रेजी भें PARADOX नाभक एक शब्द है। इसका
भिरफ एक स्ऩष्ट रूऩ से ववयोधाबासी कथन है क्जसभें
एक सच्चाई छ
ु ऩी होिी है। उदाहयण क
े भरए, “धनी
भबखायी”, “अनऩढ़ ववद्वान”, “साऺय भूखख” इत्मादद। क
ु छ
ऐसे रोग बी हैं क्जनक
े धन िो फहुि अधधक है, रेककन
वे उसे आवश्मकिा होने ऩय बी खचख कयना ऩसॊद नहीॊ
कयिे हैं, जफकक मह फहुि आवश्मक है। आइए सफसे
ऩहरे हभ एक धनी भबखायी की कहानी सुनिे हैं।
3. नई ददल्री भें एक ऩेंशनबोगी है जो 70 वषख क
े हैं। उन्हें हय
भहीने उनकी ऩेंशन क
े 50,000 रूऩमे भभरिे हैं। उनक
े दो फेटे हैं
औय दोनों ववदेश भें नौकयी कयिे हैं औय दोनों उन ऩेंशनबोगी क
े
फचि खािे भें हय भहीने एक-एक राख रुऩए जभा कयािे हैं ।
वे कई फाय ववदेश जािे हैं जहाॉ उसक
े फेटे नौकयी कयिे हैं औय
रगबग िीन भहीने िक वहाॉ उनक
े ऩास यहिे हैं। उन्होंने इस
फाय कई ददनों क
े अॊियार क
े फाद ववदेश जाने क
े भरए
फ्राइट का दटकट फुक कयामा था। जाने से ऩहरे, वह भकान
भें फनी एक अटायी को साप कयना चाहिे थे जो फहुि गॊदी हो
गई थी | उन्होंने एक भजदूय से सपाई कयने क
े भेहनिाने क
े
फाये भें ऩूछा। भजदूय ने 200 रुऩमे भाॊगे। वृद्ध 200 रूऩमे देने क
े
भरए अननच्छ
ु क था | वह स्वमॊ अटायी ऩय चढ़ गमा औय उसकी
सपाई कयने रगा। धूर की एरजी से वह फहुि फुयी ियह
प्रबाववि हुआ औय उसे अस्ऩिार रे जामा गमा औय गहन
धचककत्सा इकाई भें बिी कयाना ऩड़गमा।
4. रेककन उऩचाय का उन्हें कोई पामदा नहीॊ हुआ | उन्होंने सोचा
ववदेश िो जा ही यहा हूॉ, वहाॉ ही इराज कया रूॊगा | उन्हें
एम्फुरेंस द्वाया हवाई अड्डे रे जामा गमा। इराज क
े भरए ववदेश
वह अऩने फेटों क
े ऩास गए औय इस काभ भें एक फहुि ही फड़ी
यकभ खचख हो गई। उनका जीवन कष्टभम हो गमा। हाराॉकक उन्हें
अऩनी ऩेंशन क
े भरए 50,000 रुऩमे प्रनि भाह औय अऩने फेटों से
दो राख रुऩमे भभरिे हैं, रेककन उनका जीवन दमनीम हो गमा
तमोंकक वे 200 रुऩमे खचख कयने को िैमाय नहीॊ थे।
इसी ियह गुजयाि भें एक औय धनी भबखायी है। वह 75 सार का
एक ऩेंशनबोगी है क्जसे हय भहीने अऩनी ऩेंशन क
े 35,000 रूऩमे
भभरिे हैं। उनक
े ऩास चाय घय, खुद क
े चाय हाउभसॊग प्रॉट हैं औय 5
कयोड़ रुऩमे की बूभभ ऩय उऩजाऊ खेिी बी कयिे हैं, शेमय फाजाय भें
कई शेमय हैं, एक फेटा है जो ववदेश भें नौकयी कयिा है औय उनका
ऩोिा एक फहुि फड़ी आईटी क
ॊ ऩनी भें नौकयी कयिा है।
5. एक फाय उनकी ऩत्नी का स्वास््म शयीय भें चीनी की कभी की वजह से फहुि
फुयी ियह प्रबाववि था औय उन्हें उनकी जान फचाने क
े भरए अस्ऩिार भें
ग्रूकोज ड्रिऩ से इराज कयना फहुि आवश्मक था। उन्हें ित्कार ननजी
एम्फुरेंस से अस्ऩिार रे जाना ऩड़ा | मह वृद्ध व्मक्ति एम्फुरेंस चारक से
ककयाए भें से 10 रुऩमे कभ कयने की क्जद कय यहा था। कौनसी चीज अधधक
जरूयी है ? 10 रूऩमे मा उसकी ऩत्नी का जीवन? तमा ही भहान धनवान
भबखायी है मे ?
