SlideShare a Scribd company logo
अब एआई बन गया साइबर क्राइम का नया औजार
फ्रॉड से बचना आपक
े हाथ में ही
शंभु सुमन
जबरन वसूली, बैंक खाते में सेंधमारी या फिर जालसाजी में फ
ं साने की साजिश जैसी साइबर अपराध की घटनाओं में
अब नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) का इस्तेमाल किया जाने लगा है.चिंता यह है कि तेजी से फ
ै लते—पसरते
ऐसे अपराध कस्बाई कोने से लेकर महानगरीय माहौल तक में घुस चुक
े हैं,और बहुपयोगी तकनीक का गलत
इस्तेमाल होने लगा है. हालांकि उन पर एआई क
े जरिए ही नक
े ल लगाई जा सकती है.
बिहार क
े छोटे से शहर मुजफ्फरपुर में एक व्यक्ति को कॉल करने वाले ने खुद पुलिस अधिकारी बताया. उसे धमकी
देकर कहा कि एक लड़की ने अश्लील तस्वीर और वीडियो भेजकर उसक
े खिलाफ तंग करने की शिकायत दर्ज की है.
इसे लोकल थाने में दे दिया गया है. इस मामले को 10,000 रुपये का जुर्मान भरकर रफादफा किया जा सकता है.
वह व्यक्ति डर गया और उसने बचाव क
े लिए दिए गए लिंक से पैसे ट्रांसफर कर दिए. क
ु छ मिनट बाद ही उसक
े
आकाउंट से पैसे निकाले जाने क
े लगातार मैसेज आने लगे. जब तक क
ु छ सोच पाता, तब तक उस क
े खाते से डेढ़
लाख रुपये निकल चुक
े थे.
इस घटना की शुरूआत व्यक्ति क
े फ
े सबुक पर एक फ्र
ैं ड रिक्वेस्ट से हुई. उसने लुभावनी प्रोफाइल पिक्चर को देखकर
एक्सेप्ट कर लिया. थोड़ी देर बाद मैसेंजर पर वॉट्सऐप नंबर मांगने पर उस ने अपना नंबर दे दिया. फिर वीडियो
कॉल आ गया. जब उसने कॉल रिसीव किया तब उसे स्क्रीन पर बिना कपड़े पहने एक लड़की की तस्वीर दिखी. वह
असहज होकर डर गया. तुरंत फोन काट दिया. साइबर क्राइम का यह मामला 'सेक्सटॉर्शन' का था.
अन्य घटना:
दिल्ली में जंतरमंतर पर प्रदर्शन कर रही पहलवान बहनें विनेश फोगाट और संगीता फोगाट फ
े क न्यूज की शिकार
तब हो गईं जब उन्हे 28 मई को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था. किसी ने उनकी उदासी और गंभीर मुद्रा
वाली तस्वीरों को एआई संचालित एप क
े जरिए छेड़छाड़ कर हंसता हुआ बना दिया था. इसक
े सोशल मीडिया पर
वायरल होने क
े बाद भविष्य में ऐसे फ़
े क न्यूज़ क
े फ
ै लने को लेकर चिंता बन गई. इसका खुलासा फ
ै क्ट चंकिं ग करने
वाली वेबसाइट वूमलाइव क
े जरिए हुआ. यह भी पता चला कि किस तरह से एडिटिंग क
े फ
े सऐप नाम क
े ऐप की
मदद से चेहरे क
े भाव को बदले जा सकते हैं.
साइबर क्राइम की ऐसी घटनाओं की फ
े हरिश्त काफी लंबी है, जिनमें लालच देकर लुभाने, वसूली क
े लिए फ
ं साने और
फ
े क क
ं टेंट वायरल कर माहौल बदलने की वारदातें मुख्य हैं. अगर चेहरा बदलने वाले ऐप्लिक
े शंस की बात करें तो यह
मुफ़्त उपलब्ध हैं. बेहरीन सुविधाओं वाले ऐप की सर्विस पांच या आठ डॉलर मासिक, या सालाना 50 डालर पर ली
जा सकती है. इनसे डीपफ़
े क वीडियो बनाने या तस्वीरों से छेड़छाड़ पलक झपकते की जा सकती है. व्हाट्सऐप और
