2. योजना का प्रारंभ – सन २०२१ २०२२
उद्देश्य –
कोरोना महामरी से मृत व्यक्ततयों क
े बेसहारा/अनाथ बच्चो को ननशुतल स्क
ू ली शशक्षा की उपलब्धता सुननक्श्चत
करना
पात्रता की शतें –
• छत्तीसगढ़ का ननवासी हो |
• ऐसें बच्चें क्जनक
े पररवार से कमाने वाले माता या पपता या दोनों की मृत्यु covid-19 से हु हो |
• ऐसें बच्चें जो स्क
ू ली शशक्षा प्राप्त करने हेतु आयु संबंधी पात्रता रखता हो|
• क्जनक
े घर में कमाने वाले व्यस्क सदस्य न रहने क
े कारन भरन-पोषण की समस्या हो गयी हो |
3. शैक्षणणक सुपवधा -
• ऐसे पात्र को प्रदेश क
े शासकीय शालाओ में ननशुतल शशक्षा उपलब्ध करायी जागगी |
• ऐसे पात्र बच्चो क
े राज्य शासन द्वारा “संचाशलत स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम” स्क
ू ल में
प्रवेश में प्राथशमकता दी’ जागगी |
• क्जनक
े माता पपता दोनों की करोना से मृत्यु हो गयी हो, उनक
े शशक्षा का सम्पूणण व्यय शासन
वहन करेगा | साथ छात्रवृपत्त दी जागगी |
• क्जनक
े कमाने वाले माता अथवा पपता की मृत्यु हो गयी है उन्हें ननशुतल शशक्षा ददया जायेगा |
• पात्र छात्रों को स्क
ू ल शशक्षा क
े पश्चात उच्च शशक्षा हेतु प्रोत्सहन ददया जायेगा |
• प्रनतभावान छात्रों को व्यावाशसक पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु प्रशसक्षण / कोचचंग की सुपवधा उपलब्ध
कराया जायेगा |
4. छात्रवृपत्त-
ऐसे पात्र स्क
ू लों में प्रवेशशत छात्रों को क्जनकी छात्रवृपत्त देय होगा:
कक्षा 1 से 8 तक रूपग 500/- प्रनतमाह
कक्षा 9 से 12 तक रूपग 1000/- प्रनतमाह