एक औय “धनी भबखायी” चेन्नई, िभभरनाडु भें है। वे 74 सार क
े हैं औय उनकी
ऩत्नी 70 सार की हैं। उन्हें 40,000 रूऩमे औय उनकी ऩत्नी को 30,000/- रूऩमे
भभरिे हैं। उनक
े फेटे औय फेटी अभेरयका भें अच्छी ियह से फसे हुए हैं। मह फूढ़ा
हय ददन याि 8 फजे स्टीर मा ऩीिर क
े फिखन को रे कय भामराऩुय भें क्स्थि
शॊकय भठ जािा है। वहाॉ बजन औय ऩूजा सभाप्ि होने क
े फाद, देविा को
चढ़ामा हुआ ऩकामा हुआ चावर बतिों को प्रसाद क
े रूऩ भें देिे हैं। उसे एक
फाल्टी बोजन भभरिा है औय दोनों ऩनि-ऩत्नी याि भें उसे खािे हैं औय फचे हुए
को सुफह खािे हैं। एक ऩड़ोसी ने इस ऩय ध्मान ददमा औय वृद्ध व्मक्ति से ऩूछा,
आऩ योजाना शॊकय भठ से बोजन प्राप्ि कय यहे हैं। एक अभीय आदभी होने क
े
नािे, मदद आऩ योजाना वहाॉ से इिना ज्मादा बोजन न राएॊ िो दस मा ऩॊद्रह
गयीफ रोगों का ऩेट बय सकिा है |
6. फूढ़े व्मक्ति ने उत्िय ददमा कक “हभ वृद्ध रोग हैं औय हभ
स्वमभ खाना फनाने भें असभथख हैं। इसक
े अरावा होटर का
खाना हभें ऩचिा नहीॊ है” । ऩड़ोसी ने कहा “आऩ दोनों की
ऩेंशन क
ु र भभरा कय 70000 रूऩमे प्रनि भाह है। तमों नहीॊ
आऩ ककसी भदहरा को खाना ऩकाने क
े भरए प्रनिभाह 5000
रूऩमे दे कय यख रेिे ?”
वृद्ध से क
ु छ जवाफ नहीॊ देिे फना | उनक
े फेटी-फेटे अभेरयका
भें शान से यह यहे हैं इसभरए उन्हें भािा-वऩिा से रुऩमों की
जरूयि बी नहीॊ है | रेककन कपय बी वे अऩने बयऩूय रुऩमों
से अऩनी क्जन्दगी का भजा नहीॊ रे ऩा यहे हैं |
इस भोड़ ऩय भुझे एक प्राचीन कहानी का स्भयण हो
यहा है |
7. एक याजा अऩने भॊत्री क
े साथ एक जॊगर क
े यास्िे दूसये देश जा यहा
था। एक फूढ़ा व्मक्ति जो 80 वषख का था, अऩने भसय ऩय रकड़ी का
एक गट्ठय रेकय आ यहा था। याजा क
े इस आमु भें इिनी भेहनि
कयने का कायण जानने क
े फाये भें प्रश्न कयने ऩय फूढ़े व्मक्ति ने
कहा, भेये चाय फेटे हैं औय वे भुझे कबी बोजन नहीॊ देिे। इसभरए भैं
रकड़ी क
े इस गट्ठय को फेच कय अऩनी खुद की योटी का इॊिजाभ
करू
ॉ गा |
याजा को उस ऩय दमा आई औय उसने औय भॊत्री को वृद्ध
व्मक्ति को अऩने याज्म भें चॊदन की रकड़ी का एक फड़ा जॊगर
दान कयने का आदेश ददमा औय याजा ने अऩनी मात्रा जायी यखी।
चाय-ऩाॉच वषों क
े फाद एक फाय याजा उसी जॊगर से गुजय यहा था,
िो उसने उसी फूढ़े को अऩने भसय ऩय रकड्रड़मों का गट्ठय भरए आिे
देखा | याजा ने उसे योका औय ऩूछा, भैंने िुम्हें अऩनी आजीववका क
े
भरए चॊदन की रकड़ी का ववशार ऺेत्र दान ककमा था | रेककन िुभ
कपय से रकड्रड़माॉ तमों रे जा यहे हो ??
8. फूढ़े आदभी ने जवाफ ददमा, हे याजन, भैंने चन्दन क
े सबी
ऩेड़ों को काट ददमा, कपय रकड़ी का कोमरा फनामा औय उसे
फेच ददमा | चूॉकक साये अफ ऩेड़ कट चुक
े हैं इसभरए अफ
कोमरा नहीॊ फना सकिा हूॉ । इसभरए अफ कपय से भैं
गयीफी भें हूॊ। याजा को गुस्सा िो फहुि आमा ऩय उसने
सोचा, मद्मवऩ हभ गयीफ रोगों ऩय दमा कयिे हैं औय उनकी
भदद कयिे हैं, कपय बी मदद उनक
े बाग्म भें भरखा नहीॊ
िो वे उसका आनॊद नहीॊ रे सकिे हैं | मह सोचिा हुआ
याजा अऩनी याह चरा गमा |
ठीक ऐसे ही उऩयोति घटनाओॊ भें हाराॊकक इन रोगों
क
े ऩास फहुि ऩैसा था ऩय उन्होंने इसका आनॊद रेने क
े फाये
भें नहीॊ सोचा |
9. ननदान, भेये प्माये सेवाननवृत्ि भभत्रों, आऩक
े द्वाया
अक्जखि धन आऩक
े फच्चों औय बव्म फच्चों को अवश्म
भभरना चादहए, रेककन आऩक
े अऩने खचों क
े भरए
मथामोग्म यखने क
े फाद ! मदद आऩ ऩैसे उनक
े भरए
नहीॊ फचािे हैं िो बी वे खुशी से अऩना जीवन जी रेंगे
। ऩहरे अऩनी अत्मावश्मक जरूयिों को ऩूया कयने क
े
भरए कभ से कभ जरूयी ऩैसा खचख कयें। क
ॊ जूसी ना
कयें ।
अऩने शेष ददनों को खुशी औय शाॊनि से बफिाएॊ!
ईश्वय आऩ सबी को इसका आनॊद रेने भें भदद कयें !!!
10.
11.
12. अनुवादक : नयेन्द्र भसॊह हाड़ा
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