फ
े सबुक से यह आम लोगों तक पहुंच में आ चुका है.
डीपफ
े क एआई जनित सुविधा है, जिसकी मदद से किसी की भी शक्ल या बॉडी का इस्तेमाल कर वीडियो बनाया जा
सकता है. किसी की आवाज क
े पैटर्न को अपने कब्जे में लेकर उससे इंसान जैसी हूबहू आवाज भी बनाई जा सकती
है. इसका इस्तेमाल अक्सर फिल्मों में देखने को मिलता रहा है, लेकिन एआई इस काम को बड़ी सफाई से कर देता
है. बच्चे को जवान और बूढ़ा दिखने वाले ऐप से ऐसा किया जाता है, जो मुफ्त में उपलब्ध ओपनएआई क
े
चैटजीपीटी—4एपीआई से किया जा सकता है. इनसे स्टील तस्वीर को न क
े वल मोशन वाली वीडियो में बदली जा
सकती है, बल्कि उसक
े चेहरे की भावभंगिमाएं वास्तविक दिखती है. यह सब एआई एल्गोरिदम का कमाल है,
जिसमें इनकोड, डिकोड और प्रोसेस करने की क्षमता है.
ऐसी समस्या सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में है. एआई की मदद से साइबर स्क
ै मर पैसा कमाने क
े लिए
कई तरह क
े हथक
ं डे अपनाने लगे हैं. इनमें सेक्सटॉर्शन मुख्य है. इसे लेकर एक तरफ साइबर सुरक्षा क
ं पनियां सतर्क
हैं, जबकि दूसरी तरफ यूएस फ
े डरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने एआई टूल्स की मदद से बनाए गए
नकली अश्लील तस्वीरें या वीडियो शामिल कर जबरन वसूली की योजनाओं में बढ़ोत्तरी को लेकर चेतावनी जारी की
है.
एजेंसी क
े मुताबिक सेक्सटॉर्शन की संख्या काफी बढ़ गई है. इसमें एक रणनीति क
े तहत फर्जी अश्लील तस्वीरों क
े
जरिए धमकी दिए जाते हैं. इसक
े लिए साइबर क्रिमिनल सोशल मीडिया से तस्वीर ढूंढते हैं और फिर उन्हें एआई की
मदद से संपादित कर अश्लील बना देते हैं. अनुमान क
े मुताबिक साइबर क्राइम क
े लगभग 60 फीसद मामले इसी से
जुड़े हैं. इसक
े तीन चरण हैं. फोन पर दोस्ती का प्रस्ताव भेजना, फिर वॉट्सऐप पर अश्लील तस्वीर या वीडियो
भेजकर आकर्षित करना और अंत में वीडियो कॉल है. कॉल रिसीव होते ही सामने न्यूड लड़की की तस्वीर उभरती है.
क
ु छ सेक
ें ड में स्क्रीन रिकॉर्डर से वीडियो बन जाती है,फिर डराने-धमकाने और पैसे क
े वसूली क
े साथ—साथ बैंक
खातों की सेंधमारी तक का खेल हो जाता है.
इसे देखेते हुए एफबीआई ने आगाह किया है कि सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स और अन्य ऑनलाइन साइटों पर
व्यक्तिगत फ़ोटो, वीडियो और पहचान संबंधी जानकारी पोस्ट करते हुए या सीधे संदेश भेजते समय सावधानी
बरतने की जरूरत है. जहां तक संभव हो वीडियो कॉलिंग, वाट्सएप कॉलिंग और वॉयस मैसेजिंग से बचना चाहिए.
इसी संदर्भ में पैरेंट्स को भी सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधि पर नज़र रखें. खासकर
उन्हें तस्वीरें, वीडियो और व्यक्तिगत जानकारी ऑनलाइन पोस्ट करते समय विवेक का उपयोग करना चाहिए.
क्योंकि यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि एक बार सामग्री को इंटरनेट पर साझा करने क
