2. TARACHAND VEDIC PUTRI P.G. COLLEGE
MUZAFFARNAGAR (U.P.)
B.Ed 2nd YEAR 2022-2024
SUBMITTED TO
- MANAGEMENT
SUBMITTED BY
- RIYA
SUBJECT – STONE AGE
TOPIC- POSHAK TATVA
PPT NO. 1
3. पाषाण काल का परिचय
प्राचीन इतिहास में पाषाण काल
पाषाण काल की अवति
पाषाण युग का वगीकिण
पाषाण काल में भोजन औि आवास
पाषाण औजाि
पाषाण काल में कला औि जीवन
पाषाण कालीन समाज
4. पाषाण काल का परिचय
पाषाण काल वह प्राचीन युग था जब प्रािंतभक मानव समाज ने पत्थि क
े
औजािों औि हतथयािों का उपयोग किना शुरू कि तिया था। यह मानव
इतिहास का एक महत्वपूणण अध्याय है तजसमें हमािे पूवणजों ने अपने जीवन
को बहुि कठोि परिस्थथतियों में तबिाया औि िीिे-िीिे तवकास तकया। इस
काल में, आग का उपयोग किना, तशकाि किना, खेिी किना औि
पशुपालन किना मानव जीवन का प्रमुख तहस्सा था। आइये, इस शानिाि
इतिहास का अन्वेषण कििे हैं औि जानिे हैं तक पाषाण युग में मानव
समाज क
ै से तवकतसि हुआ।
5. प्राचीन इतिहास में पाषाण काल
प्राचीनिम युग
पाषाण काल हमािे इतिहास का सबसे प्राचीन
औि महत्वपूणण युग है। यह लगभग 2.5
तमतलयन साल पहले से प्रािंभ होकि 10,000
साल पहले िक का समय था, जब मानव जीवन
का आिंभ हुआ था। इस िौिान मानव ने
प्रािंतभक उपकिण औि औजाि बनाकि अपने
अस्ित्व की नींव िखी थी।
मानव जीवन का प्रािंभ
पाषाण काल में मानव ने अपने बुतनयािी जीवन
को थथातपि तकया था। वे प्रक
ृ ति पि तनभणि थे
औि जीवन-यापन क
े तलए तशकाि एवं संग्रह पि
आतिि थे। इस िौिान मानव ने गुफाओं औि
खोपडी क
े घिों में िहना शुरू तकया था, जो
उनक
े आवास क
े प्रथम स्वरूप थे।
सांस्क
ृ तिक तवकास
पाषाण काल में मानव ने अपनी कला औि अतभव्यस्ि की शुरुआि की थी। प्राचीन तचत्रककला क
े उिाहिण
औि अन्य कलात्मक प्रिशणन इस काल क
े िौिान तमले हैं, जो मानवीय संस्क
ृ ति क
े तवकास का प्रमाण हैं।
इन प्राचीन क
ृ तियों से हमें इस युग क
े जीवन-शैली औि तवश्वासों का अनुमान लगाने में मिि तमलिी है।
6. पाषाण काल की अवति
पाषाण काल हमािे इतिहास का सबसे प्राचीन युग है, जो लगभग 2.5 तमतलयन साल पहले से 10,000 साल पहले िक फ
ै ला
हुआ था। इस लंबी अवति में मानव जीवन क
े तवकास क
े िीन महत्वपूणण चिण िेखे गए, तजन्हें पेतलओतलतथक, मेसोतलतथक औि
नीथोतलतथक युग क
े नाम से जाना जािा है।
1. पेतलओतलतथक युग (लगभग 2.5 तमतलयन साल पहले - 10,000 साल पहले): यह सबसे प्राचीन युग था, जब मानव ने
पहली बाि पाषाण औि लकडी क
े औजाि बनाना शुरू तकया। इस िौिान मानव मुख्य रूप से तशकाि औि संग्रह पि
तनभणि थे औि गुफाओं में िहिे थे।
2. मेसोतलतथक युग (लगभग 10,000 - 7,000 साल पहले): इस युग में मानव ने अपनी जीवनशैली में सुिाि तकया औि
नई िकनीकों का उपयोग किना शुरू तकया, जैसे तक तशकाि औि संग्रह क
े तलए बेहिि उपकिण।
3. नीथोतलतथक युग (लगभग 7,000 - 4,000 साल पहले): इस युग में मानव ने पाषाण क
े साथ-साथ चक्की औि पथिी क
े
उपकिण बनाए औि क
ृ तष की शुरुआि हुई। इस युग में मानव जीवन में कई प्रगतिशील परिविणन िेखे गए।
