1. सुसमाचार, प्रेररतों के काम Gospels, Acts
पौलुस के पत्र Paul’s Letters
शक्ततशाली पत्र Powerful Letters
प्रकाशशत वातय Revelation
पाठ 14: 1 थिस्सलुनीककयों - झरना आशा
Lesson 14: 1 Thessalonians – Cascading Hope
2. रोशमयो - जीवन पररवततन यात्रा
1 कु ररक्थियों - स्वर्त का सोना
2 कु ररक्थियों - शमट्टी के पात्र
र्लततयों - अब मैं नहीीं
इफिशसयों – सीमाएीं आर्े बढ़ने
फिशलक्पपयों - मसीह का मन
कु लुक्स्सयों - मसीह में पूर्त शसद्ध
1 थिस्सलुनीककयों - झरना आशा
2 थिस्सलुनीफकयों - आश्वस्त आशा
1 तीमुथियुस - लड़ने योग्य
2 तीमुथियुस - तनडर सच्चाई
तीतुस - दोहरा पकड़
फिलेमोन - अवतार
3.
4. साराींश और पृष्ठभूशम
सही उदाहरण:
1 थिस्सलुनीफकयों 1-2:7
कोमल ररश्ते:
1 थिस्सलुनीफकयों 2:8-3
बदालना आशा:
1 थिस्सलुनीफकयों 4
जीवन पर सलाह:
1 थिस्सलुनीफकयों 5
चचात
मसीह का
उदाहरर्
नेता की
आशा
ईसाई की
आशा
5. 1 थिस्सलुनीफकयों 1:6 और
तुम बड़े तलेश में पववत्र
आत्मा के आनथद के साि
वचन को मान कर हमारी
और प्रभु की सी चाल चलने
लर्े। 7 यहाीं तक फक
मककदुननया और अखया
के सब ववश्वाससयों के
सलये तुम आदशश बने।
मसीह का
उदाहरर्
पौलुस का
उदाहरर्
थिस्सलुतन
फकयों के
उदाहरर्
मैसेडोतनयन
ववश्वाशसयों
6. प्रेररतों के काम 17:1 फिर वे अक्फिपुशलस और
अपुल्लोतनया होकर थिस्सलुनीके में आए, जहाीं
यहूददयों का एक आराधनालय िा। 2 और
पौलुस अपनी रीनत के अनुसार उन के पास
गया, और तीन सब्त के ददन पववत्र शास्त्रों
से उन के साि वववाद ककया।
7. प्रेररतों के काम 17:4 उन में से फकतनों ने, और भतत
यूनाननयों में से बहुतेरों ने और बहुत सी कु लीन
स्त्स्त्रयों ने मान सलया, और पौलुस और सीलास के साि
शमल र्ए। 5 परन्तु यहूददयों ने डाह से भरकर बजारू
लोगों में से कई दुष्ट मनुष्यों को अपने साि में
सलया, और भीड़ लर्ाकर नर्र में हुल्लड़ मचाने लर्े, और
यासोन के घर पर चढ़ाई करके उथहें लोर्ों के साफहने लाना
चाहा।…
10 भाइयों ने तुरन्त रात ही रात पौलुस और
सीलास को बबरीया में भेज ददया: और वे वहाीं पहुींचकर
यहूददयों के आराधनालय में र्ए।
8. पत्र का उद्देश्य िा:
आश्रय और ववश्वास और आशा का प्रसार
पीडड़त नए ववश्वाशसयों को प्रोत्सादहत करें
उथहें आश्वस्त करें फक मसीह के आने की
आशा है और
मसीह में वप्रयजनों के साि पुनशमतलन
Purpose of the letter was to:
Cascade and spread the faith and hope
Encourage the afflicted new believers
Assure them of the hope of Christ’s coming and
Reuniting with loved ones in Christ.
