1. भारत को िविश्विगुर बनाने विाली हमारी महान गौरविशाली संस्कृ ित की सफलता प्रदायक िविचारधारा सविरशेष है। मानविमात
की भलाई के िलए इस िविचारधारा को जन साधारण तक पहुचना अनिनविायर है। इसी दृष्टिष्टिकोण से दशरन योग महािविद्यालय के
द्वारा इस कल्याणकारी िविचारधारा को सरल-सुुबोध भाषा और नविीनतम-आधुिनक मनोरंजक शैली मे प्रस्तुत करने के
िलए अनिभनवि पिरयोजना 'सफलता िविज्ञान' का संचालन िकया जा रहा है। इस आशा के साथ िक, ज्ञान को सहज-सुलभ
बना कर, उसे घर-घर पहुँचाने विाली यह हमारी पारम्पिरक पद्धतित, आमजन के अनन्दर जीविन का उद्धतार करने विाले गुणो का
िविकास करने मे सहायक िसद्धत होगी।
अनत: महािविद्यालय के िनदेशक और आचायर की प्रेरणा, मागरदशरन वि िनदेशन मे महािविद्यालय के सेविा एविं सािहत्य
प्रचार िविभाग द्वारा पढ़ाई-नौकरी, व्यापार-साधना आिद जीविन के सभी महत्त्विपूर्णर केतो मे सफल बनाने विाले विुास्तिविक-
व्याविहािरक िवििध-िविधानो का पथ-प्रदशरन करने विाली इस विैचािरक पिरयोजना का िक्रियान्वियन िकया जा रहा है। इस विृहत्
पिरयोजना मे अननेक िविभाग है, यथा :-
1. सफलता िविज्ञान पुस्तक शृंखला (Series) - जनसामान्य के बौिद्धतक स्तर के दृष्टिष्टिगत रची गईं 'सफलता िविज्ञान
पुस्तक शृंखला की 20 से अनिधक बहुरंगी आकषरक पुस्तको के प्रकाशन की योजना है। िजसके तहत प्रथम पुस्तक 'सफलता
का संसार" प्रकािशत हो चुकी है, शेष पुस्तके क्रिमश: प्रकािशत होना बाकी है।
2. सफलता िविज्ञान सुिविचार पुस्तक (Motivational Quotation Book) शृंखला- िन:संदेह, हृदयंगम िकए गए
सुिविचार ही, कामना-कमर-कामयाबी के रूप मे बदल कर स्वियं का उद्धतार करा िदया करते है। इसी विास्तिविकता के दृष्टिष्टिगत
'सफलता िविज्ञान पुस्तक शृंखला" की प्रथम पुस्तक 'सफलता का संसार' आधािरत, प्रथम बहुरंगी सुिविचार पुिस्तका
'सफलता सुिविचार' प्रकािशत हो चुकी है। शृंखला की शेष सुिविचार पुिस्तकाएं प्रकािशत होना बाकी है।
3. सफलता िविज्ञान िचत प्रदशरनी (Poster Exhibition) शृंखला - पुस्तक शृंखला के प्रेरक तथ्यो को छोटे वि बडे
लगभग 2000 की संख्या मे 'पोस्टर' के रूप मे प्रकािशत करना प्रस्तािवित है। फलत: सेविाभाविी जन अनपने घर वि ऑफिफस मे
इन प्रेरक छोटे और स्कूर् ल-कॉलेज-कोिचंग आिद संस्थाओं मे बडे पोस्टसर की प्रदशरनी स्वियं आयोिजत कर सके गे। प्रदशरनी
के आयोजन कुे फलस्विरूप, लोग सफलता के मागर को जानकर, न के विल स्वियं सफलता की िदशा मे आगे बढ़ सके गे
बिल्क अनन्यो को भी बढ़ा सकने मे सहयोगी बन सके गे। इसके अनितिरक, आमजन की सुिविधा हेतु पोस्टर लागत व्यय पर
उपलब्ध कराना भी प्रस्तािवित है। वितरमान मे सफलता िविज्ञान प्रदर्शनी शृंखला के पहले भाग के 55 पोस्टसर का िनमारण हो
चुका है।
4 सफलता िविज्ञान शुभकामना संदेश (Greeting Card) शृंखला - मानविीय संबंधो को िनभाने और उनसे लाभ पाने
के िलए अनपनो को यह अनहसास कराते रहना जरूरी होता है िक, हाँ, कोई है, जो करता है... आपसे प्रेम, आपकी परविाह,
और रखता है आपके मुख पर मुस्कान देखने की इच्छा। और िमतो, यह अनहसास कराया जा सकता है, शुभकामना-संदेशो