इन िीन महत्वपूणण युगों ने मानव सभ्यिा क
े तवकास में महत्वपूणण भूतमका तनभाई। प्रत्येक युग में मानव ने अपनी जीवनशैली,
प्रौद्योतगकी औि सामातजक संिचना में नए परिविणन तकए, जो हमािे इतिहास क
े महत्वपूणण मील क
े पत्थि हैं।
7. पुिापाषाण युग
1
प्राचीनिम युग
पुिापाषाण युग मानव इतिहास का सबसे
प्राचीन युग है, जो लगभग 2.5 तमतलयन साल
पहले से 10,000 साल पहले िक फ
ै ला हुआ
था। यह युग बहुि िीमी गति से तवकास िेखिा
था, जहां मानव ने अपने जीवन की मूलभूि
जरूििों को पूिा किने क
े तलए प्रथम उपकिण
बनाए।
2 प्रािंतिक उपकिण
इस काल में मानव ने पाषाण औि लकडी क
े सािनों का
उपयोग किना शुरू तकया, तजनमें छे िक, छलना, अक्ष, लोहा,
बोि आति शातमल थे। इन औजािों ने उनक
े िैतनक जीवन में
क्ांतिकािी बिलाव लाए औि उनका उपयोग तशकाि, संग्रह
औि खाद्य िैयािी में तकया जािा था।
3
िूतमकागि मानव
पुिापाषाण युग में भूतमकागि मानव भी
तवकतसि हुए, जो आिुतनक मानव की पूवण
कडी थे। ये मानव प्राचीन गुफाओं औि
शिणथथलों में िहिे थे औि सामूतहक रूप से
तशकाि औि संग्रह किक
े जीवन यापन कििे
थे। उनक
े द्वािा तकए गए तचत्रककला औि अन्य
कलात्मक प्रिशणन इस युग क
े िौिान तवकतसि
होना शुरू हुए।
8. मध्यपाषाण युग
मध्यपाषाण युग मानव इतिहास का एक महत्वपूणण िौि था, तजसमें मानव ने अपनी जीवनशैली में कई
महत्वपूणण सुिाि तकए। इस युग में मानव ने नई िकनीकों का तवकास तकया, जो उन्हें तशकाि औि
संग्रह में मिि कििी थीं। उन्होंने नए औजािों औि हतथयािों का तनमाणण तकया, जैसे बाण औि िीि,
पत्थि क
े चाक
ू , औि अन्य उपकिण, जो उनकी सवाणइवल में महत्वपूणण भूतमका तनभािे थे।इस युग में
मानव समुिायों ने अपने जीवन िहन-सहन में भी कई सुिाि तकए। वे अब गुफाओं क
े बजाय अतिक
थथायी आवासों में िहने लगे थे, जैसे झोपतडयां औि छोटे गांव। उन्होंने अपने खाद्य संग्रह क
े ििीकों में
भी सुिाि तकया, तजसमें बडे पशुओं क
े तशकाि क
े अलावा छोटे जानविों औि वनस्पतियों का संग्रह
शातमल था। इन सुिािों ने मानव जीवन को आसान बनाया औि उन्हें अतिक सुितक्षि औि थथायी
जीवन प्रिान तकया।
9. नवपाषाण युग
नवपाषाण युग मानव इतिहास का एक महत्वपूणण औि उल्लेखनीय काल था। इस िौिान,
मानव ने पाषाण क
े औजािों क
े साथ-साथ चक्की औि पथिी क
े उपकिणों का भी तनमाणण
किना शुरू कि तिया था। चक्की का उपयोग अनाज को पीसने औि पथिी क
े उपकिण
का उपयोग क
ृ तष कायों में तकया जािा था।
नवपाषाण युग में क
ृ तष की शुरुआि हुई, तजससे मानव जीवन में व्यापक बिलाव आए।
लोग अब थथायी रूप से एक जगह िहने लगे थे औि अपने खाद्य स्रोिों को खुि उगाने लगे
थे। इससे उनक
े जीवन में स्थथििा औि सुिक्षा आई, लेतकन साथ ही नई समस्याओं औि
चुनौतियों का भी सामना किना पडा।
10. पाषाण काल में िोजन औि आवास
प्राचीन पाषाण काल में मानव समुिाय प्रक
ृ ति पि तनभणि थे औि अपने जीवन
को चलाने क
े तलए तशकाि औि संग्रह पि आतिि थे। वे वन्य जानविों का
तशकाि किक
े औि वनस्पतियों, फलों व जडों को एकतत्रकि किक
े अपना