9. पौलुस उदाहरर् (1 थिस्सलुनीफकयों 1: 2-7) में दशातता है
और इसमें पररर्ाम:
धथयवाद का प्राितनायें
ववश्वास का काम
ऐसा कदठन कायत क्जसके करने पर आनींद शमले
आशा की दृढ़ता
1 थिस्सलुनीफकयों 1:2 वरन तुम आप ही जानते हो, फक
पदहले पदहल फिशलपपी में दुख उठाने और उपद्रव सहने पर
भी हमारे परमेश्वर ने हमें ऐसा दहयाव ददया, फक हम
परमेश्वर का सुसमाचार भारी ववरोधों के होते हुए भी तुफहें
सुनाएीं।
10. पौलुस प्रचार करता है
ववपक्ष के सामने
शुद्ध मींशा
कोई चालान नहीीं
कोई चापलूसी नहीीं
लालच को तिपाव करने के शलए कोई मुखौटा नहीीं
काम फकया ददन और रात
प्रशींसा की तलाश नहीीं
प्राथधकरर् पर जोर देना नहीीं
परथतु जैसा फक परमेश्वर द्वारा अनुमोददत और सुसमाचार
के साि सौंपा र्या (1 थिस्सलुनीफकयों 2:3-6)
11. 1 थिस्सलुनीफकयों 2:3 तयोंफक हमारा उपदेश न
भ्रम से है और न अशुद्धता से, और न छल
के साि है। 4 पर जैसा परमेश्वर ने हमें योग्य
ठहराकर सुसमाचार सौंपा, हम वैसा ही वर्तन
करते हैं; और इस में मनुष्यों को नहीीं, परथतु
परमेश्वर को, जो हमारे मनों को जाांचता
है, प्रसन्न करते हैं।
12. 1 थिस्सलुनीफकयों 2:5 तयोंफक तुम जानते हो,
फक हम न तो कभी लल्लोपत्तो की बातें ककया
करते िे, और न लोभ के सलये बहाना
करते िे, परमेश्वर र्वाह है। 6 और यद्यवप
हम मसीह के प्रेररत होने के कारर् तुम पर
बोझ डाल सकते िे, तौभी हम मनुष्यों से
आदर नहीां चाहते िे, और न तुम से, न और
फकसी से।
13. 1 थिस्सलुनीफकयों 2:13 इसशलये हम भी
परमेश्वर का धन्यवाद ननरन्तर करते हैं;
फक जब हमारे द्वारा परमेश्वर के सुसमाचार
का वचन तुफहारे पास पहुांचा, तो तुम ने
उस मनुष्यों का नहीां, परथतु परमेश्वर का
वचन समझकर (और सचमुच यह ऐसा ही
है) ग्रहर् फकया: और वह तुम में जो
ववश्वास रखते हो, प्रभावशाली है। 14
इसशलये फक तुम, हे भाइयो, परमेश्वर की उन
कलीशसयाओीं की सी चाल चलने लगे, जो
यहूददया में मसीह यीशु में हैं, तयोंफक तुम
ने भी अपने लोगों से वैसा ही दुख
पाया, जैसा उथहोंने यहूददयों से पाया िा। 2
14. 1 थिस्सलुनीफकयों 1: 8
तयोंफक तुफहारे यहाीं से न
के वल मफकदुतनया और
अखया में प्रभु का वचन
सुनाया र्या, पर तुम्हारे
ववश्वास की जो
परमेश्वर पर है, हर
जगह ऐसी चचात िै ल र्ई
है, फक हमें कहने की
आवश्यकता ही नहीीं। 1
15. 1 थिस्सलुनीफकयों 1:6 और
तुम बड़े क्लेश में पववत्र
