3. ifjp;%
पृथ्वी की आतंरिक संिचना शल्कीय अर्थात परतों के रूप में है, जैसे
प्यथज के छिलके परतों के रूप में होते हैं। इन परतों की मोटथई कथ
सीमथांकन रथसथयछनक अर्वथ यथांत्रिक ववशेषतथओां के आधथर पर ककयथ जथ
सकतथ है। पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत भूपपाटी एक ठोस परत है,
मध्यवती मैंटल अत्यधधक गथढी परत है और बथह्य क्रोड तरल तर्थ
आतांररक क्रोड ठोस अवस्र्थ में है।
पृथ्वी की आतांररक सांरचनथ के बथरे में जथनकथरी के स्रोतों को दो
हहस्सों में ववभक्त ककयथ जथ सकतथ है। प्रत्यक्ष स्रोत,
जैसे ज्वथलथमुखी से छनकले पदथर्ो कथ अध्ययन, समुद्र्तलीय िेदन से
प्रथप्त आांकडे इत्यथहद, कम गहरथई तक ही जथनकथरी उपलब्ध करथ पथते
हैं। दूसरी ओर अप्रत्यक्ष स्रोत के रूप में भूकम्पीय तरांगों कथ अध्ययन
अधधक गहरथई की ववशेषतथओां के बथरे में जथनकथरी देतथ है।
4. iwoZihfBdk
पृथ्वी के द्वथरथ अन्य ब्रह्मथण्डीय वपण्डों, जैसे चांद्रमथ, पर
लगथयथ जथने वथलथ गुरुत्वथकषाण इसके द्रव्यमथन की गणनथ कथ
स्रोत है। पृथ्वी के आयतन और द्रव्यमथन के अन्तसाम्बन्धों से
इसके औसत घनत्व की गणनथ की जथती है। ध्यथतव्य है
कक खगोलशथस्िी पृथ्वी के पररक्रमण कक्षथ के आकथर और
अन्य वपण्डों पर इसके प्रभथव से इसके गुरुत्वथकषाण की गणनथ
कर सकते हैं।
5. Lakjpuk
यांत्रिक लक्षणों के आधाि पि पृथ्वी को
[[|स्थलमंडल|स्थलमण्डल]], एस्थेनोस्फीयि, मध्यवती मैंटल, बाह्य
क्रोड औि आतंरिक क्रोड मे बनाता जाता है। िासायननक संिचना के आधाि
पि भूपपपटी, ऊपिी मैंटल, ननचला मैंटल, बाह्य क्रोड औि आतंरिक क्रोड में
बााँटा जाता है।
पृथ्वी के अांतरतम की यह परतदथर सांरचनथ भूकां पीय तरांगों के
सांचलन और उनके परथवतान तर्थ प्रत्यथवतान पर आधथररत है जजनकथ
अध्ययनभूकां पलेखी के आँकडों से ककयथ जथतथ है। भूकां प द्वथरथ
उत्पन्न प्रथर्ममक एवां द्ववतीयक तरांगें पृथ्वी के अांदर स्नेल के
छनयम के अनुसथर प्रत्यथवछतात होकर वक्रथकथर पर् पर चलती हैं। जब
दो परतों के बीच घनत्व अर्वथ रथसथयछनक सांरचनथ कथ अचथनक
पररवतान होतथ है तो तरांगों की कु ि ऊजथा वहथँ से परथवछतात हो जथती
है। परतों के बीच ऐसी जगहों को असथतत्य () कहते हैं।
7. गहरथई
Layerककलोमीटर मील
0–60 0–37
स्र्लमण्डल
(स्र्थछनक रूप से ५
और २०० ककमी के
बीच पररवतानशील)
0–35 0–22
… भूपपाटी
(पररवतानशील ५ से
७० ककमी के बीच)
35–60 22–37 … सबसे ऊपरी मैंटल
35–2,890 22–1,790 मैंटल
100–200 62–125
… दुबालतथ मण्डल
(एस्र्ेनोजस्ियर)
35–660 22–410 … ऊपरी मैंटल
660–2,890 410–1,790 … छनचलथ मैंटल
2,890–5,150 1,790–3,160 बथह्य क्रोड
5,150–6,360 3,160–3,954 आतांररक क्रोड
पृथ्वी की आतांररक सांरचनथ कथ धचिरूप में छनरूपण 1.