2. के जरिरिए। अपनत्व की डोरि मे बंधे हृदय से सृजिजरत हुआ शुभकामना संदेश यह दशार देता है िक, संदेश पाने वाला, संदेश देने
वाले की नज़रिो मे िकतना िविशष है औरि संदेश देने वाले के मन मे, पाने वाले के िलए कौन सी हािदरक शुभकामनाएं सदा
िवद्यमान रिहती है।
शुभकामना संदेशो के िनमारण के यही उद्देश्य है िक, ये संदेश औपचािरिकता मात न होकरि साजर-सज्जरा, प्रस्तुित व
भाषा की दृष्टिष सेे िविशष हो, इनके जरिरिए न के वल सीधे तौरि परि व्यिक का व्यिक से जरुड़ाव औरि परिस्परि प्रेम-िमतता,
अपनत्व-आत्मीयता, बंधुत्व-सहानुभूतित आिद भावनाओं की अिभव्यिक व प्रसारि हो वरिन् उन्हे प्रसन्नता, उत्साह व जरीवन
िनमारण की प्रेरिणा औरि मागरदशरन भी साथ मे प्रेाप हो। इस क्रम मे 'सफलता-शुभकामना संदेश', 'जरन्मिदवस शुभकामना
संदेश', 'िववाह वषरगांठ शुभकामना संदेश' एवं 'नववषर शुभकामना संदेश' की आकषरक-मनमोहक प्रारिंिभक रूपरिेखा औरि
नमूतना तैयारि िकया जरा चुका है, अब के वल प्रकाशन होना शेष है।
5 सफलता िवज्ञान दैिनक सुिवचेारि कलैडरि (Table Calendar) श्रृजंखला - 'सफलता िवज्ञान पुस्तक शृंखला' की
बहुरिंगी आकषरक पुस्तको के आधारि परि, वषर के 365 िदनो के िलए उपयोगी सुिवचारि युक वाक्यो को 'सफलता का संसारि
सुिवचारि' शीषरक से वािषरक टेबल कलैडरि के रूप मे प्रकािशत िकया जराना प्रस्तािवत है। कलैडरि के हरि पृजष परि एक ितथी व
एक सुिवचारि अंिकत होगा। भिवष्य मे श्रृजंखलाबद रूप से नए कलैडरिो के प्रकाशन की भी योजरना है।
6 सफलता िवज्ञान ऑडिडयो-वीिडयो प्रवचन श्रृजंखला - इसके पश्चात, योजरना के अगले चरिण के रूप मे पुस्तको के
आधारि परि ही तद् िवषयक रुचिचकरि, सुनने व देखने योग्य 'ऑडिडयो-वीिडयो प्रवचनो' को तैयारि करिने की योजरना है।
7 सफलता िवज्ञान मंच प्रस्तुित (Stage Programme) श्रृजंखला - आमजरन मे ज्ञान को प्रेिषत करिने के िलए िवषय को
औरि अिधक सरिल, आकषरक ढंग से प्रस्तुत करिने की आवश्यकता होती है। इसी के दृष्टिषगत उद्घोषक, गायक, वादक, लघु
नािटका, चलिचत आिद साधनो के सामूतिहक प्रयोग के माध्यम से सफलताप्रदायक िवषय की प्रभावकारिी, मनोरिंजरक मंच
प्रस्तुित धारिावािहक रूप से देने की योजरना है।
8 सफलता िवज्ञान वे्यावहािरिक प्रिशक्षण (Practical Training) श्रृजंखला - इसके अन्तगरत िविधवत कक्षाओं के
माध्यम से सफलताजरन्य िसदांतो को जरीवन-व्यवहारि मे उतारिने का अभ्यास करिाया जराना प्रस्तािवत है।
'सफलता िवज्ञान पुस्तक श्रृजंखला' की पुस्तको औरि उन परि आधािरित सुिवचारि पुिस्तकाओं, सफलता
िवज्ञान िचत प्रदशरिनयो (Exhibition), सफलता िवज्ञान ऑडिडयो-वीिडयो प्रवचनो, सफलता िवज्ञान मंच प्रस्तुितयो (Stage
Programme) के आधारि परि औरि महािवद्यालय से मूतलभूतत अिनवेायर ज्ञान को प्राप करि, िजरज्ञासु, पुरिोिहत, व्यायाम िशक्षक
आिद सेवाभावी जरन खुद, िनजरी स्तरि परि अपने-अपने िनवास स्थान से, दशरन योग महािवद्यालय के बाह प्रिशक्षक के रूप मे
3. व्यक्तिगतक्तिगत व सामूहिगतहिक रूप से इस िगतवषयक्त मे देश मे हिी नहिी अपिगतपतु िगतवदेश मे प्रशिगतशक्षण कार््यक्त कर िगतवद्वान प्रशचारको की कमी