आत्मा के आनन्द के
साि वचन को मान
कर हमारी और प्रभु की
सी चाल चलने लर्े। 7
यहाीं तक फक मफकदुतनया
और अखया के सब
ववश्वाशसयों के शलये तुम
आदशत बने।
16. 1 थिस्सलुनीफकयों 1:9 तयोंफक
वे आप ही हमारे ववषय में
बताते हैं फक तुफहारे पास हमारा
आना कै सा हुआ; और तुम कै से
मूरतों से परमेश्वर की ओर फिरे
ताफक जीवते और सच्चे
परमेश्वर की सेवा करो। 10 और
उसके पुत्र के स्वगश पर से
आने की बाट जोहते रहो
क्जसे उस ने मरे हुओीं में से
क्जलाया, अिातत यीशु की, जो
हमें आने वाले प्रकोप से
बचाता है॥
17. नसत की तरह
वपता की तरह
अनािों की तरह
भाई के जैसा
(1 थिस्सलुनीफकयों 2:7-3:13):
◦ Like a nursing mother – gentle, caring
◦ Like a father – Exhorting, encouraging, charging
◦ Like orphans –intense longing, every effort, again
and again
◦ Life a brother – Strengthening, thanking, blessing
18. 1 थिस्सलुनीफकयों 2:7 परथतु
क्जस तरह माता अपने
बालकों का पालन-पोषण
करती है, वैसे ही हम ने भी
तुफहारे बीच में रह कर
कोमलता ददखाई है।
8 और वैसे ही हम तुफहारी
लालसा करते हुए, न के वल
परमेश्वर को सुसमाचार, पर
अपना अपना प्राण भी तुफहें
देने को तैयार िे, इसशलये फक
तुम हमारे पयारे हो र्ए िे।
19. 1 थिस्सलुनीफकयों 2:11 जैसे
तुम जानते हो, फक जैसा
वपता अपने बालकों के साि
बतातव करता है, वैसे ही हम
तुम में से हर एक को भी
उपदेश करते, और शास्त्न्त
देते, और समझाते िे। 12
फक तुफहारा चाल चलन
परमेश्वर के योग्य हो, जो
तुफहें अपने राज्य और मदहमा
में बुलाता है॥ 2
20. 1 थिस्सलुनीफकयों 2:17 हे भाइयों, जब हम
िोड़ी देर के शलये मन में नहीां वरन प्रगट में
तुम से अलग हो गए िे, तो हम ने बड़ी
लालसा के साि तुम्हारा मुांह देखने के सलये
और भी अथधक यत्न ककया। 18 इसशलये हम
ने (अिातत मुझ पौलुस ने) एक बार नहीीं, वरन
दो बार तुफहारे पास आना चाहा, परथतु शैतान
हमें रोके रहा।
1 थिस्सलुनीफकयों 3:5 इस कारर् जब मुझ
से और न रहा गया, तो तुफहारे ववश्वास का
हाल जानने के शलये भेजा, फक कहीीं ऐसा न
हो, फक परीक्षा करने वाले ने तुफहारी परीक्षा
की हो, और हमारा पररश्रम व्यित हो र्या
हो।
21. 1 थिस्सलुनीफकयों 3:7
इसशलये हे भाइयों…
9 और जैसा आनन्द हमें
तुफहारे कारर् अपने परमेश्वर
के साफहने है, उसके बदले
तुफहारे ववषय में हम फकस
रीतत से परमेश्वर का
धन्यवाद करें?