महथद्वीपीय भूपपाटी – 2. महथसथगरीय भूपपाटी – 3.
ऊपरी मैंटल – 4. छनचलथ मैंटल – 5. बथह्य क्रोड – 6.
आतांररक क्रोड – A: मोहो – B: ववशटा-गुट्टेनबगा
असथतत्य – C: बूलेन-लेहमैन असथतत्य.
8. HkwiiZVh
भूपपाटी पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत है जजसकी औसत गहरथई २४ ककमी
तक है और यह गहरथई 5 ककमी से 70 ककमी के बीच बदलती रहती
है। समुद्रोंके नीचे यह कम मोटी समुद्री बेसथजल्तक भूपपाटी के रूप में है
तो महथद्वीपों के नीचे इसकथ ववस्तथर अधधक गहरथई तक पथयथ जथतथ है।
सवथाधधक गहरथईपवातों के नीचे पथई जथती है। भूपपाटी को भी तीन परतों में
बथँटथ जथतथ है - अवसथदी परत, ग्रेनथइहटक परत और बेसथजल्टक परत।
ग्रेनथइहटक और बेसथजल्टक परत के मध्य कोनथडा असथतत्य पथयथ जथतथ है।
ध्यथतव्य है कक समुद्री भूपपाटी के वल बेसथल्ट और गैब्रो जैसी चट्टथनों की
बनी होती है जबककअवसथदी और ग्रेनथइहटक परतें महथद्वीपीय भथगों में पथई
जथती हैं।
भूपपाटी की रचनथ में सवथाधधक मथिथ आक्सीजन की है। एडवडा स्वेस ने इसे
मसयथल नथम हदयथ र्थ क्योंकक यह मसमलकथ और एल्युममछनयम की बनी है।
वस्तुतः यह मसयथल महथद्वीपीय भूपपाटी के अवसथदी और ग्रेनथइहटक परतों
के मलये सही है। कोनथडा असथतत्य के नीचे सीमथ (मसमलकथ+मैग्नीमशयम) की
परत शुरू हो जथती है। भूपपाटी और मैंटल के बीच की सीमथ मोहोरोववककक
असथतत्य द्वथरथ बनती है जजसे मोहो भी कहथ जथतथ है।
9. eSaVy
मैंटल कथ ववस्तथर मोहो से लेकर 2890 ककमी की गहरथई पर
जस्र्त गुट्टेन्बगा असथतत्य तक है। मैंटल के इस छनचली सीमथ पर दथब
~140 GPa पथयथ जथतथ है। मैंटल में सांवहनीय धथरथएँ चलती हैं जजनके
कथरण स्र्लमण्डल की प्लेटों में गछत होती है। मैंटल को दो भथगों में बथँटथ
जथतथ है ऊपरी मैंटल और छनचलथ मैंटल और इनके बीच की सीमथ 710
ककमी पर रेवपटी असथतत्य के नथम से जथनी जथती है। मैंटल कथ गथढथपन
1021 से 1024 Pa·s के बीच पथयथ जथतथ है जो गहरथई पर छनभार करतथ
है। [2] तुलनथ के मलये ध्यथतव्य है कक पथनी कथ गथढथपन 10−3 Pa·s और
कोलतथर (pitch) 107 Pa·s होतथ है।
10. ØksM
क्रोड कथ ववस्तथर मैंटल के नीचे है आर्थात २८९० ककमी से
लेकर पृथ्वी के के न्द्र तक। ककन्तु यह भी दो परतों में ववभक्त है
- बथह्य कोर और आतांररक कोर। बथह्य कोर तरल अवस्र्थ में
पथयथ जथतथ है !
आतांररक क्रोड मुख्यतः लोहे कथ बनथ है पृथ्वी के चुम्बकत्व
यथ भूचुम्बकत्व की यह व्यथख्यथ डथइनेमो मसद्धथांत कहलथती है।