More than Just Lines on a Map: Best Practices for U.S Bike Routes
anthropology introduction.pptx
1. मानवववज्ञान क्या है ?
मानवववज्ञान (Anthropology) मनुष्य का समग्रता में अध्ययन करता है, विसक
े ववषय क्षेत्र में
मानववकी एवं ववज्ञान सम्मिवित हैं। एक वृहत ववषय होने क
े कारण इसे चार शाखाओं में बांटा
गया है, विसक
े अंतगगत
िैववक मानवववज्ञान (Biological Anthropology),
प्रागैवतहावसक मानवववज्ञान (Archaeological Anthropology),
सामाविक-सांस्क
ृ वतक मानवववज्ञान (Social-Cultural Anthropology) एवं
भाषाई मानवववज्ञान (Linguistic Anthropology) आते हैं।
िैववक मानवववज्ञान का अध्ययन क्षेत्र मानव शरीर रचना, आनुवांवशकी, अम्मथिववज्ञान आवि हैं।
प्रागैवतहावसक मानवववज्ञान में मानव क
े अविम्मखत इवतहास एवं उसक
े ववकास का अध्ययन तो
िू सरी तरफ
भाषाई मानवववज्ञान में भाषा एवं उससे संबम्मित अन्य आयामों क
े अध्ययन से संबंवित है।
सामाविक-सांस्क
ृ वतक मानवववज्ञान मानव समाि एवं उसकी संस्क
ृ वत का अध्ययन वकया
िाता है।
सामाविक और िीव ववज्ञान क
े ववद्याविगयों क
े विए मानवववज्ञान को एक आसान ववषय माना
िाता है। यह ववषय ववज्ञान की अविारणाओं से ओतप्रोत है। इससे ववज्ञान क
े छात्रों क
े विए
ववषय को समझना आसान हो िाता है
2. ववभागीय ववशेषताएं :
•एथोनोग्राविक संगहालय
•आधुवनक उपकरणों से समृद्ध प्रयोगशाला
•जनजातीय क्षेत्र में क्षेत्रकायय अनुभव
•जनजातीय संशोधन एवं प्रवशक्षण संस्थान
(TRTI) क
े साथ अनुबंवधत शोध
पररयोजनाएं