10 हम रात ददन बहुत ही
प्रािशना करते रहते हैं, फक
तुफहारा मुींह देखें, और तुफहारे
ववश्वास की घटी पूरी करें॥
22. आशा की जीवन
पयार से आशा
आशा में असीम
भववष्य
23. 1 थिस्सलुनीफकयों 4:3
तयोंफक परमेश्वर की इच्छा
यह है, कक तुम पववत्र बनो:
अिातत व्यशभचार से बचे
रहो।
4 और तुम में से हर एक
पववत्रता और आदर के साि
अपने पात्र को प्रापत करना
जाने।
7 तयोंफक परमेश्वर ने हमें
अशुद्ध होने के शलये नहीीं,
परथतु पववत्र होने के सलये
बुलाया है।
24. 1 थिस्सलुनीफकयों 4:9 फकथतु
भाईचारे की प्रीतत के ववषय में
यह अवश्य नहीीं, फक मैं तुफहारे
पास कु ि शलखूीं; तयोंफक आपस
में प्रेम रखना तुम ने आप
ही परमेश्वर से सीखा है।
10 और सारे मफकदुतनया के
सब भाइयों के साि ऐसा करते
भी हो, पर हे भाइयों, हम तुफहें
समझाते हैं, फक और भी
बढ़ते जाओ।
25. 1 थिस्सलुनीफकयों 4:14 तयोंफक
यदद हम प्रतीतत करते हैं, फक
यीशु मरा, और जी भी उठा, तो
वैसे ही परमेश्वर उन्हें भी जो
यीशु में सो गए हैं, उसी के
साि ले आएगा। 15 तयोंफक
हम प्रभु के वचन के अनुसार
तुम से यह कहते हैं, फक हम
जो जीववत हैं, और प्रभु के आने
तक बचे रहेंर्े तो सोए हुओीं से
कभी आगे न बढ़ेंगे।
26. 1 थिस्सलुनीफकयों 4:16
तयोंफक प्रभु आप ही स्वर्त से
उतरेर्ा; उस समय ललकार,
और प्रधान दूत का शब्द
सुनाई देर्ा, और परमेश्वर की
तुरही िूीं की जाएर्ी, और जो
मसीह में मरे हैं, वे पदहले जी
उठेंगे। 17 तब हम जो
जीववत और बचे रहेंर्े, उन के
साि बादलों पर उठा सलए
जाएांगे, फक हवा में प्रभु से
शमलें, और इस रीतत से हम
सदा प्रभु के साि रहेंर्े।
27. आशा सूयत की तरह है, जो
हम की ओर यात्रा करते हैं,
हमारे पीिे हमारे बोझ की
िाया डाले हैं - शमूएल
28. चौकसी - शाींत हो जाओ,
◦ आस्िा और पयार, आशा
की हेलमेट
दूसरों के रवैया -
सफमान करते हुए,
आलसी सलाह देना,
डरपोक को प्रोत्सादहत
करना, शाींतत से रहना,
धैयत रखें
29. ◦ स्वयां को रवैया - सभी
पररक्स्िततयों में धथयवाद
देते रहो, हमेशा आनक्थदत
रहो, बबना प्राितना फकए, हर
चीज का परीक्षर् करें,
अच्िे से पकड़ो
◦ ऐसा न करें- सो जाओ,
बुराई के शलए बुराई, आत्मा
बुझाना, भववष्यद्वतताओीं
के शब्दों को तुच्ि, बुराई
30. सही उदाहरर्:
धथयवाद का प्राितनायें
ववश्वास का काम
पयार का कदठन कायत
आशा की दृढ़ता
कोमल ररश्ते
नसत की तरह
वपता की तरह
अनािों की तरह
भाई के जैसा
मसीह का
उदाहरर्
नेता की
आशा
ईसाई की
आशा
31. बदालना आशा
आशा की जीवन
पयार से आशा
आशा में असीम भववष्य
जीवन पर सलाह
चौकसी
दूसरों के रवैया
स्वयीं को रवैया
तया न करना
मसीह का
उदाहरर्
नेता की
आशा
ईसाई की
आशा
33. पौलुस ने अपने व्यक्ततर्त उदाहरर् के
माध्यम से फकस शक्ततशाली सबक पर
बातचीत की? प्रभाव तया िा?
तया सींबींधों में पौलुस के दृक्ष्टकोर् में ववशेष
िा?
मसीह के दूसरे आने के बारे में हम तया
सीखते हैं? हम इसके शलए सबसे अच्िी तैयारी
कै से कर सकते हैं?
What powerful lessons did Paul communicate through His personal
example? What was the impact?
What was special in Paul’s approach to relationships?
What do we learn about Christ’s second coming? How can we prepare
best for it?