3. कुछ किाननयााँ: जरूर पढ़े
पापा क्यों रोये
कटघरा
चन्नी
पिली सीढ़ी
अगली सुबि
अब निीीं बाबूजी
बैसाखियााँ
4. Anonymous said...
I read first time in its type of good story in my life it is so nice....
April 14, 2013 at 10:35 AM
Mired Mirage said...
जोशी जी, यहद यि किानी िै तो बेिद सशक्त किानी िै और
यहद आपबीती िै तो बिुत ववचललत करने वाली िै। यहद आपबीती
िै तो इसका दींश आज भी कम निीीं िुआ िोगा।
पढ़कर यिी कि सकती िूाँकक कई बार धोिा िाकर भी मैंसींतुष्ट िूाँ
कक
मैंऐसेअनुभव और पश्चात्ताप सेबची रिी िूाँ।
घुघूती बासूती
December 22, 2008 at 12:30 AM
5. Hem Chandra Joshi
Principal Scientist (Retd)
C-287 Rajendra Nagar
Bareilly (UP) 243122