http://spiritualworld.co.in कुरुक्षेत्र में पंडित नानू को भ्रम से निकालना: सज्जन ठग को सच्चा ठग बनाकर गुरु जी पाकपटन शेख ब्रह्म के साथ ज्ञान चर्चा करके कुरुक्षेत्र पहुंच गए| उस समय लोग सूर्यग्रहण के मेले के लिए दूर-दूर से आए थे| गुरु जी सुनहरी सरोवर के दूसरी ओर डेरा डाल कर बैठ गए| एक राजकुमार हिरण का शिकार करके भेंट स्वरूप में हिरण को लाया व इसकी खाल से गुरु जी को आसन बनाने को कहा| परन्तु गुरु जी ने अपने सच्चे मिशन के प्रचार के लिए हिरण को देग में डालकर पकने के लिए रख दिया| उधर लोग आग में पकती चीज को देखकर इकट्ठा हो गए| more on http://spiritualworld.co.in