े बाद, इसे दूसरे द्वारा
इस्तेमाल किए जाने क
े बाद हटाना असंभव नहीं, लेकिन बेहद मुश्किल हो सकता है.
एआई से ही बचाव
साइबर क्राइम से बचाव अगर मिलने वाले आॅफर, नेटवर्क की समझ और इस्तेमाल में स्वविवेक की सतर्क ता से
संभव है, वहीं एआई से ही ऐसे फ्रॉड से बचा जा सकता है.
— ज्यादातर असावधानी स्मार्टफोन पर इंटरनेट यूज क
े दरम्यान होती है, जो इस्तेमाल किए जाने वाले नेटवर्क ,
जैसे सोशलसाइटें, ईमेल, मैसेजिंग, ई—कॉमर्स या सर्विस की वेबसाइटो को यूजर आईडी में ईमेल या मोबाइल नंबर
और पासवर्ड जोड़े रखता है. साइबर क्रिमनल इसपर नजर गड़ाए रहते हैं, जबकि यूजर इनक
े प्रति लॉगआउट
इस्तेमाल नहीं करने की लापरवाही बरतते हैं. एआई आधारित ऐप इनका यूज आसानी कर लेते हैं. ऐसे में सारे
आकाउंट को लॉगआउट रखना चाहिए.
— दूसरी सतर्क ता ईमेल और वाट्सएप या फ
े सबुक क
े मैसेज में आए अनजान लिंक से बचने से संबंधित है, जो
स्क
ै मर क
े हो सकते हैं. इनपर क्लिक करने पर वे आपकी किसी भी एक निजी जानकारी लेकर सीधे बैंक खाते तक
पहुंच बन सकते हैं. ईमेल को प्राइमरी, प्रमोशनस, सोशल, अपडेट्स और फोरम का फिल्टरेशन किया जाना चाहिए.
यहीं स्पैम की सुविधा भी होती है, जिसपर आए मैसेज को हटाते रहना चाहिए.
— अनजान वेबसाइट पर विजिट करने से पहले उसक
े लिंक क
े HTTPS पर ध्यान देना चाहिए. अगर इसमें इसकी
जगह HTTP है, तो ऐसे वेबसाइट पर नहीं जाना चाहिए, और इन्हें भूलकर भी लॉगिन नहीं करना चाहिए. अगर
किसी सर्विस वेबसाइट पर लागइन करना भी पड़े तब पर्सनल डिटेल साझा करने से बचना चाहिए.
— स्मार्टफोन पर ऐप्स क
े इंस्टाल करते वक्त वरती जाने वाली सतर्क ता में थर्डपार्टी एप्स हो सकते हैं, जिनमें
अक्सर फ्री सामान आफर, गेम्से या लॉटरी से इनाम जीतने का लालच हो सकता है. इनसे फोन या फिर आपका
पर्सनल क
ं प्यूटर भी हैक हो सकता है. ऐप हमेशा प्ले स्टोर से ही इंस्टाल करना चाहिए. इसक
े द्वारा मांगे गए
परमिशन की सूचना पर भी ध्यान देना चाहिए. इनमें मैसेज रिकार्ड करने, मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी शेयर
करने आदि क
े परमिशन हो सकते हैं.
—सार्वजनिक वाईफाई क
े इस्तेमाल से फोन या लौपटॉप हैक होने का आशंका बनी रहती है. इस स्थिति में
लागआउट करने की भूल हो जाती है. मैसेजिंग का दूसरे डिवाइस से लिंक बना रहता है.
— महत्वपूर्ण सतर्क ता लालच से बचने की ही है, जो आॅनलाइन स्कीम या लौटरी से मिलती है. यह कभी किसी
कॉल, वीडियो मैसेज से मिल सकती है, तो आनलाइन खरीदारी, डिजिटल पेमेंट, वेबसाइट विजिट आदि क
े रूप में हो
सकती है. इसक
े लिए ब्राउजर को अपडेट रखना चाहिए, जिनमें गैरजरूरी चीजों को फिक्स करने की सुविधाएं होती
है. फोन या इस्तेमाल किए जाने वाले ऐप की सेटिंग अपनी जरूरतों क
े मुताबिक बनाया जाना चाहिए.
अब एआई बन गया साइबर क्राइम का नया औजार.pdf

