अगर कठेरिया का भाषण भड़काऊ नहीं तो राजनाथ बताएं भड़काऊ भाषण की परिभाषाः रिहाई मंच
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यह है समता, स्वतंत्रता, बंधुता और न्याय
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पूँजीवादी खेती, अकाल और किसानों की आत्महत्याएँ
मुनाफे की व्यवस्था में तबाह होना यही छोटे किसानों की किस्मत