आहाि प्राप्त कििे थे। इस कठोि जीवनशैली क
े चलिे उन्हें समूह में िहना
पडिा था िातक सुिक्षा औि सहयोग प्राप्त हो सक
े ।
मानव अपने तनवास क
े तलए गुफाओं औि खोपडी क
े घिों का प्रयोग कििे थे।
ये आवास प्राक
ृ तिक रूप से उपलब्ध सामतग्रयों जैसे पत्थिों, लकतडयों औि
चमडों का उपयोग किक
े बनाए गए थे। गुफाएं उन्हें प्राक
ृ तिक आपिाओं से
सुिक्षा प्रिान कििी थीं, जबतक खोपडी क
े घि उन्हें आवश्यक गमी औि
आिाम प्रिान कििे थे।
11. पाषाण औजाि
प्राचीन मानव ने अपने िैतनक जीवन में पाषाण क
े तवतवि उपकिणों का उपयोग तकया
था। इन उपकिणों में शातमल थे छे िक, छलना, अक्ष, लोहा, औि बोि जैसे सािन। ये
औजाि मानव क
े जीवन क
े तलए अत्यंि महत्वपूणण थे औि इनका उपयोग तशकाि, क
ृ तष,
तनमाणण औि अन्य गतितवतियों में तकया जािा था। छे िक जैसे उपकिणों का उपयोग
मांस औि लकडी काटने क
े तलए तकया जािा था। छलना का उपयोग अनाज औि अन्य
खाद्य पिाथों को छानने क
े तलए तकया जािा था। अक्ष का उपयोग पानी की आपूतिण औि
संचालन क
े तलए तकया जािा था। इन औजािों ने प्राचीन मानवों को उनक
े िैतनक कायों
को आसानी से किने में मिि की।इन पाषाण क
े उपकिणों को िैयाि किने क
े तलए
मानवों ने अपने क
ु शल हाथों औि नवीन िकनीकों का उपयोग तकया। इन औजािों का
तनमाणण औि उपयोग इस युग की सभ्यिा औि प्रौद्योतगकी का प्रमाण है।
12. पाषाण काल में कला औि जीवन
कला की प्राचीन रूप
पाषाण काल क
े मानव समुिायों में कला की िीढ़ की हड्डी थी। हमें उनक
े
द्वािा बनाई गई तचत्रककला औि अन्य कलात्मक अतभव्यस्ियों क
े प्राचीन
उिाहिण तमलिे हैं, तजनमें उनक
े िैतनक जीवन, तशकाि, औि आध्यास्त्मक
मान्यिाओं का तचत्रकण है। ये कलाक
ृ तियााँ न क
े वल उनक
े सांस्क
ृ तिक
तवकास की गवाह हैं, बस्ि उनक
े सामातजक औि मानतसक जीवन पि भी
प्रकाश डालिी हैं।
प्राचीन मूतििकला
पाषाण युग में मानव ने पत्थि से मूतिणयााँ बनाना भी सीख तलया था। ये
मूतिणयााँ न क
े वल उनक
े शािीरिक गठन का प्रतितनतित्व कििी थीं, बस्ि
उनक
े आध्यास्त्मक औि िातमणक तवश्वासों को भी िशाणिी थीं। इन मूतिणयों में
उनकी कलात्मक प्रतिभा औि उत्क
ृ ष्ट हिकौशल झलकिा है, जो उनकी
सृजनात्मक क्षमिा का प्रमाण है।
13. पाषाण कालीन समाज
पाषाण काल में मानव समाज में कई महत्वपूणण बिलाव िेखे गए। इस िौि में, समूह जीवन का प्रािंभ हुआ, जहााँ मानव एक-िू सिे क
े साथ तमलकि
िहने औि काम किने लगे। ये समूह अक्सि परिवािों या कबीलों क
े आिाि पि बने, तजनका नेिृत्व एक अनुभवी व्यस्ि कििा था। इन समूहों में िम
का बंटवािा हो िहा था, तजसमें प्रत्येक व्यस्ि अपनी तवतशष्ट भूतमका तनभा िहा था।
इस िौि में जाति व्यवथथा की भी शुरुआि होिी तिखाई िेिी है। समाज में लोगों को उनक
े पेशे औि कायण क
े आिाि पि तवभि तकया जाने लगा था।
क
ु छ लोग तशकाि औि संग्रह कििे थे, क
ु छ क
ृ तष कायण कििे थे, औि क
ु छ अन्य कायों में लगे हुए थे। िीिे-िीिे ये व्यवथथा औि जतटल होिी गई औि
लोगों क
े तववाह, िमण औि सामातजक स्थथति पि भी असि पडने लगा।