More Related Content

More from Magbook

पूरी दुनिया के लिए जुलाई सबसे गर्म महीना! रिकॉर्डतोड़ पारा, गर्म होता समंदर!.pdf
पूरी दुनिया के लिए जुलाई सबसे गर्म महीना! रिकॉर्डतोड़ पारा, गर्म होता समंदर!.pdfपूरी दुनिया के लिए जुलाई सबसे गर्म महीना! रिकॉर्डतोड़ पारा, गर्म होता समंदर!.pdf
पूरी दुनिया के लिए जुलाई सबसे गर्म महीना! रिकॉर्डतोड़ पारा, गर्म होता समंदर!.pdf
Magbook
 
टर्मिनेटर रोबोट वैज्ञानिकों ने पहली बार धातु की मरम्मत स्वयं होते हुए देखी.pdf
टर्मिनेटर रोबोट वैज्ञानिकों ने पहली बार धातु की मरम्मत स्वयं होते हुए देखी.pdfटर्मिनेटर रोबोट वैज्ञानिकों ने पहली बार धातु की मरम्मत स्वयं होते हुए देखी.pdf
टर्मिनेटर रोबोट वैज्ञानिकों ने पहली बार धातु की मरम्मत स्वयं होते हुए देखी.pdf
Magbook
 
2024 के लिए एनडीए की तैयारी.pdf
2024 के लिए एनडीए की तैयारी.pdf2024 के लिए एनडीए की तैयारी.pdf
2024 के लिए एनडीए की तैयारी.pdf
Magbook
 
चंद्रयान-3 मिशन 3.84 लाख किलोमीटर की दूरी, 40—50 दिन का सफर, स्पेस में एंट्री...
चंद्रयान-3 मिशन 3.84 लाख किलोमीटर की दूरी, 40—50 दिन का सफर, स्पेस में एंट्री...चंद्रयान-3 मिशन 3.84 लाख किलोमीटर की दूरी, 40—50 दिन का सफर, स्पेस में एंट्री...
चंद्रयान-3 मिशन 3.84 लाख किलोमीटर की दूरी, 40—50 दिन का सफर, स्पेस में एंट्री...
Magbook
 
अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ही कई सवाल.pdf
अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ही कई सवाल.pdfअब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ही कई सवाल.pdf
अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ही कई सवाल.pdf
Magbook
 
साइबर क्राइम के कई खतरे.pdf
साइबर क्राइम के कई खतरे.pdfसाइबर क्राइम के कई खतरे.pdf
साइबर क्राइम के कई खतरे.pdf
Magbook
 
परुल शर्मा की कविताओं में बूंदों सी झिलमिल बातें.pdf
परुल शर्मा की कविताओं में बूंदों सी झिलमिल बातें.pdfपरुल शर्मा की कविताओं में बूंदों सी झिलमिल बातें.pdf
परुल शर्मा की कविताओं में बूंदों सी झिलमिल बातें.pdf
Magbook
 
भारत सरकार यूं करेगी आपके पीसी और फोन को सुरक्षा.pdf
भारत सरकार यूं करेगी आपके पीसी और फोन को सुरक्षा.pdfभारत सरकार यूं करेगी आपके पीसी और फोन को सुरक्षा.pdf
भारत सरकार यूं करेगी आपके पीसी और फोन को सुरक्षा.pdf
Magbook
 
आदिपुरुष का फाइनल ट्रेलर .pdf
आदिपुरुष का फाइनल ट्रेलर .pdfआदिपुरुष का फाइनल ट्रेलर .pdf
आदिपुरुष का फाइनल ट्रेलर .pdf
Magbook
 
हाइपेरियन.pdf
हाइपेरियन.pdfहाइपेरियन.pdf
हाइपेरियन.pdf
Magbook
 
दुनिया का सबसे पुराना पेड़.pdf
दुनिया का सबसे पुराना पेड़.pdfदुनिया का सबसे पुराना पेड़.pdf
दुनिया का सबसे पुराना पेड़.pdf
Magbook
 
भारत का ऐतिहासिक दिन.pdf
भारत का ऐतिहासिक दिन.pdfभारत का ऐतिहासिक दिन.pdf
भारत का ऐतिहासिक दिन.pdf
Magbook
 
House of Cards.pdf
House of Cards.pdfHouse of Cards.pdf
House of Cards.pdf
Magbook
 
Godaan.pdf
Godaan.pdfGodaan.pdf
Godaan.pdf
Magbook
 
The Light We Carry.pdf
The Light We Carry.pdfThe Light We Carry.pdf
The Light We Carry.pdf
Magbook
 
फिल्म प्रमोशन.pdf
फिल्म प्रमोशन.pdfफिल्म प्रमोशन.pdf
फिल्म प्रमोशन.pdf
Magbook
 
Bioethics and Biosafety.pdf
Bioethics and Biosafety.pdfBioethics and Biosafety.pdf
Bioethics and Biosafety.pdf
Magbook
 
दिल्ली का बॉस कौन.pdf
दिल्ली का बॉस कौन.pdfदिल्ली का बॉस कौन.pdf
दिल्ली का बॉस कौन.pdf
Magbook
 