पूहरी करने मे सहियक्तोग कर सके गे, ऐसी आशा हिै।
9. सफलता िगतवज्ञान सामािगतजिक मीिगतडियक्ता संदेश सेवा - इसके तहित, भारतीयक्त संस्कृ िगतत के प्रशिगतत लोगो को जिागरूक करने और
इसके आधार पर अपपने जिीवन का िगतनमार्माण करने मे प्रशवृत करने वाले िगतवचार और जिानक्ारी, भौगोिगतलक सीमाओं को लांघते
हिुए िगतवश्व भर मे बांटने, साझा करने और उनसे जिुडे रहिने के िगतलए िगतविगतभन साइट्स आिगतद साधनो के माध्यक्तम से, जिैसे
फे सबुक, िगतलंक्डि इन, िगतट्विटर, स्काइप, ई-मेल, व्हिाट्स एप, सचर्मा इंजिन साइट्स आिगतद का प्रशयक्तोग करते हिुए सेवाएं प्रशदान करना
सिगतम्मिगतलत हिै। इसमे इन्टरनेट के माध्यक्तम से ऑनलाइन प्रशदशर्मानी (online exhibition), अपध्यक्तयक्तन गोष्ठी, (online seminar),
कायक्तर्माशाला (online workshops), वीिगतडियक्तो सम्मेलन (online video conferences), सलाहि (online consultancy),
प्रशिगतशक्षण (online training) आिगतद भी सिगतम्मिगतलत हिै।
इस बहिु-आयक्तामी प्रशकल्प के िगतक्रियक्तान्वयक्तन मे 1 करोड की रािगतश का अपनुमािगतनत प्रशारंिगतभक व्यक्तयक्त हिोना हिै। िगतवद्यालयक्त की
अपपनी सामथ्र्यक्त व अपनुकूह लता के अपनुरूप हिी इस यक्तोजिना को लागूह िगतकयक्ता जिाना संभव हिो सके गा। अपत: मानव मात के कल्यक्ताण
मे रत सभी व्यक्तिगतक्तियक्तो और संस्थाओं से, िगतवनम अपनुरोध हिै िगतक वे परस्पर आगे बढऩे-बढ़ाने वाली इस कल्यक्ताणकारी वैचािरक
पिरयक्तोजिना को सफल बनाने हिेतु इसमे तन-मन-धन से सिगतम्मिगतलत हिोकर सवर्मा कल्यक्ताण मे सहियक्तोगी बनकर, पुण्यक्ताजिर्मान का
सुअपवसर-सौभाग्यक्त प्रशाप करे। इस पिरयक्तोजिना के िगतलए खोले गए खाते का िगतववरण इस प्रशकार हिै:- खाते का नाम:- सफलता
िगतवज्ञान (SAFALTA VIGYAN), बैक का नाम:-बैक आफ बडोदा, बचत खाता क्रि:- 01790100018163, आइ एफ एस सी
कोडि:- BARB0DHANSU,MICR Code: 383012503
व्यक्तावसािगतयक्तक संस्थानो व कं पिगतनयक्तो से िगतवशेष अपनुरोध
कं पनी कानूहन मे प्रशावधान हिै िगतक कं पिगतनयक्तो को अपपने लाभ का 2 प्रशिगततशत िगतहिस्सा िगतनगिगतमत सामािगतजिक
उत््तरदािगतयक्तत्व यक्तानी कॉरपोरेट सोशल िरस्पॉिगतन्सिगतविगतलटी (CSR) पर खचर्मा करना हिोगा।
सफलता िगतवज्ञान पिरयक्तोजिना सभी व्यक्तावसािगतयक्तक कौशलो को बढ़ाने के मूहलभूहत िगतनयक्तमो का पिरज्ञान कराने वाली
और समाजि उत्थान के िगतलए प्रशेिरत करने वाली पिरयक्तोजिना हिोने से सी एस आर के दायक्तरे मे आती हिै। अपत: इस पिरयक्तोजिना
को लागूह कर आप न के वल अपपनी सामािगतजिक वैधािगतनक िगतजिम्मेदारी का िगतनवर्माहिन कर समाजि का उपकार करेगे बिगतल्क भारतीयक्त
संस्कृ िगतत की रक्षा व िगतवकास कर पुण्यक्ताजिर्मान भी करेगे। साथ हिी, इस पिरयक्तोजिना के प्रशभाव से आमजिन के मध्यक्त अपपनी संस्था व
उत्पाद के प्रशिगतत िगतवश्वास, सम्मान और साख को भी बढ़ाकर अपपने व्यक्तापार की वृिगतद और प्रशिगततकूह ल पिरस्थिगततयक्तो से जिूहझने मे
समथर्मा बनने मे सहियक्तोग भी प्रशाप कर सके गे। अपत: इसे सीएसआर के तहित लागूह करने का अपनुरोध हिै।