4. राष्ट्रीय शक्षा नी त (NEP), 2020' वषर्य 1968 और वषर्य 1986 क
े बाद स्वतंत्र भारत की
तीसरी शक्षा नी त है। नई राष्ट्रीय शक्षा नी त (एनईपी) 2020 भारत में 21वीं सदी की
पहली शक्षा नी त है।
भारत की राष्ट्रीय शक्षा नी त 2020 (एनईपी 2020), िजसे 29 जुलाई 2020 को भारत
क
े क
ें द्रीय मं त्रमंडल द्वारा पा रत कया गया, भारत की नई शक्षा प्रणाली क
े
दृिष्टकोण को रेखां कत करती है। यह नी त ग्रामीण और शहरी दोनों में प्रारं भक शक्षा
से लेकर उच्च और व्यावसा यक प्र शक्षण तक क
े लए एक व्यापक रूपरेखा है।
5. 24 जून, 2017 को इसरो क
े पूवर्य प्रमुख रहे वैज्ञा नक क
े कस्तूरीरंगन की
अध्यक्षता में नौ सदस्यों की कमेटी को नई शक्षा नी त का ड्राफ्ट तैयार करने
की िजम्मेदारी दी गई थी। 31 मई, 2019 को उनक
े द्वारा तैयार ड्राफ्ट
एचआरडी मंत्री रमेश पोख रयाल नशंक को सौंपा गया। इसक
े बाद 29 जुलाई
2020 को क
ें द्रीय क
ै बनेट ने नई शक्षा नी त क
े ड्राफ्ट को मंजूरी दे दी। नई
शक्षा नी त 34 वषर्य पुरानी ‘राष्ट्रीय शक्षा नी त, 1986’ [National Policy
on Education (NPE),1986] को प्र तस्था पत करेगी।
6. नई शक्षा नी त की घोषणा क
े साथ ही मानव संसाधन प्रबंधन
मंत्रालय का नाम प रव तर्यत कर शक्षा मंत्रालय कर दया गया है।
नई शक्षा नी त क
े अंतगर्यत क
ें द्र व राज्य सरकार क
े सहयोग से
शक्षा क्षेत्र पर जीडीपी क
े 6% हस्से क
े सावर्यज नक व्यय का
लक्ष्य रखा गया है।
नई राष्ट्रीय शक्षा नी त, 2020 क
े तहत वषर्य 2030 तक सकल
नामांकन अनुपात (Gross Enrolment Ratio-GER) को
100% लाने का लक्ष्य रखा गया है।
7. नई शक्षा नी त का उद्देश्य एक ऐसी शक्षा
प्रणाली वक सत करना है जो सभी नाग रकों
को उच्च गुणवत्ता वाली शक्षा प्रदान करक
े
भारत को एक वैिश्वक ज्ञान महाशि त क
े रूप
में वक सत करें और देश क
े प रवतर्यन में सीधे
योगदान दे। राष्ट्रीय शक्षा नी त 2020 भारत
की प्राचीन ज्ञान परंपरा को पुनजर्षी वत करने
क
े उद्देश्य क
े प्र त सम पर्यत है। समृद्ध और
उन्नत भारतीय ज्ञान परंपरा की सूक्ष्म समझ,
गांधीजी एवं पं डत दीनदयाल उपाध्याय क
े
दृिष्टकोण से प्रे रत एवं आत्म नभर्यर भारत की
आकांक्षा से लैस यह शक्षा नी त व वध
शक्षण-अ धगम सद्धांतों का सामंजस्यपूणर्य
समावेशन है।
8.
9.
10.
11.
12.
13. ECCE फ्र
े मवक
र्य
ECCE का मतलब है अलर्ली चाइल्डहुड क
े यर सेन्टर (प्रारं भक बचपन की
देखभाल और शक्षा)
3 वषर्य तक क
े छात्रों क
े माता- पता और शक्षकों क
े लए दशा नदर्देश
3-8 वषर्य की आयु क
े छात्रों क
े लए एक शै क्षक ढांचा
एनईपी आंगनवाड़ी प्रणाली का वस्तार और गुणवत्ता में सुधार करक
े और उन्हें
प्राथ मक वद्यालयों क
े साथ सह-िस्थत करक
े इन सफा रशों क
े कायार्यन्वयन
की बात करता है।
तीन से आठ वषर्य आयु क
े बच्चों को दो हस्सों में बांटा है। पहले हस्से में यानी
3-6 वषर्य तक बच्चा ECCE में रहेगा। इसक
े बाद 8 वषर्य का होने तक वह
प्राइमरी में पढ़ेगा।
14.