A Pictorial Guide.pdf
A Pictorial Guide.pdfA Pictorial Guide.pdf
A Pictorial Guide.pdf
Magbook
 
Ethics and Laws.pdf
Ethics and Laws.pdfEthics and Laws.pdf
Ethics and Laws.pdf
Magbook
 

More from Magbook (20)

पूरी दुनिया के लिए जुलाई सबसे गर्म महीना! रिकॉर्डतोड़ पारा, गर्म होता समंदर!.pdf
पूरी दुनिया के लिए जुलाई सबसे गर्म महीना! रिकॉर्डतोड़ पारा, गर्म होता समंदर!.pdfपूरी दुनिया के लिए जुलाई सबसे गर्म महीना! रिकॉर्डतोड़ पारा, गर्म होता समंदर!.pdf
पूरी दुनिया के लिए जुलाई सबसे गर्म महीना! रिकॉर्डतोड़ पारा, गर्म होता समंदर!.pdf
 
टर्मिनेटर रोबोट वैज्ञानिकों ने पहली बार धातु की मरम्मत स्वयं होते हुए देखी.pdf
टर्मिनेटर रोबोट वैज्ञानिकों ने पहली बार धातु की मरम्मत स्वयं होते हुए देखी.pdfटर्मिनेटर रोबोट वैज्ञानिकों ने पहली बार धातु की मरम्मत स्वयं होते हुए देखी.pdf
टर्मिनेटर रोबोट वैज्ञानिकों ने पहली बार धातु की मरम्मत स्वयं होते हुए देखी.pdf
 
2024 के लिए एनडीए की तैयारी.pdf
2024 के लिए एनडीए की तैयारी.pdf2024 के लिए एनडीए की तैयारी.pdf
2024 के लिए एनडीए की तैयारी.pdf
 
चंद्रयान-3 मिशन 3.84 लाख किलोमीटर की दूरी, 40—50 दिन का सफर, स्पेस में एंट्री...
चंद्रयान-3 मिशन 3.84 लाख किलोमीटर की दूरी, 40—50 दिन का सफर, स्पेस में एंट्री...चंद्रयान-3 मिशन 3.84 लाख किलोमीटर की दूरी, 40—50 दिन का सफर, स्पेस में एंट्री...
चंद्रयान-3 मिशन 3.84 लाख किलोमीटर की दूरी, 40—50 दिन का सफर, स्पेस में एंट्री...
 
अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ही कई सवाल.pdf
अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ही कई सवाल.pdfअब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ही कई सवाल.pdf
अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ही कई सवाल.pdf
 
साइबर क्राइम के कई खतरे.pdf
साइबर क्राइम के कई खतरे.pdfसाइबर क्राइम के कई खतरे.pdf
साइबर क्राइम के कई खतरे.pdf
 
परुल शर्मा की कविताओं में बूंदों सी झिलमिल बातें.pdf
परुल शर्मा की कविताओं में बूंदों सी झिलमिल बातें.pdfपरुल शर्मा की कविताओं में बूंदों सी झिलमिल बातें.pdf
परुल शर्मा की कविताओं में बूंदों सी झिलमिल बातें.pdf
 
भारत सरकार यूं करेगी आपके पीसी और फोन को सुरक्षा.pdf
भारत सरकार यूं करेगी आपके पीसी और फोन को सुरक्षा.pdfभारत सरकार यूं करेगी आपके पीसी और फोन को सुरक्षा.pdf
भारत सरकार यूं करेगी आपके पीसी और फोन को सुरक्षा.pdf
 
आदिपुरुष का फाइनल ट्रेलर .pdf
आदिपुरुष का फाइनल ट्रेलर .pdfआदिपुरुष का फाइनल ट्रेलर .pdf
आदिपुरुष का फाइनल ट्रेलर .pdf
 
हाइपेरियन.pdf
हाइपेरियन.pdfहाइपेरियन.pdf
हाइपेरियन.pdf
 
दुनिया का सबसे पुराना पेड़.pdf
दुनिया का सबसे पुराना पेड़.pdfदुनिया का सबसे पुराना पेड़.pdf
दुनिया का सबसे पुराना पेड़.pdf
 
भारत का ऐतिहासिक दिन.pdf
भारत का ऐतिहासिक दिन.pdfभारत का ऐतिहासिक दिन.pdf
भारत का ऐतिहासिक दिन.pdf
 
House of Cards.pdf
House of Cards.pdfHouse of Cards.pdf
House of Cards.pdf
 
Godaan.pdf
Godaan.pdfGodaan.pdf
Godaan.pdf
 
The Light We Carry.pdf
The Light We Carry.pdfThe Light We Carry.pdf
The Light We Carry.pdf
 
फिल्म प्रमोशन.pdf
फिल्म प्रमोशन.pdfफिल्म प्रमोशन.pdf
फिल्म प्रमोशन.pdf
 
Bioethics and Biosafety.pdf
Bioethics and Biosafety.pdfBioethics and Biosafety.pdf
Bioethics and Biosafety.pdf
 
दिल्ली का बॉस कौन.pdf
दिल्ली का बॉस कौन.pdfदिल्ली का बॉस कौन.pdf
दिल्ली का बॉस कौन.pdf
 
A Pictorial Guide.pdf
A Pictorial Guide.pdfA Pictorial Guide.pdf
A Pictorial Guide.pdf
 
Ethics and Laws.pdf
Ethics and Laws.pdfEthics and Laws.pdf
Ethics and Laws.pdf
 

अब एआई बन गया साइबर क्राइम का नया औजार.pdf

  • 1. अब एआई बन गया साइबर क्राइम का नया औजार फ्रॉड से बचना आपक े हाथ में ही शंभु सुमन जबरन वसूली, बैंक खाते में सेंधमारी या फिर जालसाजी में फ ं साने की साजिश जैसी साइबर अपराध की घटनाओं में अब नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) का इस्तेमाल किया जाने लगा है.चिंता यह है कि तेजी से फ ै लते—पसरते ऐसे अपराध कस्बाई कोने से लेकर महानगरीय माहौल तक में घुस चुक े हैं,और बहुपयोगी तकनीक का गलत इस्तेमाल होने लगा है. हालांकि उन पर एआई क े जरिए ही नक े ल लगाई जा सकती है. बिहार क े छोटे से शहर मुजफ्फरपुर में एक व्यक्ति को कॉल करने वाले ने खुद पुलिस अधिकारी बताया. उसे धमकी देकर कहा कि एक लड़की ने अश्लील तस्वीर और वीडियो भेजकर उसक े खिलाफ तंग करने की शिकायत दर्ज की है. इसे लोकल थाने में दे दिया गया है. इस मामले को 10,000 रुपये का जुर्मान भरकर रफादफा किया जा सकता है. वह व्यक्ति डर गया और उसने बचाव क े लिए दिए गए लिंक से पैसे ट्रांसफर कर दिए. क ु छ मिनट बाद ही उसक े
  • 2. आकाउंट से पैसे निकाले जाने क े लगातार मैसेज आने लगे. जब तक क ु छ सोच पाता, तब तक उस क े खाते से डेढ़ लाख रुपये निकल चुक े थे. इस घटना की शुरूआत व्यक्ति क े फ े सबुक पर एक फ्र ैं ड रिक्वेस्ट से हुई. उसने लुभावनी प्रोफाइल पिक्चर को देखकर एक्सेप्ट कर लिया. थोड़ी देर बाद मैसेंजर पर वॉट्सऐप नंबर मांगने पर उस ने अपना नंबर दे दिया. फिर वीडियो कॉल आ गया. जब उसने कॉल रिसीव किया तब उसे स्क्रीन पर बिना कपड़े पहने एक लड़की की तस्वीर दिखी. वह असहज होकर डर गया. तुरंत फोन काट दिया. साइबर क्राइम का यह मामला 'सेक्सटॉर्शन' का था. अन्य घटना: दिल्ली में जंतरमंतर पर प्रदर्शन कर रही पहलवान बहनें विनेश फोगाट और संगीता फोगाट फ े क न्यूज की शिकार तब हो गईं जब उन्हे 28 मई को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था. किसी ने उनकी उदासी और गंभीर मुद्रा वाली तस्वीरों को एआई संचालित एप क े जरिए छेड़छाड़ कर हंसता हुआ बना दिया था. इसक े सोशल मीडिया पर वायरल होने क े बाद भविष्य में ऐसे फ़ े क न्यूज़ क े फ ै लने को लेकर चिंता बन गई. इसका खुलासा फ ै क्ट चंकिं ग करने वाली वेबसाइट वूमलाइव क े जरिए हुआ. यह भी पता चला कि किस तरह से एडिटिंग क े फ े सऐप नाम क े ऐप की मदद से चेहरे क े भाव को बदले जा सकते हैं. साइबर क्राइम की ऐसी घटनाओं की फ े हरिश्त काफी लंबी है, जिनमें लालच देकर लुभाने, वसूली क े लिए फ ं साने और फ े क क ं टेंट वायरल कर माहौल बदलने की वारदातें मुख्य हैं. अगर चेहरा बदलने वाले ऐप्लिक े शंस की बात करें तो यह मुफ़्त उपलब्ध हैं. बेहरीन सुविधाओं वाले ऐप की सर्विस पांच या आठ डॉलर मासिक, या सालाना 50 डालर पर ली जा सकती है. इनसे डीपफ़ े क वीडियो बनाने या तस्वीरों से छेड़छाड़ पलक झपकते की जा सकती है. व्हाट्सऐप और फ े सबुक से यह आम लोगों तक पहुंच में आ चुका है. डीपफ े क एआई जनित सुविधा है, जिसकी मदद से किसी की भी शक्ल या बॉडी का इस्तेमाल कर वीडियो बनाया जा सकता है. किसी की आवाज क े पैटर्न को अपने कब्जे में लेकर उससे इंसान जैसी हूबहू आवाज भी बनाई जा सकती है. इसका इस्तेमाल अक्सर फिल्मों में देखने को मिलता रहा है, लेकिन एआई इस काम को बड़ी सफाई से कर देता है. बच्चे को जवान और बूढ़ा दिखने वाले ऐप से ऐसा किया जाता है, जो मुफ्त में उपलब्ध ओपनएआई क े चैटजीपीटी—4एपीआई से किया जा सकता है. इनसे स्टील तस्वीर को न क े वल मोशन वाली वीडियो में बदली जा सकती है, बल्कि उसक े चेहरे की भावभंगिमाएं वास्तविक दिखती है. यह सब एआई एल्गोरिदम का कमाल है, जिसमें इनकोड, डिकोड और प्रोसेस करने की क्षमता है. ऐसी समस्या सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में है. एआई की मदद से साइबर स्क ै मर पैसा कमाने क े लिए कई तरह क े हथक ं डे अपनाने लगे हैं. इनमें सेक्सटॉर्शन मुख्य है. इसे लेकर एक तरफ साइबर सुरक्षा क ं पनियां सतर्क हैं, जबकि दूसरी तरफ यूएस फ े डरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने एआई टूल्स की मदद से बनाए गए नकली अश्लील तस्वीरें या वीडियो शामिल कर जबरन वसूली की योजनाओं में बढ़ोत्तरी को लेकर चेतावनी जारी की है. एजेंसी क े मुताबिक सेक्सटॉर्शन की संख्या काफी बढ़ गई है. इसमें एक रणनीति क े तहत फर्जी अश्लील तस्वीरों क े जरिए धमकी दिए जाते हैं. इसक े लिए साइबर क्रिमिनल सोशल मीडिया से तस्वीर ढूंढते हैं और फिर उन्हें एआई की मदद से संपादित कर अश्लील बना देते हैं. अनुमान क े मुताबिक साइबर क्राइम क े लगभग 60 फीसद मामले इसी से जुड़े हैं. इसक े तीन चरण हैं. फोन पर दोस्ती का प्रस्ताव भेजना, फिर वॉट्सऐप पर अश्लील तस्वीर या वीडियो
  • 3. भेजकर आकर्षित करना और अंत में वीडियो कॉल है. कॉल रिसीव होते ही सामने न्यूड लड़की की तस्वीर उभरती है. क ु छ सेक ें ड में स्क्रीन रिकॉर्डर से वीडियो बन जाती है,फिर डराने-धमकाने और पैसे क े वसूली क े साथ—साथ बैंक खातों की सेंधमारी तक का खेल हो जाता है. इसे देखेते हुए एफबीआई ने आगाह किया है कि सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स और अन्य ऑनलाइन साइटों पर व्यक्तिगत फ़ोटो, वीडियो और पहचान संबंधी जानकारी पोस्ट करते हुए या सीधे संदेश भेजते समय सावधानी बरतने की जरूरत है. जहां तक संभव हो वीडियो कॉलिंग, वाट्सएप कॉलिंग और वॉयस मैसेजिंग से बचना चाहिए. इसी संदर्भ में पैरेंट्स को भी सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधि पर नज़र रखें. खासकर उन्हें तस्वीरें, वीडियो और व्यक्तिगत जानकारी ऑनलाइन पोस्ट करते समय विवेक का उपयोग करना चाहिए. क्योंकि यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि एक बार सामग्री को इंटरनेट पर साझा करने क े बाद, इसे दूसरे द्वारा इस्तेमाल किए जाने क े बाद हटाना असंभव नहीं, लेकिन बेहद मुश्किल हो सकता है. एआई से ही बचाव साइबर क्राइम से बचाव अगर मिलने वाले आॅफर, नेटवर्क की समझ और इस्तेमाल में स्वविवेक की सतर्क ता से संभव है, वहीं एआई से ही ऐसे फ्रॉड से बचा जा सकता है. — ज्यादातर असावधानी स्मार्टफोन पर इंटरनेट यूज क े दरम्यान होती है, जो इस्तेमाल किए जाने वाले नेटवर्क , जैसे सोशलसाइटें, ईमेल, मैसेजिंग, ई—कॉमर्स या सर्विस की वेबसाइटो को यूजर आईडी में ईमेल या मोबाइल नंबर और पासवर्ड जोड़े रखता है. साइबर क्रिमनल इसपर नजर गड़ाए रहते हैं, जबकि यूजर इनक े प्रति लॉगआउट इस्तेमाल नहीं करने की लापरवाही बरतते हैं. एआई आधारित ऐप इनका यूज आसानी कर लेते हैं. ऐसे में सारे आकाउंट को लॉगआउट रखना चाहिए. — दूसरी सतर्क ता ईमेल और वाट्सएप या फ े सबुक क े मैसेज में आए अनजान लिंक से बचने से संबंधित है, जो स्क ै मर क े हो सकते हैं. इनपर क्लिक करने पर वे आपकी किसी भी एक निजी जानकारी लेकर सीधे बैंक खाते तक पहुंच बन सकते हैं. ईमेल को प्राइमरी, प्रमोशनस, सोशल, अपडेट्स और फोरम का फिल्टरेशन किया जाना चाहिए. यहीं स्पैम की सुविधा भी होती है, जिसपर आए मैसेज को हटाते रहना चाहिए. — अनजान वेबसाइट पर विजिट करने से पहले उसक े लिंक क े HTTPS पर ध्यान देना चाहिए. अगर इसमें इसकी जगह HTTP है, तो ऐसे वेबसाइट पर नहीं जाना चाहिए, और इन्हें भूलकर भी लॉगिन नहीं करना चाहिए. अगर किसी सर्विस वेबसाइट पर लागइन करना भी पड़े तब पर्सनल डिटेल साझा करने से बचना चाहिए. — स्मार्टफोन पर ऐप्स क े इंस्टाल करते वक्त वरती जाने वाली सतर्क ता में थर्डपार्टी एप्स हो सकते हैं, जिनमें अक्सर फ्री सामान आफर, गेम्से या लॉटरी से इनाम जीतने का लालच हो सकता है. इनसे फोन या फिर आपका पर्सनल क ं प्यूटर भी हैक हो सकता है. ऐप हमेशा प्ले स्टोर से ही इंस्टाल करना चाहिए. इसक े द्वारा मांगे गए परमिशन की सूचना पर भी ध्यान देना चाहिए. इनमें मैसेज रिकार्ड करने, मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी शेयर करने आदि क े परमिशन हो सकते हैं. —सार्वजनिक वाईफाई क े इस्तेमाल से फोन या लौपटॉप हैक होने का आशंका बनी रहती है. इस स्थिति में लागआउट करने की भूल हो जाती है. मैसेजिंग का दूसरे डिवाइस से लिंक बना रहता है. — महत्वपूर्ण सतर्क ता लालच से बचने की ही है, जो आॅनलाइन स्कीम या लौटरी से मिलती है. यह कभी किसी कॉल, वीडियो मैसेज से मिल सकती है, तो आनलाइन खरीदारी, डिजिटल पेमेंट, वेबसाइट विजिट आदि क े रूप में हो सकती है. इसक े लिए ब्राउजर को अपडेट रखना चाहिए, जिनमें गैरजरूरी चीजों को फिक्स करने की सुविधाएं होती है. फोन या इस्तेमाल किए जाने वाले ऐप की सेटिंग अपनी जरूरतों क े मुताबिक बनाया जाना चाहिए.