3. बेरोजगारी या बेकरी ककसी काम करने क
े
किए योग्या वा उपिब्ध व्यक्ति की वह अवास्र्ा होती है
कजसमे उसकी न तो ककसी
क
ं पनी या संस्र्ान क
े
सार् और ना ही अपने ही ककसी व्यवस्र्ा मे कनयुक्ति होती
है
5. •बेरोजगारी क
े कारण
1. क
ु ि देश अपनी बडी संख्या और िगातार बढ़ती आबादी क
े
कारण ही बेरोजगारी की समस्या का सामना करते हैं, क्योंकक वे
आवश्यकता क
े
अनुरूप नौकररयां पैदा नहीं कर पाते हैं।
2. कशिा, व्यावसाकयक और तकनीकी कौशि और ज्ञान का कनम्न
स्तर । इससे एक बडा अनौपचाररक िेत्र और अक
ु शि श्रम बि
भी पैदा होता है।
3. कम क
ृ कि उत्पादकता क
े कारण संसाधनों की कमी है, इसकिए
कितीयक और तृतीयक िेत्रों में संक्रमण करना आसान नहींहै।
4. नौकररयां अकधक तकनीकी आवश्यकताओं क
े सार् तेजी से
कवकशष्ट हो गई हैं।
6. पररभािा ककसे कहते है
राकिन तर्ा ग्रेगोरी क
े अनुसार, "एक बेरोजगार व्यक्ति
वह व्यक्ति है जो
(1) वतथमान समय में काम नहींकर रहा।
(2) जो सकक्रय ढंग से कायथ की तिाश में है।
(3) जो वतथमान मजदू री पर काम करने क
े किए उपिब्ध
है।