15. उच्च शक्षा से संबं धत प्रावधान
NEP-2020 क
े तहत उच्च शक्षण संस्थानों में ‘सकल नामांकन अनुपात’
(Gross Enrolment Ratio) को 26.3% (वषर्य 2018) से बढ़ाकर 50% तक
करने का लक्ष्य रखा गया है, इसक
े साथ ही देश क
े उच्च शक्षण संस्थानों में 3.5
करोड़ नई सीटों को जोड़ा जाएगा।
व भन्न उच्च शक्षण संस्थानों से प्राप्त अंकों या क्रि
े डट को डिजटल रूप से
सुर क्षत रखने क
े लये एक ‘एक
े ड मक बैंक ऑफ क्रि
े डट’ (Academic Bank of
Credit) दया जाएगा, ता क अलग-अलग संस्थानों में छात्रों क
े प्रदशर्यन क
े
आधार पर उन्हें डग्री प्रदान की जा सक
े ।
नई शक्षा नी त क
े तहत एम. फल. (M.Phil) कायर्यक्रिम को समाप्त कर
दया गया।
16.
17. ● राष्ट्रीय उच्चतर शक्षा नयामकीय प रषद (National Higher Education Regulatroy
Council-NHERC) : यह शक्षक शक्षा स हत उच्च शक्षा क्षेत्र क
े लये एक नयामक का
कायर्य करेगा।
● सामान्य शक्षा प रषद (General Education Council - GEC) : यह उच्च शक्षा कायर्यक्रिमों
क
े लये अपे क्षत सीखने क
े प रणामों का ढाँचा तैयार करेगा अथार्यत् उनक
े मानक नधार्यरण का
कायर्य करेगा।
● राष्ट्रीय प्रत्यायन प रषद (National Accreditation Council - NAC) : यह संस्थानों क
े
प्रत्यायन का कायर्य करेगा जो मुख्य रूप से बु नयादी मानदंडों, सावर्यज नक स्व-प्रकटीकरण,
सुशासन और प रणामों पर आधा रत होगा।
● उच्चतर शक्षा अनुदान प रषद (Higher Education Grants Council - HGFC) : यह
नकाय कॉलेजों एवं वश्व वद्यालयों क
े लये वत्तपोषण का कायर्य करेगा।
HECI क
े कायर्यों क
े प्रभावी नष्पादन हेतु चार नकाय-
भारतीय उच्च शक्षा प रषद
(Higher Education Commision of India-HECI)
18.
19. शक्षण व्यवस्था से संबं धत सुधार
● शक्षकों की नयुि त में प्रभावी और पारदशर्षी प्र क्रिया का पालन तथा समय-समय पर
कये गए कायर्य-प्रदशर्यन आकलन क
े आधार पर पदोन्न त।
● राष्ट्रीय अध्यापक शक्षा प रषद द्वारा ‘ शक्षकों क
े लये राष्ट्रीय व्यावसा यक
मानक’ (National Professional Standards for Teachers- NPST) का
वकास कया जाएगा।
● राष्ट्रीय अध्यापक शक्षा प रषद द्वारा NCERT क
े परामशर्य क
े आधार पर ‘अध्यापक
शक्षा हेतु राष्ट्रीय पाठ्यचयार्य की रूपरेखा’ [National Curriculum Framework
for Teacher Education-NCFTE) का वकास कया जाएगा।
● वषर्य 2030 तक अध्यापन क
े लये न्यूनतम डग्री योग्यता 4-वषर्षीय एकीकृ त बी.एड.
डग्री का होना अ नवायर्य कया जाएगा।
20. डिजटल शक्षा से संबं धत प्रावधान
● एक स्वायत्त नकाय क
े रूप में ‘‘राष्ट्रीय शै क्षक प्रौद्यो गकी मंच’’
(National Educational Technology Forum) का गठन कया
जाएगा िजसक
े द्वारा शक्षण, मूल्यांकन योजना एवं प्रशासन में
अ भवृद् ध हेतु वचारों का आदान-प्रदान कया जा सक
े गा।
● डिजटल शक्षा संसाधनों को वक सत करने क
े लये अलग
प्रौद्यो गकी इकाई का वकास कया जाएगा जो डिजटल बु नयादी
ढाँचे, सामग्री और क्षमता नमार्यण हेतु समन्वयन का कायर